देश प्रेम पर छोटी कविता

  1. देश प्रेम पर छोटी कविता poem on desh prem in hindi
  2. छोटे बच्चों के लिए देश भक्ति पर कविता
  3. देश प्रेम पर छोटी कविताएँ :
  4. देशभक्ति कविता इन हिंदी : चन्द्रशेखर आजाद! Desh Bhakti Poem
  5. यह है भारत देश हमारा: सुब्रह्मण्य भारती की देश प्रेम कविता
  6. Desh Bhakti Poem In Hindi – देश भक्ति पोएम इन हिंदी – Hindi Jaankaari
  7. स्वतंत्रता दिवस पर कविता
  8. 1000+ Desh Bhakti Geet, Gane & Song Lyrics in Hindi 2023
  9. 15+ Best Independence Day Poem in Hindi (2023)


Download: देश प्रेम पर छोटी कविता
Size: 56.74 MB

देश प्रेम पर छोटी कविता poem on desh prem in hindi

Swadesh prem poem in hindi दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों हमारा भारत देश एक विशालकाय देश है भारत देश के लोगों को अपने देश के प्रति अपार प्रेम है। आज हम स्वतंत्र होकर चैन से सांस ले रहे हैं उन देश प्रेमी लोगों की वजह से ही ले रहे हैं जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने से पीछे नहीं हठे। poem on desh prem in hindi देश प्रेम से तात्पर्य अपने देश की हर एक वस्तु से प्रेम करना है देश की संस्कृति, वेशभूषा, भाषा, पेड़ पौधे, देश की मिट्टी, स्वदेशी वस्तुओ सभी से प्रेम करना है वास्तव में अगर हम अपने देश से प्रेम करेंगे तो देश तेजी से विकास करेगा, देश में फैली कई समस्याओं का निदान होगा आज हम देश प्रेम पर आप सभी के लिए कविता लेकर आएं है आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज की इस कविता को ये धरती वो जहां ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला जहां हर बालक एक मोहन है और राधा हर एक माला जहां सूरज सबसे पहले आ कर डाले अपना फेरा वो भारत देश है मेरा अलबेलो कि इस धरती के त्योहार भी हैं अलबेले कहीं दिवाली की जगमग है कहीं है होली के मेले जहां राग रंग और हंसी खुशी का चारों ओर है घेरा वो भारत देश है मेरा जब आसमान से बातें करते मंदिर और शिवाले जहां किसी नगर में किसी द्वार पर कोई न ताला डाले प्रेम की बंसी जहां बजाता है ये शाम सवेरा वो भारत देश है मेरा राजेंद्र किशन • • दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया ये आर्टिकल poem on desh prem in hindi पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले इसे शेयर जरूर करें और हमारा Facebook पेज लाइक करना ना भूलें और हमें कमेंटस के जरिए बताएं कि आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा जिससे नए नए आर्टिकल लिखने प्रति हमें प्रोत्साहन मिल सके और इसी...

छोटे बच्चों के लिए देश भक्ति पर कविता

यारा प्यारा मेरा देश, सजा – संवारा मेरा देश॥ दुनिया जिस पर गर्व करे, नयन सितारा मेरा देश॥ चांदी – सोना मेरा देश, सफ़ल सलोना मेरा देश॥ सुख का कोना मेरा देश, फूलों वाला मेरा देश॥ झुलों वाला मेरा देश, गंगा यमुना की माला का मेरा देश॥ फूलोँ वाला मेरा देश आगे जाए मेरा देश॥ नित नए मुस्काएं मेरा देश इतिहासों में नाम लिखायें मेरा देश॥ Short Desh Bhakti Hindi Poem होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब एक दिन मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास हम होंगे कामयाब एक दिन। हम चलेंगे साथ-साथ डाल हाथों में हाथ हम चलेंगे साथ-साथ, एक दिन मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन। Short Desh Bhakti Poem for class 1 children “तिरंगा” शान से लहराता, शुभाशीष दे भारतमाता, जोश से सीने लगे है फूलने, कदम लगे है आगे चलने, अपनों से ले रहे बिदाई, माँ की छाती है भर आई, शहीद हो पर ना पीठ दिखाना, भारत माँ की लाज बचाना, हुक्म यहाँ की माँ है करती, बेटे की कुर्बानी से नहीं डरती, दोनों ही करते है कुर्बान, माँ ममता को,जान को जवान, इसीलिए तो है “मेरा भारत महान” सबका प्यारा हिन्दुस्थान…… छोटी देश भक्ति कविता आजादी के साल हुए कई, पर क्या हमने पाया है सोचा था क्या होगा लेकिन, सामने पर क्या आया है रामराज्य सा देश हो अपना बापू का था सपना चाचा बोले आगे बढ़ कर कर लो सब को अपना आजादी फिर छीने न अपनी दिया शास्त्री ने नारा Short Desh Bhakti Poem for class 2 children “होठों पे सच्चाई रहती है, जहां दिल में सफ़ाई रहती है हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है ज़्यादा की नहीं लालच हमको, थोड़े मे गुज़ारा होता है बच्चों के लिये जो धरती माँ,...

