Dna test kaise hota hai

  1. DNA Kya Hota Hai?
  2. DNA क्या होता है और DNA टेस्ट कैसे होता है
  3. डीएनए टेस्ट कैसे होता है
  4. DNA Test क्या होता है ? DNA Test कैसे होता है
  5. Aids Kaise Hota Hai in Hindi
  6. डीएनए टेस्ट क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है


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DNA Kya Hota Hai?

DNA Kya Hota Hai और डीएनए कितनेप्रकार के होते है एवं इसकी फुल फॉर्म क्या होती है व इसकी खोज किसने की तथा इसके कार्य क्या है DNA Kya Hota Hai आज के इस लेख में हम आपको बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं कि डीएनए क्या है DNA के प्रकार ,डीएनए की खोज एवं डीएनए की समस्त जानकारी सभी लोगों ने डीएनए का नाम तो सुना ही होगा , परंतु बहुत कम ही लोग जानते हैं कि डीएनए क्या होता है। प्रत्येक जीव का शरीर बहुत सारी कोशिकाओं से मिलकर बना होता है ,और डीएनए प्रत्येक जीव की कोशिकाओं में मौजूद है। डीएनए सभी जैविक जीव जैसे पेड़ पौधे ,जानवर ,मनुष्य आदि में होता है। हमारे लिए यह जाना अत्यंत आवश्यक है कि डीएनए क्या होता है। तो इस लेख को आप अंत तक अवश्य पढ़ें। Table of Contents • • • • • • • • DNA Kya Hai DNA Kya Hota Hai प्रत्येक जीव का शरीर अनेक कोशिकाओं से मिलकर बना है और प्रत्येक जीव की कोशिका में डीएनए मौजूद है जो कि लंबा सीढ़ी नुमा जैविक अणु की तरह पाया जाता है मानव शरीर में डीएनए कोशिका के माइक्रो माइटोकॉन्ड्रिया में उपस्थित रहता है जिसको हम माइट्रोकांड्रिया डीएनए के नाम से भी जानते हैं मनुष्य के शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को छोड़कर सभी अन्य कोशिकाओं में डीएनए यह जेनेटिक कोड मौजूद होता है जो जीव विकास एवं वृद्धि प्रशन कार्य करते हैं उन सभी के अंतर्गत डीएनए मौजूद होता है आपको बता दें कि यह है कि बता दें कि यदि मानव शरीर के डीएनए को सुलझाया जाए तो यह इतना लंबा होता है कि यह सूर्य तक के सूर्य तक पहुंचकर 3 पृथ्वी पर वापस आ सकता है जो कि मानव शरीर में क्रोमोसोम के रूप में मौजूद है। जिनमें जेनेटिक की बेसिक यूनिट पाई जाती है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को स्थानांतरित करती है। जन्...

DNA क्या होता है और DNA टेस्ट कैसे होता है

6 डीएनए टेस्ट में कितना खर्च आता है? DNA क्या होता है DNA का फुल फॉर्म “डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल ” होता है। प्रत्येक DNA अणु डीऑक्सिराइबो शर्करा, फास्फेट समूह और नाइट्रोजन क्षार इन तीन घटकों से मिलकर बना होता है। नाइट्रोजन क्षार में मुख्यतः एडिनीन, ग्वानीन, साइटोसीन और थायमिन क्षार DNA के निर्माण में उपस्थित होते हैं। RNA क्या होता है? RNA की फुल फॉर्म:~ राइबो न्यूक्लिक अम्ल है। RNA न्यूक्लियोटाइड अम्ल से बना होता है यह DNA से अलग होता है RNA में राइबोशर्करा होती है। तथा RNA में एडिनीन, ग्वानीन, साइटोसीन और यूरेसिल क्षार पाया जाता है। DNA और RNA में क्या अंतर है? • DNA एक प्रमुख अनुवांशिक पदार्थ है, और RNA कुछ अणुओ का अनुवांशिक पदार्थ होता है। • DNA में डी ऑक्सी राइबो शर्करा पाई जाती है, तथा RNA में ऑक्सी राइबो शर्करा पाई जाती है • DNA से ही RNA का निर्माण होता है, तथा कुछ विषाणु में ही RNA से DNA का निर्माण होता है। • डीएनए में थायमिन क्षार पाया जाता है, और RNA में यूरेसिल क्षार उपस्थित होता है। • DNA कोशिका केंद्रक में पाया जाता है, तथा RNA कोशिका द्रव्य में पाया जाता है। • DNA की संरचना द्विकुंडलित होती है, तथा RNA की संरचना एकल कुंडलित होती हैं। • DNA का निर्माण लाखों न्यूक्लियोटाइड से होता है, और RNA का निर्माण हज़ारों न्यूक्लियोटाइड से होता है। DNA टेस्ट कैसे होता है? DNA टेस्ट के लिए संबधित व्यक्ति का ब्लड सैंपल यानी खुन लिया जाता है, अगर व्यक्ति मृत है तो उसके बाल, नाखुन, त्वचा या हड्डी को सैंपल के रुप में लिया जाता है। फिर इस सैंपल को प्रयोगशाला में भेज दिया जाता है जहां इसकी पूरी जांच करके डीएनए टेस्ट किया जाता है।

