Chhath puja kab hai 2023

  1. Chhath Puja 2023 Date When Kartik Maas Significance Of This Fast Mothers Nahay Khaye
  2. Chhath Puja 2023 Date Diwali Chhath Puja Kab Hai Kharna Nahay Khay Shubh Muhurat Bihar UP
  3. Chhath Puja 2023, 2024 and 2025
  4. chaiti chhath puja 2023 date from march 25 nahay khay kharana arghya date time paran puja vidhi samagri muhurat importance tvi
  5. चैती छठ पूजा 2023 कब है
  6. chaiti chhath puja 2023 from 25 march know nahay khay exact date of kharna and time of arghya bml
  7. Chaiti Chhath Puja 2023: चैती छठ कब है? जानें नहाय खाय, खरना और अर्घ्य का समय


Download: Chhath puja kab hai 2023
Size: 47.58 MB

Chhath Puja 2023 Date When Kartik Maas Significance Of This Fast Mothers Nahay Khaye

Chhath Puja 2023 Date: भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है छठ पूजा का पर्व. ये त्योहार केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में रह रहें भारतीय भी मनाते हैं. इस त्योहार का बड़ महत्व है. भारत में ये त्योहार बिहार में रहने वालों के लिए खास महत्व रखता है. इस साल छठ पूजा 17 नंवबर, शुक्रवार के दिन शुरु होगी जो 20 नवंबर को उषा अर्घ के साथ समाप्त होगी. छठ पूजा का दिन छठ पूजा का दिन छठ पूजा अनुष्ठान शुक्रवार 17 नंवबर 2023 नहाय खाय शनिवार 18 नंवबर 2023 खरना रविवार 19 नंवबर 2023 संध्या अर्घ सोमवार 20 नंवबर 2023 सूर्योदय/ उषा अर्घ छठ पूजा की विधि • छठ पूजा से दो दिन पहले चतुर्थी के दिन स्नान करने के बाद भोजन किया जाता है. • पंचमी के दिन व्रत रखने के बाद संध्या के समय नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ दिया जाता है. • इसके बाद व्रत का पारण किया जाता है. • पूरे दिन बिना जल पिए, खाए नदी में स्नान करके सूर्यदेव को अर्घ दिया जाता है. छठ पूजा महत्व (Chhath Puja significance) छठ पूजा में छठी मय्या की उपासना करने का विधान है. भगवान सूर्य को अर्घ देने का विधान है. इस माहपर्व पर बिना खाए पिए माताएं 36 घंटे तक निर्जाला व्रत रखती हैं. निर्जला व्रत रखकर नियमों का पालन करते हुए विधि विधान से इनकी आराधना करता है उन्हें संतान सुख, बच्चे को बेहतर स्वास्थ, सूर्य के समान तेज, बल प्राप्त होता है.

Chhath Puja 2023 Date Diwali Chhath Puja Kab Hai Kharna Nahay Khay Shubh Muhurat Bihar UP

