Dravya vachak sangya ke udaharan

  1. फल कौन सी संज्ञा है? fal shabd mein kaun si Sangya hai?
  2. संज्ञा की परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण
  3. Sangya In Hindi
  4. भाववाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द
  5. द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते है? परिभाषा, उदाहरण, वाक्य dravya vachak sangya in hindi, udaharan
  6. संज्ञा (Sangya)


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फल कौन सी संज्ञा है? fal shabd mein kaun si Sangya hai?

Advertisement लोहा एक कठोर है। दूध पीने से ताकत बढ़ती है। ऊपर दिए गए वाक्यों में सोना, तेल, लोहा और दूध आदि द्रव्यवाचक संज्ञा शब्द कहलायेंगे क्योंकि इन से किसी द्रव्य, पदार्थ, धातु या सामग्री का बोध हो रहा है। संज्ञा के बारे में परीक्षा में अनेक प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। जैसे कि – द्रव्यवाचक संज्ञा meaning in English, द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण वाक्य, द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण शब्द, द्रव्यवाचक संज्ञा को परिभाषित करो, द्रव्यवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना, आप इन सभी प्रश्नों का उत्तर इस पोस्ट को पढ़ कर दे सकते हैं। संज्ञा की परिभाषा, भेद एवं उदाहरण की विस्तार से जानकारी के लिए निम्न पोस्ट पढ़ें :- Related Posts: • गुड कौन सी संज्ञा है? gud shabd mein kaun si Sangya hai? • तेल कौन सी संज्ञा है? tel shabd mein kaun si Sangya hai? • लोहा कौन सी संज्ञा है? loha shabd mein kaun si Sangya hai? • कोयला कौन सी संज्ञा है? koyal shabd mein kaun si Sangya hai? • सोना कौन सी संज्ञा है? sona shabd mein kaun si Sangya hai? • मटर कौन सी संज्ञा है? matar shabd mein kaun si Sangya hai? • धान कौन सी संज्ञा है? dhaan shabd mein kaun si Sangya hai? • चाय कौन सी संज्ञा है? chay shabd mein kaun si Sangya hai?

संज्ञा की परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण

संज्ञा की परिभाषा, प्रकार एवं उदहारण संज्ञा की परिभाषा:किसी भी व्यक्ति,प्राणी,वस्तु,स्थान,गुण,जाति या भाव,दशा आदि के नाम को संज्ञा ( संज्ञा के प्रकार या भेद संज्ञा (noun) के भेद पर सभी वैयाकरण एकमत नहीं हैं परंतु अधिकतर संज्ञा के पाँच भेद मानते हैं, जो निम्नलिखित हैं- 1. व्यक्तिवाचक संज्ञा (vyakti vachak sangya) 2. जातिवाचक संज्ञा (jativachak sangya) 3. भाववाचक संज्ञा (bhav vachak sangya) 4. द्रव्यवाचक संज्ञा (dravya vachak sangya) 5. समूहवाचक संज्ञा (samuh vachak sangya) 1. व्यक्तिवाचक संज्ञा ‘जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।’ a) व्यक्तियों का नाम- गाँधीजी, कृष्ण, मोहन, राधा, दिनेश; b) दिशाओं के नाम- उत्तर, पश्चिम, दक्षिण, पूर्व; c) देशों के नाम- भारत, नेपाल, चीन, अफगानिस्तान, फ़्रांस; d) राष्ट्रीय जातियों के नाम- भारतीय, चीनी, पाकिस्तानी, रूसी; e) समुद्रों के नाम- काला सागर, भूमध्य सागर, हिन्द महासागर, प्रशान्त महासागर; f) नदियों के नाम- यमुना, ब्रह्मपुत्र, बोल्गा, कृष्णा, कावेरी, सिन्धु; g) पर्वतों के नाम- हिमालय, विन्ध्याचल, अलकनन्दा, कराकोरम; h) नगरों, चौकों और सड़कों के नाम- वाराणसी, गया, चाँदनी चौक, हरिसन रोड, अशोक मार्ग। i) पुस्तकों तथा समाचारपत्रों के नाम- रामचरितमानस, गोदान, आलोचना, दैनिक जागरण, अमर उजाला; j) ऐतिहासिक युद्धों और घटनाओं के नाम- पानीपत की पहली लड़ाई, सिपाही-विद्रोह, अक्तूबर-क्रान्ति; k) दिनों, महीनों के नाम- जनवरी, मार्च, सितम्बर, बुधवार, रविवार; l) त्योहारों, उत्सवों के नाम- होली, दीवाली, रक्षाबन्धन, ईद, क्रिसमस आदि। इसे भी पढ़ें- सर्वनाम की परिभाषा, प्रकार एवं उदहारण 2. जातिवाचक संज्...

