धनतेरस कब है 2023

  1. धनतेरस कब है?
  2. Dhanteras Date 2023: धनतेरस कब है 2023
  3. 2023 में धनतेरस कब है New Delhi, India में
  4. धनतेरस 2023
  5. धनतेरस 2024 में कब है तारीख
  6. धनतेरस कब है 2023 में। Dhanteras Kab Hai 2023, शुभ मुहूर्त
  7. dhanteras 2022 date october 23 kab hai dhanteras know significance shubh muhurat and puja vidhi
  8. Diwali 2023: इस वर्ष कब आएगी दिवाली और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त
  9. 2023 Dhanteras: 2023 में कब है धनतेरस पर्व तिथि, पूजा शुभ मुहूर्त


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धनतेरस कब है?

Dhanteras kab hai 2023:- हर वर्ष इस वर्ष भी धनतेरस त्यौहार को लेकर चारों ओर बहुत ही उल्लास देखने को मिल रहा हैं। लोगों के द्वारा इसके लिए बहुत तैयारियां की जा रही हैं और सब (Dhanteras kyu manaya jata hai) जगह के बाजार भी सज चुके हैं। ऐसे में आपके अंदर भी धनतेरस के बारे में जानने को बहुत कुछ चल रहा होगा। इसी के साथ इस बार की तिथियों को लेकर बहुत लोगों के मन में शंका हैं क्योंकि यह अलग तरीके से पड़ रही हैं। तो ऐसे में यदि आप यह जानना चाहते (Dhanteras puja vidhi) हैं कि वर्ष 2023 में धनतेरस का त्यौहार कब पड़ रहा हैं तो आज हम आपको उसकी पूरी तिथि सहित पूजा करने का समयकाल भी बताएँगे। इसी के साथ आपको इस लेख के माध्यम से धनतेरस को मनाने का कारण (Dhanteras kyon manae jaati hai) और उसकी पूजा विधि के बारे में भी पता चलेगा। आइए जाने धनतेरस त्यौहार के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से। 1.13 प्रश्न: धनतेरस के दिन कौन सा बर्तन खरीदना चाहिए? वर्ष 2023 में धनतेरस का त्यौहार (Dhanteras kab hai 2023) हिंदू कैलेंडर के अनुसार तिथियों और उनके समय को ग्रहों की चाल के अनुसार निर्धारित किया जाता हैं और इसी के अनुसार ही त्यौहार तथा अन्य उत्सवों की तिथि और समय निर्धारित होते हैं। यही कारण हैं कि इस बार धनतेरस का त्यौहार भी एक तरह से दो दिनों के बीच में पड़ रहा हैं। इस बार ग्रहों की स्थिति कुछ इस तरह से बनी हैं कि उसके लिए लोग दो तिथियों को लेकर झंझट में हैं। ऐसे में आपकी यह चिंता दूर करते हुए हम इसी के बारे में ही जानकारी देने वाले हैं। इस बार का धनतेरस का त्यौहार वैसे तो 22 अक्टूबर को पड़ रहा हैं लेकिन वह मुख्य रूप से 23 अक्टूबर को बनाया जाएगा। ऐसे में जो लोग धनतेरस के अवसर पर व्रत रखते हैं या खर...

Dhanteras Date 2023: धनतेरस कब है 2023

दोस्तों मैं आपको इस आर्टिकल के अंदर बताने वाला हूं. कि Dhanteras Kab Date 2023: धनतेरस कब है 2023 | Dhanteras Kab Hai 2023. और आपको यह जानना है. तो आप हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़े. और दोस्तों धनतेरस का सेलिब्रेशन दिवाली आती है. उसके 2 दिन पहले कार्तिक महीने के अंदर कृष्ण पक्ष के त्त्रियोदशी के दिन धनतेरस को सेलिब्रेट किया जाता है. और धनतेरस के दिन धन्‍वंतरी भगवान और कुबेर देव आदि दो लोगों की दिल से पूजा अर्चना करनी होती है. और धनतेरस के दिन नसीबदार अंक 13 माना जाता है. दोस्तों हिंदू धर्म के अंदर दिवाली का त्योहार 5 दिन का होता है. जिसे लोग बहुत दिल से सेलिब्रेट करते हैं. और दिवाली का त्यौहार धनतेरस से स्टार्ट होता है. और दिवाली के 2 से 3 दिन पहले धनतेरस कार्तिक महीने के अंदर कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस को धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है. और इस साल यानी कि 2023 के अंदर 10 नवंबर 2023 के दिन धनतेरस को सेलिब्रेट किया जाएगा. और 2023 यानी कि इस साल के अंदर धनतेरस के दो दिन बाद ही 12 नवंबर को दिवाली सेलिब्रेट करी जाएगी. और धनतेरस के दिन हिंदू धर्म के सभी लोगों के घर के अंदर धन्‍वंतरी भगवान और कुबेर देव आदि दो भगवान की दिल से पूजा अर्चना करनी होती है. और धनतेरस के दिन बहुत लोग गाड़ी, सोना, चांदी आदि महंगी महंगी चीज धनतेरस के दिन बहुत खरीदते हैं. क्योंकि धनतेरस के दिन आप जो भी खरीदते हैं. वह चीज सालों तक चलती है. और बहुत शुभ गिनी जाती है. और मैं आपको इस आर्टिकल के अंदर 2023 के अंदर धनतेरस के पूजा अर्चना करने के लिए कौन से शुभ मुहूर्त है. उसके बारे में नीचे की ओर बताने वाला हु. तो आप इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. • • • • धनतेरस 2023 की तिथि एवं मुहूर्त दोस्...

2023 में धनतेरस कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में धनतेरस कब है व धनतेरस 2023 की तारीख व मुहूर्त। धनतेरस कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाने वाला त्यौहार है। धन तेरस को धन त्रयोदशी व धन्वंतरि जंयती के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के जनक धन्वंतरि देव समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए धन तेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है। धन्वंतरि देव जब समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे उस समय उनके हाथ में अमृत से भरा कलश था। इसी वजह से धन तेरस के दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। धनतेरस पर्व से ही दीपावली की शुरुआत हो जाती है। धन तेरस का शास्त्रोक्त नियम 1.धनतेरस कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की उदयव्यापिनी त्रयोदशी को मनाई जाती है। यहां उदयव्यापिनी त्रयोदशी से मतलब है कि, अगर त्रयोदशी तिथि सूर्य उदय के साथ शुरू होती है, तो धनतेरस मनाई जानी चाहिए। 2.धन तेरस के दिन प्रदोष काल (सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त) में यमराज को दीपदान भी किया जाता है। अगर दोनों दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल का स्पर्श करती है अथवा नहीं करती है तो दोनों स्थिति में दीपदान दूसरे दिन किया जाता है। धनतेरस की पूजा विधि और धार्मिक कर्म मानव जीवन का सबसे बड़ा धन उत्तम स्वास्थ है, इसलिए आयुर्वेद के देव धन्वंतरि के अवतरण दिवस यानि धन तेरस पर स्वास्थ्य रूपी धन की प्राप्ति के लिए यह त्यौहार मनाया जाना चाहिए। 1.धनतेरस पर धन्वंतरि देव की षोडशोपचार पूजा का विधान है। षोडशोपचार यानि विधिवत 16 क्रियाओं से पूजा संपन्न करना। इनमें आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन (सुगंधित पेय जल), स्नान, वस्त्र, आभूषण, गंध (केसर-चंदन), पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, आचमन (शुद्ध जल), दक्षिणायुक्त तांबूल, आरती, परिक्रमा आदि ...

