ड्रैगन फ्रूट की खेती

  1. ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे करें? यहां जानें
  2. ड्रैगन फ्रूट(Dragon Fruit): खेती, घर पर खेती, फायदे
  3. ड्रैगन फ़्रूट की उन्नत खेती
  4. ड्रैगन फ्रूट की खेती
  5. ड्रैगन फ्रूट की खेती करके कैसे कमाई संपूर्ण जानकरी
  6. ड्रैगन फ्रूट की खेती पर सरकार से मिलेगी 35 हजार रुपए की सब्सिडी
  7. ड्रैगन फ्रूट की खेती, कब और कैसे करें
  8. राष्ट्रीय समसामयिकी 2(11
  9. ड्रैगन फ्रूट(Dragon Fruit): खेती, घर पर खेती, फायदे
  10. ड्रैगन फ्रूट की खेती करके कैसे कमाई संपूर्ण जानकरी


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ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे करें? यहां जानें

ड्रैगन फ्रूट एक रसीला, मीठा फल है, दिखने में यह गुलाबी होती है लेकिन इसके किस्म के आधार पर और भी रंग की होती है। ड्रैगन फ्रूट का वैज्ञानिक नाम हिलोकेरेस अंडटस और हिन्दी नाम पिताया या स्ट्रॉबेरी पीयर है। इसका पौधा नागफनी पौधे की तरह का होता है। बाजार में यह फल 600 से 800 रुपए प्रतिकिलो की दर से बिकता है। इस फल की मांग और भाव के कारण भारत के किसान भी इसे व्यवसाय के रूप मे अपनाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे है। ड्रैगन फ्रूट से जैम, आइसक्रीम, जेली, जूस और वाइन बनाई जाती है। ड्रैगन फ्रूट के खाने से मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता हैं। इसके फल में बीज किवी की तरह काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। भारत में यह फल नया है, अतः किसानों को इसकी खेती की पूरी जानकारी होनी चाहिए। ड्रैगन फ्रूट के पौधे बीज और पौध दोनों प्रकार से इसकी खेती की जाती है। इसके पौधों को पौध(कलम) के से लगाना बेहतर होता है। कलम के रूप में लगाने पर पौधा 2 साल बाद पैदावार देना शुरू कर देता है। जबकि बीज से लगाने यह समय 4-5 साल लग जाते हैं। जब भी कलम या बीज खरीदें, प्रमाणित या विश्वसनीय दुकान से ही खरीदें। सदैव इन्हें किसी रजिस्टर्ड नर्सरी से खरीदें। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इस ड्रैगन की फसल में केवल एक बार पूंजी लगाने की आवश्यकता होती है। पारंपरिक खेती के मुकाबले इससे 25 वर्षों तक आमदनी ले सकते हैं। लागत की बात करें तो इसके पौधे कैक्टस की तरह होता है। इसके फलन के लिए पौधों को सहारे की जरुरत पड़ती है। इसके स्ट्रेक्चर को खड़़ा करने के लिए प्रति एकड़ ढ़ाई से तीन लाख रुपए खर्च होते हैं। एक एकड़ में 10 फीट की दूरी पर खंभा खड़ा कर उसके सहारे पौध लगाए जाते हैं। प्रति एकड़ करीब 17 सौ पौधे की आवश्यकता होती है। एक...

