दीपावली कौन सी तारीख को है

  1. 2021 में दिवाली कब है New Delhi, India में
  2. दीपावली 2016 के बारे में जानकारी, तारीख, मान्यताएं, इतिहास, और महत्व
  3. शुभ रात कौन सी तारीख को है?
  4. दीपावली
  5. दीपावली कौन से महीने में कौन सी तारीख की है? – Expert


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2021 में दिवाली कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2021 में दिवाली कब है व दिवाली 2021 की तारीख व मुहूर्त। दिवाली या दीपावली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है। धनतेरस से भाई दूज तक करीब 5 दिनों तक चलने वाला दिवाली का त्यौहार भारत और नेपाल समेत दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। दीपावली को दीप उत्सव भी कहा जाता है। क्योंकि दीपावली का मतलब होता है दीपों की अवली यानि पंक्ति। दिवाली का त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध, जैन और सिख धर्म के अनुयायी भी दिवाली मनाते हैं। जैन धर्म में दिवाली को भगवान महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं सिख समुदाय में इसे बंदी छोड़ दिवस के तौर पर मनाते हैं। दिवाली कब मनाई जाती है? 1.कार्तिक मास में अमावस्या के दिन प्रदोष काल होने पर दीपावली (महालक्ष्मी पूजन) मनाने का विधान है। यदि दो दिन तक अमावस्या तिथि प्रदोष काल का स्पर्श न करे तो दूसरे दिन दिवाली मनाने का विधान है। यह मत सबसे ज्यादा प्रचलित और मान्य है। 2.वहीं, एक अन्य मत के अनुसार, अगर दो दिन तक अमावस्या तिथि, प्रदोष काल में नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में पहले दिन दिवाली मनाई जानी चाहिए। 3.इसके अलावा यदि अमावस्या तिथि का विलोपन हो जाए, यानी कि अगर अमावस्या तिथि ही न पड़े और चतुर्दशी के बाद सीधे प्रतिपदा आरम्भ हो जाए, तो ऐसे में पहले दिन चतुर्दशी तिथि को ही दिवाली मनाने का विधान है। दिवाली पर कब करें लक्ष्मी पूजा? मुहूर्त का नाम समय विशेषता महत्व प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त लक्ष्मी पूजन का सबसे उत्तम समय स्थिर लग्न होने से पूजा का विशेष महत्व महानिशीथ काल मध्य रात्रि के समय आने वाला मुहूर्त माता काली के पूजन का विधा...

दीपावली 2016 के बारे में जानकारी, तारीख, मान्यताएं, इतिहास, और महत्व

दीपावली वॉलपेपर सबसे पुराने और बड़े पैमाने पर मनाए जाने वाले त्यौहार दीवाली का हिंदू पंचांग में विशेष स्थान है। दीवाली शब्द का मतलब है ’रोशनी का त्यौहार’, यह शब्द संस्कृत के शब्द ’दीपावली’ से बना है, जिसका अर्थ होता है दीपों की पंक्ति या कह सकते हंै दीपों की श्रृंखला। यदि इस त्यौहार पर रात में किसी क्षेत्र का हवाई चित्र लिया जाए तो यह दृश्य बिलकुल चमक दमक से जगमगाती धरती का होगा। दीवाली का त्यौहार विभिन्न क्षेत्रों के लोगों द्वारा मनाया जाता है, त्यौहार मनाने के रीति रिवाज़ और उत्सव का तरीका भले ही हर क्षेत्र मंे अलग हो पर लेकिन सब जगह उत्साह एक समान ही रहता है। दीवाली 2016 की तारीख दीवाली भले ही पांच दिवसीय उत्सव हो पर मुख्य त्यौहार दशहरे के 18 दिन बाद ही आता है। यह त्यौहार साल के आखरी महीनों में अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक साल 2016 में कार्तिक के महीने में अमावस अक्टूबर 30 को होगी और इसी दिन दीवाली का त्यौहार मनाया जाएगा। दीवाली के पांच दिन जो कारण दीवाली को खास और लोकप्रिय बनाता है वो यह है कि इस त्यौहार के रीति रिवाज़ सिर्फ एक ही दिन में नहीं सिमट जाते या खत्म हो जाते। आमतौर पर लोग इस त्यौहार की तैयारी अपने घर और दफ्तर की मरम्मत के साथ हफ्तों पहले से ही शुरु कर देते हैं। इमारतों की सफाई और रंगाई, घर की सजावट के लिए सामान की खरीददारी, अपनों के लिए तोहफे लेना और नए कपड़े खरीदना यह सब इस त्यौहार के लिए जरुरी है। घरों और दफ्तरों को फूलों, झालरों और कंडिल आदि से सजाया जाता है। फूलों और सूखे रंगों की रंगोली कई घरों के दरवाज़ों पर सजाई जाती है। जो पांच दिन इस त्यौहार को पूरा बनाते हैं वो इस प्रकार हैंः धनतेरस पांच दिनों का उत्सव धनतेरस के साथ...

शुभ रात कौन सी तारीख को है?

