Dalchini ke fayde aur nuksan

  1. जीरा के फायदे और नुकसान (जीरा से लाभ और हानि) Jeera ke fayde aur nuksan
  2. गुड़हल की चाय के फायदे और नुकसान
  3. Dalchini ke fayde दालचीनी क्या है? दालचीनी के फायदे और नुक्सान। Dalchini ke Fayde aur Nuksan in Hindi
  4. इलायची के फायदे, गुण और नुकसान : Elaichi (Cardamom) Benefits and Side Effects in Hindi
  5. दालचीनी के फायदे, नुकसान एवं उपयोग
  6. दालचीनी के तेल के फायद, उपयोग और नुकसान
  7. दालचीनी के फायदे और नुकसान एवं औषधीय गुण – hindi.dermamantra.com


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जीरा के फायदे और नुकसान (जीरा से लाभ और हानि) Jeera ke fayde aur nuksan

आप सब्जी खाते हैं, तो जीरा (cumin in hindi) के बारे में जरूर जानते होंगे। जीरा के बिना शायद ही कोई सब्जी बनाई जाती होगी। जब भी कोई सब्जी बनाई जाती है, तो सबसे पहले जीरा का छौंक ही लगाया जाता है। आप भी जीरा का उपयोग करते होंगे, और केवल इतना ही जानते होंगे कि जीरा का प्रयोग सब्जी में किया जाता है। यह नहीं जानते होंगे कि जीरा के प्रयोग से कई बीमारियों का उपचार भी किया जा सकता है। जी हां, आयुर्वेद में जीरा को एक बहुत ही फायदेमंद औषधि बताया गया है, और यह भी बताया गया है कि, कैसे जीरा का सेवन कर अनेक रोगों की रोकथाम करने में मदद मिल सकती है। आप जरूर जानना चाहेंगे। आइए जानते हैं। Contents • 1 जीरा क्या है? (What is Jeera in Hindi?) • 2 अन्य भाषाओं में जीरा के नाम (Jeera Called in Different Languages) • 3 जीरा के फायदे और उपयोग (Jeera Benefits and Uses in Hindi) • 3.1 मुंह से बदबू आने पर जीरा का प्रयोग (Jeera Uses for Bad Breath in Hindi) • 3.2 मतली और उल्टी में जीरा के प्रयोग से फायदा (Benefits of Jeera to Stop Nausea and Vomiting in Hindi) • 3.3 जीरा का उपयोग कर सर्दी-जुकाम से राहत (Jeera Benefits in Fighting with Cold and Cough in Hindi) • 3.4 मुंह के रोग में जीरा का सेवन फायदेमंद (Jeera Benefits for Oral Disease in Hindi) • 3.5 खट्टी डकार आने पर जीरा का उपयोग (Jeera Benefits for Burping in Hindi) • 3.6 जूं (लीख) को खत्म करने के लिए जीरा का प्रयोग (Benefits of Jeera in Lice Treatment in Hindi) • 3.7 खुजली में फायदेमंद जीरा का इस्तेमाल (Benefits of Jeera in Itching Treatment in Hindi) • 3.8 हिचकी में फायदेमंद जीरा का सेवन (Jeera Benefits for Hiccup Problem in Hindi) • 3.9 एसिडिट...

गुड़हल की चाय के फायदे और नुकसान

Hibiscus Tea Benefits In Hindi : ग्रीन, ब्लैक, लेमन या दूध वाली चाय के बारे में तो हर कोई जनता है, पर क्या आप गुड़हल की चाय ( Gudhal ki chai) के बारे में जानते हैं? अगर नहीं जानते हैं, तो आज हम आपको गुड़हल की चाय के फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे। तो आइये अब इस पोस्ट को शरू करते हैं। Gudhal ki chai 8 सन्दर्भ (References) गुड़हल की चाय (हिबिस्‍कस टी) | Hibiscus tea meaning in Hindi Hibiscus tea in Hindi गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) एक हर्बल चाय है जिसे अंग्रेजी भाषा में हिबिस्कस टी भी कहा जाता है। गुड़हल की चाय गुड़हल के फूलों को सूखा कर और फिर पानी में उबाल कर तैयार की जाती है। गुड़हल की चाय का रंग गहरा लाल और स्‍वाद खट्टा और तीखा होता है। वैसे तो गुड़हल के कई प्रकार हैं, लेकिन हिबिस्‍कस सबदारिफा (Hibiscus sabdariffa) का इस्‍तेमाल हिबिस्‍कस की चाय बनाने में सबसे ज्‍यादा किया जाता है। और पढ़ें – गुड़हल में मौजूद पौष्टिक तत्व | Hibiscus nutritional value in Hindi हिबिस्कस चाय (Gudhal ki chai) स्वाभाविक रूप से कैफीन मुक्त है। यूएसडीए न्यूट्रिएंट डेटाबेस (USDA Nutrient Database) के अनुसार, गुड़हल (हिबिस्कस) में कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जस्ता जैसे खनिज पाए जाते हैं। गुड़हल (हिबिस्कस) विटामिन C और आयरन का भी एक अच्छा स्रोत (गुड़हल के फूल के फायदे) है। जो रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है साथ ही गुड़हल में एंथोसायनिन (फ्लेवोनोइड्स) भी पाया जाता है जो ऊंचे रक्तचाप के स्तर को कम करने, सामान्य सर्दी जुखाम को दूर करने और मूत्र संबंधी संक्रमण (Urinary tract infections) को ठीक करने के लिए फायदेमंद होता है। और पढ़ें – ...

