डॉ भूपेन हजारिका

  1. Bhupen Hazarika 96th birth anniversary डूडल के जरिए Google ने भारतीय संगीतकार भूपेन हजारिका को दी श्रद्धांजलि
  2. Bharat Ratna डॉ भूपेन हजारिका को Google डूडल से सम्मानित
  3. भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने की हुई घोषणा, असम में दौड़ी खुशी की लहर
  4. Bhupen Hazarika Birth Anniversary: भूपेन हजारिका के 5 बेस्ट सॉन्ग, जिनमें दिखा दर्द से लेकर बेइंतहा प्यार
  5. Google Doodle Today : गूगल ने भूपेन हजारिका को किया याद , डूडल बनाकर दी श्रद्धांजलि
  6. Bhupen Hazarika Google Doodle: डॉ. भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती, गूगल ने खास डूडल के जरिए किया भारतीय संगीतकार को याद
  7. Former President Pranab Mukherjee Nanaji Deshmukh posthumously and Bhupen Hazarika posthumously awarded Bharat Ratna 2019
  8. डॉ भूपेन हजारिका जीवनी


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Bhupen Hazarika 96th birth anniversary डूडल के जरिए Google ने भारतीय संगीतकार भूपेन हजारिका को दी श्रद्धांजलि

Bhupen Hazarika 96th birth anniversary: डूडल के जरिए Google ने भारतीय संगीतकार भूपेन हजारिका को दी श्रद्धांजलि गूगल डूडल में डॉ भूपेन हजारिका को हारमोनियम बजाते देखा जा सकता है। डूडल को मुंबई की गेस्ट आर्टिस्ट रुतुजा माली ने बनाया है। भूपेन हजारिका बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने गाने और संगीत से हिंदी सिनेमा और संगीत में अमिट छाप छोड़ी। नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर गायक और फिल्मकार भूपेन हजारिका का जन्म 8 सितंबर 1926 को असम के सादिया में हुआ था। आज उनकी 96वीं जयंती मनाई जा रही है। हजारिका एक प्रख्यात असमी-भारतीय गायक थे, उन्होंने सैकड़ों फिल्मों में संगीत दिया है। Google ने हजारिका की जयंती के मौके पर एक खास डूडल के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी है। 96वीं जयंती पर गूगल की श्रद्धांजलि आज के गूगल डूडल में डॉ भूपेन हजारिका हारमोनियम बजाते देखा जा सकता है। डूडल को मुंबई की गेस्ट आर्टिस्ट रुतुजा माली ने बनाया है। भूपेन हजारिका बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने गाने और संगीत से हिंदी सिनेमा और संगीत में अमिट छाप छोड़ी। भूपेन हजारिका ने ऐसे कई गानें गाए हैं जो आज भी लाखों लोगों की पसंद हैं। हजारिका के संगीत ने लोगों को किया एकजुट हजारिका पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख सामाजिक-सांस्कृतिक सुधारकों में से एक थे। उनके संगीत ने सभी क्षेत्रों के लोगों को एकजुट किया। उनके पिता मूल रूप से शिवसागर जिले के नजीरा कस्बे के रहने वाले थे। उनका गृह राज्य, असम, एक ऐसा क्षेत्र है जो हमेशा विभिन्न जनजातियों और कई स्वदेशी समूहों का घर रहा है।भूपेन हजारिका ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गुवाहाटी से की थी। इसके बाद उन्होंने बीएचयू से राजनीति शास्त्र की पढ़ाई की। कॉलेज से समय...

Bharat Ratna डॉ भूपेन हजारिका को Google डूडल से सम्मानित

1.1.1.1 बुपेन हजारिका की लोकप्रियता प्रसिद्ध असमिया गायक, संगीतकार और छायाकार, डॉ भूपेन हजारिका, जिनके कार्यों का राज्य के सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों और राष्ट्रीय एकीकरण पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा, को उनके 96 वें जन्मदिन के सम्मान में Google डूडल से सम्मानित किया जा रहा है। विशिष्ट अतिथि कलाकार रुतुजा माली ने आज का डूडल बनाया है। डॉ. हजारिका के काम ने असम के क्षेत्रीय फिल्म निर्माण और ध्वनिक ब्लूज़ को लोकप्रियता हासिल करने में मदद की। उनके निधन के लगभग 8 साल बाद, 2019 में उन्हें भारत का सर्वोच्च सम्मान, भारत रत्न मिला। इसी दिन 1926 में असम के सादिया में शांतिप्रिय हजारिका और निककांत हजारिका के घर डॉ. हजारिका का जन्म हुआ था। वह ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर रहते थे। अपने दस भाइयों में वह वास्तव में सबसे बड़ा था। उनकी मां ने उन्हें सबसे पहले कलात्मक प्रतिभा प्रदान की जब उन्होंने उन्हें असमिया पारंपरिक संगीत से अवगत कराया। कोलकाता में अपनी पहली रिकॉर्डिंग की नौकरी की वजह से उनके पिता तेजपुर आ गए। जब उन्होंने 10 साल की उम्र में एक सभा में पारंपरिक गीतों का प्रदर्शन किया, तो गीतकार ज्योतिप्रसाद अग्रवाल और निर्देशक विष्णु प्रसाद तबा ने उनकी प्रतिभा पर ध्यान दिया। 1936 में हजारिका ने कोलकाता में अपनी पहली रिकॉर्डिंग की। भूपेन हजारिका Google डूडल प्रशंसा ब्लॉग “दस साल की उम्र में, उन्होंने अपना पहला गीत रिकॉर्ड करने में हजारिका की सहायता की, जिसने उनके संगीत करियर की शुरुआत की। बारह साल की उम्र तक, हजारिका ने पहले ही दो इंद्रमालती फिल्मों, काक्सोट कोलोसी लोई और बिसवो बिजॉय नौजवान के लिए संगीत लिखा और रिकॉर्ड किया था “गूगल डूडल ने एक ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित किया। डॉ भूपेन हजारिका ने कक्षा मे...

भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने की हुई घोषणा, असम में दौड़ी खुशी की लहर

गुवाहाटी: असम के गीत, संगीत, साहित्य, संस्कृति, फिल्म और कला जगत को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने वाले डॉ. भूपेन हजारिका को मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा से असम में 70वां गणतंत्र दिवस दोगुनी खुशी के साथ धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर गुवाहाटी के खानापाड़ा मैदान में असम के राज्यपाल प्रोफेसर जगदीश मुखी ने भारत का तिरंगा फहराया. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में असम की प्रगति, शांति, अवैध घुसपैठ और एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर भारत सरकार द्वारा लिए जा रहे क़दमों के बारे में राज्यवासियों को अवगत कराया. अपने भाषण के अंत में भारत सरकार द्वारा असम के प्रसिद्ध संगीतकार, गीतकार, फिल्मकार और गीतकार डॉ. भूपेन हज़ारिका को भारत रत्न नवाजे जाने पर ख़ुशी जाहिर की और असम के लिए गौरवशाली पल बताया. 10 भाई-बहनों में सबसे बड़े डॉ. भूपेन हज़ारिका का जन्म 8 सितंबर 1926 में असम के सदिया में नीलकंठ और शांतिप्रिये के घर हुआ था. 10 भाई-बहनों में सबसे बड़े भूपेन हज़ारिका थे. उनकी मां की संगीत में रुचि की वजह से भूपेन दा और उनके 9 भाई-बहनों को असमिया लोक संगीत के प्रति लगाव पैदा हो गया था. गुवाहाटी आ गए थे 4 साल की उम्र में भूपेन दा अपने माता-पिता के संग 1929 में गुवाहाटी आ गए थे. पिता नीलकंठ हज़ारिका गुवाहाटी के भरलुमुख में रोजगार के कारण बस गए थे. 10 वर्ष की उम्र में भूपेन दा को अपने पिता के नौकरी के तबादले के चलते असम के तेज़पुर में जाकर रहना पड़ा था. जब मिला पहला ब्रेक कहा जाता है कि तेज़पुर में किसी कार्यक्रम में कलागुरू के नाम से विख्यात ज्योति प्रसाद अगरवाला की नजर असमिया लोकगीत बोरगीत गाते 10 साल के भूपेन हज़ारिका पर पड़ी थी और वे उनके गीत से बहुत प्रभावित हुए थे. 12 वर्ष की आयु में भूपेन हज़ारिका को ज्योति प्रसाद ...

Bhupen Hazarika Birth Anniversary: भूपेन हजारिका के 5 बेस्ट सॉन्ग, जिनमें दिखा दर्द से लेकर बेइंतहा प्यार

