धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं

  1. बंधक संपत्ति को आप कैसे बेच सकते हैं
  2. धन धन से आप क्या समझते हैं?
  3. 12 धन के निष्कासन से आप क्या समझते हैं?
  4. उच्चतम निर्धारित कीमत किसे कहते हैं?
  5. धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं?
  6. Top 9 धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं इसके कारण एवं परिणामों का वर्णन कीजिए। 2022
  7. स्त्री धन से आप क्या समझते हैं? What do you understand by streedhan?
  8. 12 धन के निष्कासन से आप क्या समझते हैं?
  9. बंधक संपत्ति को आप कैसे बेच सकते हैं
  10. स्त्री धन से आप क्या समझते हैं? What do you understand by streedhan?


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बंधक संपत्ति को आप कैसे बेच सकते हैं

Image Source- https://rb.gy/agu3z5 यह लेख Adv. Binal G. Shah द्वारा लिखा गया है, जो लॉसीखो से रियल एस्टेट लॉ में सर्टिफिकेट कोर्स कर रहे हैं। इस लेख में वह बंधक (मॉर्गेज) और उससे संबंधित प्रावधानों (प्रोविजंस) पर चर्चा करते हुए बताते है की, एक बंधक सम्पत्ति को कैसे बेचा जा सकता है और उसके पीछे क्या कानूनी मुद्दे हो सकते है। इस लेख का अनुवाद Divyansha Saluja द्वारा किया गया है। Image Source- https://rb.gy/oggdz4 आसान शब्दों में, जब कोई व्यक्ति पैसे मांगता है और जो उस व्यक्ति को पैसा देने के लिए तैयार होता है, वह उस व्यक्ति को दिए गए पैसे को समय पर वापस लौटाने की गारंटी चाहता है। वापस लौटाने की गारंटी के लिए, व्यक्ति या तो मूल दस्तावेज देता है या उसके स्वामित्व (ओनरशिप) वाली अचल संपत्ति का सशर्त कब्जा, कर्जदाता (लैंडर) को सुरक्षा के रूप में देता है, जब तक कि वह व्यक्ति कर्जदाता को मूल राशि यानी ब्याज (इंटरेस्ट) के साथ लिया गया कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं हो जाता। इसका सबसे अच्छा उदाहरण आवास कर्ज (हाउसिंग लोन) है। जब कोई बैंक किसी व्यक्ति को आवास कर्ज प्रदान करता है, तो बैंक उस घर के मूल दस्तावेजों को सुरक्षा के तौर पर रखता है, जिसके लिए आवास कर्ज लिया गया था। यदि कोई व्यक्ति कर्ज को चुकाने में चूक करता है, तो बैंक सुरक्षा के तौर पर रखे घर की नीलामी कर सकता है और कर्ज राशि की वसूली कर सकता है। संपत्ति-अंतरण अधिनियम, 1882 (ट्रांसफर ऑफ़ प्रॉपर्टी एक्ट, 1882) अध्याय (चैप्टर) IV- धारा 58 से धारा 104 तक अचल संपत्ति और भार (चार्ज) के बंधक से संबंधित है। बंधक संपत्ति के बारे में विस्तार से जानने से पहले, नीचे दी गई शर्तों को जानना महत्वपूर्ण है, जिनका इस लेख में अक्सर उपयोग किया जाएगा...

धन धन से आप क्या समझते हैं?

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12 धन के निष्कासन से आप क्या समझते हैं?

विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • धन निष्कासन का सिद्धांत कब दिया? इसे सुनेंरोकेंदादाभाई नौरोजी ने 1901 में छपी अपनी पुस्तक ‘Poverty and Un-British Rule in India’ के माध्यम से धन-निष्कासन सिद्धांत (Drain Theory) को प्रतिपादित किया. धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं कक्षा 11? इसे सुनेंरोकेंquestion. ➲ धन निष्कासन से तात्पर्य एक ऐसी प्रक्रिया से है, जिसमें किसी एक देश से दूसरे देश की और धन का निरंतर प्रभाव होता रहता है, लेकिन उसके बदले में पहले देश को दूसरे देश से कुछ भी प्राप्त नहीं होता है। पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया कब प्रकाशित हुई? इसे सुनेंरोकेंउन्हें भारतीय ग्लैडस्टोन और भारत के ग्रैंड ओल्ड मैन के रूप में भी जाना जाता था। लिबरल पार्टी के टिकट पर हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने अपनी पुस्तक पॉवर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया (1901) में अंग्रेजों द्वारा भारत से धन की निकासी और उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला है। पढ़ना: शोक संदेश में क्या लिखा जाता है? धन की निकासी के सिद्धांत के प्रतिपादक कौन थे? इसे सुनेंरोकेंदादा भाई नौरोजी ने अपनी पुस्तक “पावर्टी ऐन्ड अनब्रिटिश रूल इन इन्डिया” (Poverty and Un-British Rule in India) में सर्वप्रथम आर्थिक निकासी की अवधारणा प्रस्तुत की। दादाभाई नौरोजी की पुस्तक का क्या नाम है? इसे सुनेंरोकेंअंत में उन्होंने भारतीयों की राजनीतिक दासता और दयनीय स्थिति की ओर विश्व लोकमत का ध्यान आकृष्ट करने के लिए महान प्रयास करने का निश्चय किया जिसका परिणाम हुआ उनकी वृहदाकार पुस्तक पावर्टी ऐंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया। भारतीय सुधार समिति क्या है? इसे सुनेंरोकेंभारतीय सुधार समिति की स्थापना दादा भाई नौरोजी ने 1887 में...

उच्चतम निर्धारित कीमत किसे कहते हैं?

उच्चतम निर्धारित कीमत किसे कहते हैं? यह एक प्रमुख है जिसका उत्तर आपको इस लेख में मिल जाएगा। उच्चतम निर्धारित कीमत किसे कहते हैं? कीमत का अर्थ होता हैं जो एक उपभोक्ता द्वारा विक्रेता को किसी सुविधा या वस्तु के बदले में अदा की जाती है। पहले के समय में वस्तु विनियम होता है यानिकी वस्तु के बदले में दूसरी वस्तु दी जाती थी पर अब मुद्रा दी जाती है, जो हर देश की अलग अलग होती है जैसे भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर, बांग्लादेश में टाका आदि । उच्चतम निर्धारित कीमत क्यों जरुरी हैं? किसी भी वस्तु की उच्चतम सीमा सरकार द्वारा निर्धारित की जा सकती है इसका अर्थ होता है कि किसी भी वस्तु की वह अधिकतम कीमत जो विक्रेता प्राप्त कर सकता है। यह उपभोक्ताओ के संरक्ष्ण के लिए निर्धरित की जाती है ताकि उनके हितों की रक्षा हो सके। उच्चतम निर्धारित कीमत उत्पाद कर्ता या सेवा प्रदाता की मनमानी को रोकने का काम करता हैं। उच्चतम कीमत का निर्धारण संकट के समय, युद्ध के समय या किसी विशिष्ट घटना के बाद आवश्यक किया जाता है, जिसमे भोजन, गैस या दवा जैसी चीज़े शामिल है। FAQs Editor’s Picks • Do You Love Me Ka Reply Kya Hoga – डु यु लव मी का रिप्लाई क्या होगा? • लौकी को इंग्लिश में क्या कहते हैं – Lauki Ko English Mein Kya Kahate Hain? • यदा यदा ही धर्मस्य श्लोक का अर्थ हिंदी में • गायत्री मंत्र का अर्थ, लाभ तथा सावधानियां • लैंडमार्क क्या होता है – Landmark Kya Hota Hai, Meaning in Hindi • आसमान नीला क्यों होता है? यह है इसके पीछे की वजह! • बागेश्वर धाम में घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं? 100% करेगी काम! – Bageshwardham Sarkar • चाँद धरती से कितना दूर है? Follow Us • Facebook • Twitter • Instagram • Pinterest • Flipboard...

धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं?

सवालः धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं? जवाब= जब भारत में ब्रिटिश का शासन था तब भारतीय उत्पादन का वह हिस्सा जो भारतीय जनता के लिए उपलब्ध था। लेकिन उसे राजनीतिक कारणों से उत्पादन को इंग्लैंड की और भेजा जा रहा था। भारत के पास कुछ भी उत्पादन नहीं आ रहा था , इसीलिए इस प्रक्रिया को आर्थिक निकास या धन निष्कासन की संज्ञा दे दी गई। धन निष्कासन के सिद्धांत पर अनेक इतिहासकारों ने अपने मतों का व्यक्त किया था। इनमें से दादाभाई नौरोजी ने अपनी पुस्तक “पावर्टी ऐन्ड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया ” में सबसे पहले आर्थिक निकास की अवधारणा को प्रस्तुत किया था। राष्ट्रवादी विचारकों ने भी धन निष्कासन की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला था। भारतीय उत्पादन को इंग्लैंड में भेजने से औद्योगिक का विकास हुआ और साधन की गति बहुत बढ़ गई थी। ब्रिटिश की अर्थव्यवस्था को इससे धन का लाभ प्राप्त होता था जिसस…

