Dna ki khoj kisne ki

  1. DNA की खोज किसने की और कब?
  2. डीएनए की खोज किसने की, कब और कैसे?
  3. आर एन ए की खोज
  4. डीएनए की खोज किसने और कब की थी ?
  5. DNA Full Form
  6. डीएनए की खोज, फुल फॉर्म व संरचना DNA Ki Khoj Kisne Ki
  7. डीएनए की खोज किसने की थी DNA Ki Khoj Kisne Ki
  8. डी एन ए की खोज किसने की थी?
  9. DNA ki khoj kisne ki ? DNA kyaa hai ?
  10. DNA की खोज किसने और कब की ?


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DNA की खोज किसने की और कब?

आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि Dna Ki Khoj Kisne Ki DNA का फुल फॉर्म Deoxyribonucleic Acid होता है। यह एक अनुवांशिक पदार्थ है जो अपने माता-पिता से विरासत में प्राप्त, प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में मौजूद होता है। डीएनए गुणसूत्रों की संरचना में और माइटोकॉन्ड्रिया में कोशिका के केंद्रक में स्थित होता है। यह प्रत्येक कोशिका के अंदर पाए जाते हैं और इसके माध्यम से माता-पिता की कुछ विशेषताओं को उनके बच्चों को दिया जाता है। यह एक प्रकार का न्यूक्लिक एसिड है जो क्रोमोसोम पर स्थित जीन का रासायनिक रूप है। त्वचा का रंग, आँखें, बालों का आकार और मनुष्य की विशेषताएं उसके डीएनए द्वारा निर्धारित की जाती हैं। DNA एक डबल Spiral के आकार का होता है जिसे कसकर एक साथ रखा जाता है। 4 बेस जोड़े A, C, G, और T से मिलकर बने रासायनिक घटक हैं और इनमें नाइट्रोजन होता है। इस डीएनए अणु में आधारों का क्रम है जो इसमें शामिल आनुवंशिक जानकारी को निर्धारित करता है। यदि DNA को Electron Microscope से देखा जाय तो यह सीढ़ीनुमा वस्तु के समान दिखाई देता है और यह एक स्प्रिंग के जैसे मुड़ा हुआ होता है। इसमें दो Stands होते हैं जो आपस में संगठित होकर एक विशेष आकार में परिवर्तित हो जाते हैं। इन दोनो के संगठन को DNA Double Helix के नाम से जाना जाता है। यदि DNA के Structure की बात की जाय तो इसमें Phosphate, Deoxyribose Sugar तथा Nitrogen Base Pair होते हैं। दोनों शुगर Stands आपस में Nitrogen Base Pair के माध्यम से आपस में कनेक्टेड होते हैं। इसी Base Pair में Genetic गुण शामिल होते हैं, जिसे Genetic Code कहा जाता है।आइए जानते हैं कि Dna Ki Khoj Kisne Ki? • DNA की खोज किसने की? • • • • • DNA की पहचान Johann Friedrich Miesche...

डीएनए की खोज किसने की, कब और कैसे?

