चन्द्र ग्रहण का समय

  1. चन्द्र ग्रहण कैसे होता है? Diagram के साथ Umbra, Penumbra को समझें
  2. Chandra Grahan 2023 Today: लगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, 130 साल बाद दुर्लभ संयोग
  3. चन्द्र ग्रहण
  4. Chandra Grahan 2023 Sutak Kaal
  5. kartik purnima chandra grahan lunar eclipse 2021 sutak kaal time puja vidhi dos and donts
  6. Chandra Grahan: आज लगेगा चन्द्र ग्रहण, पढ़ें पूरी जानकारी
  7. चन्द्र ग्रहण विशेष: जानिए गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें
  8. 2023 चन्द्र ग्रहण
  9. 2023 चन्द्र ग्रहण
  10. Chandra Grahan: आज लगेगा चन्द्र ग्रहण, पढ़ें पूरी जानकारी


Download: चन्द्र ग्रहण का समय
Size: 29.43 MB

चन्द्र ग्रहण कैसे होता है? Diagram के साथ Umbra, Penumbra को समझें

Navigation • Sansar DCA • 📖Buy PDF • Mains • Essay • Previous year Essay • GS1 • History • #AdhunikIndia : Sajiv Sir Notes • Geography • Social • GS2 • Polity • IR • GS3 • Economy • Environment-Bio • Science-Tech • GS4 • Syllabus of GS4 • Ethics Notes • Mains • Sansar Manthan • SMA Assignment • Editorial • Sansar Editorial • Prelims • Weekly Quiz • Static GK Quiz • Mock Test Series • Sansar Surgery • Yojana • Download • E-Books • NCERT, NIOS etc. • Current Affairs PDF • App Download • Syllabus • UPSC • Core Syllabus • PCS • RPSC • BPSC • JPSC • MPPSC • UPPSC • Books • UPSC • RPSC • SSC CHSL • SBI • Donate • Contact • About us • Our Mission • Authors • Want to be author? • Search • Sansar DCA • 📖Buy PDF • Mains • Essay • Previous year Essay • GS1 • History • #AdhunikIndia : Sajiv Sir Notes • Geography • Social • GS2 • Polity • IR • GS3 • Economy • Environment-Bio • Science-Tech • GS4 • Syllabus of GS4 • Ethics Notes • Mains • Sansar Manthan • SMA Assignment • Editorial • Sansar Editorial • Prelims • Weekly Quiz • Static GK Quiz • Mock Test Series • Sansar Surgery • Yojana • Download • E-Books • NCERT, NIOS etc. • Current Affairs PDF • App Download • Syllabus • UPSC • Core Syllabus • PCS • RPSC • BPSC • JPSC • MPPSC • UPPSC • Books • UPSC • RPSC • SSC CHSL • SBI • Donate • Contact • About us • Our Mission • Authors • Want to be author? • Search साधारणतः पूर्णिमा की रात को चंद्रमा पूर्णतः गोलाकार दिखाई पड़ना चाहिए, किन्तु कभी-कभी अपवादस्वरूप चंद्रमा के पूर्ण बिम्ब पर धनुष या ह...

Chandra Grahan 2023 Today: लगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, 130 साल बाद दुर्लभ संयोग