Top 9 धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं इसके कारण एवं परिणामों का वर्णन कीजिए। 2022

धन-निष्कासन के. दुष्परिणाम[संपादित करें]. धन निष्कासन के. स्रोत[संपादित करें]. धन-निष्कासन के. चरण[संपादित करें]. धन-निकास पर इतिहासकारों के. विचार[संपादित करें]. निष्कासित धन की मात्रा एवं. स्वरूप[संपादित करें]. सन्दर्भ[संपादित करें]. बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]. अर्थव्यवस्था पर. प्रभाव[संपादित करें]. राजनीतिक. प्रभाव[संपादित करें]. समाज एवं संस्कृति पर. प्रभाव[संपादित करें]. वाणिज्यवादी चरण (mercantalist stage ; 1757 से 1813. तक)[संपादित करें]. औद्योगिक पूंजीवादी चरण (Industrial Captist stage या free trade stage ; 1813. से1857)[संपादित करें]. औपनिवेशिक पूंजीवाद चरण (colonial. capitalism ; 1857 के बाद)[संपादित करें]. साम्राज्यवादी. इतिहासकार[संपादित करें]. राष्ट्रवादी. इतिहासकार[संपादित करें]. विवरण: धन-निष्कासन के. दुष्परिणाम[संपादित करें]. धन निष्कासन के. स्रोत[संपादित करें]. धन-निष्कासन के. चरण[संपादित करें]. धन-निकास पर इतिहासकारों के. विचार[संपादित करें]. निष्कासित धन की मात्रा एवं. स्वरूप[संपादित करें]. सन्दर्भ[संपादित करें]. बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]. अर्थव्यवस्था पर. प्रभाव[संपादित करें]. राजनीतिक. प्रभाव[संपादित करें]. समाज एवं संस्कृति पर. प्रभाव[संपादित करें]. वाणिज्यवादी चरण (mercantalist stage ; 1757 से 1813. तक)[संपादित करें]. औद्योगिक पूंजीवादी चरण (Industrial Captist stage या free trade stage ; 1813. से1857)[संपादित करें]. औपनिवेशिक पूंजीवाद चरण (colonial. capitalism ; 1857 के बाद)[संपादित करें]. साम्राज्यवादी. इतिहासकार[संपादित करें]. राष्ट्रवादी. इतिहासकार[संपादित करें]. विवरण: महादेव गोविन्द रानाडे के अनुसार ‘‘राष्ट्रीय पूंजी का एक-तिहाई हिस्सा किसी-न...

स्त्री धन से आप क्या समझते हैं? What do you understand by streedhan?

