दलविहीन लोकतंत्र क्या है

  1. लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियां कौन
  2. दलविहीन लोकतंत्र का विचार किसने दिया ? दलविहीन लोकतंत्र’ किसके मूल उद्देश्यों में है
  3. 12th हिंदी पाठ 3 VVI Objective
  4. लोकतंत्र क्या हैं
  5. लोकतंत्र क्या है
  6. Pratiyogita Today
  7. एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों
  8. NCERT NOTES CLASS 9 CIVICS अध्याय 2 :लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?


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लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियां कौन

दोस्तों हमें अक्सर भारतीय लोकतंत्र की महानता के बारे में बताया जाता है लेकिन लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियां कौन-कौन सी है यह नहीं बताया जाता है आइए जानते हैं लोकतंत्र के सामने आने वाली समस्या क्या है। भारत को दुनिया में सबसे महान लोकतंत्र वाला देश होने पर गर्व है। 1947 में आजादी के बाद भारत एक लोकतांत्रिक देश बन गया। 1947 में स्वतंत्रता के बाद, भारतीय नागरिकों को वोट देने का अधिकार और साथ ही अपने नेताओं को चुनने की क्षमता प्रदान की गई थी। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • लोकतंत्र क्या है? लोकतंत्र, जैसा कि हम सभी जानते हैं, “ लोगों की लोगों के लिए और लोगों द्वारा सरकार” है। इसका अर्थ यह है कि लोकतंत्र का तात्पर्य केवल मतदान की प्रक्रिया से नहीं है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक आकांक्षाओं की पूर्ति से भी है। भारत का संविधान पूर्ण रूप से लोकतांत्रिक है जो लोगों की समानता को महत्व देता है। भारत अभी सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है इसलिए इसमें थोड़ी चुनौतियां भी शामिल है। यह भी पढ़ें: भारतीय लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियां कौन-कौन सी है भारत का लोकतंत्र यानी भारतीय संविधान यह गारंटी देता है कि सभी नागरिकों को जाति, रंग पंथ, धर्म, लिंग या पंथ की परवाह किए बिना वोट देने का अधिकार है। भारतीय संविधान पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों से बना है: • संप्रभु • समाजवादी • धर्मनिरपेक्ष • लोकतांत्रिक • गणतंत्र भारत में लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं के बारे में नियमित रूप से चर्चा होती रहती है लेकिन आज हम लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियां कौन-कौन सी है उसके ऊपर चर्चा करेंगे। यह भी पढ़ें: 1. निरक्षरता निरक्षरता भारतीय लोकतंत्र के समक्ष बड़ी समस्या है। आजादी के बाद से भारत के...

दलविहीन लोकतंत्र का विचार किसने दिया ? दलविहीन लोकतंत्र’ किसके मूल उद्देश्यों में है