Chhath 2023 Date: दिपावली के छह दिन बाद आस्था का महापर्व छठ मनाया जाता है. वैसे तो छठ का त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाते हैं लेकिन बिहार, झारखंड, बंगाल, यूपी में इसकी छटा कुछ अलग ही होती है. छठ का महापर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, ये सूर्य भगवान और षष्ठी माता को समर्पित है. छठ पूजा में संतान के स्वास्थ्य, सफलता और दीर्घायु के लिए महिलाएं और पुरुष 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं. आइए जानते हैं साल 2023 में छठ का महापर्व कब है, नहाय खाय और खरना की तारीख, कब दिया जाएगा डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य. छठ 2023 डेट (Chhath 2023 Date) नए साल में छठ का त्योहार 17 नवंबर 2023 से 20 नवंबर 2023 तक मनाया जाएगा. छठ का पर्व चार दिन तक चलता है. नहाय खाय से इसकी शुरुआत होती है, फिर दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उगते सूर्य को जल चढ़ाया जाता है. छठ पूजा 19 नवंबर 2023 को है. छठ 2023 कैलेंडर (Chhath 2023 Calendar) • नहाय खायए - 17 नवंबर 2023 • खरना - 18 नवंबर 2023 • अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य - 19 नवंबर 2023 • उदयीमान सूर्य को अर्घ्य - 20 नवंबर 2023 छठ पूजा महत्व (Chhath Puja significance) छठ पूजा में भगवान सूर्य और छठी मय्या की उपासना करने का विधान है. मान्यता है जो इस महापर्व में 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर नियमों का पालन करते हुए विधि विधान से इनकी आराधना करता है उन्हें संतान सुख, बच्चे को बेहतर स्वास्थ, सूर्य के समान तेज, बल प्राप्त होता है. षष्ठी देवी की कृपा से बच्चों पर आने वाले हर संकट का नाश होता है. कहते हैं इस पर्व को सबसे पहले सूर्यपुत्र कर्ण ने सूर्य की पूजा करके शुरू किया था. मान्यताओं के अनुसार वह घंटों पानी में र...

Chhath Puja 2023, 2024 and 2025

Year Date Day Holiday States 2023 19 Nov Sun Chhath Puja BR, CG, JH & WB 20 Nov Mon Chhath Puja Holiday BR 2024 7 Nov Thu Chhath Puja AS, BR, CG & JH 2025 27 Oct Mon Chhath Puja BR, CG, DD, DN & JH 28 Oct Tue Chhath Puja Holiday BR 2026 15 Nov Sun Chhath Puja BR, CG, DD, DN & JH 16 Nov Mon Chhath Puja Holiday BR Please scroll down to end of page for previous years' dates. The Chhath Puja festival runs for four days straight. It is a day dedicated to the worship of the sun god, a time when devotees pray to him, thank him for life on earth, and ask him for health and wealth for themselves and their families. Many also bathe in the Ganges River, the waters of which are considered holy. Some devotees also fast from food and water during Chhath Puja, mimicking the legend of the fast of Rama and Sita to honour the sun god, as recorded in the Ramayana. And the Mahabharata tells another legend of Karna, said to be the offspring of the sun god, praying to the sun god while standing in water, which helps explain the holy dip in the Ganges tradition. Previous Years Year Date Day Holiday States 2022 30 Oct Sun Chhath Puja BR, CG, DD, DN & JH 31 Oct Mon Chhath Puja Holiday BR 2021 10 Nov Wed Chhath Puja BR, CG, DD, DN & JH 11 Nov Thu Chhath Puja Holiday BR 2020 20 Nov Fri Chhath Puja AS, BR, CG, DD, DN & JH 21 Nov Sat Chhath Puja Holiday BR 2019 2 Nov Sat Chhath Puja BR & JH 3 Nov Sun Chhath Puja Holiday BR 2018 13 Nov Tue Chhath Puja BR & JH 14 Nov Wed Chhath Puja Holiday BR 2017 26 O...

chaiti chhath puja 2023 date from march 25 nahay khay kharana arghya date time paran puja vidhi samagri muhurat importance tvi