ड्रैगन फ्रूट(Dragon Fruit): खेती, घर पर खेती, फायदे

Dragon Fruit In Hindi, ड्रैगन फ्रुट की खेती, फायदे, नुकसान, घर पर द्रण फ्रूट की खेती कैसे करे. dragon fruit pregnancy, ड्रैगन फ्रूट हेल्थ बेनेफिट्स, dragon fruit ke fayde, dragon fruit price in india, dragon fruit side effects, dragon fruit ki taseer dragon fruit hindi name, dragon fruit farming in india आपने कई बार ड्रैगन फ्रूट के बारें में सुना होगा. आप में से कई लोगों ने इसको खाया भी होगा. भारत में पहली बार ड्रैगन फ्रूट लगभग 1990 के आसपास आया था. ड्रैगन फ्रूट का साइंटिफिक नाम वाइट-फ्लेशेड-पतिहाया(White-fleshed pitahaya) हैं. ड्रैगन फ्रूट को हिंदी में ‘पिताया’ या ‘कमलम’ कहते हैं. ड्रैगन फ्रूट भारत में अभी बड़े स्तर पर उत्पादन किया जा रहा हैं. इसलिए लोगों के मन में इसको लेकर काफी सारे सवाल हैं. यहाँ हम इसकी खेती से लेकर, इसके उपयोंग, फायदें, नुकसान और विभिन्न सवालों के उत्तर को जानने की कोशिश करेंगे. Jump On Query -: • • • • • • • • • • • • • ड्रैगन फ्रूट क्या हैं: Dragon fruit Hindi ड्रैगन प्लांट दक्षिण-अमेरिका मूल का पौधा हैं. यह एक कैक्टस फैमिली का पौधा हैं. ड्रैगन प्लांट पौधे की अधिकतम ऊंचाई 2 मीटर तक होती हैं. ड्रैगन प्लांट पर लगने वाले फल को ड्रैगन फल(dragon fruit) कहते हैं. ड्रैगन फ्रूट कैल्सियम, प्रोटीन, विटामिन-सी से भरपूर पौधा हैं. इम्यून सिस्टम और आयरन लेवल को बूस्ट अप करने के लिए यह एक उपयुक्त पौधा हैं. Dragon fruit Hindi name: ड्रैगन फ्रूट को हिंदी में क्या कहते हैं? ड्रैगन फ्रूट को हिंदी में ‘पिताया’ कहते हैं. भारत में इसको संस्कृत का नाम भी दिया गया हैं. ड्रैगन फ्रूट को संस्कृत में ‘कमलम’ कहते हैं. ड्रैगन फ्रूट का वैज्ञानिक नाम क्या हैं: scientific name of ...

ड्रैगन फ़्रूट की उन्नत खेती

dragon fruit ki kheti – ड्रैगन फ्रूट एक प्रकार की कैक्टस बेल है। मध्य अमरीकन के फ़्रूट ड्रैगन फ्रूट की उन्नत खेती (dragon fruit farming) ड्रेगन फ्रूट थाइलैंड, वियतनाम, इज़रायल और श्रीलंका में बड़े पैमाने पर की जाती है । ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसान साथी लगातार 25 वर्षों तक आमदनी पा सकते हैं । ड्रैगन फ़्रूट की आधुनिक व उन्नत खेती Dragon fruit farming बाज़ार में डैगन फ़्रूट के एक फ़म की क़ीमत में 200 रु से 250 तक होती है । अच्छा दाम मिलने की वजह से भारत में भी इसकी खेती का प्रचलन बढ़ा है। सूखाग्रस्त व कम वर्षा वाले क्षेत्र ड्रैगन फ़्रूट की खेती के लिए सबसे बढ़िया माने जाते हैं। ड्रेगन फ्रूट को ताजे फल के तौर पर खा सकते हैं ।साथ ही इस फल से जैम,आइस क्रीम, जैली, जूस और वाइन भी बना सकते हैं। सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर भी इसे फेस पैक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ड्रेगन फ्रूट के पौधे का उपयोग सजावटी पौधे के लिए भी होता है। ड्रेगन फ्रूट की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु – dragon fruit kheti in hindi Climate suitable for dragon fruit farming सूरज की रौशनी जिन इलाके में ज्यादा हो उन इलाकों में बेहतर उपज के लिए छायादार जगह में ड्रैगन फ्रूट की उन्नत खेती (dragon fruit farming) की जा सकती है। इसके लिए 50 सेमी वार्षिक औसत की दर से बारिश की जरूरत होती है जबकि 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान इसके लिए उपयुक्त माना जाता है। बहुत ज्यादा सूर्य प्रकाश को ड्रैगन फ्रूट की उन्नत खेती के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। मृदा का चयन – भूमि जानकारी- Soil Selection – Bhumi Jankari ड्रेगन फ्रूट की खेती (dragon fruit farming) के लिए मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7 तक उपयुक्त माना जाता है। इस फल को दोमट मिट्टी...

ड्रैगन फ्रूट की खेती

ड्रैगन फ्रूट की खेती- एक बार लगाकर करे लाखों की कमाई 25 सालो तक | dragon fruit in hindi ड्रेगन फ्रूट की खेती अभी भारत में भी बहुत अधिक होने लगी हे ड्रेगन फ्रूट की सबसे अधिक खेती चीन , वियतनाम , थाईलैंड , श्रीलंका , इज़रायल में होती हे भारत में भी अब इसकी मांग बढ़ने के कारण इसकी खेती भी बढ़ने लगी हे इसका सामान्य भाव बाजार में 200 से 300 रूपये के लगभग होता हे ड्रैगन फ्रूट का पौधा एक सजावटी पौधे के रूप में भी लगाया जाता हे 1.1 ड्रैगन फ्रूट की खेती में आवश्यक कार्य – dragon fruit in hindi ड्रैगन फ्रूट की खेती का परीचय – dragon fruit in hindi ड्रैगन फ्रूट के फल का विकास रात के समय ज्यादा होता हे इसके कारण इसे क्वीन ऑफ़ द नाईट भी कहा जाता हे यह कैक्टस कुल का पौधा हे इसके फल में शरीर के लिये बहुत अधिक विटामिन , प्रोटीन की मात्रा पायी जाती हे इसे सुपर फूड भी कहा जाता हे यह शरीर की प्रतिरक्षा श्रमता को भी बढ़ाता हे और शरीर को बहुत सी बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करता हे ड्रैगन फ्रूट की लागत इसकी बागबानी के लिए एक एकड़ में 1000 पौधे की आवश्यकता होती हे प्रत्येक पौधे की लागत 80 से 120 रूपये के लगभग होती हे सभी पौधे को पोल की सहयता से लगाया जाता हे पोल की लागत 300 से 400 रूपये के लगभग होती हे शुरुआती खर्च में ड्रिप लाइन लगाई जाती हे इसकी खेती के लिए यह सभी लागत शुरुआत में ही आती हे एक बार खर्च के बाद इसकी बागबानी 20 से 25 साल तक चलती हे लागत • पौधे की लागत – 1000 गुणा 80 = 80,000 • पोल की लागत – 1000 गुणा 300 = 300000 = 3 लाख • ड्रिप की लागत – 30 हजार से 40 हजार तक एक एकड़ के लिए 4 लाख से 4.5 लाख के लगभग लागत आती हे एक बार बाग लगाने के बाद सिचाई और खाद का ही खर्चा होता हे इसके पौधे लगाने क...

ड्रैगन फ्रूट की खेती करके कैसे कमाई संपूर्ण जानकरी

ड्रैगन फ्रूट की खेती अच्छी मिट्टी, उचित मानवीय संचालन और धैर्य की मांग करती है। यह फल धूप और गर्मी के प्रतिष्ठान में बेहतरीन विकसित होता है। इसकी खेती का सफलतापूर्वक निर्माण एक व्यापारिक और आर्थिक अवसर के रूप में जानी जाती है। तो आइए, हम ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में और जानकारी प्राप्त करें और इस लाभदायक व्यवसाय में कदम रखें। इसके अलावा, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के कुछ इलाकों में भी इसे उगाया जा सकता है। यह फल उगाने के लिए उचित मात्रा में पानी, उपयुक्त खाद और उचित फसल संरचना आवश्यक होती है। इसलिए, ड्रैगन फ्रूट की खेती करने से पहले संभवतः आपको कुछ महत्वपूर्ण तत्वों का ध्यान रखना होगा, जिसमें खेती के लिए उचित स्थान, उपयुक्त मिट्टी, उपयुक्त जलवायु, उपयुक्त खाद और फसल संरचना शामिल होती है। मिट्टी और उपजाऊ माटी की तैयारी ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक उचित माटी और उपजाऊ माटी में फसल की उगाई और प्रगति में वृद्धि होती है। ड्रैगन फ्रूट की उगाई के लिए विशेष ध्यान देने वाली मिट्टी गहरी, हल्की, निर्मल और अच्छे विवरण वाली होनी चाहिए। इसके लिए श्वेत, काली मृदा या लोमड़ी मिट्टी उपयुक्त हो सकती है। इसमें रेतीला और गाड़दा तत्व होना चाहिए जो पानी को सुरक्षित रखने की क्षमता रखते हैं। उपजाऊ माटी की तैयारी के लिए आपको खेत की तैयारी करनी होगी। इसमें खेत की सफाई करें और गंदगी, विभाजन और बारिश से निकलने वाले विषाणुओं को हटा दें। इसके बाद, मृदा को मोटी या नरम बनाने के लिए उपयुक्त खाद और उर्वरकों का उपयोग करें। इस तरह, उपजाऊ माटी की तैयारी ड्रैगन फ्रूट की उच्च गुणवत्ता वाली उगाई और उत्कृष्ट प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। ड्रैगन फ्रूट के बीजों को उगाने के लिए एक उचित स...