लीजेंडरी म्यूजिक मैस्ट्रो डा. भूपेन हजारिका का 93वां जन्मदिन (Bhupen Hazarika Birth Anniversary) है। उन्हें सुधाकांता के नाम से भी जाना जाता था, जिसका मतलब होता है बुलबुल। भूपेन हजारिका एक सिंगर, कंपोजर, गीतकार और म्यूजिक डायरेक्ट थे। वह असम के युवा के लिए इंस्पिरेशनल पर्सेनिलिटी थे और देश के लिए वह एक कवि, गीतकार, सिंगर-म्यूजिशियन के साथ-साथ एक नेकदिल शख्स थे। डॉ. भूपेन हजारिका को नेशनल अवार्ड, पद्म विभूषण और इससे भी कहीं ज्यादा बढ़कर भारत रत्न सम्मान मिला। उनका जन्म 8 सितंबर 1926 को हुआ। उनके बर्थडे के मौके पर हम आपको बता रहे हैं, उनके द्वारा लिखे गए और कंपोज किए गए 5 बेहतरीन सॉन्ग- दिल हूम दिल हूम यह खूबसूरत सॉन्ग फिल्म रुदाली का है। इस फिल्म में शनिचरी ( गंगा बहती हो क्यों यह सॉन्ग पॉल रोब्सन की ऑल्ड मैन रिवर पर आधारित है। गज गामिनी इस सॉन्ग को फिल्म गज गामिनी के लिए ही कंपोज किया गया। फिल्म 2000 में रिलीज हुई थी। यह एक ऐसी महिला गज गामिनी की कहानी है जो लोगों को प्रेरित करती है, बढ़ावा देती है और आम आदमी को कन्फ्यूज करती है। मैं और मेरा साया इस सॉन्ग को भूपने हजारिका ने कंपोज किया है। इस सॉन्ग में अकेलेपन को एन्जॉय करने की बात कही जा रही है। हु हु पागल यह सॉन्ग साल 2001 में आई फिल्म दमन का है। इस फिल्म में एक्ट्रेस

Google Doodle Today : गूगल ने भूपेन हजारिका को किया याद , डूडल बनाकर दी श्रद्धांजलि

Google Doodle Today : गूगल ने भूपेन हजारिका को किया याद , डूडल बनाकर दी श्रद्धांजलि Google एक रचनात्मक और कलात्मक डूडल के साथ डॉ भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती मना रहा है। डॉ भूपेन हजारिका एक लोकप्रिय और प्रशंसित असमिया-भारतीय गायक, संगीतकार और फिल्म निर्माता थे। उन्होंने कई फिल्मों के लिए संगीत भी तैयार किया। Google एक रचनात्मक और कलात्मक डूडल के साथ डॉ भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती मना रहा है। डॉ भूपेन हजारिका एक लोकप्रिय और प्रशंसित असमिया-भारतीय गायक, संगीतकार और फिल्म निर्माता थे। उन्होंने कई फिल्मों के लिए संगीत भी तैयार किया। Google डूडल आज, गुरुवार, 8 सितंबर को डॉ भूपेन हजारिका को हारमोनियम बजाते हुए दिखाया गया है। डूडल को मुंबई की गेस्ट आर्टिस्ट रुतुजा माली ने डिजाइन किया है। यह असमिया सिनेमा और लोक संगीत को लोकप्रिय बनाने के हजारिका के प्रयासों पर केंद्रित है। यह भी पढ़े : Google डूडल आज, गुरुवार, 8 सितंबर को संगीत के साथ भूपेन हजारिका के संबंध को स्पष्ट रूप से चित्रित करता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हजारिका पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख सामाजिक-सांस्कृतिक सुधारकों में से एक थे। उनकी रचनाओं और संगीत रचनाओं ने सभी क्षेत्रों के लोगों को एकजुट करने में मदद की। आपको बता दें कि हुपेन हजारिका पूर्वोत्तर भारत की सबसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक हस्तियों में से एक हैं। जिनकी भारत और विदेशों में बड़ी संख्या में प्रशंसक हैं। संगीत उस्ताद, संगीतकार, कवि, गीतकार और गायक अपनी राजनीतिक चेतना और सामाजिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर की लोक परंपराएं, लोग और संस्कृति उनकी संगीत रचनाओं के केंद्र में रही। दस भाई-बहनों में सबसे बड़े, भूपेन हजारिका का जन...

Bhupen Hazarika Google Doodle: डॉ. भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती, गूगल ने खास डूडल के जरिए किया भारतीय संगीतकार को याद

