Ch 13 sanskrit class 8 hindi translation

  1. NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 12 कः रक्षति कः रक्षितः
  2. myhelper: Sanskrit translation of chapter 8 संसारसागरस्य नायकाः in hindi
  3. NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः
  4. सावित्री बाई फुले Summary Notes Class 8 Sanskrit Chapter 11
  5. RBSE Solutions for Class 8 Sanskrit Ruchira Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः
  6. क: रक्षित क: रक्षित: Class 8 संस्कृत Chapter 12 Translation in Hindi ( व्याख्या )
  7. NCERT Solution for Class 8 Sanskrit Ch 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः
  8. Class 8 Sanskrit Chapter 13
  9. Class 8 Sanskrit Chapter 13
  10. myhelper: Sanskrit translation of chapter 8 संसारसागरस्य नायकाः in hindi


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NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 12 कः रक्षति कः रक्षितः

NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 12 कः रक्षति कः रक्षितः | 2023-24 NCERT Solution for Class 8 Sanskrit Chapter 12 ‘कः रक्षति कः रक्षितः‘ is available here with Hindi Translation. This solution contains explanations of the complete chapter, questions, answers etc. So students can download this NCERT solution for their exam preparation.

myhelper: Sanskrit translation of chapter 8 संसारसागरस्य नायकाः in hindi

पाठ का परिचय यह पाठ अनुपम मिश्रा द्वारा लिखित 'आज भी खरे हैं तालाब' में संकलित 'संसार सागर के नायक' नामक अध्याय से लिया गया है। लेखक ने यहाँ पानी के लिए मानव निर्मित तालाब, बावड़ी जैसे निर्माणों को संसार सागर के रूप में चित्रित किया है। इस पाठ में, विलुप्त होते जा रहे पारम्परिक ज्ञान, कौशल एवं शिल्प के धनी गजधर के संबंध् में चर्चा की गयी है। के आसन् ते अज्ञातनामानः?शतशः सहस्त्रशः तडागाः सहसैव शून्यात् न प्रकटीभूताः।इमे एव तडागाः अत्र संसारसागराः इति।एतेषाम् आयोजनस्य नेपथ्ये निर्मापयितृृणाम् एककम्, निर्मातृृणां च दशकम् आसीत्।एतत् एककं दशकं च आहत्य शतकं सहस्त्रं वा रचयतः स्म।परं विगतेषु द्विशतवर्षेषु नूतनपद्धत्या समाजेन यत्किञ्चित पठितम्।पठितेन तेन समाजेन एककं दशकं सहस्त्रकञ्च इत्येतानि शून्ये एव परिवर्तितानि।अस्य नूतनसमाजस्य मनसि इयमपि जिज्ञासा नैव उद्भूता यद् अस्मात्पूर्वम् एतावतः तडागान् के रचयन्ति स्म।एतादृशानि कार्याणि कर्तुं ज्ञानस्य यो नूतनः प्रविधि: विकसितः, तेन प्रविधनिाऽपि पूर्वं सम्पादितम् एतत्कार्यं मापयितुं न केनापि प्रयतितम्। सरलार्थ: वे अज्ञात (अपरिचित) नाम वाले कौन थे? सैकड़ों हज़ारों तालाब अचानक ही शून्य (खाली स्थान) से प्रकट नहीं हुए हैं। ये ही तालाब यहाँ संसार रूपी सागर हैं। इनकी योजना (कार्य) के पीछे बनवाने वालों की इकाई और बनाने वालों की दहाई थी। यह इकाई और दहाई मिलकर सैकड़ों अथवा हज़ारों को बनाते थे। परन्तु पिछले दो सौ वर्षों में नई पद्धति से समाज ने जो कुछ पढ़ा है, उस पढ़े हुए समाज से इकाई, दहाई और सैकड़ा ये शून्य में ही (समाप्ति में ही) बदल गए हैं। इस नए समाज के मन में यह जानने की इच्छा (जिज्ञासा) भी नहीं पैदा हुई कि इससे पहले इन तालाबों को किसने बनाया था। ऐस...

NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः

NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः अभ्यासः (Exercise) प्रश्न 1. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत-(प्रश्नों के उत्तर एक पद में लिखिए-) (क) इयं धरा कैः स्वर्णवद् भाति? (ख) भारतस्वर्णभूमिः कुत्र राजते? (ग) इयं केषां महाशक्तिभिः पूरिता? (घ) इयं भूः कस्मिन् युतानाम् अस्ति? (ङ) अत्र किं सदैव सुपूर्णमस्ति? उत्तरम्: (क) शस्यैः (ख) क्षितौ (ग) अणूनाम् (घ) प्रबन्धे (ङ) खाद्यान्नभाण्डम् प्रश्न 2. समानार्थकपदानि पाठात् चित्वा लिखत-(समानार्थक पद पाठ से चुनकर लिखिए-) (क) पृथिव्याम् ………………………. (क्षितौ/पर्वतेषु/त्रिलोक्याम्) (ख़) सुशोभते ………………………. (लिखते/भाति/पिबति) (ग) बुद्धिमताम् ………………………. (पर्वणाम्/उत्सवानाम्/विपश्चिज्जनानाम्) (घ) मयूराणाम् ………………………. (शिखीनाम्/शुकानाम्/पिकानाम्) (ङ) अनेकेषाम् ………………………. (जनानाम्/वैज्ञानिकानाम्/बहूनाम्) उत्तरम्: (क) क्षितौ (ख) भाति (ग) विपश्चिज्जनानाम् (घ) शिखीनाम् (ङ) बहूनाम् प्रश्न 3. श्लोकांशमेलनं कृत्वा लिखत- (श्लोकांशों का मिलान करके लिखिए-) उत्तरम्: (क) अणूनां महाशक्तिभिः पूरितेयम्। (ख) क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः। (ग) तटीनामियं वर्तते भूधराणाम्। (घ) नदीनां जलं यत्र पीयूषतुल्यम्। (ङ) जगद्वन्दनीया च भूः देवगेया प्रश्न 4. चित्रं दृष्ट्वा ( पाठात् ) उपयुक्तपदानि गृहीत्वा वाक्यपूर्ति कुरुत-(चित्र देखकर उपयुक्त पदों से वाक्य की पूर्ति कीजिए-) (क) अस्मिन् चित्रे एका ………………………. वहति। (ख) नदी ………………………. नि:सरति।। (ग) नद्याः जलं ………………………. भवति। (घ) ………………………. शस्यसेचनं भवति। (ङ) भारतः ………………………. भूमिः अस्ति। उत्तरम्: (क) नदी (ख) पर्वतात् (ग) शुद्धम् (घ) नदीजलेन (ङ) स्वर्णभूमिः प्रश्न 5. चित्राणि दृष्ट्वा (मञ्जू...