Chandra Grahan 2023 Today: लगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, 130 साल बाद दुर्लभ संयोग Lunar Eclipse (चंद्र ग्रहण) May 2023 Live Updates: ये चंद्र ग्रहण 5 मई की रात 8 बजकर 44 मिनट पर लगना शुरू हुआ और देर रात 1 बजकर 1 मिनट तक रहेगा. चंद्र ग्रहण की परमग्रास रात 10 बजकर 52 मिनट पर हुआ. इस चंद्रग्रहण को भारत के अधिकतर शहरों में देखा जा सकता है. • • | May 05, 2023, 20:44 IST Lunar Eclipse (चंद्र ग्रहण) May 2023 : 5 मई की रात साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण लगा. यह उपच्छाया ग्रहण रहा जो कि बेहद दुर्लभ होता है और कई दशकों में एक से दो बार ही लगता है. अगली बार इस तरह का उपच्छाया चंद्र ग्रहण अगली बार साल 2042 में दिखेगा. उपच्छाया चंद्र ग्रहण में पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीध में होते हैं लेकिन इसमें पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इसमें चंद्रमा का अंधकार होता है लेकिन सूर्य के किनारे से पड़ रही रोशनी से वह हल्का सा चमकता हुआ दिखता है. इस चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से देखना थोड़ा मुश्किल होता है और इसे विशेष उपकरण या फिर कैमरे की मदद से देखा जा सकता है. हालांकि साफ आसमान में इसे देखा जा सकता है. 05 May 2023 20:01 (IST) बुद्ध पूर्णिमा को साल का पहला चंद्रग्रहण, इस दिन भूलकर भी न करें 5 काम, हो सकते हैं कई नुकसान बुद्ध पूर्णिमा का चंद्रग्रहण रात 08 बजकर 45 मिनट पर लग जाएगा और यह देर रात 01:00 बजे खत्म होगा. यह चंद्रग्रहण किसी के लिए शुभ होगा तो किसी के लिए अशुभ फलदायी हो सकता है. चंद्रग्रहण के कई काम वर्जित होते हैं. क्लिक कर पढ़ें क्या हैं वो ऐसे 5 काम जो आपको ग्रहण में नहीं करने चाहिए. 05 May 2023 19:37 (IST) Chandra Grahan Sutak Kaal: चंद्र ग्रहण के सूतक काल से जुड़ी सारी जरूरी जानकारी ...

चन्द्र ग्रहण

चन्द्र ग्रहण चित्रण जब पृथ्वी की छाया चन्द्रमा पर पड़ती है, तब इसे चन्द्र ग्रहण सदैव पूर्णिमा के दिन ही होता है। हिन्दु कैलेण्डर में पूर्ण चन्द्र दिवस को चन्द्र ग्रहण के समय चन्द्रमा पर पड़ रहा सूर्य का प्रकाश पृथ्वी द्वारा अवरुद्ध हो जाता है। पृथ्वी के वायुमण्डल से परावर्तित प्रकाश चन्द्रमा पर पड़ने के कारण ही वह चन्द्र ग्रहण के दौरान दिखाई देता है। यदि पृथ्वी से प्रकाश परावर्तित नहीं हो तो चन्द्र ग्रहण के समय चन्द्रमा अदृश्य हो जाता। पृथ्वी से परावर्तित प्रकाश के कारण चन्द्रग्रहण के समय चन्द्रमा लाल रँग का दिखता है। चन्द्र ग्रहण के समय चन्द्रमा पर पड़ने वाली पृथ्वी की छाया को उपच्छाया एवं प्रच्छाया क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है। भौतिक विज्ञान के नियमों के कारण सभी ग्रहों की छाया दो क्षेत्रों का निर्माण करती हैं, जिन्हें उपच्छाया एवं प्रच्छाया क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। उपरोक्त आरेख से यह स्पष्ट है कि प्रच्छाया क्षेत्र में अंधकार है क्योंकि इस क्षेत्र तक सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँचता है, जबकि उपच्छाया क्षेत्र पूर्णतः अंधकारमय नहीं है क्योंकि इस क्षेत्र में कुछ मात्रा में सूर्य का प्रकाश पहुँचता है। जब चन्द्रमा प्रच्छाया क्षेत्र के अन्तर्गत आता है तब पृथ्वी से पूर्ण चन्द्र ग्रहण देखा जाता है। यदि चन्द्रमा प्रच्छाया क्षेत्र से आंशिक रूप से निकलता है, किन्तु पूर्णतः पार नहीं करता, उस स्थिति में पृथ्वी से आंशिक चन्द्र ग्रहण देखा जाता है। उपच्छाया चन्द्र ग्रहण तब होता है जब चन्द्रमा छाया के प्रच्छाया क्षेत्र को बिना स्पर्श किये उपच्छाया क्षेत्र से निकलता है। उपच्छाया चन्द्र ग्रहण कम महत्वपूर्ण होते हैं तथा सामन्यतः उन पर ध्यान नहीं जाता है क्योंकि यह ग्रहण नग्न आँखो...