Dalchini ke fayde दालचीनी क्या है? दालचीनी के फायदे और नुक्सान। Dalchini ke Fayde aur Nuksan in Hindi

सभी घरो में दालचीनी आसानी से मिल जाती है जिसका उपयोग मसालो के रूप में किया जाता है। दालचीनी एक सुगन्धित मसाला है जो की खाने में स्वाद को और बढ़ाता है और सुगन्धित खुशबूदार बनता है। क्या आप जानते है की दालचीनी केवल एक मसाला ही नहीं एक ऐसा घटक है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। दालचीनी (dalchini ke fayde) बहुत सी बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी औषधि है कमाल की बात तो ये है की दालचीनी एलोपेथी दवाओं के लिए बहुत उपयोगी है। वैज्ञानिको के शोध के अनुसार लॉन्ग के बाद दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट को पाया है। दालचीनी (dalchini ke fayde) का महत्व बहुत प्राचीन समय से प्रसिद्द है। रोम में मृत शरीर से गंध दूर करने के लिए दालचीनी का उपयोग करते है और वहा आज भी दालचीनी महंगे मसालो में से एक है। दालचीनी की उत्पत्ति दक्षिण एशिया में हुयी थी ऐसा माना जाता है। लेकिन दुनियाभर के जीतने उष्णकटिबंधीय क्षेत्र है वहा इसे सबसे ज़्यादा देखा जाता है। शुद्ध और अच्छी दालचीनी श्रीलंका के अलावा सिचेल और मेडागास्कर द्वीपों में पायी जाती है। भारत के केरल में दालचीनी की खेती की जाती है। दालचीनी की तासीर गर्म होती है जिसका उपयोग वात और कफ रोग को दूर करने के लिए किया जाता है जबकि इसके उपयोग से पित्त दोष बढ़ता है । Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • क्या आपको इसके बारे में पता है? क्या आप जानते है? Do You Know About Dalchini, Kya Ap Jante hai dalchini ke fayde? इतिहासकारो के अनुसार जड़ी बूटी और मसालो (दालचीनी) की खोज में क्रिस्टोपर कोलंबस और वास्को डिगामा ने कर दी थी। दालचीनी की खोज एक पुर्तगाली ने की थी और इसकी उत्पत्ति श्रीलंका में हुयी थी। दालचीनी कीमती मसालो में से एक है और इसक...

इलायची के फायदे, गुण और नुकसान : Elaichi (Cardamom) Benefits and Side Effects in Hindi

खाने पीने की कोई डिश हो या मिठाई, उसमें अच्छी खुशबू लाने के लिए हम सभी इलायची (Cardamom) का ही प्रयोग करते हैं। आमतौर पर इलायची को मसाले और माउथ फ्रेशनर के रुप में ही इस्तेमाल किया जाता है। इलायची मुख्य रुप से भारतीय उपमहाद्वीप में उगने वाला एक पौधा है और अपने देश में कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में इलायची की खेती सबसे ज्यादा की जाती है। अधिकतर लोगों को तो यह पता भी नहीं कि यह आपकी सेहत के लिए भी कई मायनों में फायदेमंद होती है। इलायची के गुण सिर्फ मुंह की बदबू दूर करने और व्यंजनों की खुशबू बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह सर्दी-खांसी, पाचन से जुड़ी समस्याएं, उल्टी, मूत्र से जुड़ी समस्याएं आदि के उपचार में बहुत कारगर है। इस लेख में हम आपको इलायची के फायदे, नुकसान और खुराक के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। • • • • • • • • • • • • • • • • • • इलायची के प्रकार (Types of cardamom): इलायची दो तरह की होती है : छोटी इलायची और बड़ी इलायची । छोटी इलायची का इस्तेमाल मुंह की दुर्गंध दूर करने, मिठाई बनाने और व्यंजनों की खुशबू बढ़ाने में किया जाता है। जबकि बड़ी इलायची का मुख्य उपयोग मसालों के तौर पर किया जाता है। इलायची (Elaichi) के इन दोनों रूपों में आकार, रंग और स्वाद का अंतर होता है। छोटी इलायची हरे रंग की होती है वहीं बड़ी इलायची काले रंग की होती है। रंग की वजह से ही कई जगहों पर लोग इन्हें हरी इलायची और काली इलायची के नाम से भी बुलाते हैं। इलायची में पाए जाने वाले पोषक तत्व : इलायची में कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन और फॉस्फोरस मुख्य रुप से पाए जाते हैं। इनके अलावा भी इलायची में कई अन्य पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इलायची खाने ...

