डीआरडीओ का क्या काम है

  1. डीआरडीओ में क्या काम होता है? – ElegantAnswer.com
  2. DRDO: डीआरडीओ में कैसे मिलती है नौकरी, जाने यहां जरूरी योग्यता सहित पूरी जानकारी
  3. डीआरडीओ(DRDO)का full form इतिहास एवं उपलब्धियां
  4. Know About DRDO, How It Works And For Whom Its Working
  5. DRDO full form: डीआरडीओ क्या है, इसके उदेश्य (DRDO का फुल फ्रॉम)
  6. DRDO Full Form in Hindi
  7. DRDO क्या है और यह क्या काम करता है?
  8. Know About DRDO, How It Works And For Whom Its Working
  9. DRDO: डीआरडीओ में कैसे मिलती है नौकरी, जाने यहां जरूरी योग्यता सहित पूरी जानकारी
  10. DRDO क्या है और यह क्या काम करता है?


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डीआरडीओ में क्या काम होता है? – ElegantAnswer.com

डीआरडीओ में क्या काम होता है? इसे सुनेंरोकेंरक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (अंग्रेज़ी:DRDO, डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन) भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिये देश की अग्रणी संस्था है। वर्तमान में संस्थान की अपनी इक्यावन प्रयोगशालाएँ हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में अनुसंधान में कार्यरत हैं। डी आर डी ओ के अध्यक्ष कौन हैं? इसे सुनेंरोकेंउत्तर 2: साइंस (विज्ञान) विषयों में पोस्ट-ग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) और इंजीनियरिंग विषयों में ग्रेजुएट (स्नातक) अभ्यर्थियों को GATE exam के माध्यम से DRDO (Defence Research & Development Organization) में साइंटिस्ट (Scientist) पद के लिए इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और सम्बंधित इंटरव्यू (साक्षात्कार) में उत्तीर्ण … डी आर ओ का मतलब क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंरक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी आर डी ओ)| भारत सरकार डीआरडीओ में नौकरी कैसे पाएं? DRDO Bharti 2021 शैक्षणिक योग्यता • आवेदन करने के लिए सभी उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय संस्थान से इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में आपके पास डिग्री होनी चाहिए। • उम्मीदवार के पास साइंस में मैथ्स, साइकोलॉजी में डिग्री के साथ 60 प्रतिशत से अधिक अंक होने चाहिए • आवेदन के लिए निर्धारित आयु • आवेदक की उम्र 18 से 28 वर्ष तक होनी चाहिए। डीआरडीओ की भारत में कितनी प्रयोगशाला हैं? इसे सुनेंरोकेंआज, डीआरडीओ 50 से अधिक प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क है, जो विभिन्न विषयों को कवर करने वाली रक्षा प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में लगे हुए हैं, जैसे कि वैमानिकी, आयुध, इलेक्ट्रॉनिक्स, लड़ाकू वाहन, इंजीनियरिंग सिस्टम, इंस्ट्रूमेंटेशन, मिसाइल, उन्नत कंप्यूटिंग और सिमुलेशन, विशेष सामग्...

