दीमापुर कहां है

  1. दीमापुर में घूमने के प्रमुख जगह
  2. Dimapur Beautiful Places To Visit
  3. बागेश्वर धाम कहा हैं, बागेश्वर धाम जाने का रास्ता
  4. यहाँ है शतरंज की विशाल गोटिया जिनसे खेलते थे भीम और घटोत्कच
  5. श्री मेहंदीपुर बालाजी धाम मंदिर कब जायें, कैसे पहुंचे, कहां ठहरें ? – DHARMWANI.COM
  6. Top 12] दीमापुर में पर्यटन स्थल
  7. दीमापुर : रेप के बहाने साम्प्रदायिक हिंसा का षड्यंत्र
  8. दीमापुर : रेप के बहाने साम्प्रदायिक हिंसा का षड्यंत्र
  9. श्री मेहंदीपुर बालाजी धाम मंदिर कब जायें, कैसे पहुंचे, कहां ठहरें ? – DHARMWANI.COM
  10. Dimapur Beautiful Places To Visit


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दीमापुर में घूमने के प्रमुख जगह

भारत मे पूर्वोत्तर के क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरी भरी घाटियों के लिए जाने जाते है। इनमे से ही एक शहर है दीमापुर । दीमापुर नागालैंड का सबसे बड़ा शहर है, और धनसिरी नदी के किनारे स्थित है। दीमापुर मे प्रकृति के अद्भुत दृश्य देखने के लिए सैलानी दूर-दूर से यहाँ आते है। आज हम आपको दीमापुर मे देखने लायक प्रमुख जगहो के बारे मे बताने जा रहे है। दीमापुर हवाई अड्डा चुमौकेदिमा जिले में स्थित है जो नियमित उडानो के द्वारा आस पास के क्षेत्रों से जुड़ा है। दीमापुर रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर भारत का दूसरा सबसे व्यस्त स्टेशन है ।यहाँ से आपको समय समय पर देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए ट्रेन मिल जायेगी। दीमापुर से 2 एशियाई राजमार्ग और 3 राष्ट्रीय राजमार्ग होकर गुजरते है, जिससे यहाँ की रोड कनेक्विटी काफी बेहतर है। इस ब्लॉग में हमने इन मुद्दों पर बात किया – tourist places in nagaland, tourist places in kohima, places to visit in dimapur, dimapur tourist places, dimapur visiting places, places to visit in dimapur nagaland, places near dimapur, tourist places on dimapur, tourist places in dima hasao etc. आशा करते है ये जानकारियां आपके काम आएगी।

Dimapur Beautiful Places To Visit

जब भी भारत में घूमने की खूबसूरत जगहों के बारे में बात की जाती है, तो पूर्वोत्तर की प्राकृतिक सुंदरता और वहां पर घूमने की जगहों का नाम अवश्य लिया जाता है। भारत की सात बहनों में से एक राज्य है नागालैंड। आमतौर पर, लोग इस जगह को कमतर आंकते हैं, लेकिन वास्तव में यह किसी भी तुलना में अन्य राज्यों सें कम नहीं हैं। इस राज्य में ऐसी कई जगहें हैं, जो आपको संतुष्टि प्रदान करेंगी। इन्हीं में से एक है दीमापुर। सुंदर हरे-भरे परिदृश्य से लेकर कल-कल करते झरनों तक, यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से सराबोर है, जो आने वाले हर यात्री को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। हो सकता है कि आपने अभी तक नागालैंड को अपनी ट्रेवल बकिट लिस्ट में शामिल ना किया हो, लेकिन दीमापुर में घूमने की बेहतरीन जगहों के बारे में जानने के बाद आप यकीनन यहां एक बार अवश्य जाना चाहेंगी। तो चलिए आज इस लेख में हमने कुछ ऐसी जगहों को लिस्ट किया है, जिन्हें आपको दीमापुर में एक बार जरूर देखना चाहिए- ट्रिपल फॉल्स यह दीमापुर में देखने लायक बेहतरीन जगहों में से एक है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह स्थान आपको एक ही स्थान पर तीन अलग-अलग झरनों को एक साथ नीचे गिरने का अद्भुत दृश्य पेश करता है। यह फॉल्स सेथेकिमा गांव में स्थित है। झरने 280 फीट ऊंचे हैं। यहां पर आप इन्हें देखने के अलावा यहां पर ट्रेकिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। यह एक ट्रेकिंग पॉइंट भी है, जो आपको एक अलग एक्सपीरियंस प्रदान करता है। जूलॉजिकल पार्क यदि आप अपने बच्चों के साथ दीमापुर घूमने का प्लॉन कर रही हैं तो ऐसे में जूलॉजिकल पार्क जाना अच्छा विचार हो सकता है। जूलॉजिकल पार्क में आप अपने प्राकृतिक आवास में पक्षियों और जानवरों को देख सकती हैं। यह नागालैंड में करने के लिए सबसे अच्छी चीजों...

