Dhatu kise kahate hain

  1. dhatu kise kahate hain । धातु किसे कहते है । धातु का नाम एंव उपयोग
  2. निहारिका किसे कहते हैं? निहारिका का क्या अर्थ हैं, जानिए
  3. तांबा किसका मिश्रण है
  4. धातु किसे कहते हैं?
  5. धातु किसे कहते है
  6. यौगिक किसे कहते है
  7. यौगिक किसे कहते है
  8. तांबा किसका मिश्रण है
  9. निहारिका किसे कहते हैं? निहारिका का क्या अर्थ हैं, जानिए
  10. धातु किसे कहते हैं?


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dhatu kise kahate hain । धातु किसे कहते है । धातु का नाम एंव उपयोग

By August 19, 2022 dhatu kise kahate hain (धातु किसे कहते है) : वैसा तत्व जिसमे चमक हो, तथा जो तत्व आघातवर्धनीय हो । जिसकी तनन क्षमता अधिक से अधिक हो । जो ऊष्मा एंव विधुत का सुचालक हो । जो केवल ठोस अवस्था में पाया जाता है । वह धातु कहलाता है । इसका कुछ उदाहरण बताने की नीचे प्रयास करता हूँ । जैसे की सोडियम, पोटैशियम, लोहा तथा ताँबा धातु , dhatu kise kahate hain का मुख्य उदाहरण है । Table of Contents • • • • • • • • • धातु की दूसरी परिभाषा : वैसा तत्व जिसके पास, रासायनिक अभिक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉनों को तैयागकर हमेशा धनायन रखने की क्षमता होती है । वह धातु कहलाती है । धातु को हमेशा धन विधुत तत्व के नाम से भी जाना जाता है । धातु का घनत्व अधिक होता है । एंव धातु में विधुत सुचालक गुण पाया जाता है । धातु का गुण : धातु के गुण के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी, नीचे बताने की कोशिस कर रहा हूँ :- (i) सभी प्रकार के धातु चमकीले होते है । तथा धातु में चमक वाली गुण को धातुई चमक कहते है । (ii) धातुओं की घनत्व उच्च होती है । (iii) सभी प्रकार के धातुएँ, उष्मा एंव विधुत के सुचालक होता है । (iv) धातुएँ कठोर होती है । (v) धातु के क्वथनांक एंव गलनांक उच्च होता है । (vi) जब धातु को हथौड़े से पीटा जाता है । तो एक प्रकार की ध्वनि उत्पन्न होती है । जिस ध्वनि को धातुई ध्वनि कहते है । (vii) धातु हमेशा विधुत धनावेशी होता है । धातु का उपयोग : धातुओं का उपयोग विभिन्न कार्यो में किया जाता है :- (i) धातु का उपयोग आभूषण बनाने में किया जाता है । जैसे की सोना, चाँदी इत्यादि धातु का उपयोग आभूषण बनाने में किया जाता है । (ii) इसका उपयोग घर बनाने में किया जाता है । यदि नया घर बनाते है । उसमें ग्रिल, खिड़की, छ...

निहारिका किसे कहते हैं? निहारिका का क्या अर्थ हैं, जानिए

ब्रह्माण्ड में खरबों तारे हैं, जो अन्तरिक्ष मे समान रूप से वितरित नही हैं। ये तारे बहुत बड़े बड़े समूहों मे वितरित रहते है। प्रत्येक समूह मे खरबों तारे होते है। इन समूहों मे तारों के अलावा हाइड्रोजन गैस एवं धूल के कणों की बहुत अधिक मात्रा भी उपस्थित रहती है। ऐसे प्रेत्यक समूह को निहारिका (Galaxy) कहते है। तारो के प्रत्येक समुह को निहारिका कहते है। निहारिकाएँ विभिन्न आकारों मे दृष्टिगोचर होती है। इसी आधार पर इन्हें सर्पिलाकार दीर्घवृत्ताकार अथवा अनियमित निहारिकाओं के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार कोई भी निहारिका खरबों तारों की ऐसी विशाल व्यवस्था होती है जिसमे बड़ी संख्या मे मुख्य रूप से हाइड्रोजन गैस के बादल और धूल के कण होते हैं। वास्तव में निहारिकाएँ ब्रह्माण्ड की निर्माणी घटक हैं।

