दीपावली क्यों मनाई जाती है निबंध

  1. दीपावली क्यों मनाई जाती है? कारण और महत्व
  2. Essay on Diwali in Hindi
  3. दीपावली क्यों मनाई जाती हैं? इतिहास, विधि Diwali Kyun Manai Jati Hai
  4. हिन्दी निबंध : दीपावली क्यों, कब और कैसे मनाई जाती है?। Diwali essay in Hindi
  5. Diwali Essay in Hindi
  6. दिवाली महत्त्व : दीपावली का त्यौहार


Download: दीपावली क्यों मनाई जाती है निबंध
Size: 64.66 MB

दीपावली क्यों मनाई जाती है? कारण और महत्व

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • दीपावली क्यों मनाई जाती है? | Diwali Kyu Manaya Jata Hai दीपावली के त्यौहार को मनाए जाने के पीछे बहुत सी पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई है। परंतु उनमें से कुछ विशेष कथाओं के विषय में हम आपको बताने जा रहे हैं। दीपावली का त्यौहार नीचे बताए गए इन्हीं विशेष पौराणिक मान्यताओं का ही पालन करके मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार पर लोग माता लक्ष्मी और विघ्नहर्ता गणेश की पूजा करते हैं। तो आइए जानते हैं, दिवाली का त्यौहार मनाने के पीछे का विशेष कारण: भगवान श्री राम रावण का वध कर लौटे थे अयोध्या जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं, भगवान श्रीराम को 14 वर्षों का वनवास हुआ था। भगवान श्री राम को 14 वर्ष का वनवास अयोध्या की दासी मंथारा के द्वारा माता कैकई का कान भरने के कारण हुआ था। माता कैकई ने मंथारा की बातें सुनकर अपने पति दशरथ से अपने 3 वचनों को मांगा और उन्हें वचनबद्ध कर दिया। माता कैकई के द्वारा दशरथ से मांगे गए वचन निम्न है: • राम को 14 वर्ष का वनवास • 14 वर्ष के वनवास के साथ दिया जाए अज्ञातवास • भरत को बनाया जाए राजा माता कैकई द्वारा मांगी गई इन्हीं वचनों के कारण भगवान श्री राम अपने पिता की आज्ञा का मान रखते हुए वन में जाने लगे। तभी उनके साथ उनकी पत्नी सीता ने भी जाने का हठ किया और भगवान श्री राम अपनी पत्नी सीता को भी अपने साथ लेकर जा रहे थे। तभी उनके छोटे भाई लक्ष्मण ने भी उन लोगों के साथ जाने की अनुमति मांगी, परंतु भगवान श्रीराम नहीं माने। भगवान श्री राम के न मानने पर लक्ष्मण जिद पर अड़ गए और अपने भाई और भाभी के साथ वन चले गए। वन में जाने के बाद भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण तीनों ही एक कुटिया बनाते हैं और उसी में निवास करने लगते हैं। एक बार लक्...

Essay on Diwali in Hindi

दोस्तों, दिवाली (दीपावली) की महत्ता से हर कोई परिचित है. दिवाली एक त्यौहार से कहीं बढ़ कर है. हमने यहाँ आपके लिए दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi) लिखें हैं. जिसमें दिवाली के बारे में लगभग हर जानकारी जोड़ने की कोशिश की है. Happy Diwali. Essay on Diwali in Hindi (दिवाली पर निबंध) – 1 (300 Words) दिवाली एक महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है। दिवाली को प्रकाशोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। भारत और नेपाल में दिवाली एक राष्ट्रीय अवकाश है। दिवाली का जश्न पांच दिनों तक चलता है। दुनिया भर के कई अन्य देश इस दिन बहुसांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजित करते हैं। भारत में दिवाली पांच दिनों का त्योहार है। • धनतेरस दिवाली का पहला दिन है। इस दिन लोग गहने, चांदी और सोने के सिक्के खरीदते हैं। • दूसरे दिन, रूप चौदस को लोग स्नान करते हैं और संवरते हैं। • तीसरे और मुख्य दिवाली के दिन गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों की पूजा की जाती है। इस दिन बंगाल में काली पूजा की जाती है। आसमान पटाखों की रोशनी से भरा होता है। दीपों की महिमा से अमावस्या की रात पूर्णिमा में बदल जाती है। • दिवाली का चौथा दिन गोवर्धन पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग गोवर्धन पर्वत कि पूजा करते हैं और श्री कृष्ण को भोग भी लगाते हैं. • भैया दूज जो पांचवें दिन मनाई जाती है, एक भाई और बहन के बीच प्रेम को महिमामंडित करता है। दिवाली के दिन, भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। अयोध्या के लोगों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया। तो दिवाली के त्योहार पर लोग दीपक जलाते हैं और अच्छे स्वास्थ्य, शांति और ज्ञान के लिए प्रार्थना करते हैं। वे अपने घरों को साफ करते हैं और अपने दरवाजों को रंगीन चावल से बने चित्रों से सजाते हैं, जिन्...