जे.पी. (जयप्रकाश नारायण) ने कहा कि भारत की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था हुआ देनी चाहिए व नीचे से ऊपर तक पंचायतें होनी चाहिए। सबसे नीचे ग्राम पंचायत, उनके ऊपर जिला पंचायतें, फिर क्षेत्रीय पंचायतें व सबसे ऊपर राष्ट्रीय पंचायतें हो कोई चुनाव न हो न पार्टी हो। बल्कि सच्चे समाज सेवकों का चयन किया जाना चाहिये जो सभी पंचायतों को चलायेंगे। सभी का जीवन सादा होगा, आवश्यकतायें सीमित होंगी और वे संन्यासियों की तरह सार्वजनिक विषयों का प्रबंध करेंगे इसी का नाम ‘ दलहीन लोकतंत्र का सिद्धान्त‘ है। चूँकि बिनोबा भावे ने भू-दान, ग्राम दान, संपत्ति दान, श्रमदान के आंदोलन चलाये। इसलिए जे.पी. ने इस आंदोलन में भाग लिया अतः उन्हें जीवनदानी कहा जाने लगा। लेकिन 1973 में जे.पी. ने पौनार आश्रम छोड़ दिया व सक्रिय राजनीति में लौट आये। अब उन्होंने भ्रष्ट कांग्रेस व भ्रष्ट इंदिरा आंदोलन चलाये। गुजरात में युवकों की नव निर्माण समिति बनी जिसके सदस्यों ने विधायकों के जबरदस्ती, त्यागपत्र लेने के कारण विधान सभा भंग कर दी। इस स्थिति में इंदिरा ने संविधान में 33वाँ संशोधन किया व कहा कि सदन का अध्यक्ष त्यागपत्र तभी स्वीकार करेगा जब वह आश्वस्त हो जाये की त्याग पत्र स्वयं की इच्छा से दिया है। 1974 में जे.पी. ने सम्पूर्ण क्रान्ति का आह्वान किया अर्थात् 7 क्षेत्रों में आमूल परिवर्तन किया जायेगा। ये क्षेत्र हैं राजनैतिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, मनोवैज्ञानिक या भावनात्मक, सामाजिक, कानूनी। स्थिति बिगड़ती चली गई जिससे 25 जून, 1975 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू कर दिया। तब जे.पी. व इनके सहयोगी जेल में भेजे गए। तिहाड़ जेल में 1977 जे.पी. ने जनता पार्टी बनाई, जेल से छूटने के बाद जे.पी. ने इस पार्टी से ...

12th हिंदी पाठ 3 VVI Objective

बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं हिंदी पाठ 3 Objective Class 12th Hindi chapter 3 VVI Objective 12th हिंदी सम्पूर्ण क्रान्ति objective 1. दलविहीन लोकतंत्र एक इसके मूल उद्देश्यों में है A) साम्यवाद B) मार्क्सवाद तथा लेनिनवाद C) समाजवाद D) अधिनायकवाद Ans 👉 B 2. जयप्रकाश नारायण के बचपन का नाम क्या था A) ददन B) बाउल C) बबन D) दीना Ans 👉 B 3. किसने कहा था – अभी ना जाने कितने मिलो इस देश की जनता को जाना है A) महात्मा गांधी B) डॉ राजेंद्र प्रसाद C) जवाहरलाल नेहरू D) लाल बहादुर शास्त्री Ans 👉 C 4. इस अस्पताल में दिनकर का निधन हुआ था A) अपोलो अस्पताल B) श्री राम नर्सिंग होम C) पीएमसीएच पटना D) विलिंगडन नर्सिंग होम Ans 👉 D 5. जयप्रकाश नारायण को किस का दलाल कहा गया A) रूस B) ब्रिटेन C) जापान D) अमेरिका STUDY SYLLABUS praveen kumar Ans 👉 D 6. किसे लोकनायक के नाम से जाना जाता है A) आत्मा गांधी को B) जयप्रकाश नारायण को C) महाकवि जायसी को D) बाल गंगाधर तिलक को Ans 👉 B 7. रिकंस्ट्रक्शन ऑफ इंडिया पॉलिटी किसकी रचना है A) जवाहरलाल नेहरू B) राम मनोहर लोहिया C) मदन मोहन मालवीय D) जयप्रकाश नारायण Ans 👉 D 8. जयप्रकाश नारायण को भारत रत्न की उपाधि दी गई A) 1990 में B) 1998 में C) 1978 में D) 1974 में Ans 👉 B 9. जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति वाला ऐतिहासिक भाषण कहां और कब दिया था A) इलाहाबाद में 5 जून 1977 को B) राँची में 5 जून 1975 को C) जमशेदपुर में 5 जून 1973 को D) पटना में 5 जून 1974 को Ans 👉 D 10. जयप्रकाश नारायण ने किस साल छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया था A) 1973 ईस्वी में B) 1976 ईस्वी में C) 1974 ईस्वी में D) 1977 ईस्वी में Ans 👉 C 11. जयप्रकाश नारायण के पिता का क्या नाम था A) दीनदयाल B) हरसू दया...

