Chicken pox ke lakshan in hindi

  1. Chickenpox treatment : छोटी माता (चिकन पॉक्स) के लक्षण, बचाव और परहेज
  2. बच्चों में चिकन पॉक्स (चेचक) के लक्षण, निदान और इलाज
  3. चिकनपॉक्स (Chickenpox), कारण, जोखिम कारक, उपचार, लक्षण और बचाव के टिप्स
  4. Chicken Pox in Hindi
  5. चिकन पॉक्स के लक्षण : Chickenpox Ke Lakshan In Hindi
  6. चिकन पॉक्स में क्या खाएं, क्या न खाएं और परहेज


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Chickenpox treatment : छोटी माता (चिकन पॉक्स) के लक्षण, बचाव और परहेज

Chickenpox treatment : छोटी माता (चिकन पॉक्स) के लक्षण, बचाव और परहेज छोटी माता यानि चिकन पॉक्स (Chicken pox) आमतौर पर छोटे बच्चों और वयस्कों में होने वाली बीमारी है. चिकन पॉक्स (Chicken pox causes) वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस के कारण फैलता है. यह वायरस काफी संक्रामक होने के कारण बहुत तेजी से एक से दूसरे शरीर को अपनी गिरफ्त में लेता है. छोटी माता यानि चिकन पॉक्स (Chicken pox) आमतौर पर छोटे बच्चों और वयस्कों में होने वाली बीमारी है. चिकन पॉक्स (Chicken pox causes) वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस के कारण फैलता है. यह वायरस काफी संक्रामक होने के कारण बहुत तेजी से एक से दूसरे शरीर को अपनी गिरफ्त में लेता है. जिन लोगों कि रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, अक्सर वे इस बीमारी की चपेट में जल्दी ही आते हैं. चिकन पॉक्स (Chicken pox symptoms) होने पर शरीर में खुजली वाले छाले या फफोले पड़ जाते हैं. इससे पीड़ित व्यक्ति को ठीक होने में 2 हफ्ते का समय लग जाता है. चिकन पॉक्स (छोटी माता) के लक्षण (Chicken pox symptoms) चिकन पॉक्स (छोटी माता) को पहचानने के लिए आपको उसके (choti mata ke lakshan) लक्षण (choti mata nikalne ke lakshan) की जानकारी होनी चाहिए. छोटी माता के लक्षण (Chicken pox symptoms) निम्न हैं. – भूख में कमी होना. – बुखार चढ़ना. – सिरदर्द होना. – थकान और अस्वस्थ महसूस होना. – शरीर पर छोटे-छोटे लाल रंग के दाने होना. – चक्कर आना और भटकाव महसूस होना. – दिल की धड़कन तेज होना और सांस लेने में तकलीफ होना. – गर्दन में कठोरता महसूस होना. चिकन पॉक्स (छोटी माता) होने के कारण (Chicken pox causes) चिकन पॉक्स होने की मुख्य वजह (mata kyu nikalti hai) है वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस से फैलने वाला संक्रमण. ये वायरस पीड़ि...

बच्चों में चिकन पॉक्स (चेचक) के लक्षण, निदान और इलाज

image: Shutterstock चिकन पॉक्स ऐसी बीमारी है, जिससे हर माता-पिता घबराते हैं। बच्चे की त्वचा पर छोटा-सा दाना नजर आते ही उनकी चिंंता बढ़ जाती है। ऐसा होना स्वाभाविक भी है। आखिर, यह बीमारी है ही ऐसी। साथ ही बीमारी को लेकर सभी के मन में कई तरह की शंकाएं भी रहती हैं। यही कारण है कि मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल में इसी मुद्दे पर बात कर रहे हैं। इस लेख का मुख्य उद्देश्य हर माता-पिता को चिकन पॉक्स की रोकथाम और इस समस्या से जुड़ी अन्य जानकारियां देना है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम माता-पिता को ज्यादा से ज्यादा तथ्यों के साथ चिकन पॉक्स से संबंधित सभी जानकारी देकर उन्हें जागरूक करें, ताकि यह संक्रमण उनके बच्चों के आसपास नजर तक न आए। सबसे पहले हम चिकन पॉक्स के बारे में जान लेते हैं कि आखिर यह बीमारी है क्या। • • • • • • • • • • • चिकन पॉक्स क्या है? क्या यह संक्रामक है? | Bachhon Mein Chicken Pox In Hindi यह वेरिसेला-जोस्टर वायरस (varicella-zoster virus) के कारण होने वाली संक्रामक बीमारी है। यह बच्चों को होना सामान्य है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से हो जाती है। इसमें पूरे शरीर पर बड़े-बड़े लाल चकत्ते हो जाते हैं। फिर धीरे-धीरे ये फफोले पूरे शरीर में हो जाते हैं और बड़े होकर कुछ समय बाद अपने आप फूट या पिचक जाते हैं अब जानते हैं कि चिकन पॉक्स होना कितना सामान्य है और ज्यादातर किस उम्र के बच्चे इसकी चपेट में आते हैं। शिशुओं में चिकन पॉक्स कितना आम है और यह किस उम्र में होता है? चिकन पॉक्स बड़ों और बच्चों किसी को भी हो सकता है, लेकिन इसके ज्यादातर मामले 5 से 10 साल तक के उम्र के बच्चों में होते हैं साल 5-9 साल 10-14 साल 15-19 साल 1995 103.1 19.4 12.3 2000 16.9 7.2 1.2 2003 6.3 3.9 1 ...

चिकनपॉक्स (Chickenpox), कारण, जोखिम कारक, उपचार, लक्षण और बचाव के टिप्स

• • • • चिकनपॉक्स (Chickenpox), जिसे आप और हममें से ज्यादातर लोग 'माता' के नाम से जानते हैं एक बेहद ही तेजी से फैलने वाला वायरल संक्रमण है, जिससे न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर के लोग परेशान होते हैं। हम में से ज्यादा लोग इस बात को नहीं जानते होंगे कि चिकनपॉक्स हवा में फैलने वाला रोग है, जिसकी वजह से पूरे शरीर में खुजली और लाल-लाल धब्बे हो जाते हैं। आमतौर पर बच्चों पर चिकनपॉक्स का हमला हल्का पाया जाता है लेकिन व्यस्कों की इम्यूनिटी कमजोर होती उनमें इस रोग का प्रभाव काफी गंभीर हो सकता है। हालांकि एक बात राहत की ये है कि एक बार जिस व्यक्ति को चिकनपॉक्स हो जाते हैं उसका इम्यून सिस्टम उस वायरस के प्रति सचेत हो जाता है और जीवन में कभी उसे दोबारा चिकनपॉक्स नहीं होते हैं। ये घातक वायरस कुछ स्थितियों में रीढ़ की हड्डी के नर्व टिश्यू में बस जाता है और आगे चलतर फिर से सक्रिय हो जाता, जो दाद जैसी दर्दनाक स्किन एलर्जी का कारण बन सकता है। आपने गौर किया होगा कि अधिकांश लोग बिना इलाज के ही चिकनपॉक्स से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं लेकिन गंभीर मामलों में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है। बता दें कि 1990 के मध्य तक चिकनपॉक्स एक आम संक्रमण हुआ करता था लेकिन वैरिकाला वैक्सीन (varicella vaccine) के आ जाने से इस तरह के मामलों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली। चिकनपॉक्स के खिलाफ वैक्सीनेशन एक सबसे अच्छा निवारक उपाय है। Also Read • • चिकनपॉक्स के लक्षण चिकनपॉक्स के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 10 से 21 दिन बाद शरीर पर दिखाई देने लगते हैं। इसमें शुरुआत आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, भूख न लगना और थकान जैसे लक्षणों से शुरू होती है। चिकनपॉक्स के शुरुआती लक्षणों के दिखाई देने के 1 या 2 ...

Chicken Pox in Hindi

Table of Contents • • • • • • • • चिकन पाॅक्स क्या है? – Chicken Pox kya Hai चिकनपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो वैरिकाला-जोस्टर वायरस के कारण होता है। यह मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन कभी-कभी ये वयस्क लोगों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। चिकनपॉक्स का लक्षण संकेत लाल फफोले के साथ बहुत खुजली वाली त्वचा के लाल चकत्ते हैं। कई दिनों के दौरान, छाले फट जाते हैं और रिसने लगते हैं। आखिर में सही इलाज से ये खत्म हो जाते हैं, मगर कुछ मामलों में इनके निशान त्वचा पर ताउम्र भी बने रहते हैं। चिकनपॉक्स का टीका चिकनपॉक्स और इसकी संभावित जटिलताओं को रोकने का एक सुरक्षित, प्रभावी तरीका है। चिकनपॉक्स उन लोगों के लिए अत्यधिक संक्रामक है जिन्हें यह बीमारी नहीं हुई है या इसके खिलाफ टीका नहीं लगाया गया है। इसके लिए, जो वैक्सीन उपलब्ध है, वो बच्चों को चेचक से बचाती है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा नियमित टीकाकरण की सलाह दी जाती है। चिकन पाॅक्स होने के कारण – Chicken Pox Kyu hota Hai चिकनपॉक्स का संक्रमण वैरीसेला-जोस्टर वायरस के कारण होता है। यह दाने के सीधे संपर्क में आने से फैल सकता है। यह तब भी फैल सकता है जब चिकनपॉक्स वाला व्यक्ति खांसता या छींकता है और आप हवा की बूंदों को अंदर लेते हैं। यदि आपको पहले से चिकनपॉक्स नहीं हुआ है या फिर अगर आपके पास चिकनपॉक्स का टीका नहीं है, तो चिकनपॉक्स का कारण बनने वाले वैरिकाला-ज़ोस्टर वायरस से संक्रमित होने का आपका जोखिम अधिक है। चाइल्ड केयर या फिर स्कूल सेटिंग में काम करने वाले लोगों के लिए टीकाकरण करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। ज्यादातर लोग जिन्हें चिकनपॉक्स हुआ है या जिन्हें चिकनपॉक्स का टीका लगाया गया है, वे चिकनपॉक्स से इ...

चिकन पॉक्स के लक्षण : Chickenpox Ke Lakshan In Hindi

चिकनपॉक्स जिसे आमभाषा में लोग छोटी माता के नाम से भी जानते हैं, यह वास्तव में एक बेहद ही संक्रामक बीमारी है। चिकनपॉक्स का संक्रमण होने पर पूरे शरीर में फुंसियों जैसी चक्तियां होती हैं और इससे पूरे शरीर में काफी खुजली होती है। चिकनपॉक्स (Chickenpox) वायरस के संपर्क में आने के 10 से 21 दिन बाद शरीर पर दिखाई देने लगते हैं। इसकी शुरुआत आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, भूख न लगना और थकान जैसे लक्षणों से शुरू होती है। चिकन पॉक्स के लक्षण - Chickenpox Ke Lakshan In Hindi 1 . चकत्तों में दर्द, सूजन या मवाद से भरे फफोले बन जाना। 2 . तेज सिरदर्द या फिर भ्रम की स्थिति रहना। 3 . बार-बार नींद आना। 4 . नहाने और दवा लेने के बाद भी खुजली रहना। 5 . जोड़ो में दर्द होना 6 . पीठ में दर्द 7 . हल्की खांसी 8 . इसके अन्य लक्षणों में मांसपेशियों में खिंचाव या दर्द, सिरदर्द, चक्कर आना और उल्टी की इच्छा हो सकती है। अगर यह लक्षण नजर आते है तो सबसे पहले अपना ब्लड टेस्ट करवाएं और उचित उपचार करें। अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

चिकन पॉक्स में क्या खाएं, क्या न खाएं और परहेज

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