क्याआपकोंपताहै डीएनएकीखोजकिसनेकी? (DNA Ki Khoj), शायदनहींतोइसलेखकोपूराजरूरपढ़े. विज्ञानपढ़नेवालेलोगोंकोअक्सर DNA क्याहोतीहैऔरइससेसंबंधितजानकारीपहलेसेहोतीहैलेकिनफ़िरभीकईलोगडीएनएकेखोजकर्ताकेनामनहींजानतेहै. डीएनए (DNA) काफुलफॉर्म‘डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिकअम्ल’ (Deoxyribonucleic Acid) होताहै. यहहमारेकोशिकाओंकेगुणसूत्रोंमेंपाएजानेवालेतंतुनुमाअणुहोताहै. डीएनएकापुरानानामक्याहै? डीएनएकीखोजकिसनेकी (DNA Ki Khoj Kisne Ki) डीएनए (DNA) कीखोजफ्रेडरिकमिशरनेकीथी. वहएकस्विसरसायनज्ञएवंजीववैज्ञानिकथे. उन्होंनेडीएनएकानामउससमयन्यूक्लीकअम्लदियाथा. इसकानामपहलेन्यूक्लिनदियागयाक्योंकिऐसालगताथाकियहकोशिकानाभिकसेआयाहै. वही 1874 केबाद, जबमिशरनेइसेप्रोटीनऔरएसिडघटकोंमेंअलगकियातबइसेन्यूक्लिकएसिडकेरूपमेंजानाजानेलगा. 1869 में, मिशरनेटूबिंगनविश्वविद्यालयमेंअर्न्स्टहोप-सेयलरकेतहतकामकरतेहुए , उन्होंनेल्यूकोसाइट्सकीरासायनिकसंरचनापरप्रयोगकिएजोआगेचलकरडीएनएकीखोजमेंकाफ़ीमददगारसिद्धहुआ. डीएनएकीखोज जोहान्सफ्रेडरिकमिशर जन्म 13 अगस्त 1844, बेसल, स्विट्ज़रलैंड मृत्यु 26 अगस्त 1895, स्विट्ज़रलैंड राष्ट्रीयता स्विस शिक्षा गौटिंगेनविश्वविद्यालय (एमडी 1868), लेपज़ीगोविश्वविद्यालय पत्नीकानाम मारियाअन्नारश क्षेत्र जीवविज्ञान प्रसिद्धि न्यूक्लिकएसिडयाडीएनएकीखोज डीएनएकीखोजकबहुई? डीएनए (DNA) कीखोज 1869 मेंफ्रेडरिकमिशरकेद्वाराकियागयाथा. डीएनएकीखोजकाइतिहास (History of DNA in Hindi) 1865 में, ग्रेगरमेंडलनेमटरकेसाथप्रजननप्रयोगकिया. उन्होंनेपतालगायाकिलक्षणविशिष्टकानूनोंकेआधारपरविरासतमेंमिलेहैं. बादमेंइसे“मेंडलकेनियम”केरूपमेंजानेजानालगा. 1866 में,अर्नस्टहेकेलनेप्रस्तावदियाकिनाभिक (Nucleus) मेंवंशानुगतलक्षणोंकेसंचरणकेलिएजिम्मेदारकारकहोतेह...

आर एन ए की खोज

आर एन ए एक अकेली बहु शृंखला वाला लम्बा तंतुनुमा अणु, जिसमें और राइबोज़ शर्करा की इकाइयां एकांतर में स्थापित होतीं हैं। इसका पूर्ण नाम है डी एन ए की तरह आर एन ए में भी राइबोज़ से जुड़े चार क्षारक होते हैं। अंतर केवल इतना है, कि इसमें थाइमीन के स्थान पर यूरासिल होता है। किसी भी जीवित प्राणी के शरीर में राइबोन्यूलिक अम्ल भी उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जितनी डी एन ए । आरएनए शरीर में डीएनए के जीन्स को नकल कर के व्यापक तौर पर प्रवाहित करने का काम करता है। इसके साथ ही यह कोशिकाओं में अन्य आनुवांशिक सामग्री पहुंचाने में भी सहायक होता है। आरएनए की खोज सेवेरो ओकोआ, रॉबर्ट हॉली और कार्ल वोसे ने की थी। आरएनए के महत्त्वपूर्ण कार्यो में जीन को सुचारू बनाना और उनकी प्रतियां तैयार करना होता है। यह विभिन्न प्रकार के प्रोटीनों को जोड़ने का भी कार्य करता है। इसकी कई किस्में होती हैं जिनमें रिबोसोमल आरएनए, ट्रांसफर आरएनए और मैसेंजर आरएनए प्रमुख हैं। आरएनए की श्रृंखला फॉस्फेट्स और राइबोस के समूहों से मिलकर बनती है, जिससे इसके चार मूल तत्व, एडेनाइन , साइटोसाइन , गुआनाइन और यूरासिल जुड़े होते हैं। डीएनए से विपरीत, आरएनए एकल श्रृंखला होती है जिसकी मदद से यह खुद को कोशिका के संकरे आकार में समाहित कर लेता है। आरएनए का स्वरूप एक सहस्राब्दी यानी एक हजार वर्षो में बहुत कम बदलता है। अतएव इसका प्रयोग विभिन्न प्राणियों के संयुक्त पूर्वजों की खोज करने में किया जाता है। डीएनए ही आरएनए के संधिपात्र की भूमिका अदा करता है। मूलत: डीएनए में ही आरएनए का रूप निहित होता है। इसलिए आवश्यकतानुसार डीएनए, जिसके पास आरएनए बनाने का अधिकार होता है, आवश्यक सूचना लेकर काम में लग जाता है।

डीएनए की खोज किसने और कब की थी ?