लोकतंत्र क्या हैं

Contents • 1 लोकतंत्र क्या हैं • 1.1 लोकतंत्र की परिभाषा – Loktantra ki paribhasha • 2 लोकतंत्र का क्या अर्थ है? – Loktantra ka kya arth hai • 3 लोकतंत्र के प्रकार – Types of democracy • 4 प्रत्यक्ष लोकतंत्र क्या हैं ? • 5 प्रत्यक्ष लोकतंत्र संचालन के लिए साधन • 6 अप्रत्यक्ष लोकतंत्र क्या हैं ? • 7 लोकतंत्र की विशेषताएं • 7.1 अंतिम शब्द लोकतंत्र क्या हैं लोकतंत्र एक प्रणाली है। जो लोगों को शासन में हिस्सा देती है।और अपनी आजादी को बनाए रखने की शक्ति देती है। लोकतंत्र लोकतंत्र दो शब्दों से मिल कर बना है। लोक + तंत्र । जिसका अर्थ होता है। लोगों का शासन, लोगो के लिये साशन, लोगो के द्वारा शासन। लोकतंत्र को इंग्लिश में Democracy कहते है। सीले के अनुसार –“ सीले के अनुसार एक ऐसी शासन व्यवस्था से है। जिसमे प्रत्येक व्यक्ति या मनुष्य भाग ले सकें और अपने मत या विचारो को स्वतंत्र रूप से प्रकट कर सके।” हॉल के अनुसार –“हॉल के अनुसार लोकतंत्र का मतलब एक ऐसी शासन से होनी चाहिए जिससे लोगों पर आवश्यकता अनुसार उन पर रोक किया जा सके।” लोकतंत्र का क्या अर्थ है? – Loktantra ka kya arth hai अक्सर परीक्षा में इस तरह के प्रश्न कई बार अलग-अलग कक्षाओं में पूछे जाते है। जैसे कि लोकतंत्र से आप क्या समझते है।? लोकतंत्र का क्या अर्थ होता है। लोकतंत्र से क्या अभिप्राय है। अंग्रेजी में लोकतंत्र को डेमोक्रेसी (democracy)कहते है। डेमोक्रेसी दो ग्रीक शब्दो से मिलकर बना होता है। ‘डेमो’(demo) का अर्थ जनता तथा ‘क्रेसी’का मतलब शक्ति या शासन से है। इस प्रकार से हम कह सकते है। कि लोकतंत्र का मतलब होता है। जनता के द्वारा शासन या फिर हम दूसरी शब्दो में हम कह सकते है। कि एक ऐसी शासन प्रणाली जिसमें सर्वोच्च अधिकार आम ...

लोकतंत्र क्या है

7.5 लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai लोकतंत्र क्या है Loktantra Kya Hai लोकतंत्र क्या है लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai – सभी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की पहचान के लिए एक बहुत ही सरल पैमाना था लोगों के पास अपनी सरकार चुनने का अधिकार होना। एक सरल परिभाषा के अनुसार – लोकतंत्र शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं।लोकतंत्र में शासन की सर्वोच्च सत्ता जनता के हाथों में समाहित होती है। तथा जनता शासन में सक्रिय भूमिका निभाती है। लोकतंत्र में जनता को सरकार का निर्माण करने के साथ-साथ शासन की जन विरोधी नीतियों तथा कानूनों का संवैधानिक ढंग से विरोध करने का अधिकार भी प्राप्त है। लोकतंत्र प्रभुत्व शक्ति ना होकर निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रबुद्ध शक्ति को जनहित में प्रयोग करने की व्यवस्था का नाम है। लोकतंत्र की परिभाषा loktantra ki paribhasha विद्वानों ने लोकतंत्र शब्द को अपने-अपने दृष्टिकोण से परिभाषित किया है। कुछ प्रमुख विद्वानों द्वारा दी गई लोकतंत्र की राजनीतिक परिभाषाएं निम्न हैं – अब्राहम लिंकन के अनुसार लोकतंत्र जनता का जनता के लिए तथा जनता के द्वारा शासन हैं। ब्राइस के अनुसार लोकतंत्र शासन का रुप है जिसमें राज्य के शासन की शक्ति किसी वर्ग विशेष या वर्गों में निहित ना होकर संपूर्ण जन समाज के सदस्यों में निहित है। डायसी के अनुसार लोकतंत्र शासन का वह प्रकार है जिसमें शासक समुदाय संपूर्ण राष्ट्र का अपेक्षाकृत एक बड़ा भाग होता है। प्रो.हरनर्शा के अनुसार राज्य के प्रकार के रूप में लोकतंत्र शासन की ही एक विधि नहीं है वरन सरकार की नियुक्त करने उस पर नियंत्रण करने तथा उसे ...