देश प्रेम पर छोटी कविताएँ :

सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है देश की एकता और अखंडता का बखान करती हुयी देश भक्ति की भावना से भरी हुयी देश प्रेम पर छोटी कविताएँ । पहली कविता: मेरा देश है सबसे महान। दूसरी कविता: मैं हूँ एक भारतवासी। देश प्रेम पर छोटी कविताएँ १. मेरा देश है सबसे महान यूँ तो देश कई धरती पर पर मेरा देश है सबसे महान कहें इसे सप्तसिंधु, इंडिया भारत और हिन्दुस्तान यूँ तो देश कई धरती पर पर मेरा देश है सबसे महान। एकता का ये पाठ सिखाये कुदरत का हर रंग दिखाए ईद हो या फिर हो दिवाली मिल कर हम सब त्यौहार मनाये, इंसानियत से है नाता सबका इक दूजे में बसते प्राण यूँ तो देश कई धरती पर पर मेरा देश है सबसे महान। पवन, पवित्र और सुन्दर है धरती ये गुरुओं पीरों की घर-घर में सुनाई जाती गाथा योद्धाओं और वीरों की इसलिए मेरी मातृभूमि पर मुझे हर क्षण ही है अभिमान यूँ तो देश कई धरती पर पर मेरा देश है सबसे महान। यूँ तो देश कई धरती पर पर मेरा देश है सबसे महान कहें इसे सप्तसिंधु, इंडिया भारत और हिन्दुस्तान यूँ तो देश कई धरती पर पर मेरा देश है सबसे महान। पढ़िए कविता :- ये हमारा हिंदुस्तान है। २. मैं हूँ एक भारतवासी न धर्म न कोई मजहब मेरा बस मैं हूँ एक भारतवासी अजमेर भी प्यारा है मुझको और मुझे प्यारा है काशी न धर्म न कोई मजहब मेरा बस मैं हूँ एक भारतवासी। ईद की सेवई हो या दीवाली की हो मिठाई इस पेट ने न कभी कोई ऊँगली उठायी दिल से रखना दिल का रिश्ता इस देश ने ही ये रीत सिखाई सदा हैं रहते हम मुस्कुराते चेहरे पर कभी न आती उदासी न धर्म न कोई मजहब मेरा बस मैं हूँ एक भारतवासी। इस धरा पे मुझको कोई भी मिले मैं प्रणाम करूँ मैं सलाम करूँ न वै...

देशभक्ति कविता इन हिंदी : चन्द्रशेखर आजाद! Desh Bhakti Poem

जिस आजादी के लिए चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह जैसे वीरों ने अपनी कुर्बानी दी थी, क्या आज उन सेनानियों के लिए हमारे हृदय में कोई स्थान नहीं है| चंद पैसे और कुर्सी के लालच में लोग इन क्रांतिकारियों का मजाक उड़ाने तक से बाज नहीं आते| कुछ ऐसे ही विद्रोही बोलों के साथ कवि ने यह कविता लिखी है| जरूर पढ़िए ये देशभक्ति कविता आपके दिल को छू जाएगी – — घाव जिन्होंने भारत माता को गहरे दे रक्खे हैं उन लोगों को जैड सुरक्षा के पहरे दे रक्खे हैं जो भारत को बरबादी की हद तक लाने वाले हैं वे ही स्वर्ण-जयंती का पैगाम सुनाने वाले हैं — आज़ादी लाने वालों का तिरस्कार तड़पाता है बलिदानी-गाथा पर थूका, बार-बार तड़पाता है क्रांतिकारियों की बलिवेदी जिससे गौरव पाती है आज़ादी में उस शेखर को भी गाली दी जाती है राजमहल के अन्दर ऐरे- गैरे तनकर बैठे हैं बुद्धिमान सब गाँधी जी के बन्दर बनकर बैठे हैं — मै दिनकर की परम्परा का चारण हूँ भूषण की शैली का नया उदहारण हूँ इसीलिए मैं अभिनंदन के गीत नहीं गा सकता हूँ | मैं पीड़ा की चीखों में संगीत नहीं ला सकता हूँ | | — इससे बढ़कर और शर्म की बात नहीं हो सकती थी आजादी के परवानों पर घात नहीं हो सकती थी कोई बलिदानी शेखर को आतंकी कह जाता है पत्थर पर से नाम हटाकर कुर्सी पर रह जाता है गाली की भी कोई सीमा है कोई मर्यादा है ये घटना तो देश-द्रोह की परिभाषा से ज्यादा है — सारे वतन-पुरोधा चुप हैं कोई कहीं नहीं बोला लेकिन कोई ये ना समझे कोई खून नहीं खौला मेरी आँखों में पानी है सीने में चिंगारी है राजनीति ने कुर्बानी के दिल पर ठोकर मारी है सुनकर बलिदानी बेटों का धीरज डोल गया होगा मंगल पांडे फिर शोणित की भाषा बोल गया होगा — सुनकर हिंद – महासागर की लहरें तड़प गई होंगी शायद बिस्मिल की गजलों की ...

यह है भारत देश हमारा: सुब्रह्मण्य भारती की देश प्रेम कविता

सुब्रह्मण्य भारती (जन्म: 11 दिसम्बर, 1882 – मृत्यु: 11 सितम्बर, 1921) भारत के महान् कवियों में से एक थे, जिन्होंने तमिल भाषा में काव्य रचनाएँ कीं। इन्हें महाकवि भरतियार के नाम से भी जाना जाता है। भारती एक जुझारू शिक्षक, देशप्रेमी और महान् कवि थे। आपकी देश प्रेम की कविताएँ इतनी श्रेष्ठ हैं कि आपको भारती उपनाम से ही पुकारा जाने लगा। तमिल भाषा के महाकवि सुब्रमण्यम भारती ऐसे साहित्यकार थे, जो सक्रिय रूप से ‘ स्वतंत्रता आंदोलन‘ में शामिल रहे, जबकि उनकी रचनाओं से प्रेरित होकर दक्षिण भारत में आम लोग आज़ादी की लड़ाई में कूद पड़े। ये ऐसे महान् कवियों में से एक थे, जिनकी पकड़ हिंदी, बंगाली, संस्कृत, अंग्रेज़ी आदि कई भाषाओं पर थी, पर तमिल उनके लिए सबसे प्रिय और मीठी भाषा थी। उनका ‘गद्य’ और ‘पद्य’ दोनों विधाओं पर समान अधिकार था। यह है भारत देश हमारा: सुब्रह्मण्य भारती जोड़ नहीं धरती पर जिसका, वह नगराज हमारा ही है, नदी हमारी ही है गंगा, प्लावित करती मधुरस धारा, बहती है क्या कहीं और भी, ऎसी पावन कल-कल धारा। सम्मानित जो सकल विश्व में, महिमा जिनकी बहुत रही है, अमर ग्रन्थ वे सभी हमारे, उपनिषदों का देश यही है, गाएँगे यश ह्म सब इसका, यह है स्वर्णिम देश हमारा, आगे कौन जगत में हमसे, यह है भारत देश हमारा। यह है भारत देश हमारा, महारथी कई हुए जहाँ पर, यह है देश मही का स्वर्णिम, ऋषियों ने तप किए जहाँ पर, यह है देश जहाँ नारद के, गूँजे मधुमय गान कभी थे, यह है देश जहाँ पर बनते, सर्वोत्तम सामान सभी थे। यह है देश हमारा भारत, पूर्ण ज्ञान का शुभ्र निकेतन, यह है देश जहाँ पर बरसी, बुद्धदेव की करुणा चेतन, है महान, अति भव्य पुरातन, गूँजेगा यह गान हमारा, है क्या हम-सा कोई जग में, यह है भारत देश हमारा। विघ्नों...

