दुनिया में सबसे पहले कौन सा धर्म आया

  1. सबसे सच्चा धर्म कौन सा है?
  2. गत्‍यात्‍मक चिंतन: दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ?
  3. सबसे पहले दुनिया में कौन सा धर्म आया और सबसे पहले राजनीति कहाँ शुरू हुई? » Sabse Pehle Duniya Me Kaun Sa Dharm Aaya Aur Sabse Pehle Raajneeti Kaha Shuru Hui
  4. इस्लाम से पहले क्या था तथा सबसे पुराना धर्म कौनसा है?
  5. दुनिया का सबसे अच्छा धर्म कौन सा है? – ElegantAnswer.com


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सबसे सच्चा धर्म कौन सा है?

Sacha dharm kon sa hai – जैसा कि आप सभी जानते है दुनिया में अलग-अलग धर्मो के लोग रहते है। दुनिया का हर व्यक्ति किसी न किसी धर्म से जुड़ा हुआ है। किसी भी मनुष्य का धर्म उसके जन्म होने के बाद से ही तय हो जाता है कि मनुष्य ने किस धर्म के परिवार में जन्म लिया है। हालाँकि विभिन्न प्रकार क धर्म होने के बावजूद कभी न कभी आपके मन में आता ही होगा आखिर सबसे सच्चा धर्म कौन सा है ? धर्म क्या है ? धर्म कितने प्रकार के होते है ? धर्म का सच्चा स्वरुप क्या है ? इन सभी के विषय में हम आपको विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। Sacha dharm kon sa hai से जुडी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़िए – 6.6 सिख धर्म के संस्थापक कौन थे ? धर्म क्या है ? (What is Religion Meaning) जानकारी के लिए बता दें साधारण भाषा में धर्म के बहुत से अर्थ है जैसे – कर्तव्य, न्याय, सदाचरण, अहिंसा, सद्गुण आदि। धार्मिक शब्द का अर्थ है धारण करने योग्य। धर्म के बिना किसी आदिम समाज का कोई अस्तित्व नहीं है। सभी अशिक्षित या अविकसित समाजो को एक धर्म में जाना जाता है। धर्म दो जड़ो वाले लेटिन शब्द से मिलकर बना है पहली जड़ लेग है जो एक साथ निरीक्षण को दर्शाती है और दूसरी जड़ लीग है जो बाँधने के लिए दर्शाती है। धर्म विभिन्न प्रकार के होते है। सभी धर्म (Sacha Dharm) यही सिखाते है मनुष्य को मिल-जुलकर प्रेमपूर्वक रहना चाहिए। यह भी देखें :- आपको जरूरतमदों और जीवों की रक्षा करनी चाहिए। धर्म ने हजारों वर्ष से मनुष्य जाति को नको चने चबाये है। करोड़ो नर नाहरो का गर्म रक्त इसने पिया है, हजारो कुल बालाओ को इसने ज़िंदा भस्म किया है। असंख्य पुरुषो को इसने ज़िंदा से मुर्दा बना दिया है। यह धर्म पृथ्वी की मानव जाति का नाश करेगा या ...

गत्‍यात्‍मक चिंतन: दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ?

सकारात्मक का मतलब क्या होता है, सकारात्मक और नकारात्मक सोच क्या है, सकारात्मक सोच कैसे बनाये, सकारात्मक सोच के फायदे क्या हैं, सकारात्मक सोच के उपाय क्या कर सकते हैं, खुद को, दिमाग को पॉजिटिव कैसे रखें - कुल मिलाकर इस ब्लॉग में पॉजिटिव थिंकिंग टिप्स यानि सकारात्मक सोच पर निबंध और सकारात्मक दृष्टिकोण मिलेगा आपको ! Duniya ka sabse purana dharm konsa hai दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ? धर्म क्या है ? आज उसे गलत ढंग से परिभाषित किया जा रहा है। धर्म का अर्थ है धारण करने योग्य व्यवहार , जिससे पूरी मानव जाति का शारीरिक , आर्थिक , मानसिक और पारिवारिक .... और इन सबसे अधिक नैतिक विकास हो सके , भले ही उसके लिए दुनिया को थोड़ा भय , दबाब या लालच दिया जाए। लेकिन यह तो मानना ही होगा कि कोई भी विश्वास कभी ज्यादती के आधार पर नहीं हो सकती। यह सर्वदेशीय या सर्वकालिक भी नही हो सकता। इसलिए दूसरे देश या काल में भले ही किसी धर्म का महत्व कम हो जाए , जिस युग और जिस देश में इनके नियमों की संहिता तैयार होती है , यह काफी लोकप्रिय होता है। किसी भी देश में साधन और साध्‍य के मध्‍य तालमेल बनाने में समाज हमेशा दबाब में होता है और इस दबाब से बचाने के लिए किसी तरह का विकल्प तैयार किया जाए , तो वह इसे अपनाने को पूर्ण तैयार होता है , इसे ही धर्म कहकर पुकारा जाता है। कालांतर में इसमें कुछ ढकोसले , कुछ अंधविश्वास , कुछ तुच्छता स्वयमेव उपस्थित होते चले जाते हैं , जिसको समय के साथ शुद्ध किया जाना भी उतना ही आवश्‍यक है। अब आप समझ सकते हैं कि दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ? यदि सनातन धर्म की ओर ध्‍यान दें, तो यहां गुरू सिर्फ आध्‍यात्मिक मामलों के ही गुरू नहीं , हर विषय के अध्‍येता हुआ करते थे। वे वैज...