Pratiyogita Today

जब समाज का बहुसंख्यक वर्ग शासन करता है साधारण भाषा में उसे लोकतंत्र कहते हैं। अरस्तू ने लोकतंत्र को एक विकृत शासन प्रणाली बताया था जिसमें बहुसंख्यक निर्धन वर्ग अपने वर्ग के हितों के लिए शासन करता है और भीड़तंत्र का रूप धारण कर लेता है। अरस्तू ने लोकतंत्र को Polity कहा है। लोकतंत्र राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था का एक प्रकार ही नहीं है, वरन् यह तो जीवन के प्रति एक विशिष्ट दृष्टिकोण भी है। लोकतंत्र में सभी व्यक्तियों द्वारा दूसरे के प्रति वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जैसा व्यवहार वह अपने प्रति पसंद करता है। विभिन्न विचारकों के अनुसार लोकतंत्र का अर्थ संघर्षपूर्ण लोकतंत्र फिलिप पेटिट संचरीय लोकतंत्र आइरिश मेरियन यंग विमर्शी लोकतंत्र जॉन ड्राइजेक तर्कबुद्धिवादी लोकतंत्र सिमोन चैम्बर्स लोकतंत्र की परिभाषा लोकतंत्र के इतने रूप हैं कि इसकी एक निश्चित परिभाषा देना कठिन है। अतः समय, परिस्थितियों तथा विभिन्न हितों की आवश्यकता के अनुसार विभिन्न युगों के विचारकों ने लोकतंत्र की विभिन्न परिभाषाएं दी हैं। यूनानी दार्शनिक वलीआन के अनुसार, “लोकतंत्र वह होगा जो जनता का, जनता के द्वारा हो, जनता के लिए हो।” अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने इस परिभाषा को इस प्रकार दोहराया है, “लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए तथा जनता द्वारा शासन है।” लॉर्ड ब्राइस, “प्रजातंत्र वह शासन प्रणाली है जिसमें की शासन शक्ति एक विशेष वर्ग या वर्गों में निहित ना रहकर समाज के सदस्य में निहित होती है।” सिले, “प्रजातंत्र वह शासन है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति का भाग होता है।” ऑस्टिन, “प्रजातंत्र वह शासन व्यवस्था है जिसमें जनता का अपेक्षाकृत बड़ा भाग शासक होता है।” सारटोरी, “लोकतंत्रीय व्यवस्था वह है जो सरकार को उत्त...