Sangya In Hindi

Advertisements Hindi Grammar के इस भाग मे मै आपको sangya ke kitne bhed hote hain, Sangya Ki Paribhasha, Sangya Ke Bhed, Sangya In Hindi तथा Sangya Kise Kahte Hai के बारे मे पूरी जानकारी दी गई है, जिससे आपको अपनी परीक्षाओं मे तैयारी करने मे कोई ज्यादा परेशानी न हो। इसको पढ़ने के बाद आप Sangya worksheets for class 9, 10, 11, 12, 8 आदि कक्षाओं के साथ-साथ UPTET, UP PET, UPSSSC Lekhpal जैसे सभी परीक्षाओं मे काफी मदद करेगा। तो इसको पूरा जरूर पढ़ें। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Sangya In Hindi – संज्ञा की परिभाषा संज्ञा की परिभाषा– संज्ञा का मतलब होता है नाम यानी किसी वस्तु, व्यक्ति व स्थान के नाम को ही संज्ञा कहते है। इसे अंग्रेजी मे Noun कहते है। अन्य शब्द मे, यह कह सकते है कि जिन विकारी शब्दों से किसी व्यक्ति, प्राणी, गुण, स्थान, भाव इत्यादि का बोध होता है तो उन्हें संज्ञा कहते है। इस तरह नाम और संज्ञा समानार्थक शब्द कहलाते है। Sangya Ke Bhed – Sangya Ke Prakar अर्थ मे आधार पर संज्ञा के पाँच भेद होते है, यानी संज्ञा कुल 5 प्रकार की होती है, जिनके आधार पर हम जानते है कि कौन शब्द सज्ञा है और कौन नहीं। ये निम्न है- • जातिवाचक संज्ञा • व्यक्तिवाचक संज्ञा • भाववाचक संज्ञा • समूहवाचक संज्ञा • द्रव्यवाचक संज्ञा Jativachak Sangya Ki Paribhasha जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा- वह संज्ञा शब्द जिनसे किसी एक ही प्रकार की अनेक वस्तुओं का बोध होता है या कि वे संज्ञा शब्द जिनसे पूरी जाति का बोध होतो है, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते है। जैसे- घर, पहाड़, शहर, पशु, नदी आदि। यहाँ पहाड़ कहने से सभी तरह के पहाड़ का बोध होता है चाहे वह अलकनंदा हो या फिर कोई और, उसी प्रकार घर क...

भाववाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द

विषय-सूचि • • • • • • • • इसलेखमेंहमसंज्ञाकेभेदभाववाचकसंज्ञाकेबारेमेंविस्तारसेपढेंगे। (संज्ञाऔरउसकेसभीभेदकेबारेमेंपढनेकेलिएयहाँक्लिककरें– भाववाचकसंज्ञाकीपरिभाषा (bhav vachak sangya definition in hindi) परिभाषा:जोशब्दकिसीचीज़यापदार्थकीअवस्था, दशायाभावकाबोधकरातेहैं, उनशब्दोंको भाववाचकसंज्ञाकहतेहैं। जैसे-बचपन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास, उमंग, चढाई, थकावट, मानवता, चतुराई, जवानी, लम्बाई, मित्रता, मुस्कुराहट, अपनापन, परायापन, भूख, प्यास, चोरी, क्रोध, सुन्दरताआदि। उपर्युक्तउदाहरणोंमेंबचपन, बुढ़ापाआदिकिसीकोआपछूनहींसकतेहैं; केवलअनुभवकरसकतेहैं। भाववाचकसंज्ञाकेकुछअन्यउदाहरण (bhav vachak sangya examples in hindi) • भारतमें गरीबीबढ़रहीहै। गरीबीशब्दसेगरीबहोनेकेभावकाबोधहोरहाहै।अतःगरीबीएकभाववाचकसंज्ञाशब्दहै। • मेरा बचपनखेलकूदमेंबीता। बचपनशब्दसेबच्चाहोनेकेभावकाबोधहोरहाहै।अतःबचपनएकभाववाचकसंज्ञाहै। • मेरेदोस्तकी लम्बाईमेरेसेअधिकहै। लम्बाईशब्दसेलम्बाहोनेकेभावकाबोधहोरहाहै।अतःलम्बाईएकभाववाचकसंज्ञाहै। • रमेशऔरसुरेशकीआपसमें दोस्तीहै। दोस्तीशब्दसेदोस्तहोनेकेभावकाबोधहोरहाहै।अतःदोस्तीएकभाववाचकसंज्ञाहै। • विकासकीआवाज़मेंबहुत मिठासहै। मिठासशब्दसेआवाज़मीठीहोनेकाबोधहोरहाहै।अतःमिठासएकभाववाचकसंज्ञाहै। • तुममुझेखूनदो, मैंतुम्हे आज़ादीदूंगा। आज़ादीशब्दसेआज़ादहोनेकेभावकाबोधहोरहाहै।अतःआज़ादीएकभाववाचकसंज्ञाहै। • मुझेतुमपरकाफी गुस्साआरहाहै। इसवाक्यमेंगुस्साआनाएकभावकोप्रदर्शितकरताहै, इसकारणयहभाववाचकसंज्ञाकाउदाहरणहै। • मैंतुमसे प्रेमकरताहूँ। इसवाक्यमें‘प्रेम’एकभावयानीअनुभवकोजताताहै, जिसकीवजहसेयहभाववाचकहै। • इंसानियतकेनातेतुम्हेंउसकीमददकरनीचाहिए। उपरोक्तवाक्यभाववाचकसंज्ञाकाउदाहरणवाक्यहै, जिसमेंमें‘इंसानियत’एकभावहै। • तुमसेमिलक...

द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते है? परिभाषा, उदाहरण, वाक्य dravya vachak sangya in hindi, udaharan