Chaiti Chhath Puja 2023: चैती छठ संध्या अर्घ्य से लेकर पारण तक पूरी डिटेल यहां पढ़ें चैती छठ व्रत रखने से भक्त को सैकड़ों गुना यज्ञों का फल प्राप्त होता है. लोग केवल संतान ही नहीं बल्कि घर-परिवार में सुख-समृद्धि और धन लाने के लिए भी यह व्रत रखते हैं. जानें इस बार चैती छठ पूजा कब से शुरू है नहाय खाय, खरना की तारीख, छठ संध्या अर्घ्य और छठ सुबह के अर्घ्य की तारीख, समय, नियम और महत्व. Chaiti Chhath Puja 2023 Date: चैती छठ पर्व की शुरुआत 25 मार्च से हो रही है. छठ को महापर्व की संज्ञा दी जाती है. कहते हैं कि यह आस्था और श्रद्धा का सबसे खास त्योहार है. इसलिए इसके प्रति लोगों में बहुत अधिक विश्वास है. दुनियाभर में प्रवासी बिहारी अपने-अपने क्षेत्रों के नजदीकी घाटों पर जाकर भावों सहित छठ पूजा का त्योहार मनाते हैं. छठ महापर्व पर उगते सूर्य और ढलते सूर्य दोनों का अर्घ्य दिया जाता है. जानें इस बार चैती छठ 2023 कब से शुरू है. नहाय खाय, करना कब है? छठ घाट पर जाकर ठलते सूर्य और उगते सूर्य को अर्घ्य देन की तारीख और समय क्या है. डिटेल जानें. चैत्र शुक्ल चतुर्थी 25 मार्च यानी शनिवार को नहाय-खाय के साथ चैती छठ महापर्व शुरू हो रहा है. इस दिन पवित्र नदी तालाब या नहाने के पानी में गंगा जल डाल कर स्नान करने के बाद व्रती व्रत का संकल्प लेकर, कद्दू भात ग्रहण करेंगे. रविवार 26 मार्च को कृतिका नक्षत्र व प्रीति योग में व्रती पूरे दिन उपवास कर संध्याकाल खरना की पूजा करेंगे जिसमें खीर का प्रसाद बना कर पूजा कर ग्रहण करेंगे. वहीं चैत्र शुक्ल षष्ठी 27 मार्च यानी सोमवार को पूरे दिन निर्जला रह कर रोहिणी नक्षत्र के साथ आयुष्मान योग में सूर्यदेव को सायंकालीन अर्घ्य दिया जायेगा. प्रातःकालीन अर्घ्य 28 मार्च को च...

चैती छठ पूजा 2023 कब है

Chaiti Chhath Puja 2023 Mein Kab Hai : पूर्वांचल और उत्तरवासियों का प्रमुख त्योहार इस वर्ष 27 मार्च 2023, सोमवार को नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत होगी.अक्सर पहले पुत्र की प्राप्ति के बाद महिलाएं व्रत को उठाती है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक छठी मैय्या को सूर्य देवता की बहन कहा जाता है. मान्यता है कि छठ पर्व में सूर्योपासना करनने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और यह परिवार में सुख शांति धन धान्य से संपन्न करती है. लेख के जरिए जानते हैं चैती छठ पूजा 2023 कब है | Chaiti Chhath puja 2023 date | 2023 Chaiti Chhath puja kab hai, नहाय खाय पूजा की शुरुआत. इस साल यानी की 2023 में चैती छठ पूजा 25 मार्च 2023 को नहाय खाय से शुरू होगी और 28 मार्च 2023 को प्रातः कालीन अर्घ्य और पारण के साथ समाप्त होगी. 25 मार्च 2023 – शनिवार नहाय खाय 26 मार्च 2023 – रविवार खरना 27 मार्च 2023 – सोमवार संध्या अर्घ्य 28 मार्च 2023 – मंगलवार सूर्योदय अर्घ्य, पारण चैती छठ पूजा 2023 कब है | Chaiti Chhath puja 2023 date | 2023 Chaiti Chhath puja kab hai • 25 मार्च 2023, शनिवार – नहाय-खाय • 26 मार्च 2023, रविवार – खरना • 27 मार्च 2023 , सोमवार – डूबते सूर्य का अर्घ्य • 28 मार्च 2023, मंगलवार – उगते सूर्य का अर्घ्य अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त – Chhath Puja Muhurat • सूर्यास्त का समय (संध्या अर्घ्य): – 27 मार्च, 05:30 PM • सूर्योदय का समय (उषा अर्घ्य) – 28 मार्च, 06:40 AM जानें कब मनाया जाता है छठ पूजा का पर्व सूर्य की उपासना का पर्व साल में दो बार मनाया जाता है. चैत्र शुक्ल षष्ठी व कार्तिक शुक्ल षष्ठी इन दो तिथियों को यह पर्व मनाया जाता है. हालांकि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाये जाने वाला छठ पर्व मुख्य माना जाता ह...

