दोनों

  1. एक राधा एक मीरा song lyrics
  2. Samas in Hindi
  3. हिन्दी व्याकरण
  4. Know The Difference Between Hydration And Moisturisation Both Are Necessary For Skin
  5. Internet और Intranet क्या हैं दोनों में विभिन्न अंतर
  6. दो कलाकार (मन्नू भंडारी)
  7. हिन्दी वर्णमाला MCQ [Free PDF]
  8. समास किसे कहते है? परिभाषा, भेद, उदाहरण सहित। (Samas In Hindi)
  9. दो कलाकार (मन्नू भंडारी)
  10. हिन्दी व्याकरण


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एक राधा एक मीरा song lyrics

एक राधा एक मीरा लता मंगेशकर द्वारा गाया गया गीत फिल्म राम तेरी गंगा मैली से हे | गीत के बोल रवींद्र जैन द्वारा लिखे गए हैं और संगीत रवींद्र जैन द्वारा रचित है। फिल्म में मुख्य भूमिकाए निभाई हे राजीव कपूर, मंदाकिनी, रज़ा मुराद ने. Ek Radha Ek Meera Song Detail : गाना / Title: एक राधा एक मीरा / Ek Radha Ek Meera (1985) गायक / Singer(s): लता मंगेशकर / चित्रपट / Film: राम तेरी गंगा मैली / Ram Teri Ganga Maili संगीतकार / Music Director: रविंद्र जैन / गीतकार / Lyricist: रविंद्र जैन / Ravindra Jain राग / Raag: किरवानी / Kirvani निदेशक / Director: राज कपूर / Ek Radha Ek Meera Lyrics in hindi – एक राधा एक मीरा • • • एक राधा, एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी एक राधा, एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी राधा ने मधुबन में ढूँढा मीरा ने मन में पाया राधा जिसे खो बैठी वो गोविन्द मीरा हाथ बिक आया एक मुरली, एक पायल, एक पगली, एक घायल अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो एक सूरत लुभानी, एक मूरत लुभानी एक सूरत लुभानी, एक मूरत लुभानी एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी मीरा के प्रभु गिरिधर नागर राधा के मनमोहन सा गा मा पा धा पा धा मा पा रे मा गा धा रे सा नि धा रे रे गा मा गा पा मा पा धा पा सा नी सा रे आ.. मीरा के प्रभु गिरिधर नागर राधा के मनमोहन राधा नित श्रृंगार करे, और मीरा बन गयी जोगन एक रानी एक दासी, दोनों हरि प्रेम की प्यास...

Samas in Hindi

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हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...

Know The Difference Between Hydration And Moisturisation Both Are Necessary For Skin

चेहरे की नमी को हवा सोख लेती है और रूखा बना देती है. उसी रूखेपन की वजह से चेहरे पर रिंकल्स दिखाई देने लगते हैं, जिस वजह से चेहरे की खूबसूरती बिगड़ने लगती है. जब भी नमी की बात होती है तो दो शब्द बहुत इस्तेमाल किए जाते हैं वह हैं हाइड्रेशन और मॉइश्चराइजेशन. आमतौर पर लोग इन दो शब्दों में कंफ्यूज हो जाते हैं और दोनों को एक समझने की गलती कर बैठते हैं. लेकिन दोनों में थोड़ा अंतर होता है. आइए जानते हैं कि हाइड्रेशन और मॉइश्चराइजेशन में क्या अंतर होता है. हाइड्रेशन क्या होता है? हाइड्रेशन का मतलब है पानी की कमी को पूरी करना. हाइड्रेशन आपकी त्वचा ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर के लिए ही जरूरी है. डिहाइड्रेशन का शिकार होने पर व्यक्ति की तबीयत खराब हो सकती है और गंभीर हालत में उसकी मौत भी हो सकती है. इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए हमें दिनभर में कई बार पानी पीना पड़ता है. मगर त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए क्या सिर्फ पानी ही पर्याप्त है? जवाब है नहीं. आपने देखा होगा कि जब आप पानी से चेहरे को धोते हैं, तो कुछ देर तक तो आपको ठीक लगता है, लेकिन इसके बाद त्वचा में रूखापन आने लगता है. इसका कारण यह है कि पानी त्वचा के नैचुरल ऑयल के साथ इवापोरोट होकर उड़ जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है. मॉइश्चराइजेशन क्या है? मॉइश्चराइजेशन कई तेल और जेल्स को मिलाकर बनाई गई एक क्रीम होती है जो आपकी त्वचा पर एक परत बना देती है. इस परत के नीचे नमी और नैचुरल ऑयल लॉक हो जाते हैं, जिससे त्वचा डिहाइड्रेट नहीं होती है. बाहर की हवा मॉइश्चराइजर को आपकी त्वचा से नैचुरल ऑयल को उड़ाती नहीं है, इसलिए त्वचा चमकदार और मुलायम बनी रहती है. इस तरह अगर देखें तो मॉइश्चराइजेशन का अर्थ है त्वचा की नैचुरल नमी और तेल को लॉक करना. हाइ...