दीपावली क्यों मनाई जाती हैं? इतिहास, विधि Diwali Kyun Manai Jati Hai

Contents • • • • • • • • • • • • • दिवाली की जानकारी – Diwali Information in Hindi वास्तव में धनतेरस, नरक चतुर्दशी (जिसे छोटी दीवाली भी कहा जाता है) तथा महालक्ष्मी पूजन- इन तीनों पर्वों का मिश्रण है। दीपावली मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं व मान्यताएं हैं। इसी अनुसार देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के तरीकों में भी विभिन्नता पाई जाती हैं। दीपावली की रात घरों तथा दुकानों पर भारी संख्या में दीपक, मोमबत्तियां और बल्ब जलाए जाते हैं। दीपावली भारत के त्योहारों में अपना विशिष्ट स्थान रखती है। इस दिन लक्ष्मी के पूजन का विशेष विधान है। रात्रि के समय प्रत्येक घर में धनधान्य की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मीजी, विघ्न-विनाशक गणेश जी और विद्या एवं कला की देवी मातेश्वरी सरस्वती देवी की पूजा-आराधना की जाती है। दीपावली के दिन आतिशबाज़ी की प्रथा के पीछे सम्भवत: यह धारणा है कि दीपावली-अमावस्या से पितरों की रात आरम्भ होती है। इस प्रथा के साथ भगवान शंकर तथा पार्वती के जुआ खेलने के प्रसंग को भी जोड़ा जाता है, जिसमें भगवान शंकर पराजित हो गए थे। दीपावली पर लक्ष्मीजी का पूजन घरों में ही नहीं, दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी किया जाता है। भारतीय पद्धति के अनुसार प्रत्येक आराधना, उपासना व अर्चना में आधिभौतिक, आध्यात्मिक और आधिदैविक इन तीनों रूपों का समन्वित व्यवहार होता है। इस मान्यतानुसार इस उत्सव में भी सोने, चांदी, सिक्के आदि के रूप में आधिभौतिक लक्ष्मी का आधिदैविक लक्ष्मी से संबंध स्वीकार करके पूजन किया जाता हैं। घरों को दीपमाला आदि से अलंकृत करना इत्यादि कार्य लक्ष्मी के आध्यात्मिक स्वरूप की शोभा को आविर्भूत करने के लिए किए जाते हैं। इस तरह इस उत्सव में उपरोक्त तीनों प्रकार से लक्ष्म...

हिन्दी निबंध : दीपावली क्यों, कब और कैसे मनाई जाती है?। Diwali essay in Hindi

भारत त्योहारों का देश है, यहां कई प्रकार के त्योहार पूरे साल ही आते रहते हैं लेकिन दीपावली सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह त्योहार पांच दिनों तक चलने वाला सबसे बड़ा पर्व होता है। इस त्योहार का बच्चों और बड़ों को पूरे साल इंतजार रहता है। कई दिनों पहले से ही इस उत्सव को मनाने की तैयारियां शुरू हो जाती है। यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। अमावस्या की अंधेरी रात जगमग असंख्य दीपों से जगमगाने लगती है। यह त्योहार लगभग सभी धर्म के लोग मनाते हैं। इस त्योहार के आने के कई दिन पहले से ही घरों की लिपाई-पुताई, सजावट प्रारंभ हो जाती है। इन दिन पहनने के लिए नए कपड़े बनवाए जाते हैं, मिठाइयां बनाई जाती हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है इसलिए उनके आगमन और स्वागत के लिए घरों को सजाया जाता है। यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। धनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार चलता है। धनतेरस के दिन व्यापार अपने नए बहीखाते बनाते हैं। अगले दिन नरक चौदस के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना अच्‍छा माना जाता है। अमावस्या यानी कि दिवाली का मुख्य दिन, इस दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है। खील-बताशे का प्रसाद चढ़ाया जाता है। नए कपड़े पहने जाते हैं। फुलझड़ी, पटाखे छोड़े जाते हैं। दुकानों, बाजारों और घरों की सजावट दर्शनीय रहती है। अगला दिन परस्पर भेंट का दिन होता है। एक-दूसरे के गले लगकर दीपावली की शुभकामनाएं दी जाती हैं। लोग छोटे-बड़े, अमीर-गरीब का भेद भूलकर आपस में मिल-जुलकर यह त्योहार मनाते हैं। दीपावली का त्योहार सभी के जीवन को खुशी प्रदान करता है। नया जीवन जीने का उत्साह प्रदान करता है। कुछ लोग इस दिन जुआ खेलते हैं, जो घर व समाज के लिए बड़ी बुरी बात है। हमें इस बुराई से बचना ...