DNA Kya Hai? डीएनए व्यक्ति के शरीर के कोशिकाओं के Chromosome में पाया जाने वाला एक पदार्थ होता है जो व्यक्ति की पहचान के लिए जिम्मेवार होता है। यह माता पिता के अनु वंशानुगत गुण व वंशानुगत गुण को उनके बच्चों तक पहुंचाने व स्थानांतरित करता है। DNA Ki Khoj Kisne Ki Thi (डीएनए की खोज किसने की) डीएनए की खोज स्विजरलैंड के एक रासायन वैज्ञानिक डीएनए एक ऐसा समूह पदार्थ है जो माता पिता के वंशानुगत गुणों को उनके संतान तक पहुंचने में जिम्मेदार होता है। शरीर में मौजूद प्रत्येक कोशिकाओं में डीएनए का समूह आवश्यक रहता है, ना केवल मानव बल्कि सभी प्रकार के जीवो में डीएनए जरूर होता है। इससे व्यक्ति के माता पिता का पता भी चलता है। कोशिका के मिट्रोकोंड्रिया में डीएनए उपस्थित होता है। हर व्यक्ति शारीरिक व व्यहवारिक तौर से अपने माता पिता से मिलता जुलता रहता है यह सब डीएनए के कारण ही होता है। DNA Ka Pura Naam Hindi Mein (डीएनए का पूरा नाम हिंदी में) डीएनए की खोज के बाद वैज्ञानिक ने इसे न्यूक्लिक नाम दिया था परंतु बाद में बदल के इसका नाम deoxyribonucleic acid रखा गया। डीएनए का पूरा नाम हिंदी में डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल है। डीएनए एक स्थाई पदार्थ होता है समय के साथ यह बदलता नहीं है, एक छोटे से बच्चे में डीएनए जिस प्रकार रहता है उसी प्रकार एक वृद्ध व्यक्ति में भी डीएनए होता है किसी भी प्रकार का बदलाव उसमें समय के साथ नहीं आता। DNA Ki Sanrachna (डीएनए की संरचना इन हिंदी) DNA की संरचना सीढ़ी के तरह घुमावदार होती है। ज्यादातर डीएनए कोशिका के न्यूक्लियर में पाया जाता है। एक मानव शरीर में 38 लाख करोड़ से लेकर 40 लाख करोड़ तक कोशिकाएं होती है ।हर हर एक कोशिकाओं में न्यूक्लियर होता है जिसके अंदर क्रोमोसो...