डीएनए टेस्ट कैसे होता है

जेनोटिक टेस्टिंग एक प्रकार का मेडिकल टेस्ट होता है जिसमें जैव, क्रोमोसोम्स और प्रोटीन की पहचान की जाती है. इस टेस्ट के माध्यम से यह पताया लगाया जा सकता है क्या कोई व्यक्ति किसी ऐसी स्थिति जैसे हेल्थ प्रॉब्लम से ग्रस्त है, जिससे उसकी आने वाली पीढ़ियों निकट भविष्य में ग्रस्त हो सकती है. इसके अलावा, इससे जीन की जांच भी होती है जो हमारे माता-पिता से मिलते है. यह टेस्ट उचित इलाज का चयन करने और यह जानने में मदद करता है कि संबंधित समस्या उपचार के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दे सकती है. आइए इस लेख के माध्यम से हम डीएनए टेस्ट कैसे होता है ये जानें ताकि इस विषय में हमारी जागरूकता बढ़ सके. डीएनए टेस्ट कैसे होता है? डीएनए टेस्ट के लिए आपके शरीर से कुछ सैंपल लिया जाता है. इसमें आपके खून, उल्ब तरल, बाल या त्वचा आदि लिया जा सकता है. आपको बता दें कि उल्ब तरल या एम्नियोटिक फ्लूइड गर्भावस्था में भ्रूण के चारों ओर मौजूद तरल को कहते हैं. इसके अतिरिक्त आप डीएनए टेस्ट कराने वाले व्यक्ति के गालों के अंदरूनी भाग से भी सैंपल लिए जा सकते हैं. इन नमूनों के जाँच के लिए जगह-जगह पर मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएँ बनाईं गईं हैं. इन प्रयोगशालाओं में आप एक निश्चित रकम जो कि 10 से 40 हजार के बीच हो सकती है, चुका कर डीएनए टेस्ट करवा सकते हैं. जाँच की रिपोर्ट आपको 15 दिनों के अंदर मिल सकती है. डीएनए टेस्ट कब करवाना चाहिए? अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य उम्र के एक पड़ाव पर आकार एक जैसे तरीके के रोगों से ग्रस्त हो जाते है तो आप डीएनए टेस्ट करवा सकते है. हम में से बहुत से लोगों को पता नही होता है कि उन्हें कौनसा वंशानुगत रोग है, ऐसे में डीएनए टेस्ट करवाया जा सकता है. जिन महिलाओं को गर्भपात हुआ है, उन्हें इस टेस्ट को...

DNA Test क्या होता है ? DNA Test कैसे होता है

दोस्तों! हम सब कही न कही DNA शब्द से परिचित अवश्य हैं, स्कूलो में यह एक महत्त्वपूर्ण टॉपिक के रूप में पढ़ाया भी जाता है। DNA टेस्ट का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में ख्याल आने शुरू हो जाते हैं कि, यह तो अपराधी को पकड़ने के लिए किया जाने वाला परीक्षण है या फिर अगर किसी को अपने जैविक रिश्तो के बारे में जानना हो तब यह परीक्षण इस्तेमाल किया जाता है। DNA टेस्ट को करने के लिए सरकारी और प्राइवेट दोनों ही लैब में सुविधाएं होती हैं। जो लैब सरकारी होते हैं वहां पर अपराधियों का DNA टेस्ट करने के लिए सरकार से परमिशन लेनी होती है। जबकि प्राइवेट अस्पतालों में इसे आसानी से कराया जा सकता है। इस पेज पर हम जानेंगे कि “डीएनए टेस्ट क्या होता है” और “डीएनए टेस्ट कैसे होता है।” FELUDA Test क्या है डीएनए टेस्ट क्या होता है (What is DNA Test in Hindi) जिस तरह अगर आप किसी पंडित या हालांकि वह कितना सच बोल रहा है वह तो आने वाले समय में ही पता चलता है। DNA एक ऐसा परीक्षण है जिसमें सच झूठ जैसा कुछ नही होता , इस टेस्ट में बिल्कुल सटीक जानकारी प्राप्त होती है। मनुष्य के सभी बच्चे के नैन-नक्ष , आंखों का रंग ,उसकी स्किन कलर लंबाई-चौड़ाई ,मसल्‍स की मजबूती,बाल, और बच्‍चा भविष्‍य में किसी शारीरिक या मानसिक बीमारी का शिकार होगा या नहीं यह सब कुछ DNA के माध्यम से पता लगाया जा सकता हैं। डीएनए का फुल फॉर्म विज्ञान की भाषा में DNA का फुल फॉर्म Deoxyribonucleic acid होता हैं। यह जीवित कोशिकाओं में पाया जाता हैं,DNA का स्ट्रक्चर एक घुमावदार सीढ़ी जैसा होता हैं। जीव की संरचना और उसके गुणों का पता DNA से लगाया जा सकता हैं। Dna Ki Khoj Kisne Ki in Hindi डीएनए टेस्ट कैसे होता है ? DNA टेस्ट में ज्यादातर खून सैंपल लिए ज...