ड्रैगन फ्रूट की खेती पर सरकार से मिलेगी 35 हजार रुपए की सब्सिडी

जानें, क्या है सरकार की योजना और इससे कैसे मिलेगा लाभ केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों की आय बढ़ाने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को कई योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया जा रहा है। सरकार चाहती है कि किसान परंपरागत खेती की जगह बाजार की मांग पर आधारित खेती करने पर जोर दे ताकि उन्हें अच्छा मुनाफा मिल सके। इसी क्रम में हरियाणा सरकार की ओर से किसानों को बागवानी फसलों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जा रहा है। इसके उत्पादन के लिए राज्य सरकार की ओर से 35 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से सब्सिडी प्रदान की जाएगी। Dragon Fruit Farming :क्या है सरकार की योजना मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किन्नू, अमरूद, अनार, स्ट्राबेरी के बाद अब सिरसा में ड्रैगन फ्रूट और अंजीर की खेती पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए जिला बागवानी विभाग की ओर से बागवानी करने वाले किसानों को ड्रैगन फ्रूट व अंजीर की खेती के लिए अनुदान दिया जाएगा। जिले में ड्रैगन फ्रूट और अंजीर का उत्पादन बढ़ाने पर सरकार का जोर हैं, क्योंकि इनकी बाजार मांग अच्छी रहती है और इसके भाव भी अन्य फलों की अपेक्षा ऊंचे मिलते हैं जिससे किसानों को फायदा होगा। ड्रैगन फ्रूट की खेती से कितना लाभ बता दें कि ड्रैगन फ्रूट मानसून में तैयार होता है। इसके फल मानसून के 4 महीने में हर 40 दिनों के अंतराल में पकते हैं। इसका एक फल का वजन औसतन 100 से 300 ग्राम तक होता है। इसका एक बार पेड़ 40 साल तक फल देता है। ड्रैगन फ्रूट यूनिटी बूस्टर है, इसलिए यह 500 रुपए किलो तक बिकता है। किसान इसकी खेती कर सालाना लाखों रुपए कमा सक...

ड्रैगन फ्रूट की खेती, कब और कैसे करें

Dragon Fruit ki Kheti (Dragon Fruit Farming): ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Cultivation) किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है.क्योकि ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Cultivation) पारंपरिक खेती के मुकाबले ज्यादा मुनाफा देने वाली नकदी फसल है. भारत के विभिन्न राज्यों के प्रगतिशील किसानों ने ड्रैगन फ्रूट की खेती (dragon fruit ki kheti) करना शुरू कर दिया है. ड्रैगन फ्रूट की खेती भारत के अलावा मलेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम जैसे देशों में काफी लोकप्रिय है. लेकिन भारत में बहुत ही कम किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती बारे में जानते है. उन किसानो को इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए ताकि ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे करें? (How to cultivate dragon fruit?) इसकी संपूर्ण जानकारी मिल सके. जाने ड्रैगन फ्रूट की खेती कब और कैसे करे ड्रैगन फ्रूट की खेती की पूरी जानकारी – Dragon Fruit Farming in Hindi ड्रैगन फ्रूट (dragon fruit) थाइलैंड, वियतनाम, श्रीलंका और इज़रायल में बहुत ही लोकप्रिय है लेकिन कुछ सालो में इस फल ने भारत में भी काफी लोकप्रियता प्राप्त कर ली है. ड्रैगन फ्रूट (dragon fruit) औषधीय गुणों से भरपूर है. इसे सेवन से मधुमेह, कार्डियो-वैस्कुलर और अन्य तनाव संबंधी बीमारियों में लाभदायक है. इसका इस्तेमाल जैम, आइसक्रीम, जेली, जूस और वाइन आदि बनाने में किया जाता है. बाजार में इसकी अधिक डिमांड होने की से किसानो को इसके 600 से 800 रुपए प्रति किलो के दाम (dragon fruit price) मिल जाते है. यदि ड्रैगन फ्रूट की खेती वैज्ञानिक तरीके से की जाये तो किसान इस फसल से अच्छा मुनाफा कमा सकते है. ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे करे ? – Dragon Fruit ki Kheti in Hindi अनुकूल जलवायु ड्रैगन फ्र...

राष्ट्रीय समसामयिकी 2(11

राष्ट्रीय समसामयिकी 2(11-July-2022)^ड्रैगन फ्रूट की खेती^(Dragon Fruit Farming) Posted on July 11th, 2022 गुजरात और हरियाणा सरकारों के नक्शेकदम पर चलते हुए, केंद्र सरकार ने ‘ड्रैगन फ्रूट’ (Dragon Fruit) की खेती को बढ़ावा देने का फैसला किया है। ‘ड्रैगन फ्रूट’ को इसके स्वास्थ्य लाभ के लिए “सुपर फ्रूट” के रूप में जाना जाता है। केंद्र सरकार द्वारा ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए अधिक राज्य सरकारों को प्रेरित करने के लिए एक ‘वार्षिक कार्य योजना’ पर कार्य किया जा रहा है। इस फल की खेती करने वाले राज्यों में ‘मिजोरम’ सबसे ऊपर है वियतनाम की सफलता : फलों के निर्यात ने वियतनाम के सकल घरेलू उत्पाद में बहुत बड़ा योगदान दिया है। ड्रैगन फ्रूट : जलवायु की स्थिति :‘ड्रैगन फ्रूट’ अर्ध-शुष्क और शुष्क क्षेत्रों में उग सकता है और थोड़ा सा खारापन सहन कर सकता है। ठंडे क्षेत्रों को छोड़कर, भारत के सभी राज्य ड्रैगन फ्रूट के पौधों के लिए उपयुक्त हैं। इसका फूल, भारत में मानसून के मौसम के साथ खिलता है। इसके फूल उभयलिंगी (एक ही फूल में नर और मादा अंग) प्रकृति के होते हैं और रात में खिलते हैं। अमेरिका का स्थानिक फल: ड्रैगन फ्रूट (Hylocereus undatus) अमेरिका का स्थानिक फल है। यह ‘कैक्टि परिवार’ (Cacti Family) का सदस्य है। अलग-अलग नाम : इसे दुनिया भर में ‘पिटाया‘, ‘पिठाया‘, स्ट्रॉबेरी नाशपाती, रईस और रात की रानी के नाम से भी जाना जाता है। भारत में इसे ‘कमलम‘ के नाम से भी जाना जाता है। सुपर फ्रूट : पौधे 20 से अधिक वर्षों तक उपज बनाए रखता है, न्यूट्रास्युटिकल गुणों (औषधीय प्रभाव वाले) में उच्च है और मूल्य वर्धित प्रसंस्करण उद्योगों के लिए अच्छा है। यह विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है। राष्ट्रीय समसामयिक...