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 (NCERT Solutions for Class 9 Social Science Chapter 1) अब aglasem द्वारा लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों के हर प्रश्नावली के लिए प्रस्तुत है। इसलिए आप यहा कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 प्रश्न उत्तर का pdf डाउनलोड कर सकते है। इस एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों यदि आप नौवीं कक्षा मे है, तो सामाजिक विज्ञान विषय के एनसीईआरटी पुस्तक (लोकतान्त्रिक राजनीति) के पाठ 1 को पढ़ेंगे जिसका नाम है लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों। इस अध्याय 1 के सारे प्रश्नों के उत्तर आपको यहा दिए गए कक्षा – क्लास 9 विषय – सामाजिक विज्ञान किताब – लोकतान्त्रिक राजनीति अध्याय – 1 पाठ का नाम – लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों पुस्तक प्रकाशक – एनसीईआरटी एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 (लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों) PDF– सामाजिक विज्ञान विषय के उन शिक्षकों को हम धन्यवाद कहना चाहते हैं, जिन्होंने बच्चों के लिए इतनी मेहनत से इन एनसीईआरटी समाधान ( एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान अध्याय 1 लोकतंत्र क्या, लोकतंत्र क्यों PDF यह रहा सामाजिक विज्ञान कक्षा 9 पाठ 1 प्रश्न उत्तर, अध्याय (चैप्टर) 1 के लिए : NCERT Solutions for Class 9 राजनीति विज्ञान (लोकतान्त्रिक राजनीति) Chapter 1 लोकतंत्र क्या ( लोकतंत्र क्यों ( (Hindi Medium) एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान जैसे की आपने यहा चैप्टर 1 के हल देखे है। वैसे ही इतिहास (History) • • • • • नागरिक शस्त्र (Civics) • • • • • भूगोल (Geography) • • • • • • अर्थशास्त्र (Economics) • • • • कक्षा 9 एनसीईआरटी समाधान इसी तरह आप कक्षा 9 के बाकी विषयों के हल ( ...

NCERT NOTES CLASS 9 CIVICS अध्याय 2 :लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?

लोकतंत्र क्या है।लोकतंत्र के प्रकार। लोकतंत्र की विशेषताएं।लोकतंत्र क्यों जरूरी है।भारत में किस प्रकार का लोकतंत्र है। ❍ लोकतंत्र क्यों जरूरी है :- कुछ देशों में, राजनीतिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, बोलने की स्वतंत्रता, प्रेस की स्वतंत्रता और इंटरनेट लोकतंत्र को यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है कि मतदाताओं को अच्छी तरह से सूचित किया जाता है, जिससे वे अपने हितों के अनुसार मतदान कर सकें। ❍ भारत में किस प्रकार का लोकतंत्र हैं :- भारत सरकार के संसदीय स्वरूप के साथ एक संप्रभु समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य है जो एकात्मक विशेषताओं के साथ संरचना में संघीय है। राष्ट्रपति को सलाह देने के लिए प्रधान मंत्री के साथ एक मंत्रिपरिषद होती है जो देश का संवैधानिक प्रमुख होता है। ❍ लोकतंत्र की विशेषताएं :- लोकतंत्र की आधारशिलाओं में सभा, संघ और भाषण, समावेश और समानता, नागरिकता, शासितों की सहमति, मतदान अधिकार, जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार के अनुचित सरकारी वंचन से स्वतंत्रता, और अल्पसंख्यक अधिकारों की स्वतंत्रता शामिल है। ❍ लोकतंत्र के प्रकार :- 1.विशुद्ध या प्रत्यक्ष लोकतंत्र तथा 2.प्रतिनिधि सत्तात्मक या अप्रत्यक्ष लोकतंत्र ❍ लोकतंत्र क्या है? लोकतंत्र शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं। ❍ लोकतंत्र की विशेषताएँ :- • इसमें शासक लोगों द्वारा चुने जाते हैं। • नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रताओं की सुरक्षा • लोकतंत्र में हर व्यस्क नागरिक का एक वोट होना चाहिए और हर वोट का एक समान महत्व होना चाहिए। • लोकतंत्र निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनावों पर आधरित होना चाहिए ताकि सत्ता में बैठे लोग के लिए जीत-हार समान अवसर हो चाहिए। • लोकतंत्र में अंतिम निर्णय लेने ...