Dialysis kaise hota hai

  1. डायलिसिस क्या है, प्रकार,उपचार प्रक्रिया, जोखिम, फायदे और आहार योजना
  2. Dialysis: Procedure, Purpose, Results, Cost, Price
  3. डायलिसिस कैसे होता है, क्यों, कैसे करते हैं, खर्च और सावधानियां
  4. किडनी डायलिसिस: प्रकार, प्रक्रिया, क्या करें और क्या न करें, सावधानियां
  5. Dialysis Kaise Hota Hai, पेट से डायलिसिस कैसे होती है, Dialysis me Kya Hota Hai, Dr. Rishab Sharma
  6. Dialysis Kaise Hota Hai / डायलिसिस : प्रक्रिया, खर्च, साइड इफेक्ट्स
  7. डायरिया: लक्षण, कारण, निदान, इलाज और रोकथाम
  8. डायलिसिस


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डायलिसिस क्या है, प्रकार,उपचार प्रक्रिया, जोखिम, फायदे और आहार योजना

1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. • • • • • डायलिसिस क्या है – Dialysis Kya Hota Hai In Hindi डायलिसिस (Dialysis) एक ऐसी उपचार प्रक्रिया है, जिसमें किसी विशेष मशीन या उपकरण का उपयोग कर रक्त को फ़िल्टर और शुद्ध किया जाता है। यह प्रक्रिया तब उपयोग में लाई जाती है, जब किसी व्यक्ति की किडनी (kidneys) कार्य करना बंद कर देती हैं या सही तरह से काम नहीं करती है। यह प्रक्रिया किडनी की विफलता (Kidney failure) के समय तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलन में रखने में मदद करती है। मनुष्य की किडनी, शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को हटाकर, रक्त को फ़िल्टर करने का कार्य करती हैं। और इस अपशिष्ट तरल पदार्थ को मूत्राशय के माध्यम से पेशाब के रूप में शरीर से बाहर कर दिया जाता है। अतः यदि किडनी असफल होती हैं, तो मनुष्य की मृत्यु होने से रोकने के लिए डायलिसिस (Dialysis) को किडनी के कार्यों को करने के लिए उपयोग में लाया जाता है। (और पढ़े – डायलिसिस के प्रकार – Types Of Dialysis In Hindi डायलिसिस के दो मुख्य प्रकार हैं। हेमोडायलिसिस ( Hemodialysis) –यह डायलिसिस का सबसे आम प्रकार है। यह प्रक्रिया रक्त से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को हटाने के लिए कृत्रिम किडनी (hemodialyzer) का उपयोग करती है। हेमोडायलिसिस (Hemodialysis) प्रक्रिया के तहत रक्त को शरीर से बाहर निकालकर, कृत्रिम किडनी के माध्यम से फ़िल्टर किया जाता है। और फिर फ़िल्टर किए गए रक्त को डायलिसिस मशीन (dialysis machine) की मदद से शरीर में वापस कर दिया जाता है। हेमोडायलिसिस (Hemodialysis) उपचार तीन से पांच घंटे तक किया जाता है और एक सप्ताह में तीन बार दुहराया जाता है। पेरिटोनियल डायलिसिस ( peritoneal dialysis)– पेरिटोनियल डायलिसिस (peri...

Dialysis: Procedure, Purpose, Results, Cost, Price

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डायलिसिस कैसे होता है, क्यों, कैसे करते हैं, खर्च और सावधानियां

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किडनी डायलिसिस: प्रकार, प्रक्रिया, क्या करें और क्या न करें, सावधानियां

किडनी डायलिसिस गुर्दे रक्त को फ़िल्टर करते हैं और हानिकारक अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को मूत्र में स्थानांतरित करके हटा देते हैं, जिसे बाद में शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। हालांकि, जब गुर्दे विफल हो जाते हैं, तो शरीर पानी और अपशिष्ट कणों से संतृप्त हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप जीवन-धमकी की स्थिति होती है, जिसे क्रोनिक रीनल फेल्योर (सीआरएफ) के रूप में जाना जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें किडनी के कार्य में धीरे-धीरे कमी आती है और इसे आमतौर पर क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) के रूप में भी जाना जाता है। इसलिए, रक्त से अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने के लिए डायलिसिस किया जाता है। हमारे विशेषज्ञ खोजें डायलिसिस क्या है? डायलिसिस एक प्रक्रिया है जब गुर्दे विफल हो रहे होते हैं। जब किडनी काम करना बंद कर देती है, तो अपशिष्ट पदार्थ और विषाक्त पदार्थ रक्तप्रवाह में जमा हो जाते हैं। डायलिसिस आपके गुर्दे का काम करता है और रक्त से अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को हटाकर लोगों को सामान्य स्वस्थ जीवन जीने की अनुमति देता है। हालाँकि, जीवन कुछ जीवनशैली और आहार प्रतिबंधों के समावेश के साथ बदल जाता है। डायलिसिस की जरूरत किसे है? डायलिसिस उन लोगों के लिए आवश्यक हो सकता है जिनके गुर्दे की विफलता है या अंत-चरण गुर्दे की बीमारी (ईएसआरडी) से पीड़ित हैं। किडनी की बीमारी चोटों और उच्च रक्तचाप, मधुमेह और ल्यूपस जैसी बीमारियों के कारण होती है। वे कुछ लोगों में बिना किसी स्पष्ट कारण के भी हो सकते हैं। गुर्दे की विफलता एक पुरानी विकार हो सकती है जिसके परिणामस्वरूप गंभीर बीमारी या क्षति हो सकती है। इस समय, गुर्दे अपने सामान्य कार्य का लगभग 10% से 15% काम करते ...