सबसे पहले दुनिया में कौन सा धर्म आया और सबसे पहले राजनीति कहाँ शुरू हुई? » Sabse Pehle Duniya Me Kaun Sa Dharm Aaya Aur Sabse Pehle Raajneeti Kaha Shuru Hui

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका सवाल है कि सबसे पहले दुनिया में कौन सा धर्म है पहले मिस को क्लियर कर दो फिर से जो अगला है आपका वह बताता हूं सबसे पहला यह दुनिया में कौन सा धर्म है तो सबसे पहला धर्म था आर्यवर्त हम हाजियों के धर्म से हैं और उसके बाद जो है धीरे-धीरे हिंदू धर्म हुआ और पहले एक ही धर्म होता था सिर्फ अलग-अलग जो है तो विधाएं बार दी गई थी अलग-अलग काम करने के तरीकों को वोट दिया था उसमें वरुण भारती गए थे चार वर्ण थे जिसमें एक शासक होता था एक कहते हैं कि व्यापारी करने वाला व्यापार करने वाला तथा उसको ऐसे बोलते थे एक ब्राह्मण होता था जो ज्ञान तथा उनका एक वर्ण कर दिया गया था जो ज्ञान बांटने का काम करेगा ब्राह्मण होता था और एक शूद्र होता था जो इस व्यवस्था को चलाने के लिए काम करता था तो चार प्रकार के वर्ण बांटे गए थे उन चार वर्णों के हिसाब से बाद में फिर यह जातियां बनी बाद में जमाने भर के जात पात घुसा दिया गया इसके पहले बहुत अच्छी हो था सिर्फ देवता होते थे मनुष्य होते थे और राक्षस होते थे इस खिलाफ कोई नहीं होता था और राजनीति घातक राजनीति की बात है तो राजनीति तो युगो युगो से चली आ रही है अभी आप रामायण में भी देख रहे हैं है ना उसमें भी राजनीति क्या कहती है कूटनीति क्या कहती है यह शुभ से चला रहा है लेकिन आज के समय में राजनीति बहुत गंदी हो गई है आज के समय में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप रिश्ते में लोगों पर लांछन लगाना सहयोग न करना कोई भी पार्टी मैं किसी पार्टी की बात नहीं कर रहा हूं मैं तो उसके बाद कर रहा हूं जो आज के समय में अच्छी अच्छा देश को चला जो देश को आकर ले जाओ हमारे लिए भगवान हम...

इस्लाम से पहले क्या था तथा सबसे पुराना धर्म कौनसा है?

Sabse purana dharm kaun sa hai इस्लाम से पहले क्या था तथा सबसे पुराना धर्म कौनसा है? ✦ प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? ✦ अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति कैसेहोगी? यह अक्सर प्रश्न नॉन-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं। वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूं कि वे समझते हैं कि इस्लाम यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है, और दुनिया का सबसे पहला मुसलमान कौन था? इस्लाम था, या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ।” यानि विश्व का सबसे पुराना एंव प्रथम धर्म इस्लाम ही है। क्या वे आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा, ज़कात करते थे? यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो, क्यूं कि मात्र अतः मुहम्मद (सलल्लाहो अलैहि वसल्लम) से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये और जिनकी संख्या यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं। वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था। बाकि • • Keyword: Islam se Pahle Kya Tha ?, islam dharm ki sthapna • Islam - Manavta Ke liye Sandesh - Islam a Message for… Message for Mankind, What is True Religion?, Which Religion Is True?, first religion of the world, perfect religion in the world, islam for all, what is the origin of rel...

दुनिया का सबसे अच्छा धर्म कौन सा है? – ElegantAnswer.com

दुनिया का सबसे अच्छा धर्म कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म हाँ इस धर्म लोग शांत स्वभाव के होने कारण आज संघर्ष कर रहे है। हिंदू धर्म दुनिया का सबसे शांत और समानता का धर्म है। धर्म परिवर्तन कैसे करते है? इसे सुनेंरोकेंधर्म परिवर्तन करना भारतीय संविधान ने धर्म को हमारे मौलिक अधिकारों में से एक माना है। आप अपने धर्म को कानूनी रूप से नोटरीकृत हलफनामा देकर, अखबार के विज्ञापन को रखकर और राष्ट्रीय राजपत्र में परिवर्तन को अधिसूचित करके बदल सकते हैं। असली हिंदू कौन है? इसे सुनेंरोकेंजो वेदों, स्मृतियों , पुराणों और तंत्रों को धर्म का आधार और आचरण का नियम के रूप में स्वीकार करे वो हिन्दू है. 8. जो सर्वव्यापी , सर्वशक्तिमान एक ईश्वर-ब्रह्म को माने -वो हिन्दू है. हिन्दू दर्शन वेद परम्परा, वेदान्त और उपनिषद के अनुसार ब्रह्म सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का परम सत्य है. धार्मिक समूह जनसंख्या % विकास (1991-2001) हिंदू 80.46% 20.3% मुस्लिम 13.43% 36.0% ईसाई 2.34% 22.6% सिख 1.87% 18.2% दुनिया में सबसे तेजी से फैलने वाला धर्म कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंकिसी भी मज़हब के मुक़ाबले इस्लाम दुनिया में सबसे तेजी से फैल रहा है. ईसाई कैसे बने? इसे सुनेंरोकेंधर्म बदलने को तैयार हिंदू लोगों को एक सभा में बुलाया जाता है। इस सभा में चर्च के पादरी ईसाई धर्म से जुड़ी बातें बताते हैं। इसके बाद सभी पर पवित्र जल का छिड़काव किया जाता है और कुछ धार्मिक विधियां कराई जाती हैं। इसके बाद सभी को ईसाई मान लिया जाता है। कौन सा धर्म अपनाना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंजैन धर्म किसी भी ऐसे व्यक्ति को स्वीकार करता है, जो उनके धर्म को अपनाना चाहता हो। जैन धर्म में धर्मांतरित होने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिये शाकाहारी होना तथ...