Chandra Grahan 2023 Sutak Kaal

Saal 2023 Ke Pehle Chandra Grahan Ke Bare Mein: हिन्दू धर्म में ग्रहण का अत्यंत महत्व बताया गया है। ग्रहण काल को अशुभ माना गया है। जहां 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ा था वहीं, अब 15 दिन बाद साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं चंद्र ग्रहण की तिथि, समय और सूतक काल समेत सभी ज़रूरी बातें। चन्द्र ग्रहण 2023 से जुड़ी जानकारी (Chandra Grahan 2023 Details) • पहला चंद्र ग्रहण: 5 मई, दिन शुक्रवार • चंद्र ग्रहण आरंभ: रात 8 बजकर 45 मिनट से • चंद्र ग्रहण समाप्त: रात 1 बजे तक • उपच्छाया से पहले स्पर्श काल: रात 8 बजकर 45 मिनट पर • परमग्रास चंद्र ग्रहण काल: रात 10 बजकर 53 मिनट • उपच्छाया से अंतिम स्पर्श काल: रात 1 बजे • उपच्छाया की कुल अवधि: 4 घंटे 15 मिनट 34 सेकंड कब लगेगा साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण? (Kab Hai Chandra Grahan 2023) चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। इस घटना के दौरान चंद्रमा लाल, नारंगी, भूरा आदि दिखने लगता है। इस साल पहला चंद्र ग्रहण 5 मई, दिन शुक्रवार (शुक्रवार के उपाय) को लगने जा रहा है। आंशिक चंद्र ग्रहण जब चंद्रमा का केवल एक हिस्सा ही पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है और उस हिस्से पर ही राहु का प्रभाव होता है, वह आंशिक चंद्र ग्रहण है। पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण पृथ्वी की छाया का हल्का भारी भाग चंद्रमा पर पड़ता है और राहु के प्रभाव से चंद्रमा ढक जाता है,वह पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण कहलाता है। यह भी पढ़ें: भारत में ग्रहण दिखने का समय (First Lunar Eclipse 2023 Time in India) इस साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में 5 मई, दिन शुक्रवार को रात 8 बजकर 45 मिनट से रात 1 बजे तक दिखेगा। ...

kartik purnima chandra grahan lunar eclipse 2021 sutak kaal time puja vidhi dos and donts

Chandra Grahan 2021 : खण्ड ग्रस्तोदित चन्द्र ग्रहण आज, चंद्रमा से प्रभावित होने वाले जातक बरतें ये सावधानी chandra grahan lunar eclipse 2021 : स्नान दान सहित पूर्णिमा तिथि का प्रसिद्ध एवं देव दीपावली का पवित्र पर्व 19 नवम्बर 2021 दिन शुक्रवार को बड़े ही धूम-धाम एवं श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। इस दिन गंगा... chandra grahan lunar eclipse 2021 : स्नान दान सहित पूर्णिमा तिथि का प्रसिद्ध एवं देव दीपावली का पवित्र पर्व 19 नवम्बर 2021 दिन शुक्रवार को बड़े ही धूम-धाम एवं श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। इस दिन गंगा नदी या किसी पवित्र नदी में स्नान करना पुण्यफल दायक होता है। इसी दिन खण्ड ग्रस्तोदित चन्द्र ग्रहण भी लगेगा। चन्द्र ग्रहण सामान्यतः पूर्णिमा के दिन लगता है ,इस बार भी यह चंद्रग्रहण पूर्णिमा के दिन लग रहा है। इस चंद्रग्रहण का स्पर्श दिन में 12 बजकर 48 मिनट पर होगा। मध्य दिन में 2 बजकर 33 बजे होगा तथा मोक्ष दिन में 4 बजकर 17 मिनट पर होगा। यह चन्द्र ग्रहण भारत के सुदूर पूर्वी सीमा अरुणांचल प्रदेश से अत्यंत कम समय के लिए ग्रहण का मोक्ष सूक्ष्मता से देखने पर ही दृश्यमान होगा। भारत के अतिरिक्त विश्व के कई राष्ट्रों जैसे रूस, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैण्ड , इंडोनेशिया और चीन के पूर्वोत्तर भागों से दिखाई देगा। भारत में स्पष्ट रूप से दृश्य नहीं होने के कारण धर्मिक दृष्टि से भी महत्वहीन है। यद्यपि की भारत मे स्पष्ट रूप से दृश्य नहीं होने के कारण धर्मिक दृष्टि से भी महत्वहीन है फिर भी ज्योतिषीय दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि ग्रहण काल मे ग्रहों की स्थिति के अनुसार मन का कारक ग्रह चद्रमा वृष राशि मे राहु के साथ होंगे तथा केतु के साथ सूर्य रहेंगे अतः चंद्रमा से प्रभावित होने वाले जातकों को विशेष...

