Chandrashekhar azad ki mrityu kab hui thi

  1. chandrashekhar azad 10 line hindi mein Archives
  2. चंद्रशेखर आज़ाद को फांसी कब हुई? » Chandrashekhar Aazad Ko Fansi Kab Hui
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. तिलका मांझी की मृत्यु कब हुई थी?
  5. चंद्रशेखर आजाद की मृत्यु कब और कहां हुई?


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chandrashekhar azad 10 line hindi mein Archives

आज हम आपको Chandrasekhar Azad का जीवन परिचय और देश की आजादी में उनके योगदान के बारे में बतायेंगे – फौलाद सा शरीर, मूच्छो पर ताव, और चेहरे पर तेज और आंखों में आजादी का सपना बैखौफ निडर, दमदार से परिपूर्ण Chandrasekhar Azad का जीवन परिचय तथा भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान के बारे में संपूर्ण जानकारी। जीवन परिचय :- नाम :- चंद्रशेखर तिवारी …

चंद्रशेखर आज़ाद को फांसी कब हुई? » Chandrashekhar Aazad Ko Fansi Kab Hui

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रश्न चंद्रशेखर आजाद को फांसी कब है उत्तर है चंद्रशेखर आजाद को फांसी 27 फरवरी 1931 में हुई और इनका जन्म 23 जुलाई 1918 को हुआ यानी चंद्र शेखर जन्म 23 जुलाई 1960 को और इनको फांसी 27 फरवरी 1931 धन्यवाद जय हिंद जय भारत aapka prashna chandrashekhar azad ko fansi kab hai uttar hai chandrashekhar azad ko fansi 27 february 1931 mein hui aur inka janam 23 july 1918 ko hua yani chandra shekhar janam 23 july 1960 ko aur inko fansi 27 february 1931 dhanyavad jai hind jai bharat आपका प्रश्न चंद्रशेखर आजाद को फांसी कब है उत्तर है चंद्रशेखर आजाद को फांसी 27 फरवरी 1931 म

सुभाष चंद्र बोस

poora nam subhash chandr bos any nam netaji janm janm bhoomi mrityu mrityu sthan abhibhavak janakinath bos, prabhavati pati/patni aimili shiankal ( Emilie Schenkl) santan putri- anita bos nagarikata bharatiy dharm aandolan vidyalay prezideansi k aaulej, sk aautish charch k aaulej, keanbrij vishvavidyalay shiksha snatak sanbandhit lekh any janakari netaji subhash chandr bos bahari k diyaan subhash chandr bos ( Subhas Chandra Bose, janm- jivan parichay subhash chandr bos ka janm 23 janavari, san 1897 ee. mean bachapan bharatiyoan ke sath alpavastha mean shiksha ek sanpann v pratishthit bangali vaqil ke putr subhash chandr bos ki shiksha desh bhakti ki bhavana bos ji maian logoan par nahian unake manoan par rajy karana chahata hooan. unaka hriday samrat banana chahata hooan. kalyan sandesh ek shahar mean haije ka prakop ho gaya tha. yah rog is had tak apane pair pasar chuka tha ki davaean aur chikitsak kam p d ge. charoan or mrityu ka taandav ho raha tha. shahar ke kuchh karmath evan sevabhavi yuvakoan ne aisi vikat sthiti mean ek dal ka gathan kiya. yah dal shahar ki nirdhan bastiyoan mean jakar rogiyoan ki seva karane laga. ye log ek bar us haijagrast basti mean ge, jahaan ka ek kukhyat badamash haidar khaan unaka ghor virodhi tha. haidar khaan ka desh seva bos ji naukari chho d kar hamari samajik sthiti badatar hai, jati-paanti to hai hi, garib aur amir ki khaee bhi samaj ko baante hue hai. niraksharata desh ke lie sabase b da abhishap hai. isake lie sanyukt prayasoan ki a...

तिलका मांझी की मृत्यु कब हुई थी?