Dialysis Kaise Hota Hai, पेट से डायलिसिस कैसे होती है, Dialysis me Kya Hota Hai, Dr. Rishab Sharma

इस वीडियो में डॉ ऋषब शर्मा (पेट,आंत,लिवर रोग विषेशज्ञ) जयपुर ने विस्तार से बताया है की डायलिसिस क्या होता है, डायलिसिस कब किया जाता है, हेमोडिअलीसिस और पेरिटोनियल डायलिसिस में क्या अंतर है, और ये दोनों तरह के ही डायलिसिस को कैसे किया जाता है I इसलिए इस वीडियो को आखरी तक पूरा देखें I In this video, Dr. Rishab Sharma best gastroenterologist in Jaipur has explained in detail what dialysis is, when dialysis is done, what the difference is between hemodialysis and peritoneal dialysis, and how dialysis is done. Watch the full video and subscribe to our channel for authentic medical information. Disclaimer: This video is for patient information only, it is not valid for medico-legal purposes. The treatment of each patient depends on the individual patient's condition and is decided by the treating doctor. Sources: The United States National Library of Medicine Website: Health blogs: #dialysiskyahotahai #dialysiskyahai #dialysiskyukiyajatahai #hemodialysisvsperitonealdialysis # #hemodialysiskyahai #petsedialysiskaisehotahai #peritonealdialysisathome #peritonealdialysiskyahotahai #drrishabsharmajaipuperr #bestgastrospecialistjaipur #thydochealth Thanks and regards, Dr. Rishab Sharma MBBS, MD (INTERNAL MEDICINE) Dr. Divaanshu Gupta MBBS, MD (ANAESTHESIA) About our channel: We are a team of young, passionate, seasoned doctors on a noble quest to ensure quality and cost-effective healthcare for one-and-all! We have good experience working in both government and private corporate hospi...

Dialysis Kaise Hota Hai / डायलिसिस : प्रक्रिया, खर्च, साइड इफेक्ट्स

Dialysis meaning in Hindi:- दोस्तों डायलिसिस का प्रयोग 1940 के साल से जिसको किडनी में समस्या होती है. और उसके इलाज के लिए उपयोग किया जाता है. और दोस्तों हमारी किडनी का यही काम होता है. कि हमारे शरीर के अंदर अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल जैसे पदार्थ होते हैं. और उसको शरीर से निकालना और हमारे रक्त को फिल्टर करना होता है. और अपशिष्ट और विषाक्त आदि पदार्थ हमारे मूत्राशय के द्वारा पेशाब से निकल जाते है. और हमारी किडनी यह काम करने में सक्षम नहीं है. तो हमें डायलिसिस के माध्यम से यह कार्य को करना पड़ता है. दोस्तों डायलिसिस एक उपचार के रूप मैं किया जाता है. और यह करने के लिए एक मशीन का प्रयोग करना होता है. और उसकी मदद से रक्त को फिल्टर और शुद्ध किया जाता है. और आपके शरीर में गुर्दे अच्छे से काम नहीं करता है. तो यह आपके शरीर के अंदर तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलन में रखने में हेल्प करता है. और मैं आपको इस आर्टिकल में बताऊंगा कि डायलिसिस किस तरह किया जाता है. और हमारे भारत देश में डायलिसिस किसी को करवाना है. तो कितना खर्च आता है. • • • • • • • • • • डायलिसिस क्या होता है दोस्तो डायलिसिस रोगियों को किया जाता है. और जिनके शरीर के अंदर गुर्दे / किडनी अच्छे से अपना काम करना बंद कर दिया है. और बाह्य समर्थन आपके शरीर के अंदर गुर्दे को काम करने में हेल्प करता है. और यह हमारे जीवन को और लोगों के हिसाब से चलाने के लिए गुर्दे की समस्या वाले रोगियों पेशेंट को हेल्प करता है. और गुर्दे अच्छे से काम करता है. तो द्रव संतुलन का नियमन, यूरिया और यूरिक एसिड आदि के मदद से कचरे को हटाने के लिए मदद रूप होता है. और दोस्तों आपके शरीर के अंदर गुर्दे काम करने में असफल होता है. तो यह हमारे शरीर के अंदर कच...