तांबा किसका मिश्रण है

तांबा (ताम्र) एक भौतिक तत्त्व है। इसका संकेत Cu (अंग्रेज़ी - Copper) है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। यह एक तन्य धातु है जिसका प्रयोग विद्युत के चालक के रूप में प्रधानता से किया जाता है। मानव सभ्यता के इतिहास में तांबे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि प्राचीन काल में मानव द्वारा सबसे पहले प्रयुक्त धातुओं और मिश्रधातुओं में तांबा और कांसे (जो कि तांबे और टिन से मिलकर बनता है) का नाम आता है। तांबे के प्रमुख अयस्कों में तांबा ग्लांस (Cu 2S), ताम्र पाइराइट्स (CuFeS 2), क्यूप्राइट (Cu 2O) तथा मैकेलाईट (Cu(OH) 2.CuCO 3) के नाम आते हैं। पहले फेन प्लावन विधि से अयस्क का सांद्रण कर लिया जाता है। सांद्रित अयस्क को महीन चूर्ण करके उसे एक परवर्तनी भट्ठी में वायु प्रवाह की उपस्थिति में भर्जित करते हैं। इस प्रक्रिया द्वारा क्यूप्रस सल्फाईड (Cu 2S) और फेरस सल्फाईड (FeS) का मिश्रण प्राप्त होता है। अशुद्धियाँ आक्सीकृत होकर निल जाती हैं। इसके बाद इसे कोक के साथ वात्या भट्ठी में गर्म करते हैं जिससे फेरस सल्फाईड फेरस ऑक्साईड बनाता है तथा सिलिका के साथ अभिक्रिया करके धातुमल (फेरस सिलिकेट) बनाता हुआ निकल जाता है। इसके बाद इस को एक भट्ठी में गर्म करते हैं तो तांबे के सल्फाईड पहले आक्साइड में बदल जाते हैं तथा फिर बचे हुए सल्फाइड से अभिक्रिया करके सल्फर डाई ऑक्साईड तथा तांबा देते हैं। इस क्रिया से लगभग 99.99% ताँबा प्राप्त होता है| 2Cu 2S + 3 O 2 → 2Cu 2O + 2 SO 22Cu 2O + Cu 2S → 6Cu + SO 2

धातु किसे कहते हैं?

धातु किसे कहते हैं? | Metal in Hindi | Dhatu Kise Kahate Hain धातु किसे कहते हैं? (What is Metal in Hindi) वे तत्व जिनमें चमक, धातुकर्म गुण होते हैं, और जिनमें उच्च तन्यता ताकत होती है और जो ऊष्मा एवं विद्युत की सुचालक (good conductors) होते हैं और ठोस अवस्था में पाए जाते हैं, धातु कहलाते हैं। उदहारण: सोडियम, पोटैशियम, लोहा, तांबा इत्यादि। दूसरे शब्दों में ऐसे तत्व (हाइड्रोजन के अतिरिक्त) जो इलेक्ट्रान को त्याग कर धनायन प्रदान करते हैं, धातु (Metal) कहलाते हैं। धातुएँ प्रायः चमकदार, आघातवर्ध्य तथा तन्य होती हैं। यह भी जानें: धातु के गुण (Metal Properties In Hindi) • सभी धातुएँ चमकदार होती हैं। धातुओं में पाए जाने वाले चमक गुण को धात्विक चमक कहते हैं। • धातुओं में उच्च घनत्व होता है। • धातुएँ सामान्यतः विद्युत धनात्मक आवेशित होती हैं। • धातुओं में उच्च क्वथनांक और गलनांक होते हैं। • सभी धातुएँ ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं। • धातुएँ कठोर होती है। • धातुओं में तन्यता का गुण पाया जाता है। • जब धातु को हथौड़े से पीटा जाता है, तो एक प्रकार की ध्वनि उत्पन्न होती है जिसे धात्विक ध्वनि कहा जाता है। धातुओं का उपयोग (Use of Metals In Hindi) • घर के निर्माण में धातु का प्रयोग किया जाता है जैसे: लोहे की सरिया, खिड़की, दरवाजे, ग्रिल आदि बनाने में किया जाता है। • आभूषणों में धातुओं का प्रयोग किया जाता है जैसे: सोना, चाँदी जैसी धातुओं का उपयोग आभूषण के रूप में किया जाता है। • धातुओं का उपयोग लोहा, तांबा, पीतल आदि बर्तन बनाने में किया जाता है। • धातु का उपयोग कारखानों में, मशीनों के निर्माण में, परिवहन के साधनों में भी किया जाता है। तो दोस्तों आज हमने जाना धातु किसे कहते हैं (What i...