Internet और Intranet क्या हैं दोनों में विभिन्न अंतर

Table of Content • • • • • 1. इंटरनेट का अर्थ – Internet Meaning in Hindi Internet आपस में जुडे हुए कम्प्युटरों का ग्लोबल नेटवर्क हैं. जो Standard Internet Protocol का इस्तेमाल करता हैं. इंटरनेट सभी लोगों के लिए उपलब्ध है और इसे इंटरनेट से जुडे हुए किसी भी डिवाईस के माध्यम से Access किया जा सकता हैं. इंटरनेट से जुडे जुए प्रत्येक कम्प्युटर की एक अलग पहचान होती हैं. इस विशेष पहचान (Unique Identity) को IP Address कहा जाता हैं. IP Address गणितिय संख्याओं का एक Unique Set होता हैं (जैसे 103.195.185.222) जो उस कम्प्युटर की लोकेशन को बताता हैं. IP Address को Domain Name Server यानि DNS द्वारा एक नाम दिया जाता हैं जो उस IP Address को Represent करता हैं. जैसे https://www.tutorialpandit.com एक Domain Name हैं जो किसी कम्प्युटर लोकेशन का नाम हैं. जिसे डोमेन नेम सर्वर किसी IP Address यानि कम्प्युटर से जोड देते हैं. 2. इंट्रानेट का अर्थ – Intranet Meaning in Hindi Intranet भी आपस में जुडे हुए Computers का Private Network होता हैं. जिसे किसी कंपनी, संस्थान, संगठन विशेष द्वारा आंतरिक संचार और डाटा आदान-प्रदान के लिए बनाया जाता हैं. इंट्रानेट का उपयोग केवल कंपनी विशेष से संबंधित लोग यथा कर्मचारी, सदस्य, डायरेक्टर आदि ही कर सकते हैं. क्योंकि इंट्रानेट को Firewall द्वारा Global Network से अलग रखा जाता हैं. और इसे Access करने के लिए पासवर्ड की जरूरत भी पडती हैं. इसलिए इट्रानेट पर किया गया संचार (Communication) Encrypted होता हैं. बडी-बडी कंपनिया, संगठन अपने इवेंट, नीतियाँ, ऑफर, समाचार पत्र आदि को प्रकाशित करने के लिए इंट्रानेट का इस्तेमाल करती हैं. जिनकी पहुँच सिर्फ कंपनी से जुडे हुए लोगों त...

दो कलाकार (मन्नू भंडारी)