बागेश्वर धाम कहा हैं, बागेश्वर धाम जाने का रास्ता

दोस्तो आज हम बात करने वाले हैं, बागेश्वर धाम कहा हैं, बागेश्वर धाम जाने का रास्ता क्या हैं, और बागेश्वर धाम किस जिले में स्थित हैं, अगर आप बागेश्वर धाम सरकार जाना चाहते हैं , तो आज की इस पोस्ट में बागेश्वर धाम सरकार से संबंधित सभी प्रश्नों पर चर्चा की जाएगी, Bageshwar Dham Chhatarpur मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित हैं, जहां पर बालाजी सरकार श्री हनुमान जी का पवित्र धार्मिक स्थल है, जिनके दर्शन के लिए दूर दूर से भक्त और श्रद्धालु बागेश्वर धाम सरकार पर आते हैं। • • • • • • • Bageshwar Dham Sarkar Chhatarpur मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश का बहुत ही कम समय में लोकप्रिय पवित्र धार्मिक स्थल, बागेश्वर धाम जो बागेश्वर धाम सरकार के नाम से जाना जाता है, बागेश्वर धाम भारत के मध्यप्रदेश राज्य में छतरपुर जिले में पड़ता हैं, यह छतरपुर से 28 किलोमीटर दूर पन्ना छतरपुर मार्ग पर गंज नामक एक छोटे से कस्बे से 3 किलोमीटर अंदर बागेश्वर धाम बालाजी सरकार का मंदिर है, यहां पर बागेश्वर बालाजी के साथ साथ और भी दर्शन करने को मिलते हैं। बागेश्वर धाम कहा हैं, बालाजी सरकार बागेश्वर धाम जाने के लिए यह जानना बहुत ही आवश्यक हो जाता है, की बागेश्वर धाम कहा हैं, बागेश्वर धाम भारत के मध्यप्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में पड़ता हैं, यह छतरपुर जिले से 28 किलोमीटर की दूरी पर पन्ना छतरपुर NH 39 मार्ग पर गंज नामक एक छोटे से कस्बे से 3 किलोमीटर अंदर गढ़ा गांव ( 471105 ) में स्थित हैं, जहां पर बालाजी सरकार श्री हनुमान जी का मंदिर हैं। बागेश्वर धाम जाने का रास्ता बागेश्वर धाम जाने का रास्ता बिलकुल ही आसान हैं, बागेश्वर धाम मध्यप्रदेश के छतरपुर शहर के अंतर्गत आता हैं, यहां पर आप बस के माध्यम से ट्रेन के माध्यम से और हवाई मा...