Bhupen Hazarika Google Doodle: डॉ. भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती, गूगल ने खास डूडल के जरिए किया भारतीय संगीतकार को याद सर्च इंजिन गूगल आज यानी 8 सितंबर 2022 को मशहूर भारतीय संगीतकार डॉ. भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती मना रहा है. हिंदी सिनेमा के मशहूर गायक और फिल्मकार भूपेन हजारिका का जन्म 8 सितंबर 1926 को असम के सादिया में हुआ था. आज उनकी 96वीं जयंती है और इस खास अवसर पर गूगल ने स्पेशल डूडल के जरिए उन्हें याद किया है. Bhupen Hazarika Google Doodle: सर्च इंजिन गूगल (Search Engine Google) आज यानी 8 सितंबर 2022 को मशहूर भारतीय संगीतकार (Famous Indian Musician) डॉ. भूपेन हजारिका की 96वीं जयंती (Dr Bhupen Hazarika 96th Birth Anniversary) मना रहा है. हिंदी सिनेमा के मशहूर गायक और फिल्मकार भूपेन हजारिका (Bhupen Hazarika) का जन्म 8 सितंबर 1926 को असम के सादिया में हुआ था. आज उनकी 96वीं जयंती है और इस खास अवसर पर गूगल (Google) ने स्पेशल डूडल (Doodle) के जरिए उन्हें याद किया है. भूपेन हजारिका एक मशहूर संगीतकार, असमी-भारतीय गायक, कवि, फिल्म निर्माता और गीतकार थे. उन्होंने अपने छह दशक के करियर मैं सैकड़ों फिल्मों में संगीत दिया है. ऐसे में गूगल ने भी डूडल के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. गूगल ने जो डूडल भूपेन हजारिका की जयंती पर समर्पित किया है, उसमें उन्हें हारमोनियम बजाते हुए देखा जा सकता है. इस डूडल को मुंबई की गेस्ट आर्टिस्ट रुतुजा माली ने बनाया है. बहुमुखी प्रतिभा के धनी भूपेन हजारिका ने ऐसे कई गानें गाए हैं, जिन्हें आज भी लाखों लोग सुनना पसंद करते हैं. उन्होंने अपने गीतों और संगीत के माध्यम से हिंदी सिनेमा और संगीत जगत में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है. भूपेन हजारिका की 96वीं ज...

Former President Pranab Mukherjee Nanaji Deshmukh posthumously and Bhupen Hazarika posthumously awarded Bharat Ratna 2019

— ANI (@ANI) भारत रत्न से नवाजे जाने वाले ये इन तीन नामों को किसी के परिचय की जरूरत नहीं है। इन तीनों हस्तियों का अलग-अलग क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान रहा है। नानाजी देशमुख एक समर्पित समाजसेवी थे। उन्होंने ने अपना पूरा जीवन समाजसेवा के लिए समर्पित कर दिया था। ग्रामीण विकास में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मशहूर लोक गायक भूपेन हजारिका की बात करें तो वे असम से ताल्लुक रखते हैं। 8 सितंबर 1926 में भारत के पूर्वोत्तर असम राज्य के सदिया में जन्मे हजारिका ने अपना पहला गाना 10 साल की उम्र में गाया था।

डॉ भूपेन हजारिका जीवनी

आज इस लेख के माध्यम से आप डॉ भूपेन हजारिका की जीवनी (Dr Bhupen Hazarika Biography in Hindi) से परिचित होने वाले है, क्यूंकि आज हम डॉ भूपेन हजारिका की Biography, Age, Wiki, Family, Parents, Education, Awards, Cast, Death Music Life के बारे में बात करने वाले है तो आपसे निवेदन है इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना। नाम (Name) भूपेन हजारिका (Bhupen Hazarika) प्रसिद्ध नाम (Other Name) Xudha Kontho (শুদ্ধা কণ্ঠ) जन्म (Date of Birth) 8 सितंबर 1926 जन्म स्थान (Birth Place) तिनसुकिया, असम पिता का नाम (Father Name) नीलकांत हजारिका माता का नाम (Mother Name) शांतिप्रिया हजारिका पत्नी का नाम (Wife Name) प्रियंवदा पटेल पेशा (Occupation ) संगीतकार, कवि, लेखक, गायक बच्चे (Children) 1 मृत्यु (Death) 5 नवम्बर 2011 (85 वर्ष) अवार्ड (Award) आर्टिकल पढ़े.. डॉ भूपेन हजारिका जीवनी – Dr Bhupen Hazarika Biography in Hindi डॉ भूपेन हजारिका Bio डॉ भूपेन हजारिका (1926–2011) असम और भारत के एक गायक, संगीतकार, गीतकार और संगीत निर्देशक थे। वह एक चित्रकार, लेखक, विश्वविद्यालय शिक्षक, फिल्म निर्देशक और पत्रिका संपादक भी थे। डॉ. भूपेन हजारिका अपनी कर्कश बैरिटोन आवाज और निर्दोष उच्चारण के लिए जाने जाते हैं, असम के एक प्रसिद्ध संगीत निर्देशक, नाटककार, अभिनेता, पत्रकार, लेखक, गीतकार, राजनेता और फिल्म-निर्माता थे। उन्होंने 10 साल की उम्र में अपना पहला गाना लिखा और गाया और 1939 में दूसरी असमिया फिल्म इंद्रमालती के लिए काम किया, जब वह 12 साल के थे। वह महान जन गायकों में से अंतिम और भारत के महान गाथागीत गायकों में से एक थे। पारिवारिक शिक्षा डॉ भूपेन हजारिका का जन्म 8 सितंबर, 1926 को सदिया, असम में हुआ था। उनका जन्म एक शिक्...