सावित्री बाई फुले Summary Notes Class 8 Sanskrit Chapter 11

Class 8 Sanskrit Chapter 11 सावित्री बाई फुले Summary Notes सावित्री बाई फुले Summary सावित्री बाई फुले ने आजीवन शोषितों व पिछड़ों के उत्थान के लिए संघर्ष किया। उनका नारा था- शिक्षा हमारा अधिकार है।’ फुले के समाज में कई समुदाय अत्यधिक लम्बे समय तक इस अधिकार से वञ्चित रहे हैं। उन्हें शिक्षा का, समानता का अधिकार दिलाने के लिए फुले ने अपना जीवन समर्पित कर दिया। वञ्चित समुदाय में स्त्रियों की दशा तो और भी दयनीय थी। उनकी शिक्षा के लिए सावित्री फुले को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। वह अन्त तक स्त्रियों के अधिकारों के लिए लड़ती रही। सावित्री फुले स्त्रियों की शिक्षा पर बल देती रहीं। सावित्री फुले महाराष्ट्र की पहली महिला शिक्षिका थीं। वह गरीब कन्याओं को शिक्षा देती थीं। इनका जन्म सन् 1831 ई० में हुआ। इसकी माता का नाम लक्ष्मीबाई तथा पिता का नाम खंडोजी था। सावित्री का विवाह ज्योतिबा फुले के साथ हुआ। सावित्री फुले ने सामाजिक कुरीतियों का प्रबल विरोध किया। उन्होंने मनुष्यों की समानता और स्वतन्त्रता के पक्ष का समर्थन किया। सावित्री फुले ने ‘पूना सेवासदन’ जैसी अनेक संस्थाओं की स्थापना की। सन् 1897 ई० में सावित्री फुले का देहान्त हो गया। सावित्री बाई फुले Word Meanings Translation in Hindi मूलपाठः, अन्वयः, शब्दार्थः सरलार्थश्च (क) उपरि निर्मितं चित्रं पश्यत। इदं चित्रं कस्याश्चित् पाठशालायाः वर्तते। इयं सामान्या पाठशाला नास्ति। इयमस्ति महाराष्टस्य प्रथमा कन्यापाठशाला। एका शिक्षिका गहात पस्तकानि आदाय मार्गे कश्चित् तस्याः उपरि धूलिं कश्चित् च प्रस्तरखण्डान् क्षिपति। परं सा स्वदृढनिश्चयात् न विचलति। स्वविद्यालये कन्याभिः सविनोदम् आलपन्ती सा अध्यापने संलग्ना भवति। तस्याः स्वकीयम् अध्य...

RBSE Solutions for Class 8 Sanskrit Ruchira Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः

The questions presented in the RBSE Class 8 Sanskrit Solutions Ruchira Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः RBSE Class 8 Sanskrit क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः Textbook Questions and Answers प्रश्न 1. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत - (क) इयं धरा कैः स्वर्णवद् भाति? (ख) भारतस्वर्णभूमिः कुत्र राजते? (ग) इयं केषां महाशक्तिभिः पूरिता? (घ) इयं भूः कस्मिन् युतानाम् अस्ति? (ङ) अत्र किं सदैव सुपूर्णमस्ति? उत्तराणि : (क) शस्यैः। (ख) क्षितौ। (ग) अणूनाम्। (घ) प्रबन्धेः। (ङ) खाद्यान्नभाण्डम्। प्रश्न 2. समानार्थकपदानि पाठात् चित्वा लिखत - (क) पृथिव्याम् ................... (क्षितौ/पर्वतेषु/त्रिलोक्याम्) (ख) सुशोभते ................... (लिखते/भाति/पिबति) (ग) बुद्धिमताम् ................... (पर्वणाम्/उत्सवामाम्/विपश्चिज्जनानाम्) (घ) मयूराणाम् .................. (शिखीनाम्/शुकानाम्/पिकानाम्) (ङ) अनेकेषाम् .................... (जनानाम्/वैज्ञानिकानाम्/बहूनाम्) उत्तरम् : (क) पृथिव्याम् = क्षितौ। (ख) सुशोभते = भाति। (ग) बुद्धिमताम् = विपश्चिज्जनानाम्। (घ) मयूराणाम् = शिखीनाम्। (ङ) अनेकेषाम् = बहूनाम्। प्रश्न 3. श्लोकांशमेलनं कृत्वा लिखत - (क) त्रिशूलाग्निनागैः नदीनां जलं यत्र पीयूषतुल्यम् पृथिव्यस्वघोरैः (ख) सदा पर्वणामुत्सवानां जगद्वन्दनीया च भूः देवगेया धरेयम् (ग) वने दिग्गजानां तथा क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः केशरीणाम् (घ) सुपूर्ण सदैवास्ति अणूनां महाशक्तिभिः पूरितेयम् खाद्यान्नभाण्डम्। (ङ) इयं वीरभोग्या तथा तटीनामियं वर्तते भूधराणाम्। कर्मसेव्या उत्तरम् : श्लोकांशमेलनम (क) त्रिशूलाग्निनागैः पृथिव्यस्त्रघोरैः अणूनां महाशक्तिभिः पूरितेयम्। (ख) सदा पर्वणामुत्सवानां धरेयम् क्षितौ राजते भा...