मन्नू भंडारी द्वारा रचित ‘दो कलाकार’ कहानी कला के वास्तविक अर्थ की ओर संकेत करती है कि कलाकार का कार्य समाज के रंगों को चित्रित करना ही नहीं वरन् दीन-दुखियों के जीवन में खुशियों के रंग भरना भी है।यह कहानी ऐसी दो लड़कियों की है जिनका कार्य क्षेत्र व सोच अलग-अलग होते हुए भी उनमें घनिष्ठ मित्रता है। अरुणा व चित्रा हॉस्टल में साथ रहकर एक ही कॉलेज में पढ़ती हैं। चित्रा एक चित्रकार है वह हर घड़ी हर जगह अपने चित्रों के लिए मॉडल खोजा करती है। अरुणा बस्ती के निर्धन बच्चों को पढ़ाने, बाढ़ पीडितों की मदद करने जैसे समाज सेवा के कार्यों को अपने जीवन का ध्येय बना चुकी है।एक दिन चित्रा के पिता का पत्र आता है वह अमीर पिता की इकलौती संतान है। उसके पिता चित्रा को कोर्स समाप्त कर विदेश जाने की अनुमति दे देते हैं।तेज मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ आ जाती है। बाढ़ पीड़ितों की दशा बिगड़ने की बात जान चित्रा उनके लिए चंदा इकट्ठा करती है और स्वयं सेवकों के दल के साथ बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जाती है। जब वह पंद्रह दिन बाद लौटती है तो उसे चित्रा के एक सप्ताह बाद विदेश जाने की बात पता चलती है। छः साल साथ रहने के बाद चित्रा से अलग होने की बात सुन अरुणा उदास हो जाती है।जिस दिन चित्रा को जाना था चित्रा सबसे मिलने के बाद गुरुजी का आशीर्वाद लेने गई लेकिन काफी देर तक नहीं लौटी। चित्रा की गाड़ी का समय हो रहा था। इसलिए अरुणा को चिंता होने लगी। तभी चित्रा आ गई उसने देरी होने का कारण बताते हुए कहा कि रास्ते में एक पेड़ के नीचे एक भिखारिन के मृत शरीर से लिपटकर उसके दो बच्चे रो रहे थे। उस दृश्य का एक स्केच बनाने लगी थी। यह सुन अरुणा कहीं चली गई। चित्रा को स्टेशन छोड़ने भी नहीं आई। विदेश में चित्रा मेहनत व लगन से ...

हिन्दी वर्णमाला MCQ [Free PDF]

दिये गए विकल्पों में से विकल्प 3 'ख' सही उत्तर है। Key Points स्पर्श व्यंजन, कण्ठ्य ध्वनि, अघोष और महाप्राण ध्वनि है: ख महाप्राण ध्वनि - • महाप्राण व्यंजन वह व्यंजन होतें हैं जिन्हें मुख से वायु-प्रवाह के साथ बोला जाता है, जैसे की 'ख', 'घ', 'झ' और 'फ'। ​ अघोष - • वह व्यंजन होतें हैं जिनका उच्चारण करते समय स्वर तंत्रियाँ झंकृत नहीं हैं। जैसे- क, ख आदि। कंठ्य वर्ण - • जिन वर्णों का उच्चारण में कंठ का प्रयोग किया जाता है। • क,ख,ग,घ आदि कंठ्य वर्ण हैं। Additional Information व्यंजन की परिभाषा उदाहरण जिनका उच्चारण स्वर की सहायता से किया जाता है वे व्यंजन वर्ण कहलाते हैं। क, ख, ग, घ आदि स्पर्श व्यंजन च, छ, ज, ट, ठ आदि। ऊष्म व्यंजन श, ष, स, ह आदि। अंतःस्थ व्यंजन य, र, ल, व आदि। संयुक्त व्यंजन क्ष, त्र, ज्ञ आदि। आगत व्यंजन ज़, फ़ आदि अनुनासिक ङ, ञ, ण, न, म श्वास की मात्रा के आधार पर दो भागों में बांटा गया है - अल्पप्राण और महाप्राण। क्रमशः - क , ब , प , म और ख , घ , छ , झ आदि उच्चारण में ध्वनि गूंज के आधार पर भी इनके दो भेद किए गए हैं - घोष और अघोष व्यंजन। क्रमशः - ग , घ , ज , झ और क , ख , च , छ आदि। दिये गए विकल्पों में से विकल्प 1 सही उत्तर है। अन्य विकल्प असंगत है। Key Points ऊष्म व्यंजन – 'श, ष, स, ह' – इन चार वर्णों के उच्चारण में मुख से विशेष प्रकार की गर्म ( ऊष्म ) वायु निकलती है, इसलिए इन्हें ऊष्म व्यंजन कहते है । इनके उच्चारण में श्वास की प्रबलता रहती है । जिन वर्णों के उच्चारण से ऊष्मा का अनुभव हो मानो मुख से निस्तरित हवा गर्म लगे उसे ऊष्म व्यंजन कहा जाता है। Additional Information व्यंजन की परिभाषा उदाहरण जिनका उच्चारण स्वर की सहायता से किया जाता है वे व्यंजन वर्ण कहलाते ...