स्त्रीधन का अर्थ: - स्त्रीधन से तात्पर्य नारी की उस संपत्ति से है जिस पर उसका पूर्ण स्वामित्व होता है शब्द स्त्रीधन सर्वप्रथम स्मृतियों में पाया जाता है और गौतम के धर्मसूत्र में पाया जाता है वर्तमान हिंदू विधि में शब्द स्त्रीधन ना केवल विशिष्ट प्रकार की संपत्ति संचित करती है जो स्मृतियों में परीगणित है किंतु संपत्ति के विभिन्न प्रकारों को परिगणित करती हैं जो किसी स्त्री द्वारा अर्जित अथवा उसके स्वामित्व में हैं जिसके ऊपर उसका पूर्ण नियंत्रण है और ऐसी संपत्ति के संबंध में वह वंशजों की संपत्ति का निर्माण करती है जो तदनुसार उस के निजी उत्तराधिकारीगण पर न्याय गत होती है स्त्री धन की परिभाषा बहुत से स्मृति कारों ने दी है जिनमें से कुछ निम्नलिखित परिभाषाएं हैं - इसके अतिरिक्त कात्यायन ने मनु के द्वारा गिनाए गए दान एवं उपहारों को स्त्रीधन की कोटि में रखा है कात्यायन के अनुसार पति पुत्र पिता और भाई किसी को भी स्त्री की विधि पूर्ण संपत्ति अर्थात स्त्री धन का इस्तेमाल अथवा हस्तान्तरण करने का कोई अधिकार नहीं है यदि उनमें से किसी ने उसकी संपत्ति का प्रयोग उसकी स्वीकृति के बिना किया है तो उसको संपत्ति ब्याज सहित लौटाना पड़ेगा और इस अनाधिकार प्रयोग के लिए राजा को अर्थदंड भी देना होगाजब पति किसी बीमारी से पीडित हो अथवा भीषण संकट मे हो अथवा ऋण दाताओं द्वारा पीड़ित किया जा रहा हो तो पत्नी अपनी संम्पती स्वेच्छा से लगा दे किंतुबाद मे स्वयं लौटा दे. इस प्रकार स्मृतिकारों के अनुसार विवाह काल में अग्नि साक्षित्व के समय पिता आदि के द्वारा दिया गया आदि के द्वारा दिया गया धन पति के घर पिता के घर से लाई जाती हुई कन्या को प्रतिरक्षा पिता माता भाई और पति द्वारा उपहार मेदिया गया धन अधिवेदानिक शुल्क अन...

12 धन के निष्कासन से आप क्या समझते हैं?

विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • धन निष्कासन का सिद्धांत कब दिया? इसे सुनेंरोकेंदादाभाई नौरोजी ने 1901 में छपी अपनी पुस्तक ‘Poverty and Un-British Rule in India’ के माध्यम से धन-निष्कासन सिद्धांत (Drain Theory) को प्रतिपादित किया. धन निष्कासन से आप क्या समझते हैं कक्षा 11? इसे सुनेंरोकेंquestion. ➲ धन निष्कासन से तात्पर्य एक ऐसी प्रक्रिया से है, जिसमें किसी एक देश से दूसरे देश की और धन का निरंतर प्रभाव होता रहता है, लेकिन उसके बदले में पहले देश को दूसरे देश से कुछ भी प्राप्त नहीं होता है। पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया कब प्रकाशित हुई? इसे सुनेंरोकेंउन्हें भारतीय ग्लैडस्टोन और भारत के ग्रैंड ओल्ड मैन के रूप में भी जाना जाता था। लिबरल पार्टी के टिकट पर हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने अपनी पुस्तक पॉवर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया (1901) में अंग्रेजों द्वारा भारत से धन की निकासी और उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला है। पढ़ना: शोक संदेश में क्या लिखा जाता है? धन की निकासी के सिद्धांत के प्रतिपादक कौन थे? इसे सुनेंरोकेंदादा भाई नौरोजी ने अपनी पुस्तक “पावर्टी ऐन्ड अनब्रिटिश रूल इन इन्डिया” (Poverty and Un-British Rule in India) में सर्वप्रथम आर्थिक निकासी की अवधारणा प्रस्तुत की। दादाभाई नौरोजी की पुस्तक का क्या नाम है? इसे सुनेंरोकेंअंत में उन्होंने भारतीयों की राजनीतिक दासता और दयनीय स्थिति की ओर विश्व लोकमत का ध्यान आकृष्ट करने के लिए महान प्रयास करने का निश्चय किया जिसका परिणाम हुआ उनकी वृहदाकार पुस्तक पावर्टी ऐंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया। भारतीय सुधार समिति क्या है? इसे सुनेंरोकेंभारतीय सुधार समिति की स्थापना दादा भाई नौरोजी ने 1887 में...