क: रक्षित क: रक्षित: Class 8 संस्कृत Chapter 12 Translation in Hindi ( व्याख्या )

NCERT Solution of Class 8 Sanskrit रुचिरा क: रक्षित क: रक्षित: व्याख्या for Various Board Students such as CBSE, HBSE, Mp Board, Up Board, RBSE and Some other state Boards. Class 8 Sanskrit all Chapters NCERT Solution with शब्दार्थ, व्याख्या, Translation in Hindi and English, अभ्यास के प्रश्न उत्तर and important Question answer ncert solution. Also Read:– Class 8 Sanskrit रुचिरा NCERT Solution NCERT Solution of Class 8th Sanskrit Ruchira / रुचिरा Chapter 12 क: रक्षित क: रक्षित: / ka rakshit ka rakshit Vyakhya / व्याख्या / meaning in hindi / translation in hindi Solution. क: रक्षित क: रक्षित: Class 8 Sanskrit Chapter 12 व्याख्या वैभव: — अरे परमिन्दर्! अपि त्वमपि विद्युदभावेन पीडितः बहिरागत ? परमिन्दर् — आम् मित्र! एकतः प्रचण्डातपकालः अन्यतश्च विद्युदभावः परं बहिरागत्यापि पश्यामि यत् वायुवेगः तु सर्वथाऽवरुद्धः। सत्यमेवोक्तम् प्राणिति पवनेन जगत् सकलं, सृष्टिर्निखिला चैतन्यमयी । क्षणमपि न जीव्यतेऽनेन विना सर्वातिशायिमूल्यः पवनः॥ शब्दार्थ :- वैभव: – वैभव। अरे परमिन्दर् – हे परमिंदर। अपि – भी। त्वमपि – तुम भी। विद्युदभावेन – बिजली न होने से। पीडितः – पीड़ित होकर। बहिरागत – बाहर आए हो। परमिन्दर् – परमिंदर। आम् – हां। मित्र – दोस्त। एकतः – एक तो। प्रचण्डातपकालः – तेज गर्मी। अन्यतश्च – और दूसरा। विद्युदभावः – बिजली का अभाव। परं – परंतु। बहिरागत्यापि – बाहर आकर भी। पश्यामि – देखता हूं। यत् – कि। वायुवेगः – वायु वेग। तु – तो। सर्वथाऽवरुद्धः – रुका हुआ है। सत्यमेवोक्तम् – सत्य कहा गया है। प्राणिति – प्राणवान है। पवनेन – हवा से। जगत् – संसार। सकलं – सारा। सृष्टिर्निखिला – पूरी दुनिया। ...

NCERT Solution for Class 8 Sanskrit Ch 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः

NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः | 2023-24 NCERT Solution for Class 8 Sanskrit ‘ Chapter 13 ‘क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः‘ is available here with Hindi Translation. This solution contains explanations of the complete chapter, questions, answers etc. So students can download this NCERT solution for their exam preparation.