DRDO: डीआरडीओ में कैसे मिलती है नौकरी, जाने यहां जरूरी योग्यता सहित पूरी जानकारी

डीआरडीओ भारत को सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देते हैं. डीआरडीओ रक्षा विज्ञान संगठन है जो रक्षा मंत्रालय के अधीन आता है. डीआरडीओ की स्थापना 1968 में की गई थी. नई दिल्ली. DRDO: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का रिसर्च और डेवलपमेंट का एक विंग है. ये भारत को सुरक्षा प्रदान करने में योगदान देते हैं. यानि शैन्य शक्ति मजबूत करते हैं और देश को आत्मनिर्भर बनाते हैं. यह भारत का सबसे बड़ा रिसर्च संस्थान है. डीआरडीओ की स्थापना 1958 में की गई थी. यहां करीब 30 हजार इम्पलोई काम करते हैं. जिनमें 5 हजार वैज्ञानिक हैं. कई छात्रों का सपना होता है कि डीआरडीओ जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी करने का. हालांकि, डीआरडीओ में नौकरी इतनी आसानी से नहीं मिलती है. अगर आपको भी देश से प्यार है और मातृभूमि के लिए कुछ करना चाहते हैं तो डीआरडीओ में करियर बनाना बेहतरीन विकल्प होगा. आइए जानते हैं कि डीआरडीओ में नौकरी कैसे मिलेगी और योग्यता क्या चाहिए. डीआरडीओ में जाने के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता डीआरडीओ में अलग-अलग पदों के लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न अलग होते हैं. ऐसे में विभिन्न पदों के लिए अलग शैक्षणिक योग्यता की जरूरत होती है. जो उम्मीदवार डीआरडीओ में नौकरी करना चाहते हैं उन्हें पहले इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस और संबंधी विषयों में स्नातक करना होगा. टेक्नीशियन जैसे पदों के लिए कक्षा 10वीं पास के भी छात्र योग्य हैं. डीआरडीओ में वैज्ञानिक बनने के लिए क्या करें? डीआरडीओ में वैज्ञानिक बनने के लिए पहले किसी विज्ञान के कोर्स में ग्रेजुएशन पूरा कर लें. इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन इंजीनियरिंग कोर्स 65 फीसदी मार्कस के साथ पास करें. इसके बाद ड...

डीआरडीओ(DRDO)का full form इतिहास एवं उपलब्धियां

इस लेख में हमने डीआरडीओ से संबंधित कुछ अहम जानकारियां सांझा करने का प्रयास किया है । इसे पूरा पढ़ने के उपरांत आप जान पाएंगे कि DRDO क्या है ? डीआरडीओ का फुल फॉर्म(full form of drdo in hindi) क्या है ? साथ ही आप इसके स्थापना,इतिहास मुख्यालय के साथ-साथ इस संगठन द्वारा किए जाने वाले कुछ विशिष्ट कार्यों से भी परिचित हो पाएंगे । 6. DRDO के उत्पाद क्या है डीआरडीओ यह भारत के रक्षा-सुरक्षा हेतु तीनों सेनाओ के लिए विभिन्न युद्धक तकनीकी एवं साजो समान की उत्कृष्ट और नवीनीकृत उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु रक्षा विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाला एक उत्कृष्ट अनुसंधान संगठन है । आधुनिक युद्धों में विजय हेतु भारत की सेनाओं के लिए स्वदेसी युद्धक तकनीकियों का विकास करना ही इस संगठन का मुख्य उदेश्य है । Advt.-ez DRDO का इतिहास वर्ष 1958, दिल्ली में रक्षा विज्ञान संस्थान (DSO), तकनीकी विकास प्रतिष्ठान (TDEs) तथा तकनीकी विकास एवं उत्पादन निदेशालय (DTDP) को एकीकृत करके डीआरडीओ का गठन किया गया था । डीआरडीओ स्थापना के समय मात्र 10 प्रयोगशालाओं वाला एक छोटा संगठन था। बाद के वर्षों में डीआरडीओ का और डीआरडीओ के कार्यक्षेत्र का व्यापक विस्तार हुआ । जहां एक ओर प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ी वहीं उपलब्धियों के मामले में भी डीआरडीओ की प्रतिष्ठा बढ़ी । आज DRDO में 50 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं , जो लड़ाकू वाहन से लेकर वैमानिकी और इलेक्ट्रानिक्स से लेकर इनफार्मेशन टेक्नॉलजी तथा जीवन विज्ञान के क्षेत्र में भी काम करती हैं । DRDO ने अपना पहला प्रोजेक्ट 1960 में जमीन से हवा में मार करने वाली( Surface to Air -SAM) मिसाइलों की अपनी पहली बड़ी परियोजना इंडिगो के नाम से शुरू किया था लेकिन यह प्रोजेक्ट सफल नहीं हो पाय...