Aids Kaise Hota Hai in Hindi

ये सच है की मौत बहाने से आती है और उन बहानों में सबसे आम बहाना होता है बीमारी। हम सभी को जीवन एक बार मिलता है, जिसे हम बेहतर और लम्बा बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करते हैं पर जीवन और मौत के दरम्यान बीमारी की तलवार हमेशा लटकती रहती है। इसलिए हम हमेशा बिमारियों से रूबरू होकर उनसे बचने या जीत हासिल करने की फ़िराक में रहते हैं जिससे अपनी उम्र और स्थिति में इजाफा कर लेते हैं। लेकिन इस बात पर गौर करना होगा कि कुछ बीमारियों से जूझ कर भी हम जीने की उम्मीद नहीं खोते पर कुछ बीमारियाँ ऐसी भी हैं जो हमें मारें उसके पहले ही हम दिमागी तौर पर दिन ब दिन मरने लगते हैं. आज इस लेख में हम ऐसी ही एक बीमारी के बारे में चर्चा करंगे जो जानलेवा होती है । आपको बताएंगे कि एड्स कैसे होता है और इसके पीछे क्या कारण होते है। एड्स एक बेहद खतरनाक और जानलेवा बीमारी के रूप में जाना जाता है। यह बीमारी अगर किसी इंसान को हो जाये तो उसकी म्रत्यु निश्चित हो जाती है। केवल भारत को लिया जाए तो सालाना तकरीबन 80,000 से ज्यादा लोगो की म्रत्यु AIDS के वजह से होती है। इसलिए इससे बचना है तो यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि एड्स क्या है और कैसे होता है? क्या है एड्स - AIDS in Hindi एड्स यानि कि उपार्जित प्रतिरक्षा नाशक रोग समूह, जिसका अर्थ है कि एड्स मनुष्य जाति में स्वाभाविक रूप से शुरू नहीं हुआ बल्कि मनुष्य जाति के अपने ही कुछ कर्मों के कारण उपार्जित हुआ। यह एक संक्रामक रोग है जो कि एच.आई.वी. (ह्यूमनइम्यूनो डेफिशियेन्सी वायरस) नाम के विषाणु के यह विषाणु शरीर में प्रवेश करने के बाद समाप्त नहीं होता है। और इसी स्थिति को एड्स कहा जाता है। • शोधकर्ताओं के अनुसार AIDS दो वायरस के कारण होता है, HIV1 और HIV2। • HIV1 वायरस दुनि...

डीएनए टेस्ट क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है

आनुवंशिक परीक्षणों (Genetic testing) में डीएनए टेस्ट भी शामिल होता है। डीएनए एक केमिकल डाटाबेस होता है, जो शारीरिक कार्यों के अनुदेशों को सुरक्षित रखता है। जेनेटिक टेस्टिंग की मदद से जीन (Genes) के बदलावों का पता लगाया जा सकता है, जो किसी बीमारी या रोग का कारण बन सकते हैं। जेनेटिक टेस्टिंग, आपके जीन की जांच करता है। जीन्स डीएनए के अनुदेश होते हैं, जो आपको अपने माता या पिता से मिलते हैं। जेनेटिक टेस्ट स्वास्थ्य जोखिमो से जुड़ी समस्याओं का पता लगा सकता है। यह टेस्ट उचित इलाज का चयन करने और यह जानने में मदद करता है कि संबंधित समस्या उपचार के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दे सकती है। (और पढ़ें - • • • • • • • • डीएनए टेस्ट क्या है? डीएनए टेस्ट एक प्रकार का मेडिकल टेस्ट होता है जो गुणसुत्रों (Chromosomes), जीन्स या • नवजात शिशु की जांच के लिए– शिशु के जन्म लेने के तुरंत बाद नवजात शिशु की जांच की जाती है, इसकी मदद से उन आनुवांशिक विकारों का पता लगाया जा सकता है जिनका समय पर इलाज संभव होता है। (और पढ़ें - • नैदानिक (Diagnostic) टेस्टिंग– किसी विशिष्ट आनुवांशिक या गुणसुत्र संबंधी समस्या को खोजने के लिए नैदानिक टेस्टिंग की जाती है। ज्यादातर मामलों में जब शारीरिक संकेतों और लक्षणों के आधार पर किसी विशेष समस्या स्थिति पर संदेह होता है तो जेनेटिक टेस्टिंग का उपयोग निदान की पुष्टि के लिए किया जाता है। • जन्मपूर्व टेस्टिंग– जन्म से पहले भ्रूण के गुणसूत्र या जीन्स के बदलावों का पता लगाने के लिए जन्मपूर्व टेस्टिंग की जाती है। अगर शिशु में गुणसुत्र या जेनेटिक संबंधी विकार होने की अधिक संभावना है तो, इस प्रकार की टेस्टिंग अक्सर गर्भावस्था के दौरान की जाती है। (और पढ़ें - • कैरियर आइडेंटिफिकेशन– अगर ...