DNA Full Form

आज हम बात करेंगे DNA की ! डीएनए नाम तो आपने बहुत बार सुना होगा DNA का नाम आपने 10th बाद या किस फिल्म और समाचारों में सुना होगा क्या आपके इसके बारे में जानते है की इसकी खोज किसने की और क्या होता है डीएनए? और इसके क्या – क्या कार्य होते है? DNA Test क्या होता है? और कैंसे होता है?, इसका क्या महत्व है? आदि. आज के इस आर्टिकल में हम आपको DNA की पूरी जानकारी देने वाले हैं इसलिए आप इसको शुरू से लास्ट तक पढ़े। DNA Kya Hota Hai: डीएनए अणुओं का एक समूह है जो जनन के द्वारा एक दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर होता रहता है। माता-पिता से बच्चों को विरासत में मिली सामग्री या आनुवंशिक निर्देशों ( मिलता जुलता चेहरा, आदतन कार्य,या कुछ बीमारिया भी हो सकती है।) को प्रसारित करने और ले जाने के लिए जिम्मेदार है। यह सभी जीवों में पाया जाने वाला वंशानुगत पदार्थ है। इसमें जीव के विकास और कामकाज के लिए अनुवांशिक निर्देश होते हैं। ये निर्देश एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित होते रहते हैं। इस प्रकार, यह क्रम बालों के रंग, त्वचा, नाक के आकार से लेकर लक्षणों तक लगभग सब कुछ निर्धारित करता है। DNA Definition: कोशिकाओं के अंदर का अणु जिसमें किसी जीव के विकास और कार्य के लिए जिम्मेदार आनुवंशिक जानकारी होती है। डीएनए अणु इस जानकारी को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक स्तानारित करने की अनुमति देते हैं। • डीएनए एक डबल-स्ट्रैंडेड हेलिक्स से बना होता है जो प्यूरीन-पाइरीमिडीन न्यूक्लियोटाइड बेस पेयर के बीच कमजोर हाइड्रोजन बॉन्ड द्वारा एक साथ रखा जाता है • एडेनिन (ए), थाइमिन (टी) के साथ जोड़ा जाता है, और ग्वानिन (जी) इटोसिन (सी) और यूरासिल (यू) के साथ जोड़ा जाता है। इसे डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड भी कहा जाता है। • डीएनए को...

डीएनए की खोज, फुल फॉर्म व संरचना DNA Ki Khoj Kisne Ki

इस पोस्ट DNA Ki Khoj Kisne Ki में डीएनए संरचना (DNA Structure In Hindi) और डीएनए की खोज के बारे में जानने का प्रयास करेंगे। जीवों में आनुवंशिक दृष्टि से डीएनए महत्वपूर्ण होता है। यह मनुष्य की आने वाली पीढ़ियों में गुणों को निश्चित करता है। डीएनए की खोज एक क्रांतिकारी खोज थी जिसने आनुवंशिकी में क्रांति लाने का कार्य किया था। तो आइए दोस्तो, डीएनए की संरचना, DNA Full Form और इसकी खोज के बारे में बात करते है। Contents • • • • डीएनए की खोज किसने की DNA Ki Khoj Kisne Ki DNA Ki Khoj Kisne Ki – डीएनए की खोज वर्ष 1869 में जोहान फ्रेडरिक मॉइस्चर ने की थी। लेकिन इस एसिड की आण्विक पहचान का श्रेय जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रीक को जाता है। फ्रेडरिक ने इस प्रदार्थ का नाम न्यूक्लिन रखा था। यह एक महान खोज थी लेकिन वो डीएनए को परिभाषित नही कर पाए थे। इस प्रदार्थ का नाम “DNA” वर्ष 1881 में अल्ब्रेच कॉसेल नामक वैज्ञानिक ने रखा था। DNA को कॉसेल ने 5 भागो एडेनिन, साइटोसिन, ग्वानिन, थाइमिन, यूरेसिल में बांटा था। उनको इस कार्य के लिए वर्ष 1910 में रसायन का दोस्तों, डीएनए की आण्विक संरचना को जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रीक ने बताया था। वर्ष 1952 का नोबेल पुरस्कार उनको ही मिला था। डीएनए का पूरा नाम DNA Full Form In Hindi जानकारी के लिए बता दे की डीएनए का पूरा नाम (DNA Full Form In Hindi) “डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक एसिड” (Deoxyribonucleic Acid) है। पृथ्वी पर मौजूद हर जीवित कोशिका में डीएनए पाया जाता है। यह कोशिका के केन्द्रक, माइटोकॉन्ड्रिया और हरित लवक में होता है। इस प्रदार्थ के बारे में आपने जरूर सुना होगा और स्कूल की किताबों में पढ़ा भी होगा। जीवों में गुणों का निर्धारण डीएनए करता है। डीएनए को प्राणियो...

