छोटे बच्चों के दांत निकलने की दवा

  1. छोटे बच्चों में टीदिंग (दांत निकलना) के लिए एसेंशियल ऑयल
  2. दो साल की उम्र में निकलते हैं बच्चों के दांत, जानिए किन उपायों से उन्हें दर्द से मिलेगी राहत
  3. बच्चों के दांत निकलते समय परेशानी के घरेलु उपाय
  4. बच्चों के दांत निकलने की उम्र, लक्षण व उपाय
  5. बच्चो के दांत देर से निकलने के कारण, इलाज और बचाव
  6. छोटे बच्चों के दांत निकलने पर होने वाले दर्द को कम करने के बेस्ट घरेलु उपाएं
  7. बाहर निकले दांत के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार, डॉक्टर, बचाव
  8. विकासात्मक मील का पत्थर: दांत निकलना


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छोटे बच्चों में टीदिंग (दांत निकलना) के लिए एसेंशियल ऑयल

छोटे बच्चों के दांत निकलना एक कठिन चरण है। मां होने के नाते आप अपने शिशु की परेशानी और दर्द कम करने के लिए सब कुछ करना चाहेंगी पर क्या यह किया जा सकता है? यदि आपने बेबी को टीदिंग की तकलीफ से आराम दिलाने के लिए कई चीजों का इस्तेमाल कर लिया है पर किसी का भी प्रभाव नहीं पड़ रहा तो आपको एसेंशियल ऑयल के बारे में सोचना चाहिए। दांत निकलते समय एसेंशियल ऑयल बच्चे की बहुत सहायता करते हैं। मेडिसिन की फील्ड में एसेंशियल ऑयल का उपयोग पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है। हालांकि बच्चों के दांत निकलने पर इसका उपयोग पूरी सावधानी से करना चाहिए। एसेंशियल ऑयल क्या होते हैं? दवा के विकल्प में अक्सर लोग अरोमाथेरपी करते हैं और इस थेरेपी में एसेंशियल ऑयल का उपयोग होता है। ये एसेंशियल ऑयल पौधों से एक्सट्रैक्ट किए जाते हैं। इन ऑयल में पौधे के फ्लेवर और खुशबू का एसेंस होता है जिसे एसेंशियल ऑयल कहते हैं। एसेंशियल ऑयल कोल्ड प्रेसिंग या स्टीम या पानी से डिस्टिलेशन के मैकेनिकल मेथड से बनाया जाता है। एरोमेटिक ऑयल को कैरियर ऑयल के साथ मिलाया जाता है। अरोमाथेरपी करते समय एसेंशियल ऑयल को पतला करके त्वचा पर लगाया जाता है ताकि यह अब्सॉर्ब हो सके पर इन तेलों को पीना या निगलना नहीं चाहिए। छोटे बच्चों के दांत के दर्द में एसेंशियल ऑयल कैसे मदद करते हैं? एसेंशियल ऑयल छोटे बच्चों को आराम देने और दांत के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यद्यपि इन तेलों का उपयोग दांत के दर्द के लिए सीधे नहीं किया जाता है पर यदि इनका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए तो एसेंशियल ऑयल अलग-अलग तरह से मदद कर सकते हैं। बच्चों के दांत निकलते समय दर्द में एसेंशियल ऑयल कैसे मदद करते हैं, आइए जानें; • एसेंशियल ऑयल मसूड़ों में मौजूद किसी भी इंफेक्श...

दो साल की उम्र में निकलते हैं बच्चों के दांत, जानिए किन उपायों से उन्हें दर्द से मिलेगी राहत