ड्रैगन फ्रूट(Dragon Fruit): खेती, घर पर खेती, फायदे

Dragon Fruit In Hindi, ड्रैगन फ्रुट की खेती, फायदे, नुकसान, घर पर द्रण फ्रूट की खेती कैसे करे. dragon fruit pregnancy, ड्रैगन फ्रूट हेल्थ बेनेफिट्स, dragon fruit ke fayde, dragon fruit price in india, dragon fruit side effects, dragon fruit ki taseer dragon fruit hindi name, dragon fruit farming in india आपने कई बार ड्रैगन फ्रूट के बारें में सुना होगा. आप में से कई लोगों ने इसको खाया भी होगा. भारत में पहली बार ड्रैगन फ्रूट लगभग 1990 के आसपास आया था. ड्रैगन फ्रूट का साइंटिफिक नाम वाइट-फ्लेशेड-पतिहाया(White-fleshed pitahaya) हैं. ड्रैगन फ्रूट को हिंदी में ‘पिताया’ या ‘कमलम’ कहते हैं. ड्रैगन फ्रूट भारत में अभी बड़े स्तर पर उत्पादन किया जा रहा हैं. इसलिए लोगों के मन में इसको लेकर काफी सारे सवाल हैं. यहाँ हम इसकी खेती से लेकर, इसके उपयोंग, फायदें, नुकसान और विभिन्न सवालों के उत्तर को जानने की कोशिश करेंगे. Jump On Query -: • • • • • • • • • • • • • ड्रैगन फ्रूट क्या हैं: Dragon fruit Hindi ड्रैगन प्लांट दक्षिण-अमेरिका मूल का पौधा हैं. यह एक कैक्टस फैमिली का पौधा हैं. ड्रैगन प्लांट पौधे की अधिकतम ऊंचाई 2 मीटर तक होती हैं. ड्रैगन प्लांट पर लगने वाले फल को ड्रैगन फल(dragon fruit) कहते हैं. ड्रैगन फ्रूट कैल्सियम, प्रोटीन, विटामिन-सी से भरपूर पौधा हैं. इम्यून सिस्टम और आयरन लेवल को बूस्ट अप करने के लिए यह एक उपयुक्त पौधा हैं. Dragon fruit Hindi name: ड्रैगन फ्रूट को हिंदी में क्या कहते हैं? ड्रैगन फ्रूट को हिंदी में ‘पिताया’ कहते हैं. भारत में इसको संस्कृत का नाम भी दिया गया हैं. ड्रैगन फ्रूट को संस्कृत में ‘कमलम’ कहते हैं. ड्रैगन फ्रूट का वैज्ञानिक नाम क्या हैं: scientific name of ...

ड्रैगन फ्रूट की खेती करके कैसे कमाई संपूर्ण जानकरी

ड्रैगन फ्रूट की खेती अच्छी मिट्टी, उचित मानवीय संचालन और धैर्य की मांग करती है। यह फल धूप और गर्मी के प्रतिष्ठान में बेहतरीन विकसित होता है। इसकी खेती का सफलतापूर्वक निर्माण एक व्यापारिक और आर्थिक अवसर के रूप में जानी जाती है। तो आइए, हम ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में और जानकारी प्राप्त करें और इस लाभदायक व्यवसाय में कदम रखें। इसके अलावा, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के कुछ इलाकों में भी इसे उगाया जा सकता है। यह फल उगाने के लिए उचित मात्रा में पानी, उपयुक्त खाद और उचित फसल संरचना आवश्यक होती है। इसलिए, ड्रैगन फ्रूट की खेती करने से पहले संभवतः आपको कुछ महत्वपूर्ण तत्वों का ध्यान रखना होगा, जिसमें खेती के लिए उचित स्थान, उपयुक्त मिट्टी, उपयुक्त जलवायु, उपयुक्त खाद और फसल संरचना शामिल होती है। मिट्टी और उपजाऊ माटी की तैयारी ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक उचित माटी और उपजाऊ माटी में फसल की उगाई और प्रगति में वृद्धि होती है। ड्रैगन फ्रूट की उगाई के लिए विशेष ध्यान देने वाली मिट्टी गहरी, हल्की, निर्मल और अच्छे विवरण वाली होनी चाहिए। इसके लिए श्वेत, काली मृदा या लोमड़ी मिट्टी उपयुक्त हो सकती है। इसमें रेतीला और गाड़दा तत्व होना चाहिए जो पानी को सुरक्षित रखने की क्षमता रखते हैं। उपजाऊ माटी की तैयारी के लिए आपको खेत की तैयारी करनी होगी। इसमें खेत की सफाई करें और गंदगी, विभाजन और बारिश से निकलने वाले विषाणुओं को हटा दें। इसके बाद, मृदा को मोटी या नरम बनाने के लिए उपयुक्त खाद और उर्वरकों का उपयोग करें। इस तरह, उपजाऊ माटी की तैयारी ड्रैगन फ्रूट की उच्च गुणवत्ता वाली उगाई और उत्कृष्ट प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। ड्रैगन फ्रूट के बीजों को उगाने के लिए एक उचित स...