Chandra Grahan: आज लगेगा चन्द्र ग्रहण, पढ़ें पूरी जानकारी

Chandra Grahan 2022 november time: इस वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण अभी कुछ समय में आरंभ होने जा रहा है। इस ग्रहण का असर भारत वर्ष में देखा जाएगा। भारत के पूर्वी राज्य में यह पूर्ण रूप से ग्रहण लगेगा परंतु भारत के अन्य राज्यों में चंद्रमा आंशिक रूप में दिखाई देगा। चंद्रोदय के समय से ही चंद्र ग्रहण प्रारंभ हो जाएगा। 4:21 से लेकर 7:26 तक ग्रहण की अवधि रहेगी। चंद्रग्रहण के प्रभाव के कारण सूतक काल का आरंभ 9 घंटे पूर्व यानी कि प्रातः काल 9:32 से हो जाएगा। चंद्र ग्रहण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया और पेसिफिक में भी दिखाई देगा। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तब इसे चंद्र ग्रहण माना जाता है। साल का यह आखिरी ग्रहण है, जोकी मेष राशि में लगेगा इसलिए इस राशि के जातकों के लिए खास ध्यान रखने की जरूरत है। गुवाहाटी, रांची, पटना, सिलिगुड़ी और कोलकाता समेत देश की राजधानी दिल्ली में ग्रहण देखा जाएगा। पूर्वी राज्यों में पूर्ण चंद्र ग्रहण देखा जाएगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण को ब्लड मून कहा जाता है। इस प्रकार का चंद्र ग्रहण अब से 3 वर्ष बाद यानी कि 14 मार्च 2025 को लगेगा। देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय अवधि का चंद्र ग्रहण होगा जैसे कि कोलकाता में शाम 04:55 बजे पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और 07:26 पर समाप्त होगा। जो 2 घंटे 34 मिनट तक रहेगा। वहीं पर दिल्ली और उत्तर के राज्यों में चंद्र ग्रहण की समय अवधि 05:31 बजे और चंद्रमा पर 66 फीसदी छाया रहेगा। ग्रहण की घटना शाम 05:28 बजे शुरू होगी और शाम 07:26 बजे समाप्त होगी, जो 1 घंटे 58 मिनट तक चलेगी। भारत के पश्चिमी भाग जैसे कि मुंबई में ग्रहण का समय बहुत कम अवधि का होगा। 06:04 बजे चंद्र ग्रहण देखेंगे। 06:01 बजे और शाम 07:26 बजे समाप्त होगा, जो 1 घंटे...