Know About DRDO, How It Works And For Whom Its Working

नई दिल्लीः रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन भारत की रक्षा से जुड़े रिसर्च के कामों के लिये देश की अग्रणी संस्था है. यह संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक सब्सिडियरी यूनिट के रूप में काम करता है. इस संस्थान की स्थापना 1958 में भारतीय थल सेना और रक्षा विज्ञान संस्थान के तकनीकी विभाग के रूप में की गयी थी. इसे प्रचलित रूप में डीआरडीओ कहा जाता है. डीआरडीओ का ही पूरा नाम डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन है. 5000 से ज्यादा वैज्ञानिक डीआरडीओ में फिलहाल 5000 से ज्यादा वैज्ञानिक और 25,000 से भी ज्यादा तकनीकी कर्मचारी काम कर रहे हैं. यहां राडार, मिसाइल आदि से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं जिनका देश के रक्षा क्षेत्र में बेहद अहम योगदान संभव हो सकता है. ईडी ने प्रफुल्ल पटेल को 18 अक्टूबर को तलब किया, D कंपनी से कनेक्शन का है आरोप डीआरडीओ के पास हैं 51 लैब्स इस समय डीआरडीओ की अपनी 51 लैब्स हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में रिसर्च कर रही हैं. क्या है डीआरडीओ के लक्ष्य • सैनिकों की बेहतरी को बढ़ावा देने के लिए रक्षा सेवाओं को टेक्निकल सॉल्यूशन देना डीआरडीओ के मुख्य लक्ष्यों में से एक है. • अपनी रक्षा सेवाओं के लिए अल्ट्रा मॉर्डन सेंसर, वेपन सिस्टम को डेवलप करना और उत्पादन के लिए तैयार करना भी डीआरडीओ के कामों के अंतर्गत ही आता है. • मजबूत टेक्नोलॉजी बेस का निर्माण करना डीआरडीओ के कामों में से एक है. जानिए दिल्ली में ऑड-ईवन के दौरान किन्हें मिलेगी छूट, इस बार क्या होगा खास सालाना बजट डीआरडीओ का सालाना बजट 1.18 अरब डॉलर के आसपास है और इसका इस्तेमाल विभिन रक्षा क्षेत्र की रिसर्च और डेवलपमेंट कार्यों के लिए किया जाता है. इस...

DRDO full form: डीआरडीओ क्या है, इसके उदेश्य (DRDO का फुल फ्रॉम)

DRDO full form ( डीआरडीओकाफुलफॉर्म): इंटरनेटकेजमानेमेंहमेअक्सरकुछनकुछनयाजाननेकोमिलताहै।आएदिनहमनएनएवर्डसेपरिचितहोतेरहतेहै।बच्चेसेलेकरबड़ेकेपासआजकेसमयमेंस्मार्टफोनऔरइन्टरनेटकाकनेक्शनहै।ऐसेमेंअगरहमेकिसीटर्मकोलेकरकंफ्यूजनहोतीहै, तोगूगलपरसर्चकरनेमेंहमज्यादासमयनहींलगाते।आजहमएकऐसेहीटर्म DRDO केबारेमेंजानेंगे।इसकेफुलफॉर्मकोलेकरलोगअक्सरकन्फ्यूजहोजातेहै। DRDO एकडिफेन्सयानिकीभारतकीसुरक्षाव्यवस्थासेजुड़ाहुवाटर्महैजिसकाउदेश्यअनेकोप्रकारकीहथियारमुहैयाकरानाहै।अक्सरहमइसटर्मकोन्यूज़मेंयाअखबारोंमेंदेखतेहैंपरबहुतसारेलोगोकोइसकेबारेमेंथोड़ीभीजानकारीनहीहोतीहै।तोचलिएआजकेइसलेखमेंमैंआपको DRDO क्याहैइसकाफुलफॉर्मक्याहै (DRDO FULL FORM), इसकेकार्यऔरउदेश्यआदिकेबारेमेंविस्तारसेबताताहूँ। DRDO कीमुख्यभूमिकातीनोंरक्षासेवाओंकोजरूरतकेमुताबिकविश्वस्तरकेप्रतिस्पर्धीहथियारप्रणालीकेलिहाजसेदेशकोआत्मनिर्भरबनानेकीदिशामेंकार्यरतहोताहै। इसकीमुख्यभूमिकाकाजिक्रकियाजाएतो DRDO कीखासजिम्मेदारीआधुनिकहथियारोंकानिर्माणकरनेकेसाथहीनए–नएअनुसंधानकरनाहीडीआरडीओकीप्रमुखजिम्मेदारियोंमेंसेएकहै। DRDO असलमायनेमेंतकनीकीपरिवर्तनसेदेशकोनईताकतनिरंतररूपसेप्रदानकरनाहै।यहांपर 5000 सेकहीअधिकसाइंटिस्टऔरपच्चीसहजारसेअधिककर्मचारीकामकरतेहै। DRDO अत्याधुनिकतकनीकीकेमिसाइलों, हथियारों, हल्केलड़ाकूविमानरडारऔरइनसबकेअलावाऔरभीइलेक्ट्रॉनिकयुद्धप्रणालियोंकोलगातारविकसितकरनेमेंकार्यरतहै।इसकेजरिएसेनाकोकाफीताकतमिलतीहै। यहीनहींआवश्यकतापड़नेपरयेसेनाकोवोसभीसुविधाएंप्रदानकरताहैजिसकीउसेसमयसमयपरजरूरतपड़तीरहतीहै। • Read: DRDO कीरक्षाविभागमेंभूमिका जैसाकीआपजानतेहोगेकियेसंघटनपूरीतरहसेरखामंत्रालयभारतसरकारकेकंट्रोलमेहै।येअपनी 52 प्रयोगशालाओंमेंरिसर्चऔरडेवलपमेंटकीदिशामेंकार्...

