Cyrus mistry news hindi

  1. Cyrus Mistry Post Mortem Report Reveals Blunt Thorax Trauma Caused Immediate Death
  2. High Speed And Wrong Overtake Know How Cyrus Mistry Met Accident During Travelling In Car
  3. Cyrus Mistry Funeral:पारसी धर्म में आसमान को ऐसे सौंपते हैं शव, गिद्धों की वजह से बदल रही परंपरा
  4. Cyrus mistry News: Cyrus mistry News in Hindi, Photos, Latest News Headlines about Cyrus Mistry
  5. Cyrus mistry death news car accident palghar mumbai tata sons former chairman ngmp
  6. Cyrus Mistry: आयरलैंड में जन्म, लंदन में पढ़ाई, भारत लौटकर व्यापार जगत में गाड़ा झंडा
  7. Cyrus Mistri Death: मर्सिडीज SUV में भी क्यों नहीं बच पाए साइरस मिस्त्री
  8. Cyrus Mistry: आयरलैंड में जन्म, लंदन में पढ़ाई, भारत लौटकर व्यापार जगत में गाड़ा झंडा
  9. Cyrus Mistry Funeral:पारसी धर्म में आसमान को ऐसे सौंपते हैं शव, गिद्धों की वजह से बदल रही परंपरा
  10. Cyrus Mistri Death: मर्सिडीज SUV में भी क्यों नहीं बच पाए साइरस मिस्त्री


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Cyrus Mistry Post Mortem Report Reveals Blunt Thorax Trauma Caused Immediate Death

Cyrus Mistry Post Mortem Report: टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले को कार दुर्घटना (Car Accident) में कई चोटें आई थीं और 'ब्लंट थोरैक्स ट्रामा' के कारण लगभग तत्काल उनकी मौत हो गई. जे जे अस्पताल (J J Hospital) के एक चिकित्सा अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मिस्त्री को चोट के कारण शरीर के भीतर रक्तस्त्राव भी हुआ. मिस्त्री और पंडोले दो अन्य व्यक्तियों के साथ रविवार दोपहर को गुजरात (Gujarat) से मुंबई (Mumbai) की ओर जा रहे थे जब महाराष्ट्र के पालघर जिले में सूर्या नदी के ऊपर बने पुल पर उनकी कार एक डिवाइडर से जा टकराई. इस हादसे में कार में पीछे बैठे मिस्त्री और जहांगीर की मौत हो गई. स्त्री रोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले कार चला रही थीं और उनके पति डेरियस पंडोले भी आगे बैठे थे जो बच गए. मिस्त्री और जहांगीर के शव को बाद में जे जे अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने ऑटोप्सी की. चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि मिस्त्री और पंडोले दोनों के शरीर पर अचानक झटका लगा क्योंकि कार तेज गति से चल रही थी. इसकी वजह से कई चोटें आई और ब्लंट थोरैक्स ट्रामा हुआ. ऑटोप्सी रिपोर्ट में ये बातें भी आई सामने उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट के कारण साइरस मिस्त्री के शरीर के भीतर की धमनियां फट गई थीं जिससे अंदरूनी रक्तस्त्राव हुआ. हालांकि, प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में केवल कुछ लक्षण ही सामने आए हैं. विस्तृत विश्लेषण में सब कुछ स्पष्ट होगा और मौत के वास्तविक कारण का पता चलेगा. उन्होंने कहा कि मानक प्रक्रिया के तहत विसरा के नमूने को जांच के लिए कलीना स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा. साइरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार बता दें कि...

High Speed And Wrong Overtake Know How Cyrus Mistry Met Accident During Travelling In Car