चन्द्र ग्रहण विशेष: जानिए गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें

साल 2021 का पहला चन्द्र ग्रहण 26 मई को लगने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक और चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है। सूर्य और चंद्रमा दोनों ही बेहद शुभ ग्रह माने जाते हैं। जबकि ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा को राहु व केतु प्रभावित करते हैं और राहु और केतु की गिनती ज्योतिष शास्त्र में पापी ग्रहों के बीच होती है। इस वजह से ग्रहण की अवधि को शुभ नहीं माना जाता है। चन्द्र ग्रहण की घटना हमें कितना प्रभावित करती है। इसे लेकर आचार्य मृगांक बताते हैं, ” चंद्रमा मनुष्य मन के स्वामी हैं। चंद्रमा द्रव्य के स्वामी भी कहे जाते हैं। अब चूंकि मानव शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा जल से निर्मित है और जल तो द्रव्य ही है। ऐसे में चन्द्र ग्रहण के दौरान इसका प्रभाव हमारे वातावरण से लेकर हमारे शरीर और मन पर पड़ना बेहद स्वाभाविक है। माना जाता है कि चन्द्र ग्रहण के अशुभ प्रभावों से वातावरण में विषाणु और जीवाणु अधिक प्रबल हो जाते हैं। वातावरण में नकारात्मकता की वृद्धि हो जाती है। खासकर गर्भवती महिलाओं को तो इस समय बेहद सजग रहने की आवश्यकता है क्योंकि अगर सावधानी नहीं बरती गयी तो चन्द्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव उनके साथ-साथ उनके पेट में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है।” चन्द्र ग्रहण का आपके जीवन पर क्या पड़ेगा प्रभाव और इससे जुड़े समाधान जानने के लिए हमारे विद्वान ज्योतिषियों से अभी करें फोन पर बात यह कथन स्पष्ट करता है कि चन्द्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। खास कर के उन महिलाओं को जो गर्भवती हैं उन्हें इस दौरान विशेष ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि उनके साथ इस मुश्किल समय में एक और ज़िंदगी जुड़ी हुई है। चूंकि हमारा देश इस समय महामारी के प्रकोप से त्रस्त है। हाल के दिन...

2023 चन्द्र ग्रहण

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Bialystok, Poland के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं। आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है। चन्द्र ग्रहण के समय पर टिप्पणी जब चन्द्र ग्रहण मध्यरात्रि (१२ बजे) से पहले लग जाता है परन्तु मध्यरात्रि के पश्चात समाप्त होता है - दूसरे शब्दों में जब चन्द्र ग्रहण अंग्रेजी कैलेण्डर में दो दिनों का अधिव्यापन (ओवरलैप) करता है - तो जिस दिन चन्द्रग्रहण अधिकतम होता है उस दिन की दिनाँक चन्द्रग्रहण के लिये दर्शायी जाती है। ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण की उपच्छाया तथा प्रच्छाया का स्पर्श पिछले दिन अर्थात मध्यरात्रि से पहले हो सकता है। इस पृष्ठ पर दिये चन्द्रोदय और चन्द्रास्त के समय लंबन/विस्‍थापनाभास के लिये संशोधित हैं। लंबन का संशोधन चन्द्रग्रहण देखने के लिये उत्तम समय देता है। हिन्दु धर्म और चन्द्र ग्रहण हिन्दु धर्म में चन्द्रग्रहण एक धार्मिक घटना है जिसका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। जो चन्द्रग्रहण नग्न आँखों से स्पष्ट दृष्टिगत न हो तो उस चन्द्रग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होता है। मात्र उपच्छाया वाले चन्द्रग्रहण नग्न आँखों से दृष्टिगत नहीं होते हैं इसीलिये उनका पञ्चाङ्ग में समावेश नहीं होता है और कोई भी ग्रहण से सम्बन्धित कर्मकाण्ड नहीं किया जाता है। केवल प्रच्छाया वाले चन्द्रग्रहण, जो कि नग्न आँखों से दृष्टिगत होते हैं, धार्मिक कर्मकाण्डों के लिये विचारणीय होते हैं। सभी परम्परागत पञ्चाङ्ग केवल प्रच्छाया वाले चन्द्रग्रहण को ही सम्मिलित करते हैं। यदि चन्द्रग्...

