डिब्रूगढ़ कहा है

  1. अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल से लिखा पत्र, कहा
  2. Amritpal Singh को लेकर डिब्रूगढ़ पहुंची पंजाब पुलिस, NSA के तहत हुई गिरफ्तारी
  3. असम: अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ लाए जाने की खबरों के बीच सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई – ThePrint Hindi
  4. डिब्रूगढ़ : इतिहास, दर्शनीय स्थल, कैसे पहुंचे और घूमने का सबसे अच्छा समय
  5. अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल लाया गया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम; यहीं बंद है उसका साथी पपलप्रीत
  6. जेल में बंद बहुरूपिया Amritpal Singh की चिट्ठी आई सामने, पंजाब सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
  7. Amritpal Singh को लेकर डिब्रूगढ़ पहुंची पंजाब पुलिस, NSA के तहत हुई गिरफ्तारी
  8. अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल लाया गया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम; यहीं बंद है उसका साथी पपलप्रीत
  9. असम: अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ लाए जाने की खबरों के बीच सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई – ThePrint Hindi
  10. अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल से लिखा पत्र, कहा


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अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल से लिखा पत्र, कहा

Amritpal ने जेल में अपने वकील भगवंत सिंह सियाल्का को गुरमुखी (Gurmukhi) में लिखा एक पत्र सौंपा, जिसमें उसने कहा, ईश्वर की कृपा से मैं यहां भी ऊर्जा से भरपूर और आशावादी हूं। अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार पर फर्जी मामले दर्ज करने का लगाया आरोप अपने संगठन के सदस्यों के खिलाफ मामलों का जिक्र करते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार (Government of Punjab) पर ज्यादती करने और सिखों के खिलाफ कई फर्जी मामले दर्ज करने का आरोप लगाया। उसने पत्र में कहा, यह पूरा मामला खालसा पंथ का है और मैं पंथ से अपील करता हूं कि सक्षम वकीलों का एक पैनल बनाया जाए, जो इन सभी मामलों को देखे। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab & Haryana High Court) ने गिरफ्तार लोगों के एक-एक परिजन को उनसे मिलने की अनुमति दी थी जिसके बाद वे लोग यहां पहुंचे। परिजनों के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) के एक कार्यकारी सदस्य और वकील भगवंत सिंह सियाल्का और एक अन्य अधिवक्ता सिमरनजीत सिंह भी थे। रासुका के तहत दर्ज हुआ है मामला सिमरनजीत सिंह ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (Rasuka) के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन सभी के खिलाफ समान आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, गिरफ्तार लोगों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है। यह निश्चित रूप से साजिश है, क्योंकि उन पर रासुका के तहत मामला दर्ज करने का कोई कारण नहीं है। अमृतपाल मादक पदार्थ दुरुपयोग के खिलाफ प्रचार कर रहा था और सिख धर्म का उपदेश देता था।

Amritpal Singh को लेकर डिब्रूगढ़ पहुंची पंजाब पुलिस, NSA के तहत हुई गिरफ्तारी

अमृतपाल के सरेंडर के बाद पंजाब पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। पंजाब पुलिस ने लोगों से गलत खबरें ना फैलाने की अपील की है। वहीं ये भी बताया कि उसकी गिरफ्तारी NSA के तहत की गई है। पंजाब पुलिस लोगों को शांति कायम रखने के लिए लोगों का धन्यावाद भी किया है। पंजाब पुलिस ने कहा, "जब अमृतपाल को पता चल गया कि वो चारों तरफ से घिर गया है तो उसने सरेंडर कर दिया। मोगा से आज सुबह से अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया। उसे स्पेशल प्लेन के जरिए डिब्रूगढ़ भेजा जा रहा है।"

असम: अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ लाए जाने की खबरों के बीच सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई – ThePrint Hindi

पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत डिब्रूगढ़ ले जाया जाएगा। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि डिब्रूगढ़ के जिस केंद्रीय कारागार में सिंह को रखा जाएगा वहां बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘जेल परिसर के चारों ओर असम पुलिस के विशिष्ट ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) और जेल सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। जेल के अंदर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।’’ डिब्रूगढ़ यातायात पुलिस से भी हवाई अड्डे से जेल तक 15 किलोमीटर लंबे रास्ते को बाधा मुक्त रखने को कहा गया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों के अलावा एक विशेष दल को भी तैनात किया गया है। सूत्रों के अनुसार, सिंह को एक विशेष विमान से लाया जा रहा है, जिसने बठिंडा से सुबह आठ बजकर 25 मिनट पर उड़ान भरी। पंजाब पुलिस ने एक महीने से अधिक समय से फरार अमृतपाल सिंह को आज सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर रोडे गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसके नौ सहयोगी इस समय डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद हैं। ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) के चार सदस्यों को 19 मार्च को यहां लाए जाने के बाद से जेल परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भाषा सिम्मी नेत्रपाल नेत्रपाल यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

डिब्रूगढ़ : इतिहास, दर्शनीय स्थल, कैसे पहुंचे और घूमने का सबसे अच्छा समय

• इतिहास • घूमने के स्थान • कैसे पहुंचा जाये डिब्रूगढ़ भारत में चाय के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्रों में से एक है और यह मुख्य नदी ब्रह्मपुत्र से भी बहुत निकट से जुड़ा हुआ है। सुखदायक दृश्य और मज़ेदार गतिविधियाँ इस जगह को एक ज़रूरी यात्रा और एक शीर्ष पर्यटन स्थल बनाती हैं असम राज्य. ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, कैंपिंग के लिए जा सकते हैं और कई साहसिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। डिब्रूगढ़ लोकप्रिय रूप से 'भारत के चाय शहर' के रूप में जाना जाता है। डिब्रूगढ़ घूमने का सबसे अच्छा समय चल रहा है। सर्दियों के दौरान, अक्टूबर से मार्च तक, डिब्रूगढ़ की यात्रा की जा सकती है, क्योंकि इन महीनों के दौरान मौसम सबसे सुखद होता है। हालांकि, वर्ष के किसी भी समय असम में इस शहर की यात्रा करना अच्छा है क्योंकि सामान्य तौर पर, राज्य वर्ष में किसी भी बिंदु पर घूमने और घूमने के लिए सुखद जलवायु का गवाह बनता है। डिब्रूगढ़ का इतिहास डिब्रूगढ़ अपने इतिहास को अहोम साम्राज्य के साथ साझा करता है क्योंकि यह भारत के उत्तर पूर्व में बहुत प्रमुख था और डिब्रूगढ़ पर भी अहोम शासकों का शासन था। शहर के बारे में स्थानीय लोगों और सूत्रों का दावा है कि शहर का नाम 'दिब्रूमुख' से लिया गया है जो अहोम राजाओं के लिए एक अस्थायी शिविर था। कुछ स्थानीय कहानियों का दावा है कि शहर का नाम ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी दिबरू नामक नदी के किनारे अंग्रेजों द्वारा बनाए गए एक किले के नाम पर रखा गया था। 'डिबरू' 'दिमासा' शब्द से आया है जिसका अर्थ है पानी, जबकि 'ग्रह' का अर्थ है किला, जिसे एक साथ डिब्रूगढ़ कहा जाता था। असम में अंग्रेजों के आने के बाद, शहर में कई प्रमुख प्रशासनिक और वाणिज्यिक गतिविधियां देखी गईं। द्वितीय विश्व युद्ध ...

अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल लाया गया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम; यहीं बंद है उसका साथी पपलप्रीत

अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल लाया गया, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम; यहीं बंद है उसका साथी पपलप्रीत खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के अन्य सहयोगी भी डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तान नेता के करीबी पपलप्रीत सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद 11 अप्रैल को असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया था। डिब्रूगढ़, पीटीआई। पंजाब से खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह को लेकर विशेष विमान रविवार को असम के डिब्रूगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचा। पंजाब पुलिस ने रविवार सुबह अमृतपाल को को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसे पंजाब के बठिंडा से विशेष विमान के जरिए लाया गया। उसे शहर के केंद्रीय कारागार ले जाया गया। इस जेल में अमृतपाल सिंह के अन्य सहयोगियों के भी बंद होने के कारण सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। इसी जेल में बंद है पपलप्रीत सिंह बता दें कि खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के अन्य सहयोगी भी डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तान नेता के करीबी पपलप्रीत सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद 11 अप्रैल को असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया था। NSA के तहत किया गया गिरफ्तार इससे पहले, पंजाब के आईजीपी ने कहा कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के वारंट जारी किए गए थे और उन वारंटों को आज सुबह निष्पादित किया गया है। सुखचैन सिंह गिल ने कहा, "अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए वारंट जारी किए गए थे और उन वारंटों को आज सुबह निष्पादित किया गया है। अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने आज सुबह करीब 6.45 बजे गांव रोडे (मोगा) में गिरफ्तार किया है।" कानून के तहत की जाएगी कार्रवाई उन्होंने कहा, "अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़, असम भेजा गया है और मामले में कानून व्...

जेल में बंद बहुरूपिया Amritpal Singh की चिट्ठी आई सामने, पंजाब सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने अपने वकील को लिखे पत्र में कहा है कि वह जेल भी 'ऊर्जा से भरपूर और आशावादी' है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी कि अमृतपाल समेत इसके संगठन के गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के परिजन बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे और डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में उनसे मुलाकात की। अमृतपाल ने जेल में अपने वकील भगवंत सिंह सियाल्का को गुरमुखी में लिखा एक पत्र सौंपा, जिसमें उसने कहा, 'ईश्वर की कृपा से मैं यहां भी ऊर्जा से भरपूर और आशावादी हूं।' अपने संगठन के सदस्यों के खिलाफ मामलों का जिक्र करते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार पर ज्यादती करने और सिखों के खिलाफ कई फर्जी मामले दर्ज करने का आरोप लगाया। उसने पत्र में कहा, 'यह पूरा मामला 'खालसा पंथ' का है और मैं 'पंथ' से अपील करता हूं कि सक्षम अधिवक्ताओं का एक पैनल बनाया जाए, जो इन सभी मामलों को देखे।' पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने गिरफ्तार लोगों के एक-एक परिजन को उनसे मिलने की अनुमति दी थी जिसके बाद वे लोग यहां पहुंचे थे। 'अमृतपाल को साजिश के तहत किया गया गिरफ्तार' परिजनों के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के एक कार्यकारी सदस्य और वकील भगवंत सिंह सियाल्का तथा एक अन्य अधिवक्ता सिमरनजीत सिंह भी थे। सिमरनजीत सिंह ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन सभी के खिलाफ समान आरोप हैं। उन्होंने कहा, 'गिरफ्तार लोगों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है। यह निश्चित रूप से साजिश है, क्योंकि उन पर रासुका के तहत मामला दर्ज करने का कोई कारण नहीं है। अमृतपाल मादक पदार्थ दुरुपयोग के खिलाफ प्रचार कर रह...

Amritpal Singh को लेकर डिब्रूगढ़ पहुंची पंजाब पुलिस, NSA के तहत हुई गिरफ्तारी

अमृतपाल के सरेंडर के बाद पंजाब पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। पंजाब पुलिस ने लोगों से गलत खबरें ना फैलाने की अपील की है। वहीं ये भी बताया कि उसकी गिरफ्तारी NSA के तहत की गई है। पंजाब पुलिस लोगों को शांति कायम रखने के लिए लोगों का धन्यावाद भी किया है। पंजाब पुलिस ने कहा, "जब अमृतपाल को पता चल गया कि वो चारों तरफ से घिर गया है तो उसने सरेंडर कर दिया। मोगा से आज सुबह से अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया। उसे स्पेशल प्लेन के जरिए डिब्रूगढ़ भेजा जा रहा है।"

अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल लाया गया सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम; यहीं बंद है उसका साथी पपलप्रीत

अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल लाया गया, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम; यहीं बंद है उसका साथी पपलप्रीत खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के अन्य सहयोगी भी डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तान नेता के करीबी पपलप्रीत सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद 11 अप्रैल को असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया था। डिब्रूगढ़, पीटीआई। पंजाब से खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह को लेकर विशेष विमान रविवार को असम के डिब्रूगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचा। पंजाब पुलिस ने रविवार सुबह अमृतपाल को को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसे पंजाब के बठिंडा से विशेष विमान के जरिए लाया गया। उसे शहर के केंद्रीय कारागार ले जाया गया। इस जेल में अमृतपाल सिंह के अन्य सहयोगियों के भी बंद होने के कारण सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। इसी जेल में बंद है पपलप्रीत सिंह बता दें कि खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के अन्य सहयोगी भी डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तान नेता के करीबी पपलप्रीत सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद 11 अप्रैल को असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया था। NSA के तहत किया गया गिरफ्तार इससे पहले, पंजाब के आईजीपी ने कहा कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के वारंट जारी किए गए थे और उन वारंटों को आज सुबह निष्पादित किया गया है। सुखचैन सिंह गिल ने कहा, "अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए वारंट जारी किए गए थे और उन वारंटों को आज सुबह निष्पादित किया गया है। अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने आज सुबह करीब 6.45 बजे गांव रोडे (मोगा) में गिरफ्तार किया है।" कानून के तहत की जाएगी कार्रवाई उन्होंने कहा, "अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़, असम भेजा गया है और मामले में कानून व्...

असम: अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ लाए जाने की खबरों के बीच सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई – ThePrint Hindi

पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत डिब्रूगढ़ ले जाया जाएगा। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि डिब्रूगढ़ के जिस केंद्रीय कारागार में सिंह को रखा जाएगा वहां बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘जेल परिसर के चारों ओर असम पुलिस के विशिष्ट ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) और जेल सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। जेल के अंदर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।’’ डिब्रूगढ़ यातायात पुलिस से भी हवाई अड्डे से जेल तक 15 किलोमीटर लंबे रास्ते को बाधा मुक्त रखने को कहा गया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों के अलावा एक विशेष दल को भी तैनात किया गया है। सूत्रों के अनुसार, सिंह को एक विशेष विमान से लाया जा रहा है, जिसने बठिंडा से सुबह आठ बजकर 25 मिनट पर उड़ान भरी। पंजाब पुलिस ने एक महीने से अधिक समय से फरार अमृतपाल सिंह को आज सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर रोडे गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसके नौ सहयोगी इस समय डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद हैं। ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) के चार सदस्यों को 19 मार्च को यहां लाए जाने के बाद से जेल परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भाषा सिम्मी नेत्रपाल नेत्रपाल यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल से लिखा पत्र, कहा

Amritpal ने जेल में अपने वकील भगवंत सिंह सियाल्का को गुरमुखी (Gurmukhi) में लिखा एक पत्र सौंपा, जिसमें उसने कहा, ईश्वर की कृपा से मैं यहां भी ऊर्जा से भरपूर और आशावादी हूं। अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार पर फर्जी मामले दर्ज करने का लगाया आरोप अपने संगठन के सदस्यों के खिलाफ मामलों का जिक्र करते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार (Government of Punjab) पर ज्यादती करने और सिखों के खिलाफ कई फर्जी मामले दर्ज करने का आरोप लगाया। उसने पत्र में कहा, यह पूरा मामला खालसा पंथ का है और मैं पंथ से अपील करता हूं कि सक्षम वकीलों का एक पैनल बनाया जाए, जो इन सभी मामलों को देखे। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab & Haryana High Court) ने गिरफ्तार लोगों के एक-एक परिजन को उनसे मिलने की अनुमति दी थी जिसके बाद वे लोग यहां पहुंचे। परिजनों के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) के एक कार्यकारी सदस्य और वकील भगवंत सिंह सियाल्का और एक अन्य अधिवक्ता सिमरनजीत सिंह भी थे। रासुका के तहत दर्ज हुआ है मामला सिमरनजीत सिंह ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (Rasuka) के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन सभी के खिलाफ समान आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, गिरफ्तार लोगों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है। यह निश्चित रूप से साजिश है, क्योंकि उन पर रासुका के तहत मामला दर्ज करने का कोई कारण नहीं है। अमृतपाल मादक पदार्थ दुरुपयोग के खिलाफ प्रचार कर रहा था और सिख धर्म का उपदेश देता था।