Babies Start Teething: अमूमन लोग डॉक्टर की सहायता से छोटे बच्चों की दांतों से जुड़ी समस्या को दूर करने का प्रयास करते हैं, लेकिन अगर आप चाहें तो कुछ घरेलू उपायों की मदद से बच्चे को दर्द से छुटकारा मिल सकता है. एक रिसर्च के अनुसार, दो साल की उम्र का समय बालकों के दूध के दांत निकलने का होता है. कई बच्चों में अक्सर देखा गया है कि उन्हें बहुत अधिक तकलीफ और दर्द से गुजरना पड़ता है. शारीरिक रूप से कमजोर हो जाने के साथ-साथ इस दौरान बच्चे अधिक चिड़चिड़े और आक्रमक भी हो जाते हैं. ऐसे में कुछ घरेलू उपाय मददगार साबित हो सकते हैं. करें हल्के हाथाें से मालिश बच्चे के दांत निकलते समय यदि उसे तेज दर्द होता है, तो वह दिन भर रोता रहता है. ऐसे में आपके द्वारा हल्के हाथों से की गई मालिश आपके शिशु को आराम दिलाने के लिए काफी है. उसको दांत निकलने के कारण जो दर्द हो रहा है, उसमें मालिश कारगर साबित होगी. शिशु की मालिश करते समय उसके पैरों और सिर को हल्के हाथों से रगड़ना चाहिए, ताकि बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता रहे और शिशु को आराम मिले और नींद भी अच्छी आए. यहां भी पढ़ें : नवजात को पीलिया होना क्या आम बात है? जानिए इसका उपचार कैसे और कब करना चाहिए शिशु को दें तरल आहार शिशु के जब दांत निकलते हैं, तो ऐसे समय में उन्हें ज्यादा से ज्यादा तरल चीजें पीने के लिए दें. संभव हो तो मां अपने दूध को निकालकर बच्चे की बोतल में रखकर ठंडा कर पिला सकती है. देखा गया है कि हल्की ठंडी चीजें मसूड़ों पर लगने पर बच्चों को दर्द से राहत मिलती है. शिशु को दें अच्छी नींद दांत निकलते वक्त शिशु को बहुत दर्द होता है, जिसके कारण वह तड़प भी जाते हैं, इसलिए कोशिश करें कि अगर शिशु सो रहा है, तो उसे जबरदस्ती जगाने का प्रयास न करें. ...

बच्चों के दांत निकलते समय परेशानी के घरेलु उपाय

बच्चों के दांत Baby Teeth सामान्य तौर पर 5 -6 महीने की उम्र में निकलने शुरू हो जाते है। दांत निकलते समय बच्चों के मसूड़ों में खुजली होने लगती है जिसके कारण उन्हें परेशानी होती है। इस वजह से बच्चे चिड़चिड़े से हो जाते हैं। उन्हें समझ नहीं आता कि वे क्या करें और रोते रहते है। घर के सदस्य भी परेशान हो जाते है। यह भी संशय रहता है की बच्चे का रोना या अजीब सा व्यवहार करना दांत निकलने के कारण ही है या कोई दूसरा कारण है। यदि आपको दांत निकलने की प्रक्रिया के बारे में पता हो तो आप बच्चे की परेशानी समझ कर उसका उपाय कर सकते हैं। दांत निकलते समय होने वाली परेशानी हर बच्चे में अलग हो सकती है। किसी को कम या किसी को ज्यादा परेशानी होती है। किसी किसी बच्चे को बिल्कुल परेशानी नहीं होती है। किसी किसी बच्चे के दांत बहुत जल्द 3 महीने की उम्र में और किसी किसी बच्चे में 12 महीने की उम्र में भी दांत निकल सकते है। यह माता पिता के दांत किस उम्र में निकले थे इस पर भी निर्भर करता है। बच्चों के दांत निकलते समय क्या होता है kids ke teeth nikalne ke lakshan hindi me कुछ सामान्य लक्षण देखकर आप पता कर सकते हैं कि बच्चे के दांत निकलने वाले है। जो इस प्रकार हैं – — जब भी दांत निकलने वाला होता है तो मसूड़े लाल हो सकते हैं या मसूड़े में सूजन हो सकती है या मसूड़ा कटा हुआ सा दिखाई दे सकता है। — इस समय दांत में खुजली चलती है। इस वजह से बच्चे हर चीज को मुंह में रख कर चबाने की कोशिश करते हैं। — दांत निकलने की प्रक्रिया में लार ज्यादा गिरने लगती है। हालाँकि लार गिरने के अन्य कारण भी हो सकते है। — जब दांत निकलता है तो रात के समय ज्यादा खुजली चलती है इसलिए बच्चे रात को ज्यादा परेशान रहते हैं। — दांत निकलने वाला होता है तब ...

