दार्जिलिंग कहां स्थित है

  1. दार्जिलिंग कहाँ है? दार्जिलिंग में घूमने के प्रमुख स्थान?
  2. यही है ज़िंदगी: न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग की ओर
  3. शिव के 12 ज्योतिर्लिंग का महत्व, कहानी और कहां
  4. दार्जिलिंग के टॉप पर्यटन स्थल
  5. दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे घूमने की जानकारी और पर्यटन स्थल


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दार्जिलिंग कहाँ है? दार्जिलिंग में घूमने के प्रमुख स्थान?

दार्जिलिंग दार्जिलिंग की ऊंचाई और तापमान? दार्जिलिंग समुद्र तल से लगभग 2,000 मीटर (6,700 फीट) दार्जिलिंग क्यों प्रसिद्ध है? • दार्जिलिंग अपनी चाय के लिए प्रसिद्ध है, जो अपने अनोखे स्वाद और सुगंध के लिए जानी जाती है। • यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है, जिसमें • इसके अतिरिक्त, दार्जिलिंग भारत में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो औपनिवेशिक युग की वास्तुकला, बौद्ध मठों और ट्रेकिंग के अवसरों का मिश्रण पेश करता है। दार्जिलिंग का इतिहास? 19वीं शताब्दी के मध्य में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा हिल स्टेशन के रूप में विकसित किए जाने से पहले दार्जिलिंग पूर्वी हिमालय में एक छोटा सा गांव था। यह क्षेत्र ब्रिटिश औपनिवेशिक प्रशासकों के लिए एक लोकप्रिय समर रिट्रीट बन गया, और इस क्षेत्र में चाय की खेती की शुरुआत हुई, जिससे प्रसिद्ध 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल राज्य का हिस्सा बन गया। इस क्षेत्र में एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है, जिसमें तिब्बती, नेपाली और बंगाल के प्रभावों का मिश्रण शामिल है, और क्षेत्र की नेपाली भाषी आबादी के लिए एक अलग राज्य की मांग करने वाले गोरखालैंड आंदोलन सहित राजनीतिक और सांस्कृतिक आंदोलनों का स्थल रहा है। दार्जिलिंग की स्थापना कब और किसने की थी?? दार्जिलिंग को एक शहर के रूप में स्थापित नहीं किया गया था, बल्कि 19वीं शताब्दी के मध्य में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा एक हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया था। विकास की सटीक तिथि स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह 1800 के मध्य से लेकर अंत तक के समय में जाना जाता है। सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग से दार्जिलिंग कैसे पहुँचे? • • ट्रेन से दार्जिलिंग कैसे जायें : निकटतम प्रमुख रे...

यही है ज़िंदगी: न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग की ओर

12 अप्रैल दोपहर के 12.25 बजे ट्रेन से उतरने के बाद हम न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से बाहर निकले। पसीने से भीगे कपड़ाें से लदा और रात भर की अनिद्रा व भागदौड़ से परेशान शरीर,परमतत्व की प्राप्ति जैसा अनुभव कर रहा था। बाहर रिक्शों और टैक्सियों की लाइन लगी थी। मानो हमसे यह पूछा जाने वाला था कि किस लोक में जाना है। पूछने की जरूरत ही नहीं थी। धड़ाधड़ ऑफर मिल रहे थे। हमारे चेहरे से ही जाहिर था कि हम किसी दूसरी दुनिया से आये हुए एलियन हैं। एक टैक्सी वाले ने अपना किराया बताया तो पांव तले की जमीन खिसक गई। न्यू जलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी की दूरी लगभग 5 किमी है। इस दूरी को यदि 20 रूपये प्रति व्यक्ति के हिसाब शेयर्ड आटो से तय कर लिया जाय तो फिर सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग के लिए शेयर्ड टाटा सूमो गाड़ी आसानी से मिल जायेगी। मोक्ष प्रदान करने वाला यह ज्ञान अभी हमें नहीं मिला था। सो अभी हम इधर–उधर की सोच ही रहे थे कि एक मानवचालित रिक्शेवाले ने हमें "कैप्चर" कर लिया। मुझे याद आया कि इस तरह के रिक्शे की सवारी मैंने कभी बचपन में ही की थी। ऐसे रिक्शे वाले यहाँ एक–दो ही दिख रहे थे। उसने चुग्गा डाला– "पचास रूपये में बस स्टैण्ड छोड़ दूँगा।" "कौन सा बस स्टैण्ड?" "सिलीगुड़ी" "हमें दार्जिलिंग जाना है।" "वहाँ से बस मिल जायेगी।" हमें मुँहमाँगी मुराद मिल गयी थी। इस महँगाई के जमाने में पचास रूपये की औकात ही क्या है। अच्छे से मोल भाव किया और रिक्शे पर सवार होकर चल दिये। लेकिन न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते ही रिक्शे वाला एक प्राइवेट ट्रैवेल एजेन्सी वाले के सामने जा खड़ा हुआ और ट्रैवेल एजेन्सी वाले पीछे पड़ गये। हमने पूछा– "अरे भाई यहां कहां रोक दिएǃ ये तो बस स्टैण्ड नहीं लग रहा।" रिक्शेवाले ने कहा–...

शिव के 12 ज्योतिर्लिंग का महत्व, कहानी और कहां

हमारा भारत एक ऐसा देश है जहां अध्यात्म में आस्था रखने वाले लोग बसते हैं। भारत मंदिरों का देश है और यहां कई ऐसे विशिष्ठ धाम है जहां पर भक्तों का तांता हमेशा लगा रहता है। आज हम आपको भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग का महत्व व विशेषता के बारें में विस्तार से बताएंगे । भारत की भूमि ऐसी पवित्रा स्थली है जहां एक से बढ़कर एक तीर्थ विराजमान हैं। इन प्रमुख तीर्थों में Advertisements ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति अपने पूरें जीवन में एक बार शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर लेता है तो वह सभी दोषों से मुक्त होकर मृत्यु पश्चात मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। सौभाग्यशाली लोग ही अपने जीवन में शिव के 12 ज्योतिलिंगों के दर्शन कर पाते हैं। (Shiva 12 Jyotirlinga in hindi) आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि 12 ज्योतिर्लिंगों के नाम क्या-क्या है? शिव के 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां स्थित हैं? तथा उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें। विषय–सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ज्योतिर्लिंग का अर्थ क्या है? ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति? ज्योतिर्लिंग दो शब्दों से मिलकर बनता है ज्योति़लिंग। शिव प्रकाशमान ज्योति के रूप में प्रकट हुये थे। धार्मिक मान्यताओं व ग्रथों के अनुसार शिव साक्षात रुप में एक दिव्य ज्योति के रूप में साक्षात प्रकट हुये थे। यह धरती के 12 अलग-अलग स्थानों पर अपने विभिन्न रूपों में साक्षात विराजमान हुये थे। ज्योतिर्लिंग का अर्थ प्रकाश स्तंभ होता है। ऐसा कहा जाता है कि एक बार भगवान ब्रह्मा को और भगवान विष्णु के बीच में यह बहस हुई कि कौन सर्वाेच्च देवता है। तभी भगवान शिव प्रकाश स्तंभ के रूप में प्रकट हुए और प्रत्येक से इस प्रकाश स्तम्भ का अंत खोजने को कहा। भगवान विष्णु ऊपर की ओर भगवान ब्रह्म...

दार्जिलिंग के टॉप पर्यटन स्थल

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दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे घूमने की जानकारी और पर्यटन स्थल

1/5 - (1 vote) Darjeeling Himalayan Railway In Hindi : दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को डीएचआर के नाम से भी जाना जाता है और इसे ‘दार्जिलिंग टॉय ट्रेन’ भी कहां जाता हैं। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे भारत के पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलती है। इस रेलवे लाइन का निर्माण वर्ष 1879 से 1881 के दौरान किया गया था। 88 किलोमीटर लंबे इस रेलवे ट्रैक को अपनी टॉय ट्रेन के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है, जो धुंध वाली पहाड़ी की ओर जाती है और घाटी के बिल्कुल भव्य दृश्य पेश करती है। इसी सुन्दरता को देखते हुए इस रेलवे लाइन को वर्ष 1999 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में भी शामिल किया गया है। अगर आप दार्जलिंग जाने वाले है तो आपको दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे घूमने जरूर जाना चाहिये । इस आर्टिकल में हम दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की यात्रा से जुडी सभी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बात करने वाले है इसीलिए इस आर्टिकल को ध्यान से जरूर पढ़े – • • • 1. दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के आसपास घूमने लायक प्रमुख पर्यटन और आकर्षण स्थल – Places To Visit Near Darjeeling Himalayan Railway In Hindi दार्जिलिंग हिल स्टेशन पर घूमने के लिए कई आकर्षित जगह विधमान है जिनका दौरा करके पर्यटक सुखद आनंद की अनुभूति कर सकता हैं। तो आइए हम दार्जलिंग हिल स्टेशन के टूरिस्ट प्लेस की जानकारी आपको देते हैं। दार्जिलिंग पर्यटन स्थल दुनिया भर में सबसे अधिक मनोरम हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता हैं। दार्जिलिंग में खूबसूरत भू-छाया वाले पर्वतों से लेकर शानदार चाय के साथ-साथ बरामदे की खूबसूरत वादियों का नजारा आपकी नजरो के सामने होता हैं और पर्यटक इसका लुत्फ़ उठाते हुए नजर आते हैं। रोपवे से घूमते हुए यहा के शानदार नाजारो क...