Dhanteras 2022: कार्तिक माह की अमावस्या को दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस साल दीपावली24अक्टूबरसोमवार को है. धनतेरस दिवाली के दो दिन पहलेत्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है.इस दिन भगवान धन कुबेर, धनवंतरी और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान बताया गया है. पुराणों में लिखा है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से आर्थिक संपन्नता बढ़ती है और धन लाभ होता है. आज धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, सावधानियां और महत्व क्या है?इस बारे में भी जान लीजिए. Table of Contents Show • • • • धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2022 pooja muhurt) ज्योतिषाचार्य डॉ. विनोद के मुताबिक, "धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन देवताओं के वैद्य भगवान धनवंतरी की जयंती भी मनाई जाती है. धनतेरस पर त्रयोदशी तिथि के प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा करना लाभकारी माना गया है. इस साल त्रयोदशी तिथि में प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त आज यानी 22 अक्टूबर 2022 को है. त्रयोदशी तिथि आज 22 अक्टूबर शनिवार को शाम 6 बजकर 2 मिनट से हो रहीहै जो अगले दिन 23 अक्टूबर की शाम 6 बजकर 3 मिनट तक रहेगी इसलिए 22-23 अक्टूबर दोनों दिन धनतेरस मानी जा रही है.आज 22 अक्टूबर को धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर रात्रि 8 बजकर 17 मिनट तक रहेगा. धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग भी बन रहा है. धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग अपराह्न 1 बजकर 50 मिनट से सायंकाल 6 बजकर 2 मिनट तक रहेगा. इस योग में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होने के साथ तीन गुना फल प्राप्त होता है." 22-23 अक्टूबर दोनों दिन कर सकते हैं खरीदारी इस साल धनतेरस का त्योहार 22 और 23 अक्टूबर को है. इसका मतलब है कि त्रयोदशी तिथि आज 22 अक...

दीपावली

दीपावली रंगीन पाउडर का प्रयोग कर अन्य नाम दीपावली अनुयायी उद्देश्य धार्मिक निष्ठा, उत्सव उत्सव आरम्भ समापन तिथि समान पर्व दीपावली ( दीपावलिः = भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी पर्वों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘ (हे भगवान!) मुझे अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाइए। यह माना जाता है कि दीपावली के दिन दीपावली के दिन दीपावली उत्सव अनुक्रम • 1 शब्द उत्पत्ति • 2 इतिहास • 3 महत्त्व • 3.1 आध्यात्मिक महत्त्व • 3.2 हिंदू धर्म • 3.3 जैन • 3.4 सिख • 3.5 ऐतिहासिक महत्व • 3.6 आर्थिक महत्व • 4 संसार के अन्य भागों में • 4.1 एशिया • 4.1.1 नेपाल • 4.1.2 मलेशिया • 4.1.3 सिंगापुर • 4.1.4 श्री लंका • 4.2 एशिया के परे • 4.2.1 ऑस्ट्रेलिया • 4.2.2 संयुक्त राज्य अमेरिका • 4.2.3 ब्रिटेन • 4.2.4 न्यूज़ीलैंड • 4.2.5 फिजी • 4.3 अफ्रीका • 4.3.1 मॉरिशस • 4.3.2 रीयूनियन • 5 पर्वों का समूह दीपावली • 6 परम्परा • 7 आतिशबाज़ी • 7.1 वायु प्रदूषण • 7.2 जलने की घटनाएं • 8 दीपावली की प्रार्थनाएं • 9 चित्र • 10 सन्दर्भ • 11 बाहरी कड़ियाँ शब्द उत्पत्ति दीपावली शब्द की उत्पत्ति जिस पट्टे/पट्टी को किसी यंत्र से खींचकर खराद सान आदि चलाये जाते है ,उसे दिवाली कहते है इसका स्थानिक प्रयोग दिवारी है और ' दिपाली'-'दीपालि' भी । दीपावली का बिगड़ा हुआ रूप 'दीवाली' है दिवाली नहीं; परंतु विशुद्ध एवं उपयुक्त शब्द दीपावली है । इसके उत्सव में घरों के द्वारों, घरों व इतिहास भारत में प्राचीन काल से दीपावली को विक्रम संवत के कार्तिक माह में गर्मी की फसल के बाद के एक त्योहार के रूप में दर्शाया गया। दिपावली का इतिहास रामायण से भी जुड़ा हुआ है, ऐसा माना जाता है कि ७वीं शताब...

दीपावली कौन से महीने में कौन सी तारीख की है? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • दीपावली कौन से महीने में कौन सी तारीख की है? दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। Diwali 2021 Date in India: रोशनी से जगमगाता ये पर्व इस बार 4 नवंबर को गुरुवार के दिन मनाया जायेगा। भारत में दिवाली 2021 (दीपावली 2021) की तारीख: दिवाली (Diwali 2021) हिंदू धर्म के लोगों का बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है। लक्ष्मी पूजन कब है दिवाली? Diwali puja 2021: रामायण के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह भी हुआ था. इसलिए कार्तिक मास की अमावस्या को लक्ष्मी पूजन किया जाता है. Diwali puja 2021: नवंबर 4, दिन गुरुवार, महालक्ष्मी पूजा और दीपावली पर्व मनाया जाएगा. लक्ष्मी पूजन का समय क्या है शाम को? दीपावली पर मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं. इस बार दिवाली का त्योहार गुरुवार, 4 नवंबर को मनाया जा रहा है. आइए जानते हैं आपके शहर में दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का समय क्या है. पंचांग के अनुसार, लक्ष्मी पूजन अमवास्या तिथि को शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 8 बजकर 4 मिनट किया जाएगा. दीपावली कितने टाइम मिलेगी? दीपावली 2 घंटे 11 मिनट रहेगा शुभ मुहूर्त अमावस्या तिथि 4 नवंबर 2021 सुबह 6 बजकर 3 मिनट से समापन 5 नवंबर को सुबह 2 बजकर 44 मिनट तक रहेगी। लक्ष्मी पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात्रि 08 बजकर 20 मिनट तक है। दीवाली कब है 2022 मूवी हिंदी? इस साल यानी की 2022 में दिवाली का त्यौहार 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. इस दिन सोमवार है. भगवान की पूजा कब नहीं करनी चाहिए? दोपहर 12 से 4 बजे: ऐसा माना जाता है कि दोपहर 12 – 4 बजे के बीच पूजा नहीं करनी चाहिए...