बंधक संपत्ति को आप कैसे बेच सकते हैं

Image Source- https://rb.gy/agu3z5 यह लेख Adv. Binal G. Shah द्वारा लिखा गया है, जो लॉसीखो से रियल एस्टेट लॉ में सर्टिफिकेट कोर्स कर रहे हैं। इस लेख में वह बंधक (मॉर्गेज) और उससे संबंधित प्रावधानों (प्रोविजंस) पर चर्चा करते हुए बताते है की, एक बंधक सम्पत्ति को कैसे बेचा जा सकता है और उसके पीछे क्या कानूनी मुद्दे हो सकते है। इस लेख का अनुवाद Divyansha Saluja द्वारा किया गया है। Image Source- https://rb.gy/oggdz4 आसान शब्दों में, जब कोई व्यक्ति पैसे मांगता है और जो उस व्यक्ति को पैसा देने के लिए तैयार होता है, वह उस व्यक्ति को दिए गए पैसे को समय पर वापस लौटाने की गारंटी चाहता है। वापस लौटाने की गारंटी के लिए, व्यक्ति या तो मूल दस्तावेज देता है या उसके स्वामित्व (ओनरशिप) वाली अचल संपत्ति का सशर्त कब्जा, कर्जदाता (लैंडर) को सुरक्षा के रूप में देता है, जब तक कि वह व्यक्ति कर्जदाता को मूल राशि यानी ब्याज (इंटरेस्ट) के साथ लिया गया कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं हो जाता। इसका सबसे अच्छा उदाहरण आवास कर्ज (हाउसिंग लोन) है। जब कोई बैंक किसी व्यक्ति को आवास कर्ज प्रदान करता है, तो बैंक उस घर के मूल दस्तावेजों को सुरक्षा के तौर पर रखता है, जिसके लिए आवास कर्ज लिया गया था। यदि कोई व्यक्ति कर्ज को चुकाने में चूक करता है, तो बैंक सुरक्षा के तौर पर रखे घर की नीलामी कर सकता है और कर्ज राशि की वसूली कर सकता है। संपत्ति-अंतरण अधिनियम, 1882 (ट्रांसफर ऑफ़ प्रॉपर्टी एक्ट, 1882) अध्याय (चैप्टर) IV- धारा 58 से धारा 104 तक अचल संपत्ति और भार (चार्ज) के बंधक से संबंधित है। बंधक संपत्ति के बारे में विस्तार से जानने से पहले, नीचे दी गई शर्तों को जानना महत्वपूर्ण है, जिनका इस लेख में अक्सर उपयोग किया जाएगा...

स्त्री धन से आप क्या समझते हैं? What do you understand by streedhan?

स्त्रीधन का अर्थ: - स्त्रीधन से तात्पर्य नारी की उस संपत्ति से है जिस पर उसका पूर्ण स्वामित्व होता है शब्द स्त्रीधन सर्वप्रथम स्मृतियों में पाया जाता है और गौतम के धर्मसूत्र में पाया जाता है वर्तमान हिंदू विधि में शब्द स्त्रीधन ना केवल विशिष्ट प्रकार की संपत्ति संचित करती है जो स्मृतियों में परीगणित है किंतु संपत्ति के विभिन्न प्रकारों को परिगणित करती हैं जो किसी स्त्री द्वारा अर्जित अथवा उसके स्वामित्व में हैं जिसके ऊपर उसका पूर्ण नियंत्रण है और ऐसी संपत्ति के संबंध में वह वंशजों की संपत्ति का निर्माण करती है जो तदनुसार उस के निजी उत्तराधिकारीगण पर न्याय गत होती है स्त्री धन की परिभाषा बहुत से स्मृति कारों ने दी है जिनमें से कुछ निम्नलिखित परिभाषाएं हैं - इसके अतिरिक्त कात्यायन ने मनु के द्वारा गिनाए गए दान एवं उपहारों को स्त्रीधन की कोटि में रखा है कात्यायन के अनुसार पति पुत्र पिता और भाई किसी को भी स्त्री की विधि पूर्ण संपत्ति अर्थात स्त्री धन का इस्तेमाल अथवा हस्तान्तरण करने का कोई अधिकार नहीं है यदि उनमें से किसी ने उसकी संपत्ति का प्रयोग उसकी स्वीकृति के बिना किया है तो उसको संपत्ति ब्याज सहित लौटाना पड़ेगा और इस अनाधिकार प्रयोग के लिए राजा को अर्थदंड भी देना होगाजब पति किसी बीमारी से पीडित हो अथवा भीषण संकट मे हो अथवा ऋण दाताओं द्वारा पीड़ित किया जा रहा हो तो पत्नी अपनी संम्पती स्वेच्छा से लगा दे किंतुबाद मे स्वयं लौटा दे. इस प्रकार स्मृतिकारों के अनुसार विवाह काल में अग्नि साक्षित्व के समय पिता आदि के द्वारा दिया गया आदि के द्वारा दिया गया धन पति के घर पिता के घर से लाई जाती हुई कन्या को प्रतिरक्षा पिता माता भाई और पति द्वारा उपहार मेदिया गया धन अधिवेदानिक शुल्क अन...