Diwali Essay in Hindi

In this article, we are providing Diwali Par Nibandh | Diwali Essay in Hindi दीपावली | दिवाली पर निबंध हिंदी | Nibandh in 100, 200, 250, 300, 500 words For Students & Children. दोस्तों हमने Deepawali Par Nibandh | Essay on Diwali in Hindi लिखा है दीपावली | दिवाली पर निबंध हिंदी में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, और 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है। 8 Simple Essay on Diwali in Hindi language. Diwali Essay in Hindi- दिवाली पर निबंध हिंदी में दीपावली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन- Diwali Essay in Hindi 10 lines for Child & Kids ( 100 words ) 1. दीपावली हिंदुओं का पावन त्योहार है। 2. यह अक्टूबर-नवंबर के महीने में आता है। 3. दीपावली के दिन ही श्री राम चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। 4. उनके आने पर पूरी अयोध्या नगरी को दीपों से सजाया गया था। 5. दीपावली के आने की तैयारी घर और दुकानों की साफ़-सफ़ाई और रंग-रोगन से होती है। 6. दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस के अवसर पर लोग अपने घरों के लिए नया सामान खरीदते हैं। 7. सभी मित्र-संबंधी आपस में मुँह मीठा करवाते हैं। 8. दीपावली के दिन गणेश-लक्ष्मी का पूजन होता है। 9. सभी रात में अपने घर को दीपों से सजाते हैं और पटाखे चलाते हैं। 10. दीपावली की रात रोशनी की रात होती है। 10 lines दीपावली पर निबंध कक्षा 3 जरूर पढ़े- 10 Lines on Diwali in Hindi दीपावली पर निबंध 150 शब्द- Diwali Par Nibandh | Diwali Essay in Hindi 150 words परिचय : दीपावली हिन्दू जाति का प्रधान पर्व है। इसकी प्रतीक्षा लोग बड़ी उत्सुकता से करते हैं। वर्णन : यह कार्तिक की अमावस्या को खूब धूम-धाम से मनायी जाती है। सबलोग इस दिन संध्या को अपने-अपने घरों को रंग-बिरंगी बत्ति...

दिवाली महत्त्व : दीपावली का त्यौहार

दीपावली रोशनी का त्योहार | दिवाली सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में | दीपावली क्यों मनाई जाती है | दीपावली त्यौहार का महत्त्व | हम दिवाली क्यों मनाते हैं | दीपावली क्यों, कब और कैसे मनाई जाती है | दीपावली का महत्त्व | दीपावली पर निबंध हिंदी | दीपावली का अर्थ | दीवाली निबंध | दीपावली का सांस्कृतिक महत्त्व दीपावली को पूरे विश्व में रोशनी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। यह पाप पर पुण्य की, अंधकार पर प्रकाश की और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का उत्सव है। आज घरों में दीये जलाना सिर्फ सजावट नहीं है बल्कि एक प्रतीकात्मक कहानी है। जैसे प्रकाश अंधकार को नष्ट करता है, वैसे ही ज्ञान का प्रकाश हमारे अज्ञान को नष्ट करता है। सद्गुणोसे हम हमारे दोष पर विजय प्राप्त करते हैं। दिवाली भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में दिवाली सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण त्योहार है। भारत में, सभी धर्मों के लोग दिवाली को बहुत खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि "दिवाली" प्रकाश, आनंद, उत्सव, प्यार से भरा त्योहार है, दिवाली भारत में मुख्य हिंदू त्योहार है, दीवाली भारत के हर हिस्से में मनाई जाती है, दिवाली में घर के बाहर छोटे तेल के दीपक जलाए जाते हैं और घर के अंदर। इसी तरह घर में आसमानी लालटेन को ऊपर रखा जाता है और घर के बाहर रंगोली बनाई जाती है। यह त्योहार बरसात के मौसम के अंत और नई फसलों की कटाई पर आता है। दिवाली का त्योहार आम तौर पर अक्टूबर और नवंबर के महीनों के बीच आता है। दिवाली का त्योहार एक बहुत ही पवित्र त्योहार है, जो बुरी प्रवृत्ति पर अच्छी प्रवृत्ति की जीत का प्रतीक है। दिवाली-निबंध दिवाली पांच दिवसीय त्योहार है, जिसकी ऊंचाई तीसरे दिन मनाई जाती है जो चंद्र माह की सबसे अंधेरी रात के साथ मेल...