समास किसे कहते है? परिभाषा, भेद, उदाहरण सहित। (Samas In Hindi)

समास के 6 भेद होतेहै- • • • • • • बहुव्रीहि समास अव्ययीभाव समास- जिस सामासिक शब्द का पहला पद अव्यय और प्रधान हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। जैसे- • प्रतिमास- हर मास • अनजाने- बिना जाने • यथाक्रम- क्रम के अनुसार • भरपेट- पेट भरकर • यथोचित- जैसा उचित हो • बीचोंबीच- बीच ही बीच • भरसक- पूरी ताकत से • आमरण- मृत्यु तक • यथाशक्ति- शक्ति के अनुसार तत्पुरुष समास- जिस सामासिक शब्द का उत्तर पद (द्वितीय पद) प्रधान होता है उसे तत्पुरुष समास कहते हैं इनमें दोनों पदों के मध्य आने वाले परसरगो (के, लिए, को, से, के, द्वारा, का, के, की, में, पर) का लोप हो जाता है यानी छिप जाता है। उदाहरण- • स्वर्गप्राप्त- स्वर्ग को प्राप्त • यशप्राप्त- यशप्राप्त को प्राप्त • ग्रामगत- ग्राम को गया हुआ • प्रेमातुर- प्रेम से आतुर • जेबखर्च- जेब के लिए खर्च • गंगाजल- गंगा का जल द्विगु समास- जिस सामासिक शब्द का पहला पद संख्यावाचक विशेषण हो उसे उदाहरण- • नवग्रह- नौ ग्रहों का समूह • नवरात्र- नवरात्री का समाहार • अठन्नी- आठ आनो का समूह • नवरत्न- नौ रत्नों का समूह • चौमासा- चार मासों का समूह • शताब्दी- सौ वर्षों का समूह • त्रिलोक- तीन लोकों का समाहार • चौपाई- चार पदों का समूह • दोपहर- दो पहरों का समाहार द्वंद्वसमास- जिस सामासिक शब्द के दोनों पद प्रधान हो और विग्रह करने पर "और" 'अथवा' 'या' 'एवं' समुच्चयबोधक शब्द लगता हो उसे द्वंद्व समास कहते हैं। उदाहरण- • माता-पिता=माता और पिता, • लाभ-हानि= लाभ और हानि • रात-दिन= रात और दिन • नर-नारी= नर और नारी • दाल-भात= दाल और भात • छोटा-बड़ा= छोटा या बड़ा • भला-बुरा= भला अथवा बुरा द्वन्द्व समास के भेद- द्वन्द्व समास के तीन भेद है- • इतरेतर द्वन्द्व समास • वैकल्पिक द्वन्द्व समास ...

दो कलाकार (मन्नू भंडारी)

