दीपावली में लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त

  1. दीपावली की तिथि, पूजा समय और इस पर्व से जुडी रोचक पौराणिक कहानियाँ / Deepawali 2022 Lakshmi Puja, Shubh Muhurat and Stories in Hindi – Sanatan Group
  2. laxmi Puja Vidhi Diwali 2021 shubh Muhurat lakshmi Aarti laxmi Mantra ganesh deepavali puja kaise karein
  3. दीपावली में शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी पूजन
  4. लक्ष्मी पूजा के लिए दिनभर में 5 शुभ मुहूर्त, पूजन की आसान विधि, आरती और ध्यान रखने वाली बातें
  5. दीपावली के दिन पूजन सामग्री, लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त जानें
  6. Diwali today, Know Lakshmi


Download: दीपावली में लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
Size: 24.54 MB

दीपावली की तिथि, पूजा समय और इस पर्व से जुडी रोचक पौराणिक कहानियाँ / Deepawali 2022 Lakshmi Puja, Shubh Muhurat and Stories in Hindi – Sanatan Group

दीपावली का त्यौहार देश के बड़े त्यौहारों में से एक हैं. जीवन को अंधकार से प्रकाश में जाने का संकेत देने वाला यह त्यौहार जितने उत्साह से मनाया जाता हैं, उतने ही उत्साह से इसकी पूजा विधि संपन्न की जाती हैं . पुरे महीने लोग दीपावली के त्यौहार की तैयारी करते हैं, जिसकी शुरुवात साफ़ सफाई से की जाती हैं, क्यूंकि दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा का महत्व होता हैं, और लक्ष्मी वहीँ निवास करती हैं जहाँ स्वच्छता होती हैं . लक्ष्मी प्राप्ति मंत्र : ॐ हिम् महालक्ष्मै च विदमहै, विष्णु पत्नये च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात कोई भी त्यौहार उसकी पौराणिक कथा के कारण अधिक लोक प्रिय होता हैं, ऐसे ही दीपावली क्यों मनाई जाती है, इस पर बहुत सी कथाएं प्रचलित है. हिन्दू संस्कृति में पंचाग का विशेष महत्व है, बिना शुभ समय देखे कोई कार्य नहीं किये जाते हैं, किसी भी पूजन का शुभ मुहूर्त देखकर ही शुभारम्भ किया जाता हैं . दीपावली 2022 में कब से शुरू है (Diwali/ Deepawali Festival Dates) दिनांक दीपावली के दिन 22 अक्टूबर धन तेरस 23 अक्टूबर नरक चौदस 24 अक्टूबर दीपावली 25 अक्टूबर गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर भाई दूज साल 2022 में दीपावली का शुभ मुहूर्त (Diwali/ Deepawali Festival Dates and Muhurt) साल 2022 में कब है दीपावली 24 अक्टूबर किस दिन सोमवार किसके द्वारा मनाया जाता है ये त्योहार हिंदू , सिख , जैन और बौद्ध धर्म के लोगों द्वारा लक्ष्मी पूजा मुहूर्ता का समय शाम 06 बजकर 54 मिनट से रात्रि 08 बजकर 16 मिनट कुल समय 1 घंटे 21 मिनिट प्रदोष काल 17:43 से 20:16 तक वृषभ काल 18:54 से 20:50 तक साल 2022 की दीपावली का शुभ मुहूर्त इस दिन माँ धन लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और हर कोई अपने परिवार की सुख और समृद्धि की कामना माँ से करत...

laxmi Puja Vidhi Diwali 2021 shubh Muhurat lakshmi Aarti laxmi Mantra ganesh deepavali puja kaise karein