धातु किसे कहते है

रासायनिक तत्वों को सर्वप्रथम धातुओं और अधातुओं में विभाजित किया गया, यद्यपि दोनों समूहों को बिल्कुल पृथक्‌ नहीं किया जा सकता था। धातु की परिभाषा करना कठिन कार्य है। मोटे रूप से हम कह सकते हैं कि यदि किसी तत्व में निम्नलिखित संपूर्ण या कुछ गुण हों तो उसे धातु कहेंगे : (1) चमक, (2) परांधता, (3) साधारण ताप पर ठोस, (4) स्वच्छ सतह द्वारा प्रकाश के परावर्तन (Reflection) का गुण, (5) ऊष्मा एवं विद्युत्‌ की उत्तम चालकता, एवं (6) द्रव अवस्था से ठंण्डा करने पर क्रिस्टल रूप में ठोस पदार्थ का बनना। हम यह अवश्य कह सकते हैं कि यदि कोई तत्व विशुद्ध अवस्था में चमकदार और विद्युत्‌ का चालक नहीं है, तो वह अधातु (non-metal) है। प्रकृति में असंयुक्त अवस्था में बिरली धातु ही मिलती है। स्वर्ण, रजत, प्लैटिनम और कभी-कभी ताम्र धातुएँ यदाकदा मिल जाती हैं। अधिकांश धातुओं के अयस्क (Ores) मिलते हैं जो अधातुओं (जैसे ऑक्सीजन, कार्बन, गंधक आदि) के साथ धातुओं के यौगिक होते हैं। ये यौगिक भी शुद्ध अवस्था में न होकर अन्य खनिज में मिश्रित रहते हैं। इन अयस्कों से विविध रीतियों द्वारा धातुएँ निकाली जाती हैं।

यौगिक किसे कहते है

Table of Contents • • • Yogik Kise Kahate Hain In Hindi यौगिक किसे कहते है (Y ogik Kise Kahate Hain) :- दो या दो से अधिक तत्व या पदार्थ जब एक निश्चित अनुपात में रासायनिक अभिक्रिया करके रासायनिक बंधो द्वारा आपस में मिलकर एक नए पदार्थ निर्माण करते हैं। इस नए पदार्थ को ही यौगिक कहते है। उदाहरण – जल एक यौगिक है जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन तत्वों से मिलकर बना होता है। जब ये तत्व एक निश्चित अनुपात में रासायनिक बन्धो या रासायनिक क्रिया द्वारा जुड़े हुए रहते है। जब किसी यौगिक का सूत्र लिखा जाता है तो इसमें इन तत्वों के अनुपात को भी प्रदर्शित किया जाता है जैसे जल एक यौगिक का निर्माण है जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन तत्वों के संयोग से बनता है। जल के निर्माण के लिए ऑक्सीजन हाइड्रोजन के दो परमाणु , ऑक्सीजन के एक परमाणु के साथ बंध द्वारा जुड़े रहते है अर्थात जल के एक अणु के निर्माण में हाइड्रोजन परमाणु के दो परमाणु और ऑक्सीजन का एक परमाणु संयोग करता है इसलिए जल के रासायनिक सूत्र को H 2O द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। Yogik Ke Prakar यौगिक के प्रकार :- यौगिक दो प्रकार के होते हैं। (1) कार्बनिक यौगिक :- कार्बन, हाइड्रोजन के व्युत्पन्न कार्बनिक यौगिक कहलाते है। (2) अकार्बनिक यौगिक :- हाइड्रोकार्बन को छोड़कर शेष सभी यौगिक अकार्बनिक यौगिक कहलाते है। Yogik kya Hai यौगिक क्या है :- भिन्न-भिन्न प्रकार के परमाणुओं के एक निश्चित अनुपात में संयोजन से बने शुद्ध पदार्थ को यौगिक कहते हैं। यौगिकों की विशेषता :- यौगिकों की निम्न विशेषताएं हैं। • यौगिक तत्वों के निश्चित अनुपात के संयोग से बनते हैं। • यौगिकों के निर्माण में प्रकाश ऊष्मा, विद्युत आदि का अवशोषण या निष्कासन होता है। • प्रत्येक यौगिक शुद्ध एवं संमागी...