यहाँ है शतरंज की विशाल गोटिया जिनसे खेलते थे भीम और घटोत्कच

Hidimba and Bheema : आज हम आपको एक ऐसी जगह की यात्रा पर ले चलते है जहा रखी महाभारत काल की विरासत आज भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यह जगह है भारत के पूर्वोत्तर में स्थित राज्य नागालैंड का एक शहर दीमापुर जिसको कभी हिडिंबापुर के नाम से जाना जाता था। इस जगह महाभारत काल में हिडिंब राक्षस और उसकी बहन हिडिंबा रहा करते थे। यही पर हिडिंबा ने भीम से विवाह किया था। यहां बहुलता में रहनेवाली डिमाशा जनजाति खुद को भीम की पत्नी हिडिंबा का वंशज मानती है। यहाँ आज भी हिडिंबा का वाड़ा है, जहां राजवाड़ी में स्थित शतरंज की ऊंची-ऊंची गोटियां पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। इनमे से कुछ अब टूट चुकी है। यहाँ के निवासियों कि मान्यता है कि इन गोटियों से भीम और उसका पुत्र घटोत्कच शतरंज खेलते थे। इस जगह पांडवो ने अपने वनवास का काफी समय व्यतीत किया था। महाभारत की कथा के अनुसार वनवास काल में जब पांडवों का घर षडय़ंत्र के तहत जला दिया गया तो वे वहां से भागकर एक दूसरे वन में गए। जहां हिडिंब राक्षस अपनी बहन हिडिंबा के साथ रहता था। एक दिन हिडिंब ने अपनी बहन हिडिंबा को वन में भोजन की तलाश करने के लिये भेजा। वन में हिडिम्बा को भीम दिखा जो की अपने सोए हुए परिवार की रक्षा के लिए पहरा दे रहा था। राक्षसी हिडिंबा को भीम पसंद आ जाता है और वो उससे प्रेम करने लगती है। इस कारण वो उन सब को जीवित छोड़ कर वापस आ जाती है। लेकिन यह बात उसके भाई हिडिंब को पसंद नहीं आती है और वो पाण्डवों पर हमला कर देता है। लड़ाई में हिडिंब, भीम के हाथो मारा जाता है। हिडिम्ब के मरने पर वे लोग वहां से प्रस्थान की तैयारी करने लगे, इस पर हिडिम्बा पांडवों की माता कुन्ती के चरणों में गिर कर प्रार्थना करने लगी, “हे माता! मैंने आपके पुत्र भी...

श्री मेहंदीपुर बालाजी धाम मंदिर कब जायें, कैसे पहुंचे, कहां ठहरें ? – DHARMWANI.COM

यदि आप श्री मेहंदीपुर बालाजी धाम के दर्शनों के लिए जाने का मन बना रहे हैं तो सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि यहां जाने के लिए आपको सबसे पहले तो ध्यान देना होगा कि प्रत्येक मंगलवार और शनिवार के दिन इस मंदिर में श्रद्धालुओं और भक्तों की भीड़ बहुत अधिक होती है। अगर आपको यहां की भीड़-भाड से बचना हो तो शनिवार और मंगलवार के दिन को छोड़कर बाकी दिनों में ही यहां जाना चाहिए। तो अगर आप लोग भी मेहंदीपुर बालाजी धाम मंदिर के दर्शन करने का मन बना रहे हैं तो आपको बता दें कि अगर आप दिल्ली में हैं तो वहां से मेहंदीपुर बालाजी धाम की दूरी लगभग 260 किलोमीटर है। जबकि, जयपुर से लगभग 100 किलोमीटर और अलवर से भी इसकी दूरी 100 किलोमीटर है। अगर आप मथुरा में हैं तो वहां से इसकी दूरी लगभग 120 किलोमीटर है। इसके अलावा आगरा से इस मंदिर की दूरी भी लगभग 140 किलोमीटर है। अगर आप आगरा-जयपुर हाईवे से आना-जाना कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि मेहंदीपुर पहुंचने पर यहां के बाजाली चैक नामक एक प्रसिद्ध स्थान से आप सीधे बालाजी धाम मंदिर के लिए पहुंच सकते हैं। और अगर आप मथुरा से मेहंदीपुर धाम के लिए जाना चाहते हैं इसके लिए आपको भरतपुर जिले से होकर लगभग 120 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। किसी भी रोडवेज या फिर प्राइवेट बस से बालाजी धाम जाना हो तो उसके लिए भी यहां 200 या 300 किलोमीटर के असपास के लगभग हर शहर से मेहंदीपुर तक अच्छी सुविधा है। इन रोडवेज या फिर प्राइवेट बसों से आपको श्री बालाजी मोड पर ही उतरना होता है। श्री बालाजी मोड से मंदिर की दूरी मात्र 3 किलोमीटर रह जाती है, इसलिए यहां से आप रिक्शा, आॅटो रिक्शा या फिर चाहें तो पैदल ही चलकर श्री बालाजी मंदिर तक जा सकते हैं। मेहंदीपुर के इस बालाजी मोड से चैबिसों घंटे, ऑटो, रिक...