laxmi Puja Vidhi Diwali 2021 shubh Muhurat : भगवान गणेश बुद्धि के प्रतीक हैं तो मां लक्ष्मी धन-समृद्धि की। दिवाली पर घरों में इन मूर्तियों को स्थापित कर पूजन करने से धन और सद्बुद्धि दोनों आएगी। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तो पर कृपा बरसाती हैं। दिवाली की रात सर्वार्थ सिद्धि की रात मानी जाता है। अगर आप भी दिवाली पर मां लक्ष्मी का पाना चाहते हैं आशीर्वाद, तो जानिए दीपावली के दिन किस शुभ मुहूर्त और किस विधि से करनी चाहिए पूजा- दिवाली 2021 लक्ष्मी-गणेश पूजन मुहूर्त- दिवाली पर पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय धनु और मकर लग्न में सुबह 09:49 से 01:37 तक है। इसके बाद शाम के समय पूजन का समय 5:33 बजे से 06:10 बजे तक, मिथुन लग्न में रात्रि में पूजन का समय 8:03 बजे से रात्रि 10:17 बजे तक और सिंह लग्न में पूजन का समय रात्रि में 10:33 बजे से 1:30 बजे तक रहेगा। लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त- 06:10 PM से लेकर 08:06 PM तक लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल मुहूर्त – 05:35 PM से 08: 10 PM तक लक्ष्मी पूजा निशिता काल मुहूर्त – 11:38 PM से 12:30 AM तक अमावस्या तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 04, 2021 को 06:03 AM बजे अमावस्या तिथि समाप्त – नवम्बर 05, 2021 को 02:44 AM बजे लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त: प्रातः मुहूर्त (शुभ) – 06:35 AM से 07:58 AM प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – 10:42 AM से 02:49 PM अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – 04:11 PM से 05:34 PM शाम का मुहूर्त (अमृत, चर) – 05:34 PM से 08:49 PM रात्रि मुहूर्त (लाभ) – 12:05 AM से 01:43 AM दिवाली के दिन कर्ज मुक्ति से लेकर करियर में अपार सफलता के लिए अजमाएं ये उपाय मां लक्ष्मी-गणेश पूजन विध...

दीपावली में शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी पूजन

auspicious time and lakshami poojan in diwali : दीपावली में शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी पूजन। इसके लिए शुभ मुहूर्त को जानना जरूरी है। इस साल अमावस्या को लेकर पेंच फंसा है। अमावस्या 14 नवंबर को शुरू होगा। यह 15 नवंबर को सुबह 10.36 तक है। अर्थात अमावस्या में सूर्योदय 15 को होगा। लेकिन दीपावली अमावस्या की रात में होती है। अमावस्या की रात 14 नवंबर को है। इसलिए दीपावली उसी रात मनाई जाएगी। अतः लक्ष्मी पूजन भी 14 की शाम को होगी। अब बात पूजन के लिए शुभ मुहूर्त की। लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त अर्थात- अमावस्या में प्रज्ज्वलित दीपों की पंक्ति लगाएं। दीपों का मंडल बनाएं। ऐसे व्यक्ति को परमपद प्राप्त होता है। सामान्य भाषा में देखें। दीपावली में जलते दीपों की पंक्ति रहती है। दीपों का मंडल बनाने से दीपमालिका बनती है। ब्रह्मपुराण में स्पष्ट लिखा है। इस तिथि को लक्ष्मी पृथ्वी लोक पर आती हैं। वे सद्गृहस्थों के घरों में घूमती हैं। उनकी कृपा पाने के लिए घर को स्वच्छ रखें। उसे शुद्ध और सुशोभित रखें। इससे माता प्रसन्न होती हैं। वे उस घर में स्थाई रूप से रहती हैं। यह भी पढ़ें- भविष्योत्तर में लिखा है। इस दिन सुबह में स्नान करें। फिर देव और पितर का अर्चन करें। दूध, दही, घी आदि से श्राद्ध करें। अपराह्न में घर को साफ व सुशोभित करें। भजन, नृत्य और संकीर्तन भी करें। प्रदोषकाल में दीप सजाएं। आधी रात तक सजावट का निरीक्षण करें। इसके बाद सूप और डमरू बजाएं। इस तरह लक्ष्मी का आवाहन करें। साथ ही अलक्ष्मी को घर से बाहर करें। कौमुदी महोत्सव दीपावली में शुभ मुहूर्त में इसका महत्व है। इसमें धन वृद्धि के लिए प्रयास किया जाता है। इसे टोटका कह सकते हैं। वह्निपुराण में लिखा है। सारे कृत्य एकादशी से ही शुरू करें। य...

लक्ष्मी पूजा के लिए दिनभर में 5 शुभ मुहूर्त, पूजन की आसान विधि, आरती और ध्यान रखने वाली बातें