डायरिया: लक्षण, कारण, निदान, इलाज और रोकथाम

• • • • सेंटर्स ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, वैश्विक स्तर पर डायरिया (Diarrhoea) 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होने वाले मौत का दूसरा प्रमुख कारण है। डायरिया मुख्य रूप से वायरस और बैक्टीरिया के कारण होता है। लगातार मल त्याग करना (Bowel movement), लूज स्टूल, मतली, पेट में ऐंठन और डिहाइड्रेशन इसके मुख्य लक्षण हैं। बारिश के मौसम में अक्सर डायरिया की समस्या बढ़ जाती है। Also Read • • • डायरिया क्या है? (what Is Diarrhoea?) डायरिया को हिंदी में दस्त भी कहते हैं। यह पाचन तंत्र संबंधित एक विकार या डिसऑर्डर है। यह समस्या होने पर मल पानी की तरह पतला होता है। आंत से संबंधित यह रोग मुख्य रूप से रोटावायरस के कारण होता है। यह साल्मोनेला या ई. कोलाई जैसे जीवाणुओं के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा, हार्मोनल विकार (Hormonal disorders), आंतों मे सूजन (inflammatory bowel disease), कुछ दवाओं के सेवन से भी यह हो सकता है। यदि आप प्रॉपर हाइजीन बनाए रखने के साथ ही स्ट्रीट फूड खाने से बचें और साफ-स्वच्छ पानी पिएं, तो वायरस और बैक्टीरिया के कारण होने वाले डायरिया को रोका जा सकता है। डायरिया के प्रकार (types Of Diarrhoea) डायरिया को तीन मुख्य भागों में बांटा जा सकता है। उनमे शामिल हैं: एक्यूट डायरिया (Acute diarrhoea): यह डायरिया का सबसे कॉमन रूप है, जिसमें काफी लूज और पानी जैसे पतला दस्त होता है। आमतौर पर, शरीर में पर्याप्त तरल पदार्थों के जाते ही यह समस्या खुद ब खुद कम हो जाती है। लगातार होने वाला डायरिया (Persistent diarrhoea): इस तरह का दस्त दो से चार सप्ताह तक रहता है। क्रोनिक डायरिया (Chronic diarrhoea): इस तरह का डायरिया चार सप्ताह से भी अधिक समय तक आपको परेशान कर सकता है। डाय...

डायलिसिस

डायलिसिस किडनी का कार्य तब तक करता है जब तक कि वे क्रियाशील न हों। यह तब किया जाता है जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती हैं, एक व्यक्ति को अपने शरीर को संतुलन में रखने के लिए डायलिसिस से गुजरना पड़ता है। डायलिसिस की प्रक्रिया अपशिष्ट, सॉल्ट और अतिरिक्त पानी को हटा देती है, इस प्रकार उन्हें आपके शरीर में जमा होने से रोकती है। यह रक्त में कुछ रसायनों जैसे सोडियम, बाइकार्बोनेट और पोटेशियम को इष्टतम स्तरों के भीतर रखना सुनिश्चित करता है। अंत में, यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। एक स्वस्थ किडनी प्रतिदिन लगभग 1500 लीटर रक्त को छानने का कार्य करती है। यदि किडनी ठीक से काम नहीं करती हैं, तो रक्त में अपशिष्ट जमा हो सकता है। इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप कोमा और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है। डायलिसिस के दो अलग-अलग प्रकार हैं: • हेमोडायलिसिस: रक्त से अपशिष्ट और अतिरिक्त रसायनों को हटाने के लिए हेमोडायलाइज़र का उपयोग किया जाता है। • पेरिटोनियल डायलिसिस: इसमें एक सर्जरी शामिल होती है जहां पेट के क्षेत्र में एक कैथेटर लगाया जाता है, और डायलीसेट पेट में बहता है। यह द्रव आपके पेट से अपशिष्ट को बाहर निकालता है जिसके बाद इसे बाहर निकाल दिया जाता है। डायलिसिस अस्पताल के डायलिसिस यूनिट में या आपके घर पर किया जा सकता है। डॉक्टर आपकी पसंद और आपकी स्थिति के आधार पर स्थान तय करते हैं। हीमोडायलिसिस यह डायलिसिस का सबसे आम रूप है। डॉक्टर एक चीरा बनाता है ताकि रक्त कृत्रिम किडनी या हेमोडायलाइज़र में प्रवाहित हो सके। प्रवेश बिंदु हाथ या पैर में एक छोटा चीरा बनाकर बनाया जाता है। यह एक बड़ी रक्त वाहिका को फिस्टुला बनाने के लिए त्वचा के नीचे की नसों ...