chaiti chhath puja 2023 from 25 march know nahay khay exact date of kharna and time of arghya bml

Chaiti Chhath Puja 2023: छठ महापर्व का त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, एक चैत्र माह और दूसरा कार्तिक मास में चैती छठ पूजा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के साथ देश के कई हिस्सों में मनाया जाता है. इस साल यानी की 2023 में चैती छठ पूजा 25 मार्च 2023 को नहाय खाय से शुरू होगी और 28 मार्च 2023 को प्रातः कालीन अर्घ्य और पारण के साथ समाप्त होगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संतान की कामना और घर-परिवार के सदस्यों के अच्छे स्वास्थ्य, सुख, खुशहाली की कामना करने वाली महिलाओं के लिए यह व्रत उत्तम माना गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, छठी मैय्या को भगवान सूर्य की बहन माना जाता है. मान्यता है कि छठ महापर्व में छठी मैय्या व भगवान सूर्य की पूजा करने से छठी मैय्या अत्यंत प्रसन्न होती हैं. इस व्रत के पुण्य के प्रभाव से घर में सुख-शांति व खुशहाली आती है.

Chaiti Chhath Puja 2023: चैती छठ कब है? जानें नहाय खाय, खरना और अर्घ्य का समय

परमजीत कुमार देवघर. लोक आस्था का महापर्व चैती छठ की शुरुआत नहाय खाये के साथ 25 मार्च से शुरू हो रहा है. साल भर में 2 बार छठ मनाया जाता है. मार्च या अप्रैल के महीने में चैती छठ और दूसरा कार्तिक मास अक्टूबर या नवंबर में मनाया जाता है. देश के कई हिस्सों में इस पर्व को बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. खासकर बिहार, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश में इस लोक आस्था के महापर्व को बड़े ही आस्था के साथ मनाते हैं. देवघर स्थित बैद्यनाथ मंदिर के प्रसिद्ध तीर्थपुरोहित श्रीनाथ पंडित ने न्यूज़ 18 लोकल से बताया कि 25 मार्च को भरणी नक्षत्र में नहाय-खाय के साथ चैती छठ महापर्व शुरू होगा. उस दिन व्रती गंगा स्नान कर अरवा चावल, चना दाल, कद्दू की सब्जी, आंवले की चाशनी आदि ग्रहण कर चार दिवसीय इस महापर्व का संकल्प लेंगे. 26 मार्च रविवार को कृत्तिका नक्षत्र और प्रीति योग में व्रती पूरे दिन उपवास कर संध्या काल में खरना की पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण करेंगे. इसी के साथ व्रतियों का 36 घंटे निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा. सूर्य अर्ध्य अर्पित करने का शुभ मुहूर्त: उन्होंने बताया कि 27 मार्च को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा और 28 मार्य को उदयमान सूर्य को अर्ध्य अर्पित कर पारण किया जाएगा. 27 मार्च को शाम के अर्ध्य के लिए 5.30 बजे व 28 मार्च को सुबह के अर्ध्य के लिए 5.55 बजे का मुहूर्त शुभ है. चैती छठ का महत्व: तीर्थ पुरोहित श्रीनाथ पंडित बताते है कि चैती छठ सबसे प्राचीनतम छठ पर्व है. इस महीने में होने वाली नवरात्र पूजा भी सबसे प्राचीनतम है. चैती छठ की अपनी महत्वता है. इसे करने से शरीर के सारे कष्ट का निवारण होता है. साथ ही जितनी भी पारिवारिक उलझन है वो दूर होंगे. . Tags: , , , , CNN name, logo and all associated element...