आज महालक्ष्मी पूजा और दीपावली पर्व मनाया जाएगा। भागवत और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के मुताबिक समुद्र मंथन से कार्तिक महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। वहीं, वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की परंपरा है। स्कंद और पद्म पुराण का कहना है कि इस दिन दीप दान करना चाहिए, इससे पाप खत्म हो जाते हैं। दीपावली पर दीपक पूजन करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजा से पहले कलश, भगवान गणेश, विष्णु, इंद्र, कुबेर और देवी सरस्वती की पूजा की परंपरा है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार दिवाली पर तुला राशि में चार ग्रहों के आ जाने से चतुर्ग्रही योग बन रहा है। इस दिन की गई पूजा का शुभ फल जल्दी ही मिलेगा। झालावाड़ के ज्योतिषी हेमंत कासट के मुताबिक पूजन विधि: काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी के मुताबिक (इन्हीं की देख रेख में राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ था) अपने ऊपर, आसन और पूजन सामग्री पर 3-3 बार कुशा या पुष्पादि से जल का छिड़काव कर यह शुद्धिकरण मंत्र पढ़ें- ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपि वा। यःस्मरेत् पुण्डरीकाक्षं सबाह्याभ्यंतर: शुचिः।। ये मंत्र पढ़ते हुए आचमन करें और हाथ धोएं.. ॐ केशवाय नमः, ॐ माधवाय नम:, ॐनारायणाय नमः ऊँ ऋषिकेशाय नम: अनामिका अंगुली से चंदन/रोली लगाते हुए मंत्र पढ़ें- चन्दनस्य महत्पुण्यम् पवित्रं पापनाशनम् आपदां हरते नित्यम् लक्ष्मी तिष्ठतु सर्वदा। कलश पूजा कलश में जल भरकर उसमें सिक्का, सुपारी, दुर्वा, अक्षत, तुलसी पत्र डालें फिर कलश पर आम के पत्ते रखें। नारियल पर वस्त्र लपेटकर कलश पर रखें। हाथ में अक्षत-पुष्प लेकर वरुण देवता का आहवान मंत्र पढ़कर ...

दीपावली के दिन पूजन सामग्री, लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त जानें

‘दीपावली’ हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इसे रोशनी का त्यौहार भी कहा जाता है। यह त्यौहार अध्यात्मक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। दीपावली की रात को घरों तथा दुकानों को सभी लोग दीपक, मोमबत्तियों, झालरों और बल्बों से सजाते हैं, जिससे घर तथा दुकान जगमगा उठते हैं। पूजा का शुभ मुहूर्त इस दीपावली देवी माँ लक्ष्मी की पुजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:57 मिनट से 7:53 मिनट तक रहेगा और प्रदोषकाल में मुहूर्त शाम 5:27 मिनट से 8:06 मिनट तक रहेगा और वृषभ काल में शाम 5:57 मिनट से 7:53 मिनट तक रहेगा। अमावस्या तिथि आरंभ अमावस्या तिथि का आरंभ 6 नवंबर को रात 10:27 मिनट से प्रारम्भ होकर 7 नवंबर को रात 9:31 मिनट तक रहेगा। इस दिन देवी लक्ष्मी के पूजन का विशेष महत्व है। दीपावली की रात को प्रत्येक घर में धन की देवी लक्ष्मी, गणेश और ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। पुराणों के अनुसार कार्तिक अमावस्या की रात में देवी लक्ष्मी खुद प्रथ्वी पर आती हैं और सभी के घर-घर जाकर घूमती हैं। जो घर हर प्रकार से साफ, शुद्ध और प्रकाश युक्त होता है, वहां देवी लक्ष्मी अंश रूप में ठहर जाती हैं, इसलिए इस दिन सभी लोग अपने घरों को साफ-सुथरा रखते हैं। दीपावली पूजन सामग्री दीपावली के पूजन के लिए रोली, चावल, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, मेवे, खील, बताशे, चौकी, कलश, फूलों की माला, घी या तेल से भरे हुए दीपक, पान-सुपारी, कलावा, नारियल, गंगाजल, फल, फूल, मिठाई, दूर्वा, चंदन, घी, शंख, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, थाली, चांदी का सिक्का, 11 दिए इत्यादि वस्तुएँ आप अपने पूजन सामग्री में शामिल करे, ऐसा करने से देवी माँ लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होगी और पूरे साल अपन...

Diwali today, Know Lakshmi

जयपुर। चर्तुग्रही योग, हस्त नक्षत्र, आयुष्मान व प्रीति योग सहित अन्य योग-संयोगों में पांच दिवसीय दीपोत्सव का मुख्य पर्व दिवाली गुरुवार को राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। घरों और प्रतिष्ठानों में शाम को शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश का पूजन किया जाएगा। ज्योतिषिचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ के मुताबिक घर में हर दिशा से लक्ष्मी जी का प्रवेश हो इसलिए आठ दिशाओं में मां लक्ष्मी के आठ स्वरूपों आद्य, विद्या, सौभाग्य, अमृत, काम, सत्य, भोग, योग लक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए।