दीवाली कब है 2022

  1. Diwali 2022 Date and Time: दिवाली कब है, 23 या 24 अक्टूबर, ज्योतिष गुरु शिरोमणि सचिन से जानें
  2. 2022 में दिवाली कब है New Delhi, India में
  3. Diwali 2022: इस साल कब है दिवाली, यहां जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि समेत तमाम जानकारी
  4. दिवाली 2022: कब है दीपावली? जानिए तिथि, तिथि और महत्व
  5. Dev Deepawali 2022: कब है देव दीपावली? जानिए पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
  6. Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व
  7. Diwali 2022 Festivals Diwali Kab Hai Know Panchang Laxmi Ji Puja Time And Method


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Diwali 2022 Date and Time: दिवाली कब है, 23 या 24 अक्टूबर, ज्योतिष गुरु शिरोमणि सचिन से जानें

• • Video Gallery • Diwali 2022 Date and Time: दिवाली कब है, 23 या 24 अक्टूबर, ज्योतिष गुरु शिरोमणि सचिन से जानें - Watch Video Diwali 2022 Date and Time: दिवाली कब है, 23 या 24 अक्टूबर, ज्योतिष गुरु शिरोमणि सचिन से जानें - Watch Video Diwali 2022 Date: दीवाली कब है, 23 या 24 अक्टूबर वीडियो में जानें. Updated: October 18, 2022 5:12 PM IST By | Edited by • • • Diwali 2022 Date and Time: वीडियो में ज्योतिष गुरु शिरोमणि सचिन से जानें दीपावली 23 या 24 अक्टूबर किस दिन माननी है. दिवाली २०२२ शुभ मुहूर्त: २४ October २०२२ को छोटी दीपावली और बड़ी दीपावली दोनो को मनाया जाएगा. अंधकार को नष्ट करने का प्रतीक है दीपावली, घर का हर कोना प्रज्वलित रखें.

2022 में दिवाली कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2022 में दिवाली कब है व दिवाली 2022 की तारीख व मुहूर्त। दिवाली या दीपावली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है। धनतेरस से भाई दूज तक करीब 5 दिनों तक चलने वाला दिवाली का त्यौहार भारत और नेपाल समेत दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। दीपावली को दीप उत्सव भी कहा जाता है। क्योंकि दीपावली का मतलब होता है दीपों की अवली यानि पंक्ति। दिवाली का त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध, जैन और सिख धर्म के अनुयायी भी दिवाली मनाते हैं। जैन धर्म में दिवाली को भगवान महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं सिख समुदाय में इसे बंदी छोड़ दिवस के तौर पर मनाते हैं। दिवाली कब मनाई जाती है? 1.कार्तिक मास में अमावस्या के दिन प्रदोष काल होने पर दीपावली (महालक्ष्मी पूजन) मनाने का विधान है। यदि दो दिन तक अमावस्या तिथि प्रदोष काल का स्पर्श न करे तो दूसरे दिन दिवाली मनाने का विधान है। यह मत सबसे ज्यादा प्रचलित और मान्य है। 2.वहीं, एक अन्य मत के अनुसार, अगर दो दिन तक अमावस्या तिथि, प्रदोष काल में नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में पहले दिन दिवाली मनाई जानी चाहिए। 3.इसके अलावा यदि अमावस्या तिथि का विलोपन हो जाए, यानी कि अगर अमावस्या तिथि ही न पड़े और चतुर्दशी के बाद सीधे प्रतिपदा आरम्भ हो जाए, तो ऐसे में पहले दिन चतुर्दशी तिथि को ही दिवाली मनाने का विधान है। दिवाली पर कब करें लक्ष्मी पूजा? मुहूर्त का नाम समय विशेषता महत्व प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त लक्ष्मी पूजन का सबसे उत्तम समय स्थिर लग्न होने से पूजा का विशेष महत्व महानिशीथ काल मध्य रात्रि के समय आने वाला मुहूर्त माता काली के पूजन का विधा...