Desh Bhakti Poem In Hindi – देश भक्ति पोएम इन हिंदी – Hindi Jaankaari

आपने कई प्रकार की कविताये पढ़ी होंगी और सुनी भी होंगी लेकिन क्या आप जानते है की हमारे कुछ देशभक्त कवि ऐसे भी हुए जिन्होंने की देश के ऊपर भी कई प्रकार की कविताये लिखी है | जिन कविताओं को पढ़ कर आपके अंदर से भी देश के लिए भक्ति भावना जाग उठेगी अगर आप भी कुछ बेहतरीन देशभक्ति की कविताये जानना चाहते है तो इसके लिए आप हमारी इस पोस्ट के माध्यम से कुछ बेहतरीन कविताये जान सकते है और उन्हें अपने अन्य दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते है |

स्वतंत्रता दिवस पर कविता

Poem on Independence Day in Hindi : 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस का दिन सभी भारतवासीयो के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है| इस दिन 1947 में हमारे देश को अंग्रेज़ो की गुलामी से आज़ादी मिली थी| इस शुभ दिन के मौके पर में आपके सामने स्वतंत्रता दिवस पर सबसे पसंदिता कविताएं शेयर करने वाला हूँ| निचे दी गई स्वतंत्रता दिवस पर कविताएं ख़ास कक्षा LKG, UKG, Nursery, 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10 के छात्रों के लिए लिखी गई है| Contents • 1 स्वतंत्रता दिवस पर कविता – Poem on Independence Day in Hindi • 1.1 Independence Day Par Kavita • 1.2 Hindi Poems on Independence Day • 1.3 देशभक्ति वाली कविता – Poem on Nationalism in Hindi • 1.4 Short Poem on Independence Day in Hindi • 1.5 स्वतंत्रता दिवस पर छोटी कविता • 1.6 Swatantrata Diwas Par Ek Kavita • 2 Heart Touching Poem on Independence Day in Hindi स्वतंत्रता दिवस पर कविता – Poem on Independence Day in Hindi आइये अब निचे लिखी गई 15 अगस्त पर कविताओं का आनंद उठाते हैं| सड़को पर लूटती अबला का, काम पर जाती सबला का, हर औरत की ज़िद का परिणाम है ये…. हिंदुस्तान है ये… गरीब की टपकती छत भी है, ये नोटों की लगी लत भी है , किसी के महीने का राशन का सामान है ये…. हिंदुस्तान है ये… ये काला भी है ये सफ़ेद भी… है संगठन, है भेद भी, अनेकता में एकता का प्रमाण है ये… हिंदुस्तान है ये.. यह भी जरूर पढ़े: Hindi Poems on Independence Day तुम कठिन अभ्यास करते हो, हम गर्व कर लेते हैं, तुम सरहदों की रक्षा करते हो, हम गर्व कर लेते हैं, हर त्यौहार, घर-परिवार भूल कर, तुम प्रतिपल संघर्ष करते हो! हम गर्व कर लेते हैं, कब कीस गोली पर लिखा हो तुम्हारा नाम, तुम बिन परवाह किए, धुप, बारिश, तू...