Top 12] दीमापुर में पर्यटन स्थल

5/5 - (2 votes) जब भारत में पर्यटन स्थल की संभावना की बात आती है, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बहुत से लोग पूर्वोत्तर की सुंदरता और वहां के स्थानों की खोज के बारे में नहीं जानते हैं। कहा जा रहा है कि, सात बहनों में से, एक राज्य जो हर चीज की तुलना में और भी कम आंका जाता है, वह है नागालैंड में घूमने की जगह ।लोग क्या सोचते हैं इसके विपरीत दीमापुर में घूमने लायक कई जगहें हैं जो आपको गलत साबित करेंगी। इस शहर में अपने आगंतुकों के लिए बहुत कुछ है, आपको बस यह जानना है कि कहाँ जाना है और क्या देखना है। अगली बार जब आप दीमापुर में पर्यटन स्थल की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो आपके यात्रा कार्यक्रम की योजना बनाने में आपकी मदद करने के लिए, हमने कुछ स्थानों को छाँटा है जो देखने लायक हैं। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • 12 दीमापुर में घूमने के लिए स्थान – Tourist places in nagaland in Hindi दीमापुर में बहुत सारी जगहें हैं जहां आप जा सकते हैं और वहां रहते हुए घूम सकते हैं। सुंदर हरे-भरे परिदृश्य से लेकर झरते झरनों तक, विकल्प काफी व्यापक और मंत्रमुग्ध कर देने वाले हैं। पूर्वोत्तर में अविस्मरणीय यात्रा के लिए दीमापुर में घूमने की जगह के लिए सर्वोत्तम स्थानों की इस विस्तृत सूची को देखें। दीमापुर में घूमने की जगह ट्रिपल फॉल्स – The Triple Falls in Hindi The Triple Falls in Hindi जब दीमापुर में दर्शनीय स्थलों की बात आती है, तो यह बिना कहे चला जाता है कि ट्रिपल फॉल्स बिना किसी असफलता के सूची बनाते हैं, यह दीमापुर में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह स्थान आपको एक ही स्थान पर तीन अलग-अलग झरनों को नीचे की ओर भागते हुए देखने क...

दीमापुर : रेप के बहाने साम्प्रदायिक हिंसा का षड्यंत्र

जैसे पूरे देश में नफरत बोई जा रही है, दीमापुर में भी घृणा की फसल बोने और काटने का यह सफल प्रयोग था दीमापुर का नाम मैंने पहली बार बरसों पहले सुना था, जब मेरी दोस्त के पति की तैनाती आर्मी में होने के नाते दीमापुर में हुई थी। तब पता चला था कि दीमापुर उत्तरप्रदेश से इतनी दूर है कि इस नौकरी में वहां से साल में सिर्फ एक बार ही आ पाना मुमकिन है। दीमापुर मेरे लिए बहुत दूर की कौड़ी थी। लेकिन इस जगह ने मन में कहीं पैठ बना ली थी, कि जब अपने पैरों पर खड़े होंगे तो दीमापुर भी जायेंगे। बरसों बीते, वे यादें और मन की बात कहीं भीतर दब गयीं। अब अचानक दीमापुर इस तरह आ खड़ा हुआ कि भूचाल आ गया। 5 मार्च को दीमापुर की सड़कों पर हैवानियत का जो नंगा नाच हुआ वह इस देश ने शायद ही कभी इस तरह देखा हो। करीब दस हज़ार लोगों की भीड़ रेप के आरोपी को दीमापुर केन्द्रीय जेल से खींच कर बाहर ले आई। उसे मारा पीटा कहना तो घटना की भयावहता को कम करके आँकना है। आरोपी को नंगा किया गया। उसके गुप्तांगों को वीभत्स कर दिया गया। रेप के आरोपी के लिंग में डंडा बाँध कर बैल की तरह भीड़ उसे सड़कों पर घसीट कर घुमाती रही। नोचा खसोटा, उसे जीभर पीटती रही। भीड़ ने उसे ऊपर उछाल-उछाल कर जमीन पर पटका और जब वह तड़पने लगा तब उसके गले में रस्सी बांधकर बाइक से उसके नग्न शरीर को 7 किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा, जिस वजह से कुछ ही दूर जाकर आरोपी ने दम तोड़ दिया। भीड़ की मर्दानगी इतने से नहीं शांत हुई तो उसके झूलते हुए मृत शरीर को शहर के बीचोबीच चौक पर ले जाकर टांग दिया। दुखद यह है कि पाँच मार्च की इस घटना पर अब तक कोई अधिकृत सरकारी बयान नहीं आया है कि वास्तव में हुआ क्या था। सरकार ने मामला और न भड़कने की दलील देकर इंटरनेट भी बंद करा दिया। फिर भी जो तथ्य छनकर ...