डीएनए की खोज किसने की थी DNA Ki Khoj Kisne Ki

उसके बाद 1953 में जेम्स वॉटसन, रोसालिंड फ्रैंकलिन और फ्रांसिस क्रिक ने डीएनए की डबल हेलिक्स संरचना खोजी थी। 1962 में उन्हें चिकित्सा नोबेल पारितोषिक से सन्मानित किया गया था। आज भी डीएनए को लेकर कही रिसर्च चल रहे है। डीएनए क्या है DNA Full Form कोशिकाओं के गुणसूत्रों में पाए जाने वाले लंबे अणु को डीएनए कहते है। डीएनए अणु की संरचना घुमावदार सीढ़ी की तरह होती है। डीएनए अणु 4 अलग अलग भागो से बना होता है। जिसे नाइट्रोजन युक्त न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है। • डीएनए का फुल फॉर्म DNA Ka Full Form • D – Deoxyribo • N – Nucleic • A – Acid डीएनए का फुल फॉर्म डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic acid) अम्ल होता है। डीएनए अणु एडेनिन, ग्वानिन, थाइमिन और साइटोसिन से बने होते है जिसे न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है। डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड यानि डीएनए पृथ्वी के हर एक सजीव में पाया जाता है। मानव शरीर में लगभग हर कोशिका (सेल) में समान डीएनए मौजूद होते है। एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में 75 खरब कोशिकाओं होती है जिनमें से हर एक में 2 मीटर डीएनए मौजूद है। सभी डीएनए मानव जीवन के विकास, वृद्धि, प्रजन कार्य के लिए जिम्मेदार होते है। डीएनए की खोज किसने की थी DNA Ki Khoj Kisne Ki जैसे की हमने बताया डीएनए की खोज सबसे पहले जोहन फ्रेडरिक मिशर ने की थी। उसके बाद जेम्स वॉटसन और उनके साथियो ने डीएनए पर गहरी खोज की थी। जेम्स वॉटसन को फादर ऑफ़ डीएनए के नाम से पुरे विश्व में प्रसिद्ध हुए। सन 1869 से 1962 के बिच में डीएनए पर बहुत सारे संशोधन किए गए थे। आज भी डीएनए की संरचना को लेकर कही रिसर्च चल रहे है। अब डीएनए टेक्निक द्वारा कही थेरेपी भी की जाती है। डीएनए रचना शोधकर्ता के रूप में जोहन फ्रेडरिक, जेम्स वॉटस...

डी एन ए की खोज किसने की थी?

Explanation : डी एन ए की खोज वाट्सन एवं क्रिक ने की थी। सर्वप्रथम जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक (Francis Crick) ने 1953 में 'नेचर' नामक पत्रिका में डबल हेलिक्स (double-helix) मॉडल पर आधारित डीएनए के ढांचे का सही वर्णन किया था। बाद में 1957 में क्रिक (Crick) ने आण्विक जीव विज्ञान के केंद्रीय सिद्धांत का प्रतिपादन किया था जिसमें डीएनए, आरएनए और प्रोटीन के मध्य संबंधों पर चर्चा की गई थी। सामान्य विज्ञान General Science GK किसी भी परीक्षार्थी एवं प्रतिभागी के लिए सफलता पाने में अत्यधिक उपयोगी होता है। इससे संबंधित प्रश्न, एसएससी, यूपीएससी, बैंकिंग, डिफेंस, रेलवे इत्यादि प्रमुख सरकारी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए अगर आपका सामान्य ज्ञान अच्छा है तो आसानी से बहुत कम समय में ज्यादा प्रश्न हल कर सकते हैं और अच्छे अंक ला सकते है। Tags :

DNA ki khoj kisne ki ? DNA kyaa hai ?