2023 चन्द्र ग्रहण

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में नई दिल्ली, भारत के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं। आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है। चन्द्र ग्रहण के समय पर टिप्पणी जब चन्द्र ग्रहण मध्यरात्रि (१२ बजे) से पहले लग जाता है परन्तु मध्यरात्रि के पश्चात समाप्त होता है - दूसरे शब्दों में जब चन्द्र ग्रहण अंग्रेजी कैलेण्डर में दो दिनों का अधिव्यापन (ओवरलैप) करता है - तो जिस दिन चन्द्रग्रहण अधिकतम होता है उस दिन की दिनाँक चन्द्रग्रहण के लिये दर्शायी जाती है। ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण की उपच्छाया तथा प्रच्छाया का स्पर्श पिछले दिन अर्थात मध्यरात्रि से पहले हो सकता है। इस पृष्ठ पर दिये चन्द्रोदय और चन्द्रास्त के समय लंबन/विस्‍थापनाभास के लिये संशोधित हैं। लंबन का संशोधन चन्द्रग्रहण देखने के लिये उत्तम समय देता है। हिन्दु धर्म और चन्द्र ग्रहण हिन्दु धर्म में चन्द्रग्रहण एक धार्मिक घटना है जिसका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। जो चन्द्रग्रहण नग्न आँखों से स्पष्ट दृष्टिगत न हो तो उस चन्द्रग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होता है। मात्र उपच्छाया वाले चन्द्रग्रहण नग्न आँखों से दृष्टिगत नहीं होते हैं इसीलिये उनका पञ्चाङ्ग में समावेश नहीं होता है और कोई भी ग्रहण से सम्बन्धित कर्मकाण्ड नहीं किया जाता है। केवल प्रच्छाया वाले चन्द्रग्रहण, जो कि नग्न आँखों से दृष्टिगत होते हैं, धार्मिक कर्मकाण्डों के लिये विचारणीय होते हैं। सभी परम्परागत पञ्चाङ्ग केवल प्रच्छाया वाले चन्द्रग्रहण को ही सम्मिलित करते हैं। यदि चन्द्रग्रह...

Chandra Grahan: आज लगेगा चन्द्र ग्रहण, पढ़ें पूरी जानकारी

• 12 minutes ago • 50 minutes ago • 3 hours ago • 13 hours ago • 20 hours ago • 20 hours ago • 23 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 40.5°C Chandra Grahan 2022 november time: इस वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण अभी कुछ समय में आरंभ होने जा रहा है। इस ग्रहण का असर भारत वर्ष में देखा जाएगा। भारत के पूर्वी राज्य में यह पूर्ण रूप से ग्रहण लगेगा परंतु भारत के अन्य राज्यों में चंद्रमा आंशिक रूप में दिखाई देगा। चंद्रोदय के समय से ही चंद्र ग्रहण प्रारंभ हो जाएगा। 4:21 से लेकर 7:26 तक ग्रहण की अवधि रहेगी। चंद्रग्रहण के प्रभाव के कारण सूतक काल का आरंभ 9 घंटे पूर्व यानी कि प्रातः काल 9:32 से हो जाएगा। चंद्र ग्रहण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया और पेसिफिक में भी दिखाई देगा। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तब इसे चंद्र ग्रहण माना जाता है। साल का यह आखिरी ग्रहण है, जोकी मेष राशि में लगेगा इसलिए इस राशि के जातकों के लिए खास ध्यान रखने की जरूरत है। गुवाहाटी, रांची, पटना, सिलिगुड़ी और कोलकाता समेत देश की राजधानी दिल्ली में ग्रहण देखा जाएगा। पूर्वी राज्यों में पूर्ण चंद्र ग्रहण देखा जाएगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण को ब्लड मून कहा जाता है। इस प्रकार का चंद्र ग्रहण अब से 3 वर्ष बाद यानी कि 14 मार्च 2025 को लगेगा। देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय अवधि का चंद्र ग्रहण होगा जैसे कि कोलकाता में शाम 04:55 बजे पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और 07:26 पर ...