Class 8 Sanskrit Chapter 13

Class 8 Sanskrit Chapter 13 –क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः–आठवींकक्षाकेविद्यार्थियोंकेलिएजोअपनीक्लासमेंसबसेअच्छेअंकपानाचाहताहैउसकेलिएयहांपर एनसीईआरटीकक्षा 8th संस्कृतअध्याय 13. (क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः)केलिएसमाधानदियागयाहै. इस NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 13. Kshitau Rajte Bharatswarnbhoomi कीमददसेविद्यार्थीअपनीपरीक्षाकीतैयारीकरसकताहैऔरपरीक्षामेंअच्छेअंकप्राप्तकरसकताहै. इसेआपअच्छेसेपढ़ेयहआपकीपरीक्षाकेलिएफायदेमंदहोगा .हमारीवेबसाइटपर Class 8 Sanskrit केसभीचेप्टरकेसलुसनदिएगएहै . Class 8 Subject Sanskrit Book रुचिरा Chapter Number 13 Chapter Name क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः अभ्यासः 2. समानार्थकपदानिपाठात्चित्वालिखत(समानार्थकपदपाठसेदेखकरलिखिए) (क) पृथिव्याम्………………. (क्षितौ/पर्वतेषुत्रिलोक्याम्) (ख) सुशोभते…………….. (लिखते/भातिपिबति) (ग) बुद्धिमताम्……………. (पर्वणाम्उत्सवानाम्विपश्चिज्जनानाम्) (घ) मयूराणाम्…………(शिखीनाम्/शुकानाम्पिकानाम्) (ङ) अनेकेषाम्।………… (जनानाम्वैज्ञानिकानाम्/बहूनाम्) उत्तराणि- (क) पृथिव्याम्क्षितौ। (ख) सुशोभतेभाति। (ग) बुद्धिमताम्विपश्चिज्जनानाम्। (घ) मयूराणाम्शिखीनाम्। (ङ) अनेकेषाम्बहूनाम्। . . 3. श्लोकांशमेलनंकृत्वालिखत(श्लोकोंकोमेलकरकेलिखिए) (क) त्रिशूलाग्निनागैःपृथिव्यास्त्रघोरैःनदीनारंजलंयत्रपीयूषतुल्यम् (ख) सदापर्वणामुत्सवानांधरेयम्जगद्वन्दनीयाचभूःदेवगेया (ग) वनेदिग्गजानांतथाकेसरीणांक्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः (घ) सुपूर्णसदैवास्तिखाद्यान्नभाण्डम्अणूनांमहाशक्तिभिःपूरितेयम् (ङ) इयंवीरभोग्यातथाकर्मस...

Class 8 Sanskrit Chapter 13

Class 8 Sanskrit Chapter 13 –क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः–आठवींकक्षाकेविद्यार्थियोंकेलिएजोअपनीक्लासमेंसबसेअच्छेअंकपानाचाहताहैउसकेलिएयहांपर एनसीईआरटीकक्षा 8th संस्कृतअध्याय 13. (क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः)केलिएसमाधानदियागयाहै. इस NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 13. Kshitau Rajte Bharatswarnbhoomi कीमददसेविद्यार्थीअपनीपरीक्षाकीतैयारीकरसकताहैऔरपरीक्षामेंअच्छेअंकप्राप्तकरसकताहै. इसेआपअच्छेसेपढ़ेयहआपकीपरीक्षाकेलिएफायदेमंदहोगा .हमारीवेबसाइटपर Class 8 Sanskrit केसभीचेप्टरकेसलुसनदिएगएहै . Class 8 Subject Sanskrit Book रुचिरा Chapter Number 13 Chapter Name क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 13 क्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः अभ्यासः 2. समानार्थकपदानिपाठात्चित्वालिखत(समानार्थकपदपाठसेदेखकरलिखिए) (क) पृथिव्याम्………………. (क्षितौ/पर्वतेषुत्रिलोक्याम्) (ख) सुशोभते…………….. (लिखते/भातिपिबति) (ग) बुद्धिमताम्……………. (पर्वणाम्उत्सवानाम्विपश्चिज्जनानाम्) (घ) मयूराणाम्…………(शिखीनाम्/शुकानाम्पिकानाम्) (ङ) अनेकेषाम्।………… (जनानाम्वैज्ञानिकानाम्/बहूनाम्) उत्तराणि- (क) पृथिव्याम्क्षितौ। (ख) सुशोभतेभाति। (ग) बुद्धिमताम्विपश्चिज्जनानाम्। (घ) मयूराणाम्शिखीनाम्। (ङ) अनेकेषाम्बहूनाम्। . . 3. श्लोकांशमेलनंकृत्वालिखत(श्लोकोंकोमेलकरकेलिखिए) (क) त्रिशूलाग्निनागैःपृथिव्यास्त्रघोरैःनदीनारंजलंयत्रपीयूषतुल्यम् (ख) सदापर्वणामुत्सवानांधरेयम्जगद्वन्दनीयाचभूःदेवगेया (ग) वनेदिग्गजानांतथाकेसरीणांक्षितौराजतेभारतस्वर्णभूमिः (घ) सुपूर्णसदैवास्तिखाद्यान्नभाण्डम्अणूनांमहाशक्तिभिःपूरितेयम् (ङ) इयंवीरभोग्यातथाकर्मस...

myhelper: Sanskrit translation of chapter 8 संसारसागरस्य नायकाः in hindi

पाठ का परिचय यह पाठ अनुपम मिश्रा द्वारा लिखित 'आज भी खरे हैं तालाब' में संकलित 'संसार सागर के नायक' नामक अध्याय से लिया गया है। लेखक ने यहाँ पानी के लिए मानव निर्मित तालाब, बावड़ी जैसे निर्माणों को संसार सागर के रूप में चित्रित किया है। इस पाठ में, विलुप्त होते जा रहे पारम्परिक ज्ञान, कौशल एवं शिल्प के धनी गजधर के संबंध् में चर्चा की गयी है। के आसन् ते अज्ञातनामानः?शतशः सहस्त्रशः तडागाः सहसैव शून्यात् न प्रकटीभूताः।इमे एव तडागाः अत्र संसारसागराः इति।एतेषाम् आयोजनस्य नेपथ्ये निर्मापयितृृणाम् एककम्, निर्मातृृणां च दशकम् आसीत्।एतत् एककं दशकं च आहत्य शतकं सहस्त्रं वा रचयतः स्म।परं विगतेषु द्विशतवर्षेषु नूतनपद्धत्या समाजेन यत्किञ्चित पठितम्।पठितेन तेन समाजेन एककं दशकं सहस्त्रकञ्च इत्येतानि शून्ये एव परिवर्तितानि।अस्य नूतनसमाजस्य मनसि इयमपि जिज्ञासा नैव उद्भूता यद् अस्मात्पूर्वम् एतावतः तडागान् के रचयन्ति स्म।एतादृशानि कार्याणि कर्तुं ज्ञानस्य यो नूतनः प्रविधि: विकसितः, तेन प्रविधनिाऽपि पूर्वं सम्पादितम् एतत्कार्यं मापयितुं न केनापि प्रयतितम्। सरलार्थ: वे अज्ञात (अपरिचित) नाम वाले कौन थे? सैकड़ों हज़ारों तालाब अचानक ही शून्य (खाली स्थान) से प्रकट नहीं हुए हैं। ये ही तालाब यहाँ संसार रूपी सागर हैं। इनकी योजना (कार्य) के पीछे बनवाने वालों की इकाई और बनाने वालों की दहाई थी। यह इकाई और दहाई मिलकर सैकड़ों अथवा हज़ारों को बनाते थे। परन्तु पिछले दो सौ वर्षों में नई पद्धति से समाज ने जो कुछ पढ़ा है, उस पढ़े हुए समाज से इकाई, दहाई और सैकड़ा ये शून्य में ही (समाप्ति में ही) बदल गए हैं। इस नए समाज के मन में यह जानने की इच्छा (जिज्ञासा) भी नहीं पैदा हुई कि इससे पहले इन तालाबों को किसने बनाया था। ऐस...