यौगिक किसे कहते है

Table of Contents • • • Yogik Kise Kahate Hain In Hindi यौगिक किसे कहते है (Y ogik Kise Kahate Hain) :- दो या दो से अधिक तत्व या पदार्थ जब एक निश्चित अनुपात में रासायनिक अभिक्रिया करके रासायनिक बंधो द्वारा आपस में मिलकर एक नए पदार्थ निर्माण करते हैं। इस नए पदार्थ को ही यौगिक कहते है। उदाहरण – जल एक यौगिक है जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन तत्वों से मिलकर बना होता है। जब ये तत्व एक निश्चित अनुपात में रासायनिक बन्धो या रासायनिक क्रिया द्वारा जुड़े हुए रहते है। जब किसी यौगिक का सूत्र लिखा जाता है तो इसमें इन तत्वों के अनुपात को भी प्रदर्शित किया जाता है जैसे जल एक यौगिक का निर्माण है जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन तत्वों के संयोग से बनता है। जल के निर्माण के लिए ऑक्सीजन हाइड्रोजन के दो परमाणु , ऑक्सीजन के एक परमाणु के साथ बंध द्वारा जुड़े रहते है अर्थात जल के एक अणु के निर्माण में हाइड्रोजन परमाणु के दो परमाणु और ऑक्सीजन का एक परमाणु संयोग करता है इसलिए जल के रासायनिक सूत्र को H 2O द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। Yogik Ke Prakar यौगिक के प्रकार :- यौगिक दो प्रकार के होते हैं। (1) कार्बनिक यौगिक :- कार्बन, हाइड्रोजन के व्युत्पन्न कार्बनिक यौगिक कहलाते है। (2) अकार्बनिक यौगिक :- हाइड्रोकार्बन को छोड़कर शेष सभी यौगिक अकार्बनिक यौगिक कहलाते है। Yogik kya Hai यौगिक क्या है :- भिन्न-भिन्न प्रकार के परमाणुओं के एक निश्चित अनुपात में संयोजन से बने शुद्ध पदार्थ को यौगिक कहते हैं। यौगिकों की विशेषता :- यौगिकों की निम्न विशेषताएं हैं। • यौगिक तत्वों के निश्चित अनुपात के संयोग से बनते हैं। • यौगिकों के निर्माण में प्रकाश ऊष्मा, विद्युत आदि का अवशोषण या निष्कासन होता है। • प्रत्येक यौगिक शुद्ध एवं संमागी...

तांबा किसका मिश्रण है

तांबा (ताम्र) एक भौतिक तत्त्व है। इसका संकेत Cu (अंग्रेज़ी - Copper) है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। यह एक तन्य धातु है जिसका प्रयोग विद्युत के चालक के रूप में प्रधानता से किया जाता है। मानव सभ्यता के इतिहास में तांबे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि प्राचीन काल में मानव द्वारा सबसे पहले प्रयुक्त धातुओं और मिश्रधातुओं में तांबा और कांसे (जो कि तांबे और टिन से मिलकर बनता है) का नाम आता है। तांबे के प्रमुख अयस्कों में तांबा ग्लांस (Cu 2S), ताम्र पाइराइट्स (CuFeS 2), क्यूप्राइट (Cu 2O) तथा मैकेलाईट (Cu(OH) 2.CuCO 3) के नाम आते हैं। पहले फेन प्लावन विधि से अयस्क का सांद्रण कर लिया जाता है। सांद्रित अयस्क को महीन चूर्ण करके उसे एक परवर्तनी भट्ठी में वायु प्रवाह की उपस्थिति में भर्जित करते हैं। इस प्रक्रिया द्वारा क्यूप्रस सल्फाईड (Cu 2S) और फेरस सल्फाईड (FeS) का मिश्रण प्राप्त होता है। अशुद्धियाँ आक्सीकृत होकर निल जाती हैं। इसके बाद इसे कोक के साथ वात्या भट्ठी में गर्म करते हैं जिससे फेरस सल्फाईड फेरस ऑक्साईड बनाता है तथा सिलिका के साथ अभिक्रिया करके धातुमल (फेरस सिलिकेट) बनाता हुआ निकल जाता है। इसके बाद इस को एक भट्ठी में गर्म करते हैं तो तांबे के सल्फाईड पहले आक्साइड में बदल जाते हैं तथा फिर बचे हुए सल्फाइड से अभिक्रिया करके सल्फर डाई ऑक्साईड तथा तांबा देते हैं। इस क्रिया से लगभग 99.99% ताँबा प्राप्त होता है| 2Cu 2S + 3 O 2 → 2Cu 2O + 2 SO 22Cu 2O + Cu 2S → 6Cu + SO 2