DRDO Full Form in Hindi

dDRDO भारत देश की सुरक्षा से सम्बंधित अनुसंधानिक गतिविधियाँ के लिये यह एक सर्वोच्च संस्था है | अगर आप इस DRDO के बारे में इन्टरनेट पर ढूंढ रहे हैं, तो आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आये हैं | जी हाँ दोस्तों आज हम आपको इस लेख के जरिये full form of DRDO तथा इससे सम्बंधित अन्य सभी जानकारियां प्रदान करने वाले हैं, जो आप जानना चाहते हैं | तो चलिए बिना आपका वक्त बर्बाद किये शुरू करते हैं तथा जानते हैं, इस DRDO से सम्बंधित सभी जानकारियां | DRDO: Defence Research and Development Organisation इस DRDO का full form होता है Defence Research and Development Organisation होता है, जिसे हिंदी भाषा में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के नाम से भी जाना जाता है | यह हमारे भारत देश की सुरक्षा के लिए आधुनिक हथियारों का उत्पाद एवं नयी – नयी अनुसन्धान करते हैं, तथा इसे हमारे देश की अनुसंधानिक गतिविधियाँ के लिए सबसे उत्तम एवं सर्वोच्च संस्था माना जाता है | इस संगठन को वर्ष 1958 में भारतीय थल सेना एवं रक्षा विज्ञान संस्थान के तकनीकी विभाग के रूप में स्थापित किया गया था | आज के समय में इस संस्थान में लगभग 5000 से भी अधिक वैज्ञानिक एवं 25000 से ज्यादा तकनीकी कर्मचारी कार्य रहे हैं, जो हमारे देश में एक अलग ताकत का निर्माण कर रहे हैं यह मुख्य रूप से भारतीय रक्षा मंत्रालय के एक हिमायती एकांग के रूप में कार्य करती है | आपकी जानकारी के लिए आपको बता दे की, इस संस्था ने रक्षा बल की जरूरतों को पूरा करने के लिए खाश सामग्री की उन्नति एवं विकास करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | जब इस संगठन की स्थापना की गयी थी तब इसमें कुल 10 प्रयोगशालाएं थे परन्तु आज के समय में इस संस्था के पास आज के समय में लगभग 51 प्र...

DRDO क्या है और यह क्या काम करता है?

