दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म

  1. इस्लाम में धर्मांतरण
  2. भारत में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म: एक अवलोकन
  3. गुब्बारे बनाने से शुरू हुआ था कारोबार! अब इस देशी टायर कंपनी ने रच दिया इतिहास
  4. दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन है?
  5. दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता धर्म – christianityworks
  6. इस्लाम दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है
  7. दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता धर्म – christianityworks
  8. गुब्बारे बनाने से शुरू हुआ था कारोबार! अब इस देशी टायर कंपनी ने रच दिया इतिहास
  9. दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन है?
  10. इस्लाम में धर्मांतरण


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इस्लाम में धर्मांतरण

• दे • वा • सं इस्लामिक मिशनरी कार्य या दावत का उद्देश्य लोगों, मुसलमानों और गैर-मुस्लिमों को इस्लाम में आमंत्रित करना है। दावत के रूप में "ईश्वर को बुलावा" वह साधन था जिसके द्वारा रूपांतरण दर [ ] किसी धर्म में परिवर्तित होने वालों की सही संख्या की गणना करना मुश्किल है। क्योंकि कुछ राष्ट्रीय जनगणना लोगों से उनके धर्म के बारे में पूछती है, लेकिन यह नहीं कि क्या वे अपने वर्तमान विश्वास में परिवर्तित हो गए हैं, और कुछ देशों में, कानूनी और सामाजिक परिणाम धर्मांतरण को कठिन बनाते हैं, जैसे कि कुछ मुस्लिम देशों में इस्लाम छोड़ने के लिए मृत्युदंड। इस्लाम में और इस्लाम से रूपांतरण पर सांख्यिकीय आंकड़े दुर्लभ हैं। बी बी सी के अनुसार इस्लाम: दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है अमेरिका स्थित प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा प्रकाशित शोध के अनुसार, यदि वर्तमान जनसांख्यिकीय रुझान जारी रहता है, तो यह बदल सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, लगभग 25% अमेरिकी मुसलमान धर्मान्तरित हैं। ब्रिटेन में, लगभग 6,000 लोग प्रत्येक वर्ष इस्लाम में परिवर्तित होते हैं, और जून 2000 के ब्रिटिश मुस्लिम मासिक सर्वेक्षण लेख के अनुसार, ब्रिटेन में धर्मान्तरित होने वाले अधिकांश नए मुस्लिम महिलाएं थीं। द हफ़िंगटन पोस्ट के अनुसार, "पर्यवेक्षकों का अनुमान है कि हर साल लगभग 20,000 अमेरिकी इस्लाम में परिवर्तित हो जाते हैं। इन्हें भी देखें [ ] • • संदर्भ [ ] • • ↑ Kueny, Kathryn (2004). "Abraham's Test: Islamic Male Circumcision as Anti/Ante-Covenantal Practice". Bible and Qurʼān: Essays in Scriptural Intertextuality. 90-04-12726-7. • "To Mutilate in the Name of Jehovah or Allah: Legitimization of Male and Female Circ...

भारत में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म: एक अवलोकन

भारत एक समृद्ध और जटिल धार्मिक परिदृश्य के साथ दुनिया के सबसे विविध और बहुसांस्कृतिक देशों में से एक है। जबकि हिंदू धर्म प्रमुख धर्म है, जिसकी 80% से अधिक आबादी इसकी शिक्षाओं का अनुसरण करती है, इस्लाम, ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म सहित अन्य धर्म भी हाल के वर्षों में आधार प्राप्त कर रहे हैं। इस लेख में, हम भारत में सबसे तेजी से बढ़ते धर्म और इसके विकास के कारणों का पता लगाएंगे। भारत में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म हाल के अध्ययनों और रिपोर्टों के अनुसार, भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म इस्लाम है। पिछले कुछ दशकों में, भारत में मुसलमानों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, खासