छोटा तिब्बत किसे कहते हैं

  1. संज्ञा, उसके भेद एवं उदाहरण और 70+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
  2. भारत का भूगोल
  3. किन्नर के जननांग या गुप्तांग दिखने में कैसे होते हैं? किन्नर किसे कहते है प्राइवेट पार्ट फोटो जानकारी
  4. तिब्बत
  5. विश्व के प्रमुख पठार
  6. छोटा विलायत कहलाने वाले गर्ब्यांग गांव के लोग कहते हैं, पहले हम खच्चरों पर सामान लाते थे, अब ट्रकों से जा सकेगा
  7. Vilom Shabd in Hindi : विलोम शब्द की परिभाषा, विरुद्धार्थी शब्द के भेद
  8. विदेशज शब्द की परिभाषा, नियम और उदाहरण


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संज्ञा, उसके भेद एवं उदाहरण और 70+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

हमारे आस पास की ज्यादातर चीज़े संज्ञा है। फिर चाहे वो किसी व्यक्ति का नाम हो, वस्तु हों या मानवीय भाव हों। Sangya या noun in Hindi से संबंधित संपूर्ण जानकारी, संज्ञा के कितने भेद होते हैं तथा 70+ महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव प्रश्न इस ब्लॉग में दिए गए हैं, जो संज्ञा से संबंधित आपका ज्ञान बढ़ाने में आपकी सहायता करेंगे। यह भी पढ़ें : पर्यायवाची शब्द संज्ञा वाक्य के 10 उदाहरण • राम एक बुद्धिमान बालक है। • यह किताब उसकी है। • पीतल के बर्तन में खाना बनाओ। • मैं उस से प्रेम करता हूं। • टेबल पर अंगूर का गुच्छा पड़ा है। • राम और श्याम अच्छे मित्र हैं। • उसने सोने की अंगूठी पहन रखी है। • जयपुर राजस्थान की राजधानी है। • मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। • राधा एक सुंदर लड़की है। संज्ञा के कितने भेद होते हैं? संज्ञा के पांच भेद होते हैं • व्यक्तिवाचक (Proper noun) • जातिवाचक (Common noun) • भाववाचक (Abstract noun) • समूहवाचक (Collective noun) • द्रव्यवाचक (Material noun) 1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun in Hindi) जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति , वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। • व्यक्ति का नाम: संध्या, धर्मेश, सुरेश, सचिन आदि। • वस्तु का नाम: गीता, रामायण, कार, घर आदि। • स्थान का नाम: कच्छ, गुजरात, मुंबई, दिल्ली आदि। • दिशाओं के नाम: उत्तर, पश्चिम, पूर्व, दक्षिण • नदियों के नाम: गंगा, जमुना, सरस्वती,कावेरी , नर्मदा आदि। व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण • विकासफुटबॉल खेलता है। • राममेरा दोस्त है। • प्रेमचंदएक उपन्यासकार हैं। • रोनाल्डोफुटबॉल के महान खिलाड़ी हैं। • महेंद्र सिंह धोनी इतिहास के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। 2) जातिवाचक संज्ञा (Common Noun in Hindi) जिस शब्...

भारत का भूगोल

भारत महाद्वीप एशिया अञ्चल दक्षिण एशिया भारतीय उपमहाद्वीप स्थिति 21°N 78°E / 21°N 78°E / 21; 78 क्षेत्रफल 32,87,263km² (12,69,219.3sqmi) 90.44% स्थलभाग 9.56% जलभाग सीमान्त 15,200कि॰मी॰ (9,400मील) 106कि॰मी॰ (66मील) 4,096.70कि॰मी॰ (2,545.57मील) 4,096.70कि॰मी॰ (2,545.57मील) 3,488कि॰मी॰ (2,167मील) 3,323कि॰मी॰ (2,065मील) 1,751कि॰मी॰ (1,088मील) 1,643कि॰मी॰ (1,021मील) 699कि॰मी॰ (434मील) सर्वोच्च बिन्दु 8,611मी॰ (28,251.3फीट) सर्वनिम्न बिन्दु −2.2मी॰ (−7.2फीट) सबसे लम्बी नदी [ सबसे बड़ी झील भारत का भूगोल या भारत का भौगोलिक स्वरूप से आशय भारत की भौगोलिक संरचना में लगभग सभी प्रकार के अनुक्रम • 1 अवस्थिति एवं विस्तार • 2 प्रशासनिक इकाइयाँ • 3 भूगर्भशास्त्रीय पहलू • 4 भारत के भौतिक प्रदेश • 4.1 हिमालय का पर्वतीय भाग • 4.2 सिन्धु-गंगा मैदान • 4.3 प्रायद्वीपीय पठारी भाग • 4.4 समुद्रतटीय मैदान • 4.5 द्वीपीय भाग • 5 जलवायु • 5.1 ऋतुएँ • 6 जल संसाधन • 6.1 जल उपलब्धता • 6.2 जल संकट • 7 प्रमुख नगर • 8 इन्हें भी देंखे • 9 सन्दर्भ अवस्थिति एवं विस्तार [ ] भारत की निरपेक्ष अवस्थिति 8° 4' उ. से 37° 6' उ. अक्षांश तक और 68° 7' पू. से 97° 25' पू. देशान्तर के मध्य है। इसकी उत्तर से दक्षिण लम्बाई 3214 किमी और पूर्व से पश्चिम चौड़ाई 2933 किमी है। इसकी स्थलीय सीमा की लम्बाई 15200 किमी तथा समुद्र तट की लम्बाई 7517 किमी है। कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी है। मुख्य लेख: वर्तमान में भारत 28 राज्यों तथा 8 केन्द्रशासित प्रदेशों में बँटा हुआ है। राज्यों की चुनी हुई स्वतंत्र सरकारें हैं, जबकि केन्द्रशासित प्रदेशों पर केन्द्र द्वारा नियुक्त प्रबंधन शासन करता है, हालाँकि पॉण्डिचेरी और दिल्ली की लोकतांत्रिक सरक...

किन्नर के जननांग या गुप्तांग दिखने में कैसे होते हैं? किन्नर किसे कहते है प्राइवेट पार्ट फोटो जानकारी

किन्नर किसे कहते है: मैं देखता हूँ की लोगों के बीच में किन्नर के जननांग के विषय में बड़ी जिज्ञासा होती है | गूगल पर भी लोग इस विषय में खूब सर्च करते हैं परन्तु उन्हें इस विषय पर बहुत सही जानकारी उपलब्ध नहीं है; तो आइये आप को जानकारी देते हैं की वास्तव में किन्नर के जननांग या अंग दिखने में कैसे होते हैं ? किन्नरों के बारे में जानकारी: किन्नरो को तीन प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है। पहला – महिला किन्नर: महिला जैसे किन्नर जिनका स्तन बहुत छोटा-छोटा होता है, मूत्र त्याग करने के लिए योनि के स्थान एक गोल छेद होता है, इसे दाढ़ी-मूंछ नहीं होती है, साधारणतः महिला किन्नर समाज के सामने खुलकर नहीं आती है और वो महिलाओ के बीच मे अपना जीवन व्यतीत कर लेती हैं| दूसरा- पुरुष किन्नर: पुरुष जैसे किन्नर जो जन्मजात होते है उसके पास अंडकोश नहीं होता है, मूत्र त्याग करने के छोटा लिंग होता है जिसमे तनाव पैदा नहीं होता है, इसे दाढ़ी मूंछ होती है, पुरुष किन्नर नारी के वेश में समाज मे खुलकर रहता है, पुरुष किन्नर जमात मे रहता है तथा नाच-गाकर अर्जन करता है। तीसरा- कृत्रिम किन्नर: किन्नर कृत्रिम भी बनते हैं जो जन्मजात नहीं होते हैं और विदेशों में होर्मोंस और सर्जरी से बनते हैं पर भारत में ऐसे किन्नर दूसरे के नन्हें नवजात शिशुओं को चुरा उसी अवस्था उसके अंडकोष को निष्क्रिय करवा के नपुंसक बनाने से होते है (जैसे सांड को बैल बनाना), इसे दाढ़ी मूंछ होती है तथा उसमे अंडकोश की थैली भी दिखाई देती है पर जनन नहीं कर सकते और वो पुरुष किन्नर के साथ ही रहता है। किन्नर प्राइवेट पार्ट फोटो आपने देखा होगा किन्नर भी वास्तव में दो तरह के होते हैं, एक जो पुरुषों की तरह देखता है और दूसरे जो स्त्रियों जैसे दीखते हैं | लेकिन उन...

तिब्बत

तिब्बत བོད་ཡུལ། तिब्बत स्वायत्त ध्वज सील निर्देशांक: 30°09′12″N 88°47′02″E / 30.1534°N 88.7839°E / 30.1534; 88.7839 30°09′12″N 88°47′02″E / 30.1534°N 88.7839°E / 30.1534; 88.7839 देश राजधानी 5 प्रीफेक्चर स्तर के शहर, 2 प्रान्त, 6 जिले, 68 काउंटी, 692 टाउनशिप क्षेत्रफल •कुल 1228400किमी 2 (4,74,300वर्गमील) अधिकतमऊँचाई ( 8,848मी (29,029फीट) जनसंख्या (2014) •कुल 31,80,000 •घनत्व 2.59किमी 2 (6.7वर्गमील) भाषाएँ •आधिकारिक मुख्य नगर धर्म वेबसाइट मुख्य लेख: मध्य एशिया की उच्च पर्वत श्रेणियों, कुनलुन एवं हिमालय के मध्य स्थित १६००० फुट की ऊँचाई पर स्थित इस राज्य का ऐतिहासिक वृतांत लगभग ७वी शताब्दी से मिलता है। ८वीं शताब्दी से ही यहाँ बौद्ध धर्म का प्रचार प्रांरभ हुआ। १०१३ ई॰ में • (१) पूर्वी भाग जिसमें वर्तमान चीन के • (२) पश्चिमी भाग जो बौद्ध धर्मानुयायी शासक सन् १९३३ ई॰ में १३वें दलाई लामा की मृत्यु के बाद से बाह्य तिब्बत भी धीरे-धीरे चीनी घेरे में आने लगा। चीनी भूमि पर लालित पालित १४वें दलाई लामा ने १९४० ई॰ में शासन भार सँभाला। १९५० ई॰ में जब ये सार्वभौम सत्ता में आए तो पंछेण लामा के चुनाव में दोनों देशों में शक्तिप्रदर्शन की नौबत तक आ गई एवं चीन को आक्रमण करने का बहाना मिल गया। १९५१ की संधि के अनुसार यह साम्यवादी चीन के प्रशासन में एक स्वतंत्र राज्य घोषित कर दिया गया। इसी समय से भूमिसुधार कानून एवं दलाई लामा के अधिकारों में हस्तक्षेप एवं कटौती होने के कारण असंतोष की आग सुलगने लगी जो क्रमश: १९५६ एवं १९५९ ई॰ में जोरों से भड़क उठी। परतुं बलप्रयोग द्वारा चीन ने इसे दबा दिया। अत्याचारों, हत्याओं आदि से किसी प्रकार बचकर दलाई लामा • Afrikaans • Alemannisch • አማርኛ • Aragonés • Ænglisc • ...

विश्व के प्रमुख पठार

विश्व के प्रमुख पठार – विश्व के प्रमुख पठार का अध्ययन इस अध्याय में करेंगे। धरातल के लगभग 33% भाग पर पठारों का विस्तार है। पठार खनिज – लवण जैसे लोहा, निकिल, एलमुनियम, बॉक्साइट, हीरा, अभ्रक आज का प्रमुख भंडार है। पठार किसे कहते हैं – धरती पर मिलने वाले द्वितीय श्रेणी के उच्चावच यानी स्थल रूपों में पठारो का महत्वपूर्ण स्थान है। धरातल के ऐसे भाग जो अपने आसपास की भूमि से काफी ऊंचा हो और उसका ऊपरी भाग सपाट एवं चौडा होता है, पठार कहलाता है। पठार के प्रकार – पठारो को उनकी स्थिति के आधार पर मुख्य रूप से 5 भागों में बांटा गया है । अंतर पर्वतीय पठार– ऐसे पठार जो दो पर्वतों के बीच स्थित होते हैं मंत्र पर्वतीय पधार कहलाते हैं। जैसे तिब्बत का पठार अंतर प्रति पठार का उदाहरण है। गिरीपद पठार – किसी पर्वत के ठीक नीचे या बगल में स्थित पठार गिरीपद पठार कहलाते हैं। इसे पर्वत पादीय पठार भी कहा जाता है। महाद्वीपीय पठार – जब किसी देश का अधिकतम भाग पठार होता है उसे महाद्वीपीय पठार कहा जाता है। तिब्बत का पठार, बोलीविया का पठार। ज्वालामुखीय पठार– ऐसे पठार जिनका निर्माण ज्वालामुखी से निकला लावा के जमने के कारण हुआ है। यह यहां पर काली मिट्टी या रेंगूर मिट्टी पाई जाती है। भारत में दक्कन का पठार। टेक्टोनिक पठार –जब दो टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से किसी समतल भूमि का निर्माण होता है। यह टेक्टोनिक पठार कहलाते हैं। जलवायु के आधार पर पत्थरों का वर्गीकरण – जलवायु के आधार पर मुख्य पठार निम्नलिखित है। • शुष्क पठार • आर्द्र पठार • हिम पठार जलीय पठार- नदियों द्वारा समुद्र में मिलने से पहले उनके द्वारा बहा कर लाए गए निक्षेप के जमाव के द्वारा उन पठारों का निर्माण होता है। चेरापूंजी का पठार शान का पठार हिमानी पठार...

छोटा विलायत कहलाने वाले गर्ब्यांग गांव के लोग कहते हैं, पहले हम खच्चरों पर सामान लाते थे, अब ट्रकों से जा सकेगा

यह गांव इतने दुर्गम क्षेत्र में बसा है कि यहां पहुंचने के लिए कठिन पहाड़ी पगडंडियों पर दो दिन पैदल चलना होता है। हालांकि, दुर्गम होने के बाद भी गर्ब्यांग कभी बेहद संपन्न हुआ करता था। इसे ‘छोटा विलायत’ और ‘मिनी यूरोप’ कहा जाता था। गांव में दो-तीन मंजिला मकान हुआ करते थे जिनके बाहर लगे लकड़ी के खम्बों और दरवाजों पर खूबसूरत नक्काशी हुआ करती थी। दरअसल, 1962 से पहले गर्ब्यांग गांव तिब्बत से होने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केंद्र हुआ करता था। यही इस गांव की संपन्नता का मुख्य कारण भी था। यूं तो व्यास घाटी के सभी गांव तिब्बत से होने वाले व्यापार में आगे थे, लेकिन सबसे बड़ा गांव होने के चलते गर्ब्यांग की संपन्नता सबसे अलग थी। इस गांव के रहने वाले नरेंद्र गर्ब्याल बताते हैं, ‘उस दौर में खेम्बू नाम के कोई व्यक्ति गांव में हुआ करते थे। बताते हैं कि वे अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए शिप (पानी का जहाज) खरीदने कलकत्ता गए थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो गांव सभ्यता से पूरी तरह कटा हुआ था, वहां का निवासी अगर सिर्फ़ तिब्बत से होने वाले व्यापार के दम पर शिप खरीदने की हैसियत रखता था तो यह व्यापार कितना व्यापक रहा होगा।’ गर्ब्यांग गांव के एक पुराने घर की खिड़कियों में की गई नक्काशी। धारचूला की इस व्यास घाटी में कुल 9 गांव पड़ते हैं। इनमें से 7 गांव भारत में हैं जबकि टिंकर और छांगरू नाम के दो गांव नेपाल में पड़ते हैं। ये सभी गांव मुख्य रुप से तिब्बत से होने वाले व्यापार पर ही निर्भर रहे हैं। इनके अलावा यहां की दारमा और चौदास घाटी में बसे गांव भी तिब्बत से होने वाले व्यापार में शामिल रहे हैं लेकिन उनकी भागीदारी व्यास घाटी के गांवों की तुलना में काफी कम रही है। चर्चित इतिहासकार शेखर पाठक ब...

Vilom Shabd in Hindi : विलोम शब्द की परिभाषा, विरुद्धार्थी शब्द के भेद

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विदेशज शब्द की परिभाषा, नियम और उदाहरण

इस पेज पर आप विदेशज शब्द की समस्त जानकारी पढ़ने पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए। पिछले पेज पर हमने चलिए आज हम विदेशज शब्द की परिभाषा, नियम और उदाहरण की जानकारी को पढ़ते और समझते हैं। विदेशज शब्द किसे कहते हैं ऐसे विदेशी हिंदी भाषा में प्रयोग किए जाते हैं, वह विदेशज शब्द कहलाते हैं। इन्हें विदेशी शब्द भी कहते हैं। जैसे :- कॉलेज, डॉक्टर, किस्मत, किनारा, स्टेशन इत्यादि। विदेशज शब्दों के उदाहरण फारसी भाषा से आए विदेशज शब्द गिरह, कमीना, पैमाना, किशमिश, नामर्द, गिरफ्तार, चाबुक, गुलाब, दंगल, आतिशबाजी, गवाह, खरगोश, दिल, दीवार, सितार, गरम, मोर्चा, दवा, चिराग, याद, गुल, चासनी, चेहरा, चुकी, दरबार, कमरबंद, दिलेर, नाव, वरना, यार, वापिस, जिगर, सरासर, राह, लेकिन, सितारा, जुर्माना, सरदार, देहात, खाल, तनख्वाह, खुश, खुद, तेज, तीर, तबाह, पलक, जागीर, नापसंद, जान, जिंदगी, जबर, जादू, पेशा, पलंग, बहरा, आफत, जोश, आवाज, अफसोस, आमदनी, सौदागर, आवारा, हफ्ता, आराम, हजार, आबरू, आईना, चश्मा, बेहूदा, किनारा, बीमार, पैदावार, बेरहम, मलीदा, मादा, शादी, माशा, सरकार, मलाई, उम्मीद, दुकान, दस्तूर, मुर्दा, मरहम, कुश्ती, मीना, मुफ्त, मुर्गा इत्यादि। तुर्की भाषा से आए विदेशज शब्द सुराग, तमगा, सौगात, मुगल, आका, कालीन, लफंगा, कैची, उर्दू, चेचक, लाश, चमचा, काबू, तोप, तलाश, बहादुर, कुली, बेगम इत्यादि। पुर्तगाली भाषा से आए विदेशी शब्द गोभी, ऑल पिन, इस्त्री, लबादा, तोलिया, गोदाम, बाल्टी, अलमारी, फीता, इस्पात, नीलाम, परात, तंबाकू, पादरी, आया, मेज, कमीज, साया, कनस्तर, पिस्तौल, कमरा, चाबी, काजू, गमला इत्यादि। अरबी भाषा से आए विदेशी शब्द कमल, उम्र, हाल, जनाब, मामूली, हुक्म, वकील, हक, माल, हद, हवालात, हिसाब, मदद, हैजा...