अनुक्रम • • • • • • • • • • DRDO क्या है? (What is DRDO in Hindi) जब देश के विकास और मजबूती की बात आती है तो सबसे पहले उस देश के सैन्य और विज्ञान शक्ति पर बल दिया जाता है. अगर किसी देश की सैन्य और विज्ञान शक्ति परस्पर सहयोग से काम करती है तो देश और अधिक सुरक्षित हो जाता है. हमारे देश भारत में DRDO इसी उद्देश्य से काम कर रही है. DRDO (Defence Research and Development Organisation) भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यो के लिए देश की अग्रणी संस्था है. कोरोना महामारी के मुश्किल भरे दौर से देश को बाहर निकालने के लिए DRDO ने भी अपने कदम बढ़ाए. इस संस्था ने कोरोना की दवा तैयार की. डीआरडीओ द्वारा INMS और डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी के साथ मिलकर हैदराबाद मे कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी –डी-ग्लूकोज (2-deoxy-D-glucose या 2-DG) को विकसित किया गया. DRDO का यह कदम विश्वभर में चर्चा का विषय बना गया था. आज के इस लेख में मै आपके साथ DRDO की जानकारी हिंदी में शेयर करूंगा. जहाँ हम DRDO क्या है और यह क्या काम करती है के बारे में जानेंगे. तो चलिए आगे बढ़ते हैं और DRDO के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हैं. DRDO का फुल फॉर्म क्या है? – DRDO Full Form in Hindi DRDO ( डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन ) इसको हिंदी मे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन कहते हैं. DRDO क्या है? – What is DRDO in Hindi DRDO देश की एक अग्रणी संस्था है, जो रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिए जानी जाती हैं. यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का आर एंड डी (रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट) विंग है. वर्तमान मे संस्था की 50 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण, आयुध, वैमानिकी इत्यादि कई क्षेत्रों के अनुसंधान में कार्य कर र...

Know About DRDO, How It Works And For Whom Its Working

नई दिल्लीः रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन भारत की रक्षा से जुड़े रिसर्च के कामों के लिये देश की अग्रणी संस्था है. यह संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक सब्सिडियरी यूनिट के रूप में काम करता है. इस संस्थान की स्थापना 1958 में भारतीय थल सेना और रक्षा विज्ञान संस्थान के तकनीकी विभाग के रूप में की गयी थी. इसे प्रचलित रूप में डीआरडीओ कहा जाता है. डीआरडीओ का ही पूरा नाम डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन है. 5000 से ज्यादा वैज्ञानिक डीआरडीओ में फिलहाल 5000 से ज्यादा वैज्ञानिक और 25,000 से भी ज्यादा तकनीकी कर्मचारी काम कर रहे हैं. यहां राडार, मिसाइल आदि से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं जिनका देश के रक्षा क्षेत्र में बेहद अहम योगदान संभव हो सकता है. ईडी ने प्रफुल्ल पटेल को 18 अक्टूबर को तलब किया, D कंपनी से कनेक्शन का है आरोप डीआरडीओ के पास हैं 51 लैब्स इस समय डीआरडीओ की अपनी 51 लैब्स हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में रिसर्च कर रही हैं. क्या है डीआरडीओ के लक्ष्य • सैनिकों की बेहतरी को बढ़ावा देने के लिए रक्षा सेवाओं को टेक्निकल सॉल्यूशन देना डीआरडीओ के मुख्य लक्ष्यों में से एक है. • अपनी रक्षा सेवाओं के लिए अल्ट्रा मॉर्डन सेंसर, वेपन सिस्टम को डेवलप करना और उत्पादन के लिए तैयार करना भी डीआरडीओ के कामों के अंतर्गत ही आता है. • मजबूत टेक्नोलॉजी बेस का निर्माण करना डीआरडीओ के कामों में से एक है. जानिए दिल्ली में ऑड-ईवन के दौरान किन्हें मिलेगी छूट, इस बार क्या होगा खास सालाना बजट डीआरडीओ का सालाना बजट 1.18 अरब डॉलर के आसपास है और इसका इस्तेमाल विभिन रक्षा क्षेत्र की रिसर्च और डेवलपमेंट कार्यों के लिए किया जाता है. इस...