बच्चों के दांत निकलने की उम्र, लक्षण व उपाय

Image: iStock जब बच्चों के पहली बार दांत निलकते हैं, तो उन्हें अलग-अलग दर्द से गुजरना पड़ता है। हालांकि, छोटे बच्चे बोल नहीं सकते, लेकिन रो कर अपनी बात समझाने का प्रयास करते हैं। वहीं, कई बार माता-पिता के लिए उनका दर्द समझना मुश्किल हो जाता है। मॉमजंक्शन के इस लेख में आपको बच्चों के दांत निकलते समय होने वाले दर्द के बारे में और उससे जुड़ी कई जानकारियां मिलेंगी। आइए, लेख की शुरुआत में जानते हैं कि दांत किस समय से निकलना शुरू होते हैं। Image: Shutterstock इसे हम नीचे दी गई टेबल के जरिए समझा रहे हैं, लेकिन ध्यान रहे कि हर बच्चे के दांत निकलने की समयावधि एक समान नहीं होती है ऊपर के दांत दांतों की समयावधि (महीने में) सेंट्रल इन्साइजर 8-12 लेटरल इन्साइजर 9-13 कैनीन 16-22 फर्स्ट मोलर 13-19 सेकंड मोलर 25-33 नीचे के दांत दांतों की समयावधि (महीने में) सेंट्रल इन्साइजर 6-10 लेटरल इन्साइजर 10-16 फर्स्ट मोलर 14-18 कैनीन 17-23 सेकंड मोलर 21-31 लेख के इस भाग में जानते हैं कि जब दांत आते हैं, तो शिशुओं को क्या परेशानी होती है। शिशुओं में देरी से दांत निकलने में होने वाली समस्याएं अगर आपके बच्चे के दांत निकलने में देरी हो रही है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसके कई कारण हो सकते हैं। अगर आपके बच्चे के बाल, त्वचा और हड्डियां सही हैं, तो फिर डरने की कोई बात नहीं है। दांतों के देरी से निकलने पर बच्चे के शारीरिक विकास पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। देरी से दांत निकलने के कुछ कारण: • आनुवंशिक : अगर माता या पिता के दांत बचपन में देरी से निकले हों, तो बच्चे के दांत भी देरी से निकल सकते हैं। • पोषण में कमी : • समय से पहले जन्म : जिन बच्चों का जन्म समय से पहले होता है, उनके दांत भी देरी से निकल सकते हैं अग...

बच्चो के दांत देर से निकलने के कारण, इलाज और बचाव

बच्चे के विकास में दूध के दांत निकलना एक अहम प्रक्रिया होती है। अपने नन्हे बच्चे के मुंह में छोटे-छोटे दांत निकलते हुए देखना हर माता-पिता के लिए काफी आकर्षक होता है। बेशक यह एक खुशी का पल हो, लेकिन माता-पिता को हमेशा चिंता रहती है कि उनके बच्चे के दांत कैसे बढ़ेंगे, बच्चे के दांत निकलते समय उनको क्या करना चाहिए या क्या नहीं, आदि। कई बार बच्चे के दांत समय पर न निकलने से भी माता-पिता को चिंता होने लगती है। लेकिन यह चिंता की बड़ी वजह नहीं होती है, क्योंकि बच्चे के दांत निकलना काफी हद तक माता-पिता के दांतों की स्थिति पर निर्भर करती है। अगर माता-पिता के दांत निकलने में देरी हुई हो, तो बच्चे के दांत भी देरी से निकलने की संभावनाएं बढ़ जाती है। यदि एक साल का होने के बाद भी बच्चे के दांत न आए, तो यह बच्चे में दांतों का देर से निकलना माना जाता है। इस दौरान आपको दांतों के विशेषज्ञ से मिलकर बच्चे के दांतों का देर से निकलने की वजह को जानकर, उसको दूर करना चाहिए। (और पढ़ें - • • • • • • • बच्चों में दांत निकलना सबसे पहले बच्चे के निचले जबड़े में दांत आना शुरू होते हैं। इसमें बच्चे के आगे के दो दांत (Central incisors: सेंट्रल इनसाइजर्स) पहले निकलते हैं, जिसके बाद ऊपरी जबड़े के सामने के दो दांत (Upper central incisors: अपर सेंट्रल इनसाइजर्स) आते हैं। इसके बाद ऊपरी जबड़े के ही दो अन्य दांत आते हैं, जो पहले से आए हुए दांतों के दोनों तरफ निकलते हैं (upper lateral incisors: अपर लेट्रल इनसाइजर्स), इन दांतों के आने के बाद निचले जबड़े में आए दांतों के दोनों तरफ दो अन्य दांत (lower lateral incisors: लोअर लेट्रल इनसाइजर्स) आना शुरू होते हैं। (और पढ़ें - इसके बाद बच्चे के मुंह के ऊपरी और निचले हिस्स...