दीमापुर : रेप के बहाने साम्प्रदायिक हिंसा का षड्यंत्र

जैसे पूरे देश में नफरत बोई जा रही है, दीमापुर में भी घृणा की फसल बोने और काटने का यह सफल प्रयोग था दीमापुर का नाम मैंने पहली बार बरसों पहले सुना था, जब मेरी दोस्त के पति की तैनाती आर्मी में होने के नाते दीमापुर में हुई थी। तब पता चला था कि दीमापुर उत्तरप्रदेश से इतनी दूर है कि इस नौकरी में वहां से साल में सिर्फ एक बार ही आ पाना मुमकिन है। दीमापुर मेरे लिए बहुत दूर की कौड़ी थी। लेकिन इस जगह ने मन में कहीं पैठ बना ली थी, कि जब अपने पैरों पर खड़े होंगे तो दीमापुर भी जायेंगे। बरसों बीते, वे यादें और मन की बात कहीं भीतर दब गयीं। अब अचानक दीमापुर इस तरह आ खड़ा हुआ कि भूचाल आ गया। 5 मार्च को दीमापुर की सड़कों पर हैवानियत का जो नंगा नाच हुआ वह इस देश ने शायद ही कभी इस तरह देखा हो। करीब दस हज़ार लोगों की भीड़ रेप के आरोपी को दीमापुर केन्द्रीय जेल से खींच कर बाहर ले आई। उसे मारा पीटा कहना तो घटना की भयावहता को कम करके आँकना है। आरोपी को नंगा किया गया। उसके गुप्तांगों को वीभत्स कर दिया गया। रेप के आरोपी के लिंग में डंडा बाँध कर बैल की तरह भीड़ उसे सड़कों पर घसीट कर घुमाती रही। नोचा खसोटा, उसे जीभर पीटती रही। भीड़ ने उसे ऊपर उछाल-उछाल कर जमीन पर पटका और जब वह तड़पने लगा तब उसके गले में रस्सी बांधकर बाइक से उसके नग्न शरीर को 7 किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा, जिस वजह से कुछ ही दूर जाकर आरोपी ने दम तोड़ दिया। भीड़ की मर्दानगी इतने से नहीं शांत हुई तो उसके झूलते हुए मृत शरीर को शहर के बीचोबीच चौक पर ले जाकर टांग दिया। दुखद यह है कि पाँच मार्च की इस घटना पर अब तक कोई अधिकृत सरकारी बयान नहीं आया है कि वास्तव में हुआ क्या था। सरकार ने मामला और न भड़कने की दलील देकर इंटरनेट भी बंद करा दिया। फिर भी जो तथ्य छनकर ...

श्री मेहंदीपुर बालाजी धाम मंदिर कब जायें, कैसे पहुंचे, कहां ठहरें ? – DHARMWANI.COM