DRDO: डीआरडीओ में कैसे मिलती है नौकरी, जाने यहां जरूरी योग्यता सहित पूरी जानकारी

डीआरडीओ भारत को सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देते हैं. डीआरडीओ रक्षा विज्ञान संगठन है जो रक्षा मंत्रालय के अधीन आता है. डीआरडीओ की स्थापना 1968 में की गई थी. नई दिल्ली. DRDO: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का रिसर्च और डेवलपमेंट का एक विंग है. ये भारत को सुरक्षा प्रदान करने में योगदान देते हैं. यानि शैन्य शक्ति मजबूत करते हैं और देश को आत्मनिर्भर बनाते हैं. यह भारत का सबसे बड़ा रिसर्च संस्थान है. डीआरडीओ की स्थापना 1958 में की गई थी. यहां करीब 30 हजार इम्पलोई काम करते हैं. जिनमें 5 हजार वैज्ञानिक हैं. कई छात्रों का सपना होता है कि डीआरडीओ जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी करने का. हालांकि, डीआरडीओ में नौकरी इतनी आसानी से नहीं मिलती है. अगर आपको भी देश से प्यार है और मातृभूमि के लिए कुछ करना चाहते हैं तो डीआरडीओ में करियर बनाना बेहतरीन विकल्प होगा. आइए जानते हैं कि डीआरडीओ में नौकरी कैसे मिलेगी और योग्यता क्या चाहिए. डीआरडीओ में जाने के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता डीआरडीओ में अलग-अलग पदों के लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न अलग होते हैं. ऐसे में विभिन्न पदों के लिए अलग शैक्षणिक योग्यता की जरूरत होती है. जो उम्मीदवार डीआरडीओ में नौकरी करना चाहते हैं उन्हें पहले इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस और संबंधी विषयों में स्नातक करना होगा. टेक्नीशियन जैसे पदों के लिए कक्षा 10वीं पास के भी छात्र योग्य हैं. डीआरडीओ में वैज्ञानिक बनने के लिए क्या करें? डीआरडीओ में वैज्ञानिक बनने के लिए पहले किसी विज्ञान के कोर्स में ग्रेजुएशन पूरा कर लें. इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन इंजीनियरिंग कोर्स 65 फीसदी मार्कस के साथ पास करें. इसके बाद ड...

DRDO क्या है और यह क्या काम करता है?

अनुक्रम • • • • • • • • • • DRDO क्या है? (What is DRDO in Hindi) जब देश के विकास और मजबूती की बात आती है तो सबसे पहले उस देश के सैन्य और विज्ञान शक्ति पर बल दिया जाता है. अगर किसी देश की सैन्य और विज्ञान शक्ति परस्पर सहयोग से काम करती है तो देश और अधिक सुरक्षित हो जाता है. हमारे देश भारत में DRDO इसी उद्देश्य से काम कर रही है. DRDO (Defence Research and Development Organisation) भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यो के लिए देश की अग्रणी संस्था है. कोरोना महामारी के मुश्किल भरे दौर से देश को बाहर निकालने के लिए DRDO ने भी अपने कदम बढ़ाए. इस संस्था ने कोरोना की दवा तैयार की. डीआरडीओ द्वारा INMS और डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी के साथ मिलकर हैदराबाद मे कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी –डी-ग्लूकोज (2-deoxy-D-glucose या 2-DG) को विकसित किया गया. DRDO का यह कदम विश्वभर में चर्चा का विषय बना गया था. आज के इस लेख में मै आपके साथ DRDO की जानकारी हिंदी में शेयर करूंगा. जहाँ हम DRDO क्या है और यह क्या काम करती है के बारे में जानेंगे. तो चलिए आगे बढ़ते हैं और DRDO के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हैं. DRDO का फुल फॉर्म क्या है? – DRDO Full Form in Hindi DRDO ( डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन ) इसको हिंदी मे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन कहते हैं. DRDO क्या है? – What is DRDO in Hindi DRDO देश की एक अग्रणी संस्था है, जो रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिए जानी जाती हैं. यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का आर एंड डी (रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट) विंग है. वर्तमान मे संस्था की 50 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण, आयुध, वैमानिकी इत्यादि कई क्षेत्रों के अनुसंधान में कार्य कर र...