मन्नू भंडारी द्वारा रचित ‘दो कलाकार’ कहानी कला के वास्तविक अर्थ की ओर संकेत करती है कि कलाकार का कार्य समाज के रंगों को चित्रित करना ही नहीं वरन् दीन-दुखियों के जीवन में खुशियों के रंग भरना भी है।यह कहानी ऐसी दो लड़कियों की है जिनका कार्य क्षेत्र व सोच अलग-अलग होते हुए भी उनमें घनिष्ठ मित्रता है। अरुणा व चित्रा हॉस्टल में साथ रहकर एक ही कॉलेज में पढ़ती हैं। चित्रा एक चित्रकार है वह हर घड़ी हर जगह अपने चित्रों के लिए मॉडल खोजा करती है। अरुणा बस्ती के निर्धन बच्चों को पढ़ाने, बाढ़ पीडितों की मदद करने जैसे समाज सेवा के कार्यों को अपने जीवन का ध्येय बना चुकी है।एक दिन चित्रा के पिता का पत्र आता है वह अमीर पिता की इकलौती संतान है। उसके पिता चित्रा को कोर्स समाप्त कर विदेश जाने की अनुमति दे देते हैं।तेज मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ आ जाती है। बाढ़ पीड़ितों की दशा बिगड़ने की बात जान चित्रा उनके लिए चंदा इकट्ठा करती है और स्वयं सेवकों के दल के साथ बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जाती है। जब वह पंद्रह दिन बाद लौटती है तो उसे चित्रा के एक सप्ताह बाद विदेश जाने की बात पता चलती है। छः साल साथ रहने के बाद चित्रा से अलग होने की बात सुन अरुणा उदास हो जाती है।जिस दिन चित्रा को जाना था चित्रा सबसे मिलने के बाद गुरुजी का आशीर्वाद लेने गई लेकिन काफी देर तक नहीं लौटी। चित्रा की गाड़ी का समय हो रहा था। इसलिए अरुणा को चिंता होने लगी। तभी चित्रा आ गई उसने देरी होने का कारण बताते हुए कहा कि रास्ते में एक पेड़ के नीचे एक भिखारिन के मृत शरीर से लिपटकर उसके दो बच्चे रो रहे थे। उस दृश्य का एक स्केच बनाने लगी थी। यह सुन अरुणा कहीं चली गई। चित्रा को स्टेशन छोड़ने भी नहीं आई। विदेश में चित्रा मेहनत व लगन से ...

हिन्दी व्याकरण

अनुक्रम • 1 वर्ण विचार • 1.1 वर्ण • 1.2 स्वर • 1.3 व्यंजन • 1.4 विदेशी ध्वनियाँ • 2 शब्द विचार • 3 विशेषण • 3.1 संज्ञा • 3.2 सर्वनाम • 3.3 विशेषण • 3.4 क्रिया • 3.5 क्रिया विशेषण • 3.6 समुच्चय बोधक • 3.7 विस्मयादि बोधक • 3.8 पुरुष • 3.9 वचन • 3.10 लिंग • 3.11 कारक • 3.12 उपसर्ग • 3.13 प्रत्यय • 3.14 संधि • 3.15 समास • 4 वाक्य विचार • 4.1 वाक्य • 4.2 काल • 4.3 पदबंध • 5 छन्द विचार • 6 इन्हें भी देखें • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ वर्ण विचार [ ] मुख्य लेख: वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला खंड है, जिसमें भाषा की मूल इकाई ध्वनि तथा वर्ण पर विचार किया जाता है। वर्ण विचार तीन प्रकार के होते हैं। इसके अंतर्गत हिंदी के मूल अक्षरों की परिभाषा, भेद-उपभेद, उच्चारण, संयोग, वर्णमाला इत्यादि संबंधी नियमों का वर्णन किया जाता है। वर्ण [ ] स्वर [ ] हिन्दी भाषा में कुल 12 स्वर हैं जो मूल रूप से उपस्थित हैं और वे बगल की सारणी में निम्नलिखित हैं। आगे बीच पीछे दीर्घ ह्रस्व दीर्घ ह्रस्व बंद ई इ उ ऊ बंद-मध्य ए ओ खुला-मध्य ऐ ऍ अ औ खुला आ स्वरों को कुछ इस प्रकार बाँटा जा सकता है — • मूल स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जो एक ही स्वर से बने हैं। • अ, इ, उ, ओ • संयुक्त स्वर — ये ऐसे स्वर हैं जिन्हें संस्कृत भाषा में दो मूल स्वर के मेल की तरह उच्चारित किया जाता था। मगर आधुनिक हिंदी में इन्हें तकनिकी रूप से मूल स्वर ही कहा जाएगा क्योंकि हिंदी में इनका उच्चारण मूल स्वरों में बदल गया है। • आ = अ + अ • ऐ = अ + इ • औ = अ + उ • ऐलोफ़ोनिक स्वर — ये ऐसे स्वर होते हैं जो किन्हीं शब्दों के व्यंजनों के कारण दूसरे स्वर का स्थान ले लेते हैं। हिंदी में ऐसे दो स्वर हैं — • ऍ — ये स्वर हिंदी की वर्णमाला में नहीं पाया जाता है।...