धनतेरस 2023

महत्वपूर्ण जानकारी • धनतेरस 2023 • शुक्रवार, 10 नवंबर 2023 • त्रयोदशी तिथि शुरू: 10 नवंबर 2023 दोपहर 12:35 बजे • त्रयोदशी तिथि समाप्त: 11 नवंबर 2023 दोपहर 01:57 बजे • धनतेरस पूजा मुहूर्त: 05:47 अपराह्न से 07:43 अपराह्न​ • क्या आप जानते हैं: ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के शुभ दिन सोना, चांदी और बर्तन खरीदने से साल भर समृद्धि बनी रहती है। भारत सरकार ने धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के रूप में मनाई जाती है। यह दीपावली के आने की शुभ सूचना है। इस दिन धन्वंतरि के पूजन का विधान होता है। ऐसा कहा जाता हैं कि इस दिन धन्वंतरि वैद्य समुद्र से अमृत कलश लेकर आये थे। इसलिए इस तिथि को धनतेरस, धनत्रयोदशी और ‘ धन्वंतरि जयन्ती’ भी कहा जाता है। भारत सरकार ने धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। जैन धर्म में भी यह तिथि बहुत महत्वूपर्ण होती है। आगम में धनतेरस को ‘ धन्य तेरस’ या ‘ ध्यान तेरस’ भी कहते हैं। भगवान महावीर इस दिन तीसरे और चैथे ध्यान में जाने के लिये योग निरोध के लिये चले गये थे। तीन दिन के ध्यान के बाद योग निरोध करते हुये दीपावली के दिन भगवान महावीर को निर्वाण प्राप्त हुआ था। तभी से यह दिन ‘धन्य तेरस’ के नाम से प्रसिद्ध हुआ। इस दिन घर के टूटे-फूटे पुराने बर्तनों के बदले नये बर्तन खरीदते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन धन से वस्तु खरीदने से उसमें तेरह गुणा वृद्धि होती है। इस अवसर पर लोग धनिया के बीज खरीद कर भी घर में रखते हैं। दीपावली के बाद इन बीजों को लोग अपने बाग-बगीचों में या खेतों में बोते हैं। इस दिन चाँदी के बर्तन खरीदना अत्याधिक शुभ माना जाता हैं। क्योंकि चाँदी चन्द्रम...

धनतेरस 2024 में कब है तारीख

भारत वह भूमि है जहां नित्य दिन पर्व व त्योहार मनाए जाते हैं. कार्तिक मास कृष्ण पक्ष में त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस मनाया जाता है. पांच दिवसीय “धन्वंतरि त्र्योश्दी” तिथि के दिन मनाए जाने के कारण इसे धनतेरस कहा जाता है. इस पोस्ट में अब हम जानते है की धनतेरस का त्यौहार साल 2024 में कब है – Dhanteras 2024 Mein Kab Hai Date Table of Contents • • • • • बिंदु(Points) जानकारी (Information) दिनांक 29 अक्टूबर, 2024 (मंगलवार) वार मंगलवार धार्मिक महत्व सोना, चांदी या बर्तन खरीदे जाते हैं और पूजा की जाती है पूजा के मुहूर्त का समय शाम 18:33:13 से 20:12:47 तक अवधि 1 घंटे 39 मिनट प्रदोष काल शाम 17:37:59 से 20:12:47 तक वृषभ काल शाम 18:33:13 से 20:29:06 तक धनतेरस 2024 में कब है तारीख – Dhanteras 2024 Mein Kab Hai Date 2023 Mein Dhanteras Kab Hai Date –धनतेरस साल 2024 में 29 अक्टूबर, 2024 (मंगलवार) को हैं. सनातन धर्म में धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबैर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है.धन्वंतरि का पूजन चिकित्सकों द्वारा किया जाता है. पौराणिक मान्यता है कि तेरस के दिन पूजा करने से घर में धन की कमी नहीं होती है. इस दिन पूजन के बाद घर के कौनों में दीप सजाए जाता है. लोक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विशेषकर कुछ ना कुछ खरीदने की परंपरा है. व्यक्ति अपने सामर्थ्य और आर्थिक स्थिति के अनुसार कुछ ना कुछ खरीदता है. कुछ लोग सोने चांदी के आभूषण, तांबे, पीतल आदि के बर्तन भी खरीदते हैं. क्योंकि इस दिन बर्तन और आभूषण खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता है. Dhanteras धनतेरस पर क्यों खरीदे जाते हैं बर्तन | Dhanteras 2024 पुराणों में उल्लेख मिलता है कि समुंद्र मंथन से धन्वन्तरि प्रकट हुए इनके हाथों में अमृत ...

धनतेरस कब है 2023 में। Dhanteras Kab Hai 2023, शुभ मुहूर्त

Dhanteras 2023– हिन्दु धर्म में सबसे प्रमुख त्यौहारों में से एक दिवाली की शुरुआत धनतेरस के त्यौहार से हो जाती है, यह दिवाली के एक दिन पूर्व मनाया जाने वाला सबसे पहला त्यौहार है, जिसके बाद छोटी दिवाली, बड़ी दिवाली, गोवर्धन पूजा और फिर इस पोस्ट में हम धनतेरस 2023 की तारीख (Dhanteras Kab Hai 2023) और इस दिन पूजन के समय (Dhanteras Shubh Muhurat 2023) के बारे में जानेंगे. Dhanteras 2023 Mein Kab Hai Date – धनतेरस 2023 में कब है तारीख धनतेरस कब है 2023 में- Dhanteras Kab Hai 2023 Mein यह त्यौहार धनतेरस का शुभ मुहूर्त 2021- Dhanteras Muhurat 2021 धनतेरस के दिन संध्याकाल में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस दिन पूजा के स्थान पर Dhanteras Pujan Muhurat 2023- इस वर्ष धनतेरस का मुहूर्त शाम को 05 बजकर 48 मिनट से 7 बजकर 44 मिनट तक है. जिसमे प्रदोष काल शाम 5 बजकर 30 मिनट से लेकर 8 बजकर 08 मिनट तक है और वृषभ काल शाम 5 बजकर 48 मिनट से शाम 7 बजकर 44 मिनट तक है. धनतेरस पूजन शुभ मुहूर्त 2023- शाम को 5 बजकर 48 मिनट से 7 बजकर 44 मिनट तक. प्रदोष काल- शाम 5 बजकर 30 मिनट से 08 बजकर 08 मिनट तक. वृषभ काल- शाम 5 बजकर 48 मिनट से शाम 7 बजकर 44 मिनट तक. इसे भी पढ़े : • • • • Categories Tags

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शास्त्रों में धनतेरस त्योहार का विशेष महत्व बताया गया है। पंचांग के अनुसार यह त्योहार हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस त्योहार से दिवाली के पर्व की शुरुआत हो जाती है। इस दिन धन्वंतरि देव, लक्ष्मी जी और कुबेर देव की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही इस दिन सोना, चांदी और बर्तन खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस साल धनतेरस का त्योहार 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व… धनतेरस तिथि वैदिक पंचांग के अनुसार त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 22 अक्टूबर, शनिवार को शाम 06 बजकर 01 मिनट पर होगी और 23 अक्टूबर, रविवार को शाम 06 बजकर 04 मिनट पर अंत होगा। इसलिए उदयातिथि को आधार मानते हुए धनरेरस का त्योहार 23 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। जानिए पूजा- विधि इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ- स्वच्छ कपड़े पहन लें। धनतेरस पर धन्वंतरि और कुबेर देव की पूजा का विधान है। पूजा शाम के समय शुभ मुहूर्त में ही करें। इस दिन पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। इसलिए बाजार से कुछ न कुछ जरूर खरीदकर लाएं। इस दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार और आंगन में दीये जलाने चाहिए। क्योंकि धनतेरस से ही जानिए महत्व पुराणों के अनुसार जब देवता और राक्षस समुद्र मंथन कर रहे थे तब भगवान धन्वंतरि इसी दिन अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन उनका पूजन किया जाता है। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है जो व्यक्ति इस दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर देवता की पूजा करता है। उसे धन, यश और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी।

Diwali 2023: इस वर्ष कब आएगी दिवाली और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त

Diwali 2023: दिवाली का त्योहार अंधकार पर प्रकाश की जीत का पर्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम अपना वनवास पूरा करके वापिस अयोध्या लौटे थे। बहुत सी पारंपरिक और धार्मिक श्रुतियों के अनुसार दिवाली के साथ कई पौराणिक कथाएं भी जुड़ी हुई हैं। इन कथाओं के अनुसार दिवाली का पांच दिवसीय पर्व भगवान गणपति, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती, भगवान कृष्ण और बलराम के साथ-साथ यमदेव की भी पूजा का पर्व है। आइए जानते हैं कि इस वर्ष दिवाली कब आएगी। दिवाली 2023 तिथि एवं मुहूर्त (Diwali 2023 Date, Muhurat) यह भी पढ़ें: धनतेरस– 10 नवंबर 2023, शुक्रवार छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी– 11 नवंबर 2023, शनिवार दिवाली एवं लक्ष्मी पूजा– 12 नवंबर 2023, रविवार गोवर्धन पूजा एवं भाई दूज– 14 नवंबर 2023, मंगलवार इस वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या 12 नवंबर को दोपहर 2.45 बजे आरंभ होकर अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 2.57 बजे समाप्त होगी। ऐसे में लक्ष्मी पूजा तथा दिवाली का पर्व भी 12 नवंबर को ही मनाया जाएगा परन्तु गोवर्धन पूजा 13 नवंबर के बजाय एक दिन बाद अर्थात् 14 नवंबर को की जाएगी। दिवाली को लक्ष्मी पूजा का समय सायं 5.39 बजे से रात्रि 8.16 बजे तक है। यह भी पढ़ें: कैसे करें दिवाली पर गणेश पूजा और लक्ष्मी पूजा? इस दिन सायं स्नान कर साफ-सुथरे, नए कपड़े पहन कर घर के मंदिर में गणेशजी की पूजा करें। इसके बाद अपने इष्टदेव, गुरुदेव तथा अन्य देवताओं की पूजा करें। सबसे अंत में मां लक्ष्मी की पूजा करें और अपने गुरु मंत्र का जप करें। पूजा में डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्...

2023 Dhanteras: 2023 में कब है धनतेरस पर्व तिथि, पूजा शुभ मुहूर्त

धनतेरस (Dhanteras) 2023- कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की तेरहवी तिथि को मनाए जाने वाला त्योहार 2023धनतेरस10 नवम्बर, रविवार के दिन मनाया जाएगा। धनतेरस दिवाली से पहले मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्यौहार है। दिवाली से पहले इस दिन घर में विशेष पूजा की जाती है और साथ ही साथ घर में देवताओं के आगमन के लिए उनसे विशेष प्रार्थना की जाती है। धनतेरस पर्व का महत्व हिन्दू पौराणिक कथाओं में धनतेरस काखास महत्व है। ऐसा माना जाता हैं कि धनतेरस के दिन लक्ष्मी जी कीपूजा पाठ करने से घर में धन, वैभव, सुख और समृद्धि का वास होता है। साथ ही धन के देवता जिनको कुबेर कहा जाता हैं इनकी अराधना भी की जाती हैं। इसके चलते लोग धनतेरस के दिन आभूषण, चांदी, सिक्का, नए बर्तन, नए कपड़े और वस्तुओं की खरीदार करते हैं।तो आइये आपको बताते हैं कि धनतेरस के दिन आखिर क्यों कुबेर जी की पूजा का प्रावधान बताया जाता है। धनतेरस 2023पूजा विधि दूसरी ओर यह भी मान्यता हैं कि धनतेरस के दिन यमदेव की पूजा पाठ करने से असमय मृत्यु का संकट भी ख़त्म हो जाता है। इस त्यौहार को मनाने के लिए घरों में साज सजावट की जाती हैं। घर के आँगन में खूबसूरत रंगोली बनाई जाती हैं। धनतेरस के दिन लोग घरों में कुबेर जी की पूजा करते हैं और यमदेव की पूजा करते हैं। शाम को घर के मुख द्वार पर दीपक जलाएं जाते हैं। कुछ लोग अपने घर की तिजोरी को भी दीपक से रोशन करते हैं। उनका मानना होता है ऐसा करने से कुबेर भगवान ख़ुश होकर हमेशा उन पर अपनी कृपा बनाये रखेंगे। विधि विधान के अनुसार कुबेरजी की पूजा की जाती हैं। घरों के साथ साथ जो लोग अपना व्यसाय करते हैं वो भी ऑफिसो में पूजा पाठ करते हैं। धनतेरस के त्योहार की बहुत सी पौराणिक कहानी प्रचलित हैं। कई लोगो का मानना हैं एक समय में...