Diwali 2022: इस साल कब है दिवाली, यहां जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि समेत तमाम जानकारी

Diwali 2022: दिवाली या दीपावली हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और विशेष पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश व माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी का आशीर्वाद और उनकी कृपा पाने के लिए विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। ये पर्व लक्ष्मी जी को समर्पित है। इस दिन शुभ मुहूर्त में विधि पूर्वक लक्ष्मी जी की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। इसे अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व माना जाता है। इस बार 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर दोनों दिन ही अमावस्या तिथि पड़ रही है। लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है। 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी। उस दिन निशित काल में भी अमावस्या तिथि रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को ही पूरे देश में दीवाली मनाई जाएगी। अभी पढ़ें – इन्हें मिलेगा रुका हुआ धन तो इनके जीवन में होंगे बड़े बदलाव, मेष से मीन तक यहां जानें सभी 12 राशियों का आज का राशिफल 23 अक्टूबर, रविवार को त्रयोदशी तिथि शाम 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। उसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू होगी। चतुर्दशी तिथि 24 अक्टूबर, सोमवार को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी और उसके बाद अमावस्या तिथि शुरू हो जाएगी। 25 अक्टूबर, मंगलवार को अमावस्या शाम 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। मान्यता है कि दिवाली पर मां लक्ष्मी की साधना-अराधना करने से सालभर तक आर्थिक तंगी नहीं रहती और मां लक्ष्मी की कृपा से धन का भंडार भरा रहता है। इतना ही नहीं, इस दिन ऋद्धि-सिद्धि के दाता और प्रथम पूजनीय गणपति की भी साधना की जाती है। जिनकी कृपा से सभी कार्य निर्विघ्न संपन...

दिवाली 2022: कब है दीपावली? जानिए तिथि, तिथि और महत्व

चौघड़िया मुहूर्त समय राज्य शाम दोपहर 07:23 से शाम 8:35 बजे तक पुना शाम दोपहर 06:53 से शाम 08:16 बजे तक नई दिल्ली शाम दोपहर 07:06 से शाम 08:13 बजे तक चेन्नई शाम दोपहर 07:02 से शाम 08:23 बजे तक जयपुर शाम 07:06 अपराह्न से 08:17 अपराह्न हैदराबाद शाम दोपहर 06:54 से शाम 08:17 बजे तक गुरुग्राम शाम दोपहर 06:51 से शाम 08:16 बजे तक चंडीगढ़ शाम दोपहर 06:19 से शाम 07:35 बजे तक कोलकाता शाम दोपहर 07:26 से शाम 08:39 बजे तक मुंबई शाम दोपहर 07:16 से शाम 08:23 बजे तक बैंगलोर शाम दोपहर 07:21 से शाम 08:38 बजे तक अहमदाबाद शाम दोपहर 06:52 से शाम 08:15 बजे तक नोएडा आपकी सामग्री को पढ़ने के बाद, मुझे विश्वास है कि यह मेरे ज्ञान का सबसे अच्छा है क्योंकि इसमें सबसे उपयोगी तथ्य और सिफारिशें शामिल हैं। यह काफी उपयोगी और साझा करने योग्य है। शेयर करना जारी रखें। मैंने बहुत सी साइटें पढ़ी हैं, लेकिन आपकी साइट में बहुत उपयोगी जानकारी है, और मैं इससे पूरी तरह खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह की और जानकारी देखने को मिलेगी।

Dev Deepawali 2022: कब है देव दीपावली? जानिए पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

डीएनए हिंदी: Dev Deepwali Kab hai, Puja Vidhi, Significance-दिवाली की तरह ही देव दीपावली का महत्व है, इस त्योहार को भी दीपों का त्योहार कहते हैं. यूपी के काशी में बहुत ही धूमधाम से ये दिवाली मनाई जाती है. हर साल देव दिवाली का पर्व दीपावली के 15 दिनों के बाद ही मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है लेकिन इस साल इस दिन चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) भी पड़ रहा है. ऐसे में देव दिवाली की तिथि को लेकर थोड़ा सा कंफ्यूजन है कि आखिर किस दिन देव दिवाली का पर्व मनाना शुभ होगा इस साल 7 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी. मान्यता है कि इस दिन देवता काशी की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं. काशी में गंगा नदी के तट पर दीपों का ये उत्सव मनाया जाता है. इस दौरान वहां की धूम देखने लायक होती है, बहुत सजावट होती है, गंगा घाट पर हर ओर मिट्टी के दीपक प्रज्वलित किए जाते हैं. ये दृश्य बहुत ही भव्य होता है. इस साल लाखों में दीपक जलाने की बात है. यह भी पढ़ें- पूजा का शुभ मुहूर्त (Puja Shubh Muhurat) कार्तिक पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 7 नवंबर 2022 को शाम 04 बजकर 15 मिनट से शुरू कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त - 8 नवंबर 2022 को शाम 04 बजकर 31 मिनट तक प्रदोष काल देव दीपावली मुहूर्त - शाम 05 बजकर 14 मिनट से 07 बजकर 49 मिनट तक अवधि - 02 घंटे 35 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:43 से दोपहर 12:26 मिनट तक साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 7 बजकर 27 बजे तक लगेगा यह भी पढ़ें- देव दीवाली कैसे मनाई जाती है? (How toCelebrate Dev Deepawali) वाराणसी में देव दीपावली को बहुत ही धूमधाम ...

Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व

Diwali 2022 kab hai: सुख-समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा दीपों के महापर्व दीपावली का इंतजार न सिर्फ हिंदू बल्कि सिख, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े लोगों को पूरे साल बना रहता है. कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी से लेकर कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तक मनाए जाने वाले दीपवाली महापर्व में धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज समेत कुल पांच त्योहार आते हैं. दीपों को उत्सव कहलाने वाले जिस दीपावली महापर्व को अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है, उससे जुड़े 05 पावन पर्व कब-कब मनाए जाएंगे और क्या है उनकी पूजा का धार्मिक महत्व, आइए इसे जाने माने-ज्योतिषविद् एवं कर्मकांड के जानकार पं. राम गणेश मिश्र से विस्तार से जानते हैं. धनतेरस कब है दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है, जो कि इस साल 23 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. धनतेरस पर्व धन के देवता कुबेर, माता लक्ष्मी और आरोग्य के देवता माने जाने वाले भगवान धनवंतिर की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. मान्यता है कि धनतेरस पर विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति को धन-धान्य के साथ अच्छी सेहत का भी वरदान मिलता है. इसी दिन भगवान शिव की कृपा बरसाने वालाा प्रदोष व्रत भी पड़ेगा. करवा चौथ पर छलनी से आखिर क्यों देखा जाता है चांद, जानें इससे जुड़ा राज नरक चतुर्दशी कब है दीपावली महापर्व के दूसरे दिन को हनुमान जयंती, रूप चौदस, नरक चौदस और छोटी दिवाली के रूप में मनाया जाता है. नरक चतुर्दशी का यह पर्व इस साल 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. नरक चतुर्दशी के दिन नरक से जड़े दोष से मुक्ति पाने के लिए शाम के समय घर के बाहर विशेष रूप से दीया जलाया जाता है. मान्यता है कि संकटमोचन हनुमान जी का जन्म भी नरक चतुर्दशी के दिन ही हुआ...

Diwali 2022 Festivals Diwali Kab Hai Know Panchang Laxmi Ji Puja Time And Method

Diwali 2022 Date: अक्टूबर का महीना आरंभ होने जा रहा है. सितंबर का महीना समाप्त हो गया है. धार्मिक दृष्टि से अक्टूबर का महीना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. अभी नवरात्रि का पर्व चल चल रहा है. दशहरा और धनतेरस जैसे पर्व भी अक्टूबर में ही पड़ रहे हैं, लेकिन दिवाली का पर्व कब है? आइए जानते हैं- दिवाली कब है? (Diwali 2022 kab hai) हिंदू पंचांग के मुताबिक कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का पर्व मनाया जाता है. अमावस्या की तिथि 24 अक्टूबर 2022 सोमवार के दिन पड़ रही है. इसी दिन दीवाली का पर्व मनाया जाएगा. दिवाली का महत्व पौराणिक मान्यता के अनुसार दिवाली दीपों का पर्व है. ये पर्व सुख, समृद्धि और वैभव का भी प्रतीक है. इस दिन लक्ष्मी जी की विशेष पूजा और आराधना की जाती है. इस दिन विधि पूर्वक शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन करने से धन की देवी लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. दिवाली मुहूर्त (Diwali Muhurat 2022) • अमावस्या तिथि प्रारम्भ – 24 अक्टूबर को 06:03 बजे • अमावस्या तिथि समाप्त – 24 अक्टूबर 2022 को 02:44 बजे • निशिता काल – 23:39 से 00:31, 24 अक्टूबर • सिंह लग्न -00:39 से 02:56, 24 अक्टूबर लक्ष्मी पूजन समय :18:54:52 से 20:16:07 तक अवधि :1 घंटे 21 मिनट प्रदोष काल :17:43:11 से 20:16:07 तक वृषभ काल :18:54:52 से 20:50:43 तक चौघड़िया मुहूर्त- दिवाली पंचांग (Panchang 24 October 2022) • प्रातःकाल मुहूर्त्त (शुभ):06:34:53 से 07:57:17 तक • प्रातःकाल मुहूर्त्त (चल, लाभ, अमृत):10:42:06 से 14:49:20 तक • सायंकाल मुहूर्त्त (शुभ, अमृत, चल):16:11:45 से 20:49:31 तक • रात्रि मुहूर्त्त (लाभ):24:04:53 से 25:42:34 तक लक्ष्मी पूजन विधि (Lakshmi Pujan) लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने क...