Cyrus Mistry Car Crash: बाएं से ओवरटेक, हाइस्पीड... जानें सूर्या नदी के पुल पर कैसे हादसे का शिकार हुए साइरस मिस्त्री Cyrus Mistry Car Crash: पालघर जिले के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने कहा- एक्सीडेंट दोपहर करीब 3 बजकर 15 बजे पर हुई. उन्होंने बताया कि साइरस मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई की तरफ जा रहे थे. यह हादसा सूर्या नदी पर बने पुल पर हुआ. Cyrus Mistry Car Crash: टाटा संस के चेयरमैन रहे साइरस मिस्त्री की रविवार को कार एक्सीडेंट में मौत हो गई. पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, गाड़ी काफी तेज गति से चल रही थी. कार के डिवाइडर से टकराने के बाद पीछे की सीट पर बैठे साइरस मिस्त्री और उनके को-पैसेंजर जहांगीर पंडोले दोनों की मौत हो गई. उन दोनों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये दुर्घटना उस समय हुई जब 54 वर्षीय साइरस मिस्त्री की लग्जरी कार मुंबई से सटे पालघर जिले में एक डिवाइडर से टकरा गई. उस समय मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई जा रहे थे. कैसे हुआ एक्सीडेंट? पालघर जिले के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने कहा, ‘‘एक्सीडेंट दोपहर करीब 3 बजकर 15 बजे पर हुई. मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई की तरफ जा रहे थे. यह हादसा सूर्या नदी पर बने पुल पर हुआ.’’ इस हादसे में मिस्त्री और जहांगीर पंडोले नामक एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गयी, वहीं जानीमानी स्त्रीरोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले (55) और उनके पति डेरियस पंडोले (60) की जान बच गयी. जहांगीर के भाई डेरियस टाटा समूह के पूर्व स्वतंत्र निदेशक थे, जिन्होंने चेयरमैन पद से मिस्त्री को हटाये जाने का विरोध किया था. जन्म से आयरिश नागरिक और शापूरजी पलोनजी समूह के उत्तराधिकारी मिस्त्री वर्ष 2012 में जब 44 साल की उम्र में टाटा संस के चे...

Cyrus Mistry Funeral:पारसी धर्म में आसमान को ऐसे सौंपते हैं शव, गिद्धों की वजह से बदल रही परंपरा

टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की रविवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। सायरस पारसी समुदाय से आते हैं। लेकिन उनका अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के अनुसार नहीं किया गया। कहा जाता है कि पारसी परंपरा में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया काफी कठिन होती है। हिंदू धर्म में शव को अग्नि या जल को सौंपा जाता है, मुस्लिम और ईसाई समुदाय में शव को दफन कर दिया जाता है, लेकिन पारसी समुदाय में ऐसा नहीं होता है। पारसी लोग शव को आसमान को सौंप देते हैं, जिसे गिद्ध, चील, कौए खा जाते हैं। आखिर पारसी संप्रदाय में अंतिम संस्कार कैसे किया जाता है? मौजूदा दौर में इस संप्रदाय को अंतिम संस्कार से जुड़ी कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है? सायरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार के लिए परंपरा को क्यों बदला गया? आइए जानते हैं... आसमान को क्यों सौंप देते हैं शव? हिंदू धर्म में शव को अग्नि या जल को सौंपते हैं। मतलब शव को जलाया या जल में प्रवाहित कर दिया जाता है। कुछ जगहों पर शव को दफन करने की परंपरा भी है। वहीं, मुस्लिम व ईसाई धर्म में शव को धरती को सौंप दिया जाता है। मतलब दफन कर दिया जाता है। वहीं, पारसी संप्रदाय में अंतिम संस्कार बिल्कुल अलग होता है। पारसी लोग अग्नि को देवता मानते हैं। इसी तरह जल और धरती को भी पवित्र मानते हैं। जबकि शव को अपवित्र माना जाता है। ऐसे में उनका मानना है कि शव को जलाने, प्रवाहित करने या दफन करने से अग्नि, जल या धरती अपवित्र हो जाती है। ऐसा करने से ईश्वर की संरचना प्रदूषित होती है। इसलिए पारसी समुदाय में शव को आसमान को सौंप दिया जाता है। फिर शव का क्या होता है? अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर पारसी लोग कैसे शव को आसमान को सौंपते हैं? दरअसल इसके लिए टावर ऑफ साइलेंस बनाया गया है। इसे द...

Cyrus mistry News: Cyrus mistry News in Hindi, Photos, Latest News Headlines about Cyrus Mistry

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Cyrus mistry death news car accident palghar mumbai tata sons former chairman ngmp

नई दिल्लीः टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की एक सड़क हादसे में मौत की खबर है. बताया जा रहा है कि यह सड़क हादसा मुंबई के नजदीक पालघर में हुआ. जानकारी के अनुसार, साइरस मिस्त्री अहमदाबाद से अपने मर्सिडीज कार में मुंबई लौट रहे थे. इसी दौरान उनकी तेज रफ्तार कार डिवाडर से टकरा गई. हादसे के वक्त कार में 4 लोग सवार थे, जिनमें से 2 लोगों की मौत हो गई है. दुर्घटना के बाद मिस्त्री को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. सड़क हादसा रविवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुआ. हादसे में दो लोग घायल हुए हैं. साइरस मिस्त्री के अलावा कार में जो 3 अन्य लोग सवार थे, उनकी पहचान जहांगीर दिनशॉ पंडोल, अनाहिता पंडोल, डेरियस पंडोल के रूप में हुई है. इनमें से साइरस मिस्त्री और जहांगीर दिनशॉ पंडोल की मौत हो गई है. साल 2012 में रतन टाटा के रिटायरमेंट के बाद साइरस मिस्त्री को टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया था. हालांकि 4 साल बाद ही साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा दिया गया था. हालांकि इसे लेकर खूब विवाद हुआ और मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया लेकिन वहां से भी टाटा संस के पक्ष में फैसला आया. बता दें कि इसी साल जून में साइरस मिस्त्री के पिता और मशहूर बिजनेसमैन पालोनजी मिस्त्री का निधन हुआ था. 4 जुलाई 1968 को आयरलैंड में जन्में साइरस पालोनजी मिस्त्री, शापूरजी पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे थे. साइरस मिस्त्री ने लंदन से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और लंदन बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की थी. साइरस मिस्त्री को 1994 में शापूरजी पालोनजी ग्रुप का डायरेक्टर नियुक्त किया गया था. उन्हीं के नेतृत्व में कंपनी ने भारत का सबसे ऊंचा रेजिडेंशियल टावर बनाया गया था. साथ ही सबसे बड़ा रेलव...

Cyrus Mistry: आयरलैंड में जन्म, लंदन में पढ़ाई, भारत लौटकर व्यापार जगत में गाड़ा झंडा

पलोनजी मिस्त्री ने आयरिश महिला से शादी की थी और फिर आयरलैंड के नागरिक हो गए थे. साइरस मिस्त्री का जन्म भी आयरलैंड में हुआ है. मुंबई में शुरुआती पढ़ाई, फिर लंदन से इंजीनियरिंग और फिर वहीं से एमबीए करने के बाद व्यापार जगत में सिक्का जमाने वाले साइरस मिस्त्री की लाइफ जर्नी बड़ी दिलचस्प रही है. टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनने से लेकर रतन टाटा के साथ विवाद को लेकर भी वे सुर्खियों में रहे थे. साइरस मिस्त्री का टाटा संस का चेयरमैन बनना और फिर पद से हटाया जाना रहा. पद से हटाए जाने के खिलाफ वो टाटा समूह से भिड़ गए और अपने हक की लड़ाई लड़ते रहे. लंदन से MBA के बाद संभाला फैमिली बिजनेस साइरस मिस्त्री की शुुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल एवं एंड जॉन कॉनन स्कूल से हुई. इसके बाद इंजीनियरिंग करने वे लंदन चले गए. सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल से मास्टर्स किया. एमबीए करने के बाद साइरस ने भी अपना फैमिली बिजनेस (पलोनजी ग्रुप) संभालने लगे. 1991 में वह पलोनजी ग्रुप से जुड़े. तीन साल के बाद 1994 में उन्हें इस ग्रुप का निदेशक बनाया गया. बनाए कई रिकॉर्ड, फिर टाटा ग्रुप में एंट्री साइरस मिस्त्री के निदेशक बनने के बाद पलोनजी ग्रुप कंपनी ने कई रिकॉर्ड बनाए. भारत में सबसे ऊंचे रिहायसी टॉवर के निर्माण से लेकर सबसे लंबे रेल पुल और सबसे बड़े बंदरगाहों के निर्माण तक… कंपनी ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए. वहीं टाटा संस के बोर्ड में साइरस मिस्त्री ने 2006 में एंट्री की. दिसंबर 2012 में उन्हें टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया. ब्रिटेन के प्रभावशाली कारोबारी लॉर्ड सुशांत कुमार भट्टाचार्य, प्रतिष्ठित वकील शिरीन भरुचा और टाटा संस के उपाध्यक्ष एनए सूनावाला को जिम्मेदा...

Cyrus Mistri Death: मर्सिडीज SUV में भी क्यों नहीं बच पाए साइरस मिस्त्री

Cyrus Mistri Death: टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन और शापूरजी-पालनजी समूह के वारिस साइरस मिस्त्री का रविवार को एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। यह हादसा मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर पालघर के चरोटी इलाके में हुआ। इस हादसे में साइरस मिस्त्री के साथ जहांगीर दिनशा पंडोले की भी मौत हो गई। जबकि कार चला रहीं मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले और उनके पति डेरियस घायल हो गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अनाहिता पंडोले ने वाहन से नियंत्रण खो दिया था और यह कार डिवाइडर से जा टकराई। इस एक्सीडेंट के बाद से सवाल उठाए जा रहे हैं कि अत्याधुनिक सेफ्टी फीचर्स से लैस मर्सिडीज की एक मंहगी एसयूवी में सवार होने के बावजूद देश के दो प्रमुख उद्योगपतियों की जान कैसे चली गई? इसके जवाब में कई कारण बताए जा रहे हैं। अभी पढ़ें – TATA ने लॉन्च की Jet Edition की दो नई एसयूवी, फीचर्स के सामने कीमत कुछ भी नहीं! एयरबैग खुलने में हुई देरी चिकित्सा अधीक्षक प्रदीप ढोड़ी (Pradeep Dhodi) ने बताया कि मिस्त्री और जहांगीर दोनों का ही सिर आगे वाली सीट से टकराया जिसके चलते दोनों की मौत हो गई। बता दें कि मर्सिडीज-बेंज जीएलसी 220 डी (Mercedes-Benz GLC 220D) कार में पीछे की सीट के यात्रियों के लिए साइड कर्टन एयरबैग दिए जाते है। खबरों के मुताबिक शुरुआती जांच में पुलिस ने बताया है कि Airbags के देरी से खुलने की वजह से ये हादसा हुआ। सीट बेल्ट नहीं पहनी पुलिस के अनुसार, साइरस और जहांगीर ने सीट बेल्ट नहीं पहनी हुई थी, यही वजह थी की उन दोनों airbags खुलने से पहले ही उनका का सिर आगे वाली सीट से टकरगया। वही दूसरी तरफ पुलिस ने कहा कि अनैता और डारिस इस दुर्घटना में बच गए। क्योकि उन दोनों के सीटबेल्ट पहन...

Cyrus Mistry: आयरलैंड में जन्म, लंदन में पढ़ाई, भारत लौटकर व्यापार जगत में गाड़ा झंडा

पलोनजी मिस्त्री ने आयरिश महिला से शादी की थी और फिर आयरलैंड के नागरिक हो गए थे. साइरस मिस्त्री का जन्म भी आयरलैंड में हुआ है. मुंबई में शुरुआती पढ़ाई, फिर लंदन से इंजीनियरिंग और फिर वहीं से एमबीए करने के बाद व्यापार जगत में सिक्का जमाने वाले साइरस मिस्त्री की लाइफ जर्नी बड़ी दिलचस्प रही है. टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनने से लेकर रतन टाटा के साथ विवाद को लेकर भी वे सुर्खियों में रहे थे. साइरस मिस्त्री का टाटा संस का चेयरमैन बनना और फिर पद से हटाया जाना रहा. पद से हटाए जाने के खिलाफ वो टाटा समूह से भिड़ गए और अपने हक की लड़ाई लड़ते रहे. लंदन से MBA के बाद संभाला फैमिली बिजनेस साइरस मिस्त्री की शुुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल एवं एंड जॉन कॉनन स्कूल से हुई. इसके बाद इंजीनियरिंग करने वे लंदन चले गए. सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल से मास्टर्स किया. एमबीए करने के बाद साइरस ने भी अपना फैमिली बिजनेस (पलोनजी ग्रुप) संभालने लगे. 1991 में वह पलोनजी ग्रुप से जुड़े. तीन साल के बाद 1994 में उन्हें इस ग्रुप का निदेशक बनाया गया. बनाए कई रिकॉर्ड, फिर टाटा ग्रुप में एंट्री साइरस मिस्त्री के निदेशक बनने के बाद पलोनजी ग्रुप कंपनी ने कई रिकॉर्ड बनाए. भारत में सबसे ऊंचे रिहायसी टॉवर के निर्माण से लेकर सबसे लंबे रेल पुल और सबसे बड़े बंदरगाहों के निर्माण तक… कंपनी ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए. वहीं टाटा संस के बोर्ड में साइरस मिस्त्री ने 2006 में एंट्री की. दिसंबर 2012 में उन्हें टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया. ब्रिटेन के प्रभावशाली कारोबारी लॉर्ड सुशांत कुमार भट्टाचार्य, प्रतिष्ठित वकील शिरीन भरुचा और टाटा संस के उपाध्यक्ष एनए सूनावाला को जिम्मेदा...

Cyrus Mistry Funeral:पारसी धर्म में आसमान को ऐसे सौंपते हैं शव, गिद्धों की वजह से बदल रही परंपरा

टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की रविवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। सायरस पारसी समुदाय से आते हैं। लेकिन उनका अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के अनुसार नहीं किया गया। कहा जाता है कि पारसी परंपरा में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया काफी कठिन होती है। हिंदू धर्म में शव को अग्नि या जल को सौंपा जाता है, मुस्लिम और ईसाई समुदाय में शव को दफन कर दिया जाता है, लेकिन पारसी समुदाय में ऐसा नहीं होता है। पारसी लोग शव को आसमान को सौंप देते हैं, जिसे गिद्ध, चील, कौए खा जाते हैं। आखिर पारसी संप्रदाय में अंतिम संस्कार कैसे किया जाता है? मौजूदा दौर में इस संप्रदाय को अंतिम संस्कार से जुड़ी कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है? सायरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार के लिए परंपरा को क्यों बदला गया? आइए जानते हैं... आसमान को क्यों सौंप देते हैं शव? हिंदू धर्म में शव को अग्नि या जल को सौंपते हैं। मतलब शव को जलाया या जल में प्रवाहित कर दिया जाता है। कुछ जगहों पर शव को दफन करने की परंपरा भी है। वहीं, मुस्लिम व ईसाई धर्म में शव को धरती को सौंप दिया जाता है। मतलब दफन कर दिया जाता है। वहीं, पारसी संप्रदाय में अंतिम संस्कार बिल्कुल अलग होता है। पारसी लोग अग्नि को देवता मानते हैं। इसी तरह जल और धरती को भी पवित्र मानते हैं। जबकि शव को अपवित्र माना जाता है। ऐसे में उनका मानना है कि शव को जलाने, प्रवाहित करने या दफन करने से अग्नि, जल या धरती अपवित्र हो जाती है। ऐसा करने से ईश्वर की संरचना प्रदूषित होती है। इसलिए पारसी समुदाय में शव को आसमान को सौंप दिया जाता है। फिर शव का क्या होता है? अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर पारसी लोग कैसे शव को आसमान को सौंपते हैं? दरअसल इसके लिए टावर ऑफ साइलेंस बनाया गया है। इसे द...

Cyrus Mistri Death: मर्सिडीज SUV में भी क्यों नहीं बच पाए साइरस मिस्त्री

Cyrus Mistri Death: टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन और शापूरजी-पालनजी समूह के वारिस साइरस मिस्त्री का रविवार को एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। यह हादसा मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर पालघर के चरोटी इलाके में हुआ। इस हादसे में साइरस मिस्त्री के साथ जहांगीर दिनशा पंडोले की भी मौत हो गई। जबकि कार चला रहीं मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले और उनके पति डेरियस घायल हो गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अनाहिता पंडोले ने वाहन से नियंत्रण खो दिया था और यह कार डिवाइडर से जा टकराई। इस एक्सीडेंट के बाद से सवाल उठाए जा रहे हैं कि अत्याधुनिक सेफ्टी फीचर्स से लैस मर्सिडीज की एक मंहगी एसयूवी में सवार होने के बावजूद देश के दो प्रमुख उद्योगपतियों की जान कैसे चली गई? इसके जवाब में कई कारण बताए जा रहे हैं। अभी पढ़ें – TATA ने लॉन्च की Jet Edition की दो नई एसयूवी, फीचर्स के सामने कीमत कुछ भी नहीं! एयरबैग खुलने में हुई देरी चिकित्सा अधीक्षक प्रदीप ढोड़ी (Pradeep Dhodi) ने बताया कि मिस्त्री और जहांगीर दोनों का ही सिर आगे वाली सीट से टकराया जिसके चलते दोनों की मौत हो गई। बता दें कि मर्सिडीज-बेंज जीएलसी 220 डी (Mercedes-Benz GLC 220D) कार में पीछे की सीट के यात्रियों के लिए साइड कर्टन एयरबैग दिए जाते है। खबरों के मुताबिक शुरुआती जांच में पुलिस ने बताया है कि Airbags के देरी से खुलने की वजह से ये हादसा हुआ। सीट बेल्ट नहीं पहनी पुलिस के अनुसार, साइरस और जहांगीर ने सीट बेल्ट नहीं पहनी हुई थी, यही वजह थी की उन दोनों airbags खुलने से पहले ही उनका का सिर आगे वाली सीट से टकरगया। वही दूसरी तरफ पुलिस ने कहा कि अनैता और डारिस इस दुर्घटना में बच गए। क्योकि उन दोनों के सीटबेल्ट पहन...