दालचीनी के फायदे, नुकसान एवं उपयोग

दालचीनी के फायदे (Dalchini ke Fayde) एवं नुकसान (Dalchini Benefits and Side Effects): दालचीनी (Dalchini Khane ke Fayde) हर भारतीय रसोई की शान होती है. जिसका उपयोग मसाले के रूप में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं अपितु इसका उपयोग एक कारगर आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी किया जाता है. आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी (Cinnamon) में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी औषधीय गुण पाए जाते है जो सेहत को दुरुस्त रखें में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसके अलावा मोटापे से परेशान लोग दालचीनी की चाय या इसके पाउडर का उपयोग बजन काम करने के लिए करते है. दालचीनी के फायदे अगल अगल परेशानियों में बेहतर हो सकते है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से कई नुकसान भी हो सकते है. तो चलिए दालचीनी के फायदे और नुकसान के बारे में बिस्तर से चर्चा करते है. भारत में दालचीनी (Cinnamon) के फायदे, नुकसान और उपयोग कैसे करें दालचीनी क्या है? (What is Cinnamon in Hindi?) दालचीनी (Cinnamon in Hindi) का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है जिसका वैज्ञानिक नाम सिनॅमोमम झेलॅनिकम (Cinnamon) है. दालचीनी की छाल पतली, भूरे रंग की, मुलायम, चिकनी अधिक सुगन्धित होती है. दुनिया भर में दालचीनी को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जिनका विवरण निचे दिए है. अन्य भाषाओं में दालचीनी के नाम (Dalchini Name in Different Languages) हिंदी- दालचीनी, दारुचीनी, दारचीनी इंग्लिश- ट्रु सिनैमोन (True Cinnamon), सीलोन सिनामोन (Ceylon Cinnamon) संस्कृत- त्वक्, स्वाद्वी, तनुत्वक्, दारुसिता, चोचम, वराङ्ग, भृङ्ग, उत्कट उर्दू – दारचीनी (Darchini) ओड़िया- दालोचीनी (Dalochini), दारूचीनी (Daruchini) पंजाबी- दाचीनी (Dachini), किरफा (Kirfa) गुजराती- दालचीनी...

दालचीनी के तेल के फायद, उपयोग और नुकसान

दालचीनी की गिनती चुनिंदा खास मसालों में होती है। खासकर, भारतीय व्यंजनों में इसका इस्तेमाल जायका बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, इसका उपयोग स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है। वहीं, दालचीनी की तरह ही कई शारीरिक समस्याओं में इससे बनने वाले तेल यानी दालचीनी के तेल का उपयोग भी फायदेमंद माना जाता है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम दालचीनी के तेल के फायदे बताने जा रहे हैं। इस लेख में आप दालचीनी के तेल के फायदे के साथ-साथ इसके उपयोग और इससे जुड़े नुकसान भी जान पाएंगे। दालचीनी के तेल के बारे में जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। विषय सूची • • • • • • • • दालचीनी के तेल के नुकसान – Side Effects of Cinnamon Oil in Hindi दालचीनी के तेल के फायदे – Benefits of Cinnamon Oil in Hindi दालचीनी का तेल गुणों से भरपूर होता है। दालचीनी के तेल के फायदे के बारे में हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं। इससे पहले हम पाठकों को यह बताना चाहते हैं कि दालचीनी का तेल किसी भी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है। इसका उपयोग केवल समस्या से बचाव व उसके लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। गंभीर स्वास्थ्य स्थिति में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। 3. कैंसर से बचाव में लाभकारी दालचीनी के तेल के फायदे कैंसर से बचाव में भी कुछ हद तक लाभकाही हो सकते हैं। दरअसल, इससे जुड़े एक शोध में इसके एंटीकैंसर प्रभाव के बारे में पता चलता है, यानी यह कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। इसके एंटीकैंसर गुण के पीछे इसमें मौजूद ट्रांस-सिनामलडिहाइड (trans-cinnamaldehyde) नामक यौगिक का प्रभाव माना जाता है। वहीं, शोध में इस बात का साफ जिक्र मिलता है कि ट्रांस-सिनामलडिहाइड, स्तन कैंसर के जोखिम को कम करने में...

दालचीनी के फायदे और नुकसान एवं औषधीय गुण – hindi.dermamantra.com

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