निहारिका किसे कहते हैं? निहारिका का क्या अर्थ हैं, जानिए

ब्रह्माण्ड में खरबों तारे हैं, जो अन्तरिक्ष मे समान रूप से वितरित नही हैं। ये तारे बहुत बड़े बड़े समूहों मे वितरित रहते है। प्रत्येक समूह मे खरबों तारे होते है। इन समूहों मे तारों के अलावा हाइड्रोजन गैस एवं धूल के कणों की बहुत अधिक मात्रा भी उपस्थित रहती है। ऐसे प्रेत्यक समूह को निहारिका (Galaxy) कहते है। तारो के प्रत्येक समुह को निहारिका कहते है। निहारिकाएँ विभिन्न आकारों मे दृष्टिगोचर होती है। इसी आधार पर इन्हें सर्पिलाकार दीर्घवृत्ताकार अथवा अनियमित निहारिकाओं के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार कोई भी निहारिका खरबों तारों की ऐसी विशाल व्यवस्था होती है जिसमे बड़ी संख्या मे मुख्य रूप से हाइड्रोजन गैस के बादल और धूल के कण होते हैं। वास्तव में निहारिकाएँ ब्रह्माण्ड की निर्माणी घटक हैं।

धातु किसे कहते हैं?

धातु किसे कहते हैं? | Metal in Hindi | Dhatu Kise Kahate Hain धातु किसे कहते हैं? (What is Metal in Hindi) वे तत्व जिनमें चमक, धातुकर्म गुण होते हैं, और जिनमें उच्च तन्यता ताकत होती है और जो ऊष्मा एवं विद्युत की सुचालक (good conductors) होते हैं और ठोस अवस्था में पाए जाते हैं, धातु कहलाते हैं। उदहारण: सोडियम, पोटैशियम, लोहा, तांबा इत्यादि। दूसरे शब्दों में ऐसे तत्व (हाइड्रोजन के अतिरिक्त) जो इलेक्ट्रान को त्याग कर धनायन प्रदान करते हैं, धातु (Metal) कहलाते हैं। धातुएँ प्रायः चमकदार, आघातवर्ध्य तथा तन्य होती हैं। यह भी जानें: धातु के गुण (Metal Properties In Hindi) • सभी धातुएँ चमकदार होती हैं। धातुओं में पाए जाने वाले चमक गुण को धात्विक चमक कहते हैं। • धातुओं में उच्च घनत्व होता है। • धातुएँ सामान्यतः विद्युत धनात्मक आवेशित होती हैं। • धातुओं में उच्च क्वथनांक और गलनांक होते हैं। • सभी धातुएँ ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं। • धातुएँ कठोर होती है। • धातुओं में तन्यता का गुण पाया जाता है। • जब धातु को हथौड़े से पीटा जाता है, तो एक प्रकार की ध्वनि उत्पन्न होती है जिसे धात्विक ध्वनि कहा जाता है। धातुओं का उपयोग (Use of Metals In Hindi) • घर के निर्माण में धातु का प्रयोग किया जाता है जैसे: लोहे की सरिया, खिड़की, दरवाजे, ग्रिल आदि बनाने में किया जाता है। • आभूषणों में धातुओं का प्रयोग किया जाता है जैसे: सोना, चाँदी जैसी धातुओं का उपयोग आभूषण के रूप में किया जाता है। • धातुओं का उपयोग लोहा, तांबा, पीतल आदि बर्तन बनाने में किया जाता है। • धातु का उपयोग कारखानों में, मशीनों के निर्माण में, परिवहन के साधनों में भी किया जाता है। तो दोस्तों आज हमने जाना धातु किसे कहते हैं (What i...