DNA ki khoj kisne ki ? DNA kyaa hai ? || DNA के बारे में सारी जानकारी जाने यहां क्लिक करके : दोस्तों DNA का नाम तो हम सब ने एक बार तो सूना ही होगा। और हम में से लगभग कुछ ही लोग DNA के बारे में जानते होंगे। डीएनए (DNA) जिसका फुल फॉर्म है डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid) का पूर्ण रूप होता हा| DNA एक ऐसा पदार्थ है जो हर प्राणी के अंदर पाया जाता है जैसे कि सूक्ष्म जीव, विशाल वृक्ष हो या मानव| डीएनए को 5 भाग में विभाजित किया जाता है। DNA का फूल फॉर्म : DNA का फुल फॉर्म Deoxyribonucleic Acid होता है। यह भी पढ़े : तो दोस्तों पहले आप यह जानले की डीएनए एक ऐसा पदार्थ है जो हर एक्के अंदर होता है जैसे कि सूक्ष्म जीव, विशाल वृक्ष हो या मानव यह हर एक्के अंदर होता है। अब आपको बता दे की फ्रेडरिक मिशर ने बर्ष 1869 में डीएनए की खोज की थी और उन्होंने इसका नाम न्यूक्लिन रखा” इसके बाद 1881 में अल्ब्रेक्ट कोसेल ने न्यूक्लिन को न्यूक्लिक एसिड की तरह पाया। तब इसे डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक एसिड नाम दिया गया था और इसे ही डीएनए का फुल फॉर्म कहा जाता है। • • • • • • • • • • • • DNA kyaa hai ? DNA एक डबल Spiral के आकार का होता है जिसे कसकर एक साथ रखा जाता है। 4 बेस जोड़े A, C, G, और T से मिलकर बने रासायनिक घटक हैं और इनमें नाइट्रोजन होता है। इस डीएनए अणु में आधारों का क्रम है जो इसमें शामिल आनुवंशिक जानकारी को निर्धारित करता है। यदि DNA को Electron Microscope से देखा जाय तो यह सीढ़ीनुमा वस्तु के समान दिखाई देता है और यह एक स्प्रिंग के जैसे मुड़ा हुआ होता है। इसमें दो Stands होते हैं जो आपस में संगठित होकर एक विशेष आकार में परिवर्तित हो जाते हैं। इन दोनो के संगठन को DNA Double Helix के न...

DNA की खोज किसने और कब की ?

DNA Ki Khoj Kisne Ki :-आज हम जानेंगे, कि DNA की खोज किसने की ? DNA हमारे शरीर का वह तत्व है, जिसके कारण हमारा शरीर काम कर पाता है, जो इसे करने चाहिए। हमारे शरीर में उपस्थिति DNA एक ऐसी सामग्री है, जिसे रासायनिक रूप से खोजा जा सकता है, और रासायनिक रूप से ही खोजा गया है। हमारे पूर्वजों के शरीर की संरचना को हमारे अंदर Transfer करना तथा हमारे शरीर की संरचना को हमारे आने वाली पीढ़ियों में Transfer करना, यह भी DNA का एक बहुत महत्वपूर्ण काम होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि DNA Kya Hota Hai ? और DNA Ki Khoj Kisne Ki ? यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं, आज के इस लेख में हम आपको यह बताएंगे, कि DNA Ki Khoj Kisne Ki ? DNA हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व है, और इसीलिए हम सभी को इसके बारे में पता होना चाहिए, तो चलिए शुरू करते हैं। DNA Ki Khoj Kisne Ki ? DNA की खोज एक स्विस केमिस्ट Friedrich Miescher ने की थी और उनकी रिसर्च को Phoebus Levene और Erwin Chargaff ने आगे बढ़ाया, जिसमें उन्होंने DNA के मॉलिक्यूल के अंदर उपस्थित Chemical Components के बारे में पता लगाया। लेकिन बहुत लोगों का मानना है, कि अमेरिकन बायोलॉजिस्ट James Watson तथा इंग्लिश फिजिसिस्ट Francis Crick ने सन 1950 में DNA की खोज की है, जो की बिलकुल गलत है। DNA का molecule एक Three Dimensional Double Helix के रूप म हमारे शरीर में उपस्थित होता है। DNA Kya Hota Hai ? | DNA क्या होता है ? जिस प्रकार मानव जीव विज्ञान ने तरक्की करी है, उसके अनुसार हमने बीसवीं शताब्दी से पहले तक, इस बात का पता लगा लिया था, कि हमारी समझ, हमारे काम करने के तरीके, और हमारी ऊर्जा के पीछे हमारे Genes का सबसे बड़ा हाथ होता है। हमारे Genes यह निर्...