यदि आप श्री मेहंदीपुर बालाजी धाम के दर्शनों के लिए जाने का मन बना रहे हैं तो सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि यहां जाने के लिए आपको सबसे पहले तो ध्यान देना होगा कि प्रत्येक मंगलवार और शनिवार के दिन इस मंदिर में श्रद्धालुओं और भक्तों की भीड़ बहुत अधिक होती है। अगर आपको यहां की भीड़-भाड से बचना हो तो शनिवार और मंगलवार के दिन को छोड़कर बाकी दिनों में ही यहां जाना चाहिए। तो अगर आप लोग भी मेहंदीपुर बालाजी धाम मंदिर के दर्शन करने का मन बना रहे हैं तो आपको बता दें कि अगर आप दिल्ली में हैं तो वहां से मेहंदीपुर बालाजी धाम की दूरी लगभग 260 किलोमीटर है। जबकि, जयपुर से लगभग 100 किलोमीटर और अलवर से भी इसकी दूरी 100 किलोमीटर है। अगर आप मथुरा में हैं तो वहां से इसकी दूरी लगभग 120 किलोमीटर है। इसके अलावा आगरा से इस मंदिर की दूरी भी लगभग 140 किलोमीटर है। अगर आप आगरा-जयपुर हाईवे से आना-जाना कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि मेहंदीपुर पहुंचने पर यहां के बाजाली चैक नामक एक प्रसिद्ध स्थान से आप सीधे बालाजी धाम मंदिर के लिए पहुंच सकते हैं। और अगर आप मथुरा से मेहंदीपुर धाम के लिए जाना चाहते हैं इसके लिए आपको भरतपुर जिले से होकर लगभग 120 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। किसी भी रोडवेज या फिर प्राइवेट बस से बालाजी धाम जाना हो तो उसके लिए भी यहां 200 या 300 किलोमीटर के असपास के लगभग हर शहर से मेहंदीपुर तक अच्छी सुविधा है। इन रोडवेज या फिर प्राइवेट बसों से आपको श्री बालाजी मोड पर ही उतरना होता है। श्री बालाजी मोड से मंदिर की दूरी मात्र 3 किलोमीटर रह जाती है, इसलिए यहां से आप रिक्शा, आॅटो रिक्शा या फिर चाहें तो पैदल ही चलकर श्री बालाजी मंदिर तक जा सकते हैं। मेहंदीपुर के इस बालाजी मोड से चैबिसों घंटे, ऑटो, रिक...

Dimapur Beautiful Places To Visit

जब भी भारत में घूमने की खूबसूरत जगहों के बारे में बात की जाती है, तो पूर्वोत्तर की प्राकृतिक सुंदरता और वहां पर घूमने की जगहों का नाम अवश्य लिया जाता है। भारत की सात बहनों में से एक राज्य है नागालैंड। आमतौर पर, लोग इस जगह को कमतर आंकते हैं, लेकिन वास्तव में यह किसी भी तुलना में अन्य राज्यों सें कम नहीं हैं। इस राज्य में ऐसी कई जगहें हैं, जो आपको संतुष्टि प्रदान करेंगी। इन्हीं में से एक है दीमापुर। सुंदर हरे-भरे परिदृश्य से लेकर कल-कल करते झरनों तक, यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से सराबोर है, जो आने वाले हर यात्री को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। हो सकता है कि आपने अभी तक नागालैंड को अपनी ट्रेवल बकिट लिस्ट में शामिल ना किया हो, लेकिन दीमापुर में घूमने की बेहतरीन जगहों के बारे में जानने के बाद आप यकीनन यहां एक बार अवश्य जाना चाहेंगी। तो चलिए आज इस लेख में हमने कुछ ऐसी जगहों को लिस्ट किया है, जिन्हें आपको दीमापुर में एक बार जरूर देखना चाहिए- ट्रिपल फॉल्स यह दीमापुर में देखने लायक बेहतरीन जगहों में से एक है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह स्थान आपको एक ही स्थान पर तीन अलग-अलग झरनों को एक साथ नीचे गिरने का अद्भुत दृश्य पेश करता है। यह फॉल्स सेथेकिमा गांव में स्थित है। झरने 280 फीट ऊंचे हैं। यहां पर आप इन्हें देखने के अलावा यहां पर ट्रेकिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। यह एक ट्रेकिंग पॉइंट भी है, जो आपको एक अलग एक्सपीरियंस प्रदान करता है। जूलॉजिकल पार्क यदि आप अपने बच्चों के साथ दीमापुर घूमने का प्लॉन कर रही हैं तो ऐसे में जूलॉजिकल पार्क जाना अच्छा विचार हो सकता है। जूलॉजिकल पार्क में आप अपने प्राकृतिक आवास में पक्षियों और जानवरों को देख सकती हैं। यह नागालैंड में करने के लिए सबसे अच्छी चीजों...