छोटे बच्चों के दांत निकलने पर होने वाले दर्द को कम करने के बेस्ट घरेलु उपाएं

baccho ke dant dard ka ilaj नवजात शिशु जब 6 से 7 माह का हो जाएं तो फिर उसके दांत निकलने शुरू हो जाते हैं। परन्तु बहुत से बच्चे ऐसे भी होते हैं जिनके दांत देर से निकलते हैं। जब बच्चे के दांत निकलने शुरू हो जाते है तो वह समय बच्चे के माता पिता के लिए बहुत ही मुश्किलों से भरा हुआ होता हैं।dant nikalne ke upay क्योंकि जब शिशु के दांत निकलते हैं तो फिर वह बहुत ही परेशान व बैचैन रहने लगता हैं। जब बच्चे के दांत निकलते हैं तो फिर बच्चे के मुंह में कई तरह की दिक्कतें पैदा होने लगती हैं। इस वजह से बच्चा काफी ज़्यादा कमजोर व चिडचिडा भी हो जाता हैं। कई दफा तो सही जानकारी न होने के कारण से बच्चे को infection भी हो जाता हैं। जब आपके शिशु के दूध के दांत निकलने शुरू हो जाए तो फिर नीचे बताएं हुए लक्षण दिखाई देते हैं। चलिए आपको बताते है कि वह कौन से लक्षण हैं जिससे आपको पता चल सके की बच्चे के दांत अब निकलने शुरू हो गये हैं। ये होते है छोटे बच्चों के दांत निकलने के संकेत –bachcho ke dant nikalne ke lakshan बिना किसी भी वजह से रोना जब बच्चे के दांत निकलने शुरू हो जाते हैं तो फिर वह बिना किसी भी वजह से जोर-जोर से रोते रहते हैं। जिसकी वजह उनके माँ बाप को समझ ही नहीं आता है की आखिर उनका नवजात शिशु रो क्यों रहा हैं। पूरी नींद नहीं सोते बच्चों को मुंह में दर्द महसूस होता हैं जिसकी वजह से शिशु अच्छी तरह से सो नही पाता हैं। इस वजह से उसका रोना व चिड़चिड़ापन और भी ज़्यादा बढ़ जाता हैं। आँखों का मसलना कई बार तो इससे नवजात शिशु की आँखों में दर्द भी होने लगता हैं जिस वजह से बच्चे अपनी आँखों को बार-बार मसलते ही जाते हैं। बच्चा हो जाता हैं काफी चिड़चिड़ा जब शिशु के दांत निकलने शुरू हो जाते हैं तो वह बहुत ज्यादा ...

बाहर निकले दांत के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार, डॉक्टर, बचाव

चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने में चमकते हुए दांतों की अहम भूमिका होती है. जब आप मुस्कुराते हैं, तो आपके सुंदर दांत आपके चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने में चार-चांद लगा देते हैं, लेकिन जब ये दांत टेढ़े-मेढ़े या फिर बाहर की ओर निकले होते हैं, तो इसका असर आपकी खूबसूरती पर भी पड़ सकता है. जब बचपन में दूध वाले दांत गिरते हैं, तो दोबारा कुछ लोगों के दांत बाहर की ओर निकल जाते हैं. बाहर निकले दांत कुछ लोगों के लिए शर्मिंदगी का कारण बनने लगते हैं. ऐसे में कई लोग बाहर निकले दांतों का इलाज करने की कोशिश करने लगते हैं. दरअसल, बाहर निकले दांतों की वजह से आपके मसूड़े या जीभ कट सकते हैं. वहीं, इसकी वजह से (और पढ़ें - आज हम इस लेख में बाहर निकले दांत के कारण, लक्षण व इलाज के बारे में जानेंगे. बाहर निकले दांत को ओवरबाइट भी कहा जाता है. अधिकतर लोगों में आनुवंशिक कारणों से यह समस्या होती है. इसके अलावा, बचपन की आदतें भी इसका कारण हो सकती है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि बाहर निकले दांत के कारण क्या हैं- बचपन में अंगूठा चूसना : अक्सर आपने देखा होगा कि माता-पिता बच्चों को अंगूठा चूसने के लिए मना करते हैं. यह एक अच्छी आदत नहीं मानी जाती है. दरअसल, अंगूठा चूसने से शरीर को पोषण नहीं मिलता है. वहीं, इसकी वजह से शरीर को कई तरह की परेशानी भी हो सकती है. लंबे समय तक अंगूठा चूसने से दांत बाहर की ओर निकल सकते हैं. अगर कोई बच्चा 3-4 साल की उम्र के बाद भी अंगूठा चूसता है, तो उसके दांत बाहर की ओर निकल सकते हैं. ऐसे स्थिति से बचने के लिए बच्चों को अंगूठा न चूसने दें. पेसिफायर को चूसना : कई माता-पिता अपने बच्चों को शांत कराने के लिए पेसिफायर चूसने के लिए दे देते हैं. ऐसे में बच्चा थोड़ी देर के लिए शांत भी हो जाता ...

विकासात्मक मील का पत्थर: दांत निकलना

In this article • • • • • • • • मेरे शिशु का पहला दांत कब निकलेगा?अधिकांश शिशुओं का पहला दांत करीब शिशु के मुंह में पीछे की तरफ ऊपर व नीचे पाए जाने वाले अंतिम दांत आमतौर पर दो साल तक की उम्र में आ जाते हैं। इन्हें दूसरी दाढ़ भी कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि शिशु के दूसरे जन्मदिन तक, उसके पूरे 20 दांत निकल चुके होंगे। क्या दांत निकलने के समय बच्चे को दर्द होगा?शिशु का पहला दांत निकलना आप दोनों के लिए ही ज्यादा अच्छा अनुभव नहीं रहेगा। दांत निकलने से एक या दो महीने पहले से ही शिशु को दर्द होना और उसकी लार बहना शुरु हो सकती है। जब शिशु का दांत निकलने वाला हो, उस दौरान हो सकता है ​कई बार आपको रातों को उठकर शिशु को शांत करवाना पड़े। अपनी पीड़ा दूर करने के लिए शिशु दांतों से काटना शुरु कर सकता है। मगर, ऐसा वह गुस्से या द्वेष में नहीं करता। उसे मुंह में चबाने के लिए कुछ दें या अपनी साफ उंगली से शिशु के मसूढ़ों को धीरे-धीरे मलें। इससे उसे दर्द में थोड़ी राहत मिल सकती है। शिशु का दांत निकलने पर भी उसके मसूढ़ों में सूजन व दर्द हो सकता है। इसकी वजह से उसके गाल भी लाल और सूजे हुए लग सकते हैं। आप इस बात को लेकर चिंतित हो सकती हैं कि दांत निकलने की वजह से अगर, आपका शिशु बीमार लगे, तो इसकी वजह संभवतया वहीं, कुछ शिशुओं के लिए दांत निकलने की प्रक्रिया एकदम दर्दरहित होती है। एक हफ्ते पहले जहां शिशु बिना दांतों वाली मुस्कान बिखेर रहा था, वहीं उसके अगले हफ्ते उसके मसूढ़ों की सतह पर सफेद दांत का किनारा दिखाई दे सकता है। दांत निकलने की इस प्रक्रिया में उसे ज्यादा परेशानी भी नहीं होती। शिशु का पहला दांत निकलने की खुशी में खूब सारी तस्वीरे खींचें और दांत निकलने की तारीख को बेबी बुक में लिखकर रख ...