विषय-सूचि • • इसलेखमेंहमसंज्ञाकेभेदद्रव्यवाचकसंज्ञाकेबारेमेंविस्तारसेपढेंगे। (संज्ञाऔरउसकेसभीभेदकेबारेमेंपढनेकेलिएयहाँक्लिककरें– द्रव्यवाचकसंज्ञाकीपरिभाषा (dravya vachak sangya ki paribhasha in hindi) परिभाषा:जोशब्दकिसीठोस, तरल, पदार्थ, धातु, अधातुयाद्रव्यकाबोधकरतेहैं, द्रव्यवाचकसंज्ञाकहलातेहैं।द्रव्यवाचकसंज्ञाएँढेरकेरूपमेंनापीयातोलीजातीहैं।येअगणनीयहैं। जैसे-कोयला, पानी, तेल, घी, लोहा, सोना, चांदी, हीरा, चीनी, फल, सब्ज़ीआदिद्रव्यहैंजिन्हेसंख्याओंमेंगिनानहींजाताबल्किइन्हेतोलायाफिरनापाजाताहै। उदाहरणकेतौरपरहमकभीएकचीनीयादोचीनीनहींकहतेबल्किएककिलोचीनीयादोकिलोचीनीकहतेहैंनाहीहमएकलोहायादसलोहाकहेंगेबल्किलोहेकोनापनेकाप्रमाणअलगहोताहैजिसेकिलोमेंयाटनमेंनापाजाताहै। द्रव्यवाचकसंज्ञाकेकुछअन्यउदाहरण (dravya vachak sangya examples in hindi) • हमेरोजाना फलखानेचाहिए। इसवाक्यमेंफलशब्दहमेंएकद्रव्यकाबोधकरारहाहै।अतःफलएकद्रव्यवाचकसंज्ञाहै। • मुझे पानीपीनाहै। इसवाक्यमेंपानीशब्दहमेंएकद्रव्यकाबोधकरारहाहै।अतःपानीएकद्रव्यवाचकसंज्ञाहै। • बाज़ारसे सब्ज़ीलेकरआओ। इसवाक्यमेंसब्ज़ीशब्दहमेंएकद्रव्यकाबोधकरारहहै।अतःसब्ज़ीएकद्रव्यवाचकसंज्ञाहै। • मेरा मोबाइलमुझेवापसदो। इसवाक्यमें‘मोबाइल’द्रव्यवाचकसंज्ञाकाउदाहरणहै, क्योंकिमोबाइलहमेंकिसीठोसद्रव्यकाबोधकरारहाहै। • हमेंस्वस्थरहनेकेलिए घीखानाचाहिए। ऊपरदिएगएवाक्यमेंघीशब्दहमेंएकद्रव्यकाबोधकरारहाहै।अतःघीएकद्रव्यवाचकसंज्ञाहै। • मुझे सोनेकाहारखरीदनाहै। ऊपरदिएगएवाक्यमेंसोनाशब्दहमेंएकद्रव्यकाबोधकरारहाहै।अतःसोनाएकद्रव्यवाचकसंज्ञाहै। • मुझे चांदीकेआभूषणपसंदहैं। ऊपरदिएगएवाक्यमेंचांदीशब्दहमेंएकद्रव्यकाबोधकरारहाहै।अतःचांदीएकद्रव्यवाचकसंज्ञाहै। • लोहाबहुतकठोरपदार्थहै। ऊपरदिएगएवाक्यमेंलोह...

संज्ञा (Sangya)

संज्ञा (Sangya in Hindi) संज्ञा (Sangya): संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, स्थान, भाव आदि के नाम के स्वरूप में प्रयुक्त होते हैं। अत: सभी नामपदों को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा की परिभाषा (Sangya Ki Paribhasha): किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु आदि तथा नाम के गुण, धर्म, स्वभाव का बोध कराने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं। जैसे- श्याम, आम, मिठास, हाथी आदि। पद:- सार्थक वर्ण-समूह शब्द कहलाता है, किंतु जब इसका प्रयोग वाक्य में होता है तो वह व्याकरण के नियमों में बँध जाता है और इसका रूप भी बदल जाता है। जब कोई शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तो उसे शब्द न कहकर पद कहा जाता है। हिन्दी में पद पाँच प्रकार के होते हैं- • संज्ञा • • • • यहाँ हम संज्ञा और संज्ञा पद के बारे विस्तार से जानेंगे। अतः निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए- • रमेश कल कोलकाता जाएगा । • वह पुस्तक पढ़ रहा है । • शेर दहाड़ता है । • ईमानदारी अच्छी बात है । • इसकी ऊंचाई देखो । उपर्युक्त वाक्यों में – • रमेश– एक व्यक्ति का नाम है • कोलकाता– एक शहर का नाम है • पुस्तक– एक वस्तु का नाम है • शेर– एक जानवर का नाम है • ईमानदारी– एक भाव का नाम है • ऊंचाई– से ऊंचा होना भाव प्रकट होता है । यह सभी पद संज्ञा है। संज्ञा पद का अर्थ ही है- “ नाम“। अतः- संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, स्थान, भाव आदि के नाम के स्वरूप में प्रयुक्त होते हैं । पहचान संज्ञा की पहचान निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर होती है- कुछ संज्ञा शब्द प्राणी वाचक होते हैं और कुछ अप्राणी वाचक। जैसे- • प्राणी वाचक शब्द – बच्चा ,भैंस ,चिड़िया ,आदमी , रमेश आदि । • अप्राणी वाचक शब्द – पुस्तक, मकान, रेलगाड़ी, रोटी, पर्वत आदि। कुछ शब्द...