Explanation : तिलका मांझी की मृत्यु 1785 में हुई थी। अंग्रेजों की अनीतिकारी शोषण व्यवस्था और 'फूट डालो, राज करो' के खिलाफ तिलका मांझी ने लोगों को संगठित किया। उनकी लोकप्रियता ने अंग्रेज अधिकारियों को चिंतित कर दिया। एक दिन मौका देखकर तिलका मांझी ने क्लीवलैंड को अपने तीर का लक्ष्य बनाकर मार डाला। अंग्रेजों के लिए यह बड़ा आघात था। बड़े पैमाने पर तिलका मांझी और उनके साथियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की गई, लेकिन वे उनके हाथ नहीं आए। उनके छापामार हमलों से अंग्रेजों को बहुत हानि उठानी पड़ रही थी। अंतत: तिलका मांझी को पकड़ लिया गया और सन् 1785 में उन्हें भागलपुर में पेड़ से लटकाकर फाँसी दे दी गई। Explanation : बिरसा मुंडा का पूरा नाम बिरसा पुर्ती (मुंडा) है। इनके बचपन का नाम दाऊद मुंडा था। बिरसा मुंडा के माता का नाम करमी हटू और पिता का नाम सुगना मुंडा था। बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर, 1875 को हुआ, वे छोटा नागपुर पठार की मुंडा जनजाति से • देश का पहला पूर्ण सौर ऊर्जा संचालित जिला न्यायालय हैं? Explanation : झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) है। वह झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन के पुत्र हैं। हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई, 2013 से 23 सितंबर, 2014 तक राज्य के नौवें मुख्यमंत्री रहे। इनका जन्म 10 अगस • किस आदिवासियों में विधवा पुनर्विवाह को मैयारी कहते है? Explanation : पालकोट की गुफाएं गुमला में स्थित है। यहां आदिवासियों की आबादी अधिक है। गोबरसिली पालकोट में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह राजा बाली और सुग्रीव की राजधानी थी। इसके अलावा पालकोट अभयारण्य रांची से लगभग 120 किलोमीटर दूरी पर है। • झारखंड में किसे मंदिरों का नगर के रूप में जाना जाता है?

चंद्रशेखर आजाद की मृत्यु कब और कहां हुई?

Explanation : चंद्रशेखर आजाद की मृत्यु 27 फरवरी, 1931 को आजाद अल्फ्रेड पार्क, इलाहाबाद में हुई थी। काकोरी रेलवे स्टेशन के पास 9 अगस्त, 1925 को सरकारी खजाने का लूटने की की घटना में आजाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इनके अधिकांश साथी पकड़े गए। कुछ को फांसी हुई, लेकिन आजाद, आजाद रहे। साइमन कमीशन के विरोध में सन् 1928 में हुए प्रदर्शन में पुलिस की मार से लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इनकी मृत्यु का बदला लेने के लिए आजाद, भगत सिंह, तथा राजगुरु ने पुलिस अधिकारी सांडर्स की हत्या कर दी। उन्हें अंग्रेज पुलिस कभी पकड़ न सकी। 27 फरवरी, सन् 1931 को आजाद अल्फ्रेड पार्क, इलाहाबाद में अपने क्रांतिकारी साथियों के साथ मंत्रणा कर रहे थे तभी किसी गद्दार ने उनके वहां होने की सूचना अंग्रेजी शासन को दे दी। पूरा पार्क पुलिस द्वारा घेर लिया गया। चारों तरफ से गोलियां चल रही थीं। आजाद भी जवाब में गोली दाग रहे थे। उन्होंने अपने साथियों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया तथा अकेले मोर्चे पर डठे रहे। जब आजाद के पास एक ही गोली बची तो उन्होंने स्वयं ही अपनी कनपटी पर माल ली। घेरों पुलिस उनके खौफ से उनके पास नहीं आई। आजाद ने पहले ही प्रतिज्ञा की थी कि कभी भी वे जीवित शासन के हाथ नहीं आएंगे। उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की। Tags :