1000+ Desh Bhakti Geet, Gane & Song Lyrics in Hindi 2023

गणतंत्र दिवस के देश भक्ति गीत और स्वतंत्रता दिवस के देशभक्ति गीत – (Desh Bhakti Geet 2023, Desh Bhakti Song in Hindi, Desh Bhakti Geet in Hindi and Republic Day Patriotic Songs in Hindi) भारतीय देश भक्ति गीत लिखित 26 जनवरी के इस राष्ट्रपर्व पर आप सभी को ढेर शुभकामनाएँ। 26 जनवरी 1950 का इतिहास कोई नहीं जानता और हमारे देश के वीर जवानों ने कितने कष्ट सहे थे। आज उनके त्याग और बलिदान के चलते हमारा देश आजाद है और आजादी को सभी जी रहे है। 26 जनवरी 1950 से सभी अधिनियम और संविधान लागू किए गए थे। भारतवासी होने का हमें गर्व है इस दिन पर क्योंकि 72 सालों बाद भी लागू है। यही कारण है कि आज भी इस दिन को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। → Best Desh Bhakti Shayari in Hindi ← स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के उपलक्ष पर स्कूल, कॉलेज के बच्चे अपने विद्यालय में स्कूल फंक्शन में Freedom Fighters आजादी क्रांतिकारी की ड्रेस पहन कर cultural program को celebrate करते हैं जिसमें वो Republic Day Songs, Desh Bhakti Song For Republic Day in Hindi, Republic Day Geet Download, 26 January Geet 2023 MP3, रिपब्लिक डे गीत लीरिक्स गाते व प्रस्तुत करते हैं। • • • • देश भक्ति गीत PDF गणतंत्र दिवस व अन्य सभी राष्ट्रीय दिवस के लिए बहुत ही बेहतरीन गीत है जिन्हें आप सभी पसंद करेंगे। भारतीय देश भक्ति गीत को पढ़ने व सुनने के बाद हम सभी में देशभक्ति का जुनून जाग उठता है। जुनून ऐसा जो की सच में कुछ करने की ताकत देता है, अपने देश प्रेम के प्रति जाग उठाता है। देशभक्ति ही एक मात्र ऐसी भक्ति है जिसकी भक्ति करने के लिए सवा सौ करोड़ जनसंख्या आतुर रहती है। देश भक्ति में कोई जात धर्म या फिर कोई अलग रीति रिवाज नहीं होते है, कोई भी...

15+ Best Independence Day Poem in Hindi (2023)

नमस्कार दोस्तों, इस पोस्ट में हम आपके लिए Independence Day Poem in Hindi लेकर आये है, जिन्हें आप स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्हें प्रस्तुत कर सकते हैं या फिर 15 अगस्त पर कविता बोलने के लिए आपके लिए यह बहुत ही मददगार साबित होगी। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह स्वतंत्रता दिवस की कविताओं का संग्रह पसंद आएगा। आज का दिन हर भारतीय के बहुत महत्वपूर्ण और खास दिन है। जैसा कि हम सब जानते ही है कि आज ही 1947 में यानि 15 अगस्त 1947 में हमारे भारत देश के आजादी का सूर्य उदय हुआ था। इस दिन से हम हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में इसे मनाते आ रहे हैं। हमने यहां पर बहुत ही फेमस स्वतंत्रता दिवस पर कविताए हिंदी में शेयर की है। यह Desh Bhakti Kavita अपमे देशभक्ति का एक नया जोश पैदा कर देगी, अपने एक नई ऊर्जा का संचार होगा। उम्मीद करते हैं कि आपको यह 15 अगस्त पर कुछ कविताएँ बेहद पसंद आयेंगी। आपको यह 15 August Poem in Hindi किसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • स्वतंत्रता दिवस पर कविताएं | Independence Day Poem in Hindi Poem on Independence Day in Hindi आह्वान (अशफाकउल्ला खां) कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे, आजाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे हटने के नहीं पीछे, डरकर कभी जुल्मों से तुम हाथ उठाओगे, हम पैर बढ़ा देंगे बेशस्त्र नहीं हैं हम, बल है हमें चरख़े का, चरख़े से ज़मीं को हम, ता चर्ख़ गुंजा देंगे परवाह नहीं कुछ दम की, ग़म की नहीं, मातम की। है जान हथेली पर, एक दम में गंवा देंगे उफ़ तक भी जुबां से हम हरगिज़ न निकालेंगे तलवार उठाओ तुम, हम सर को झुका देंगे सीखा है नया हमने लड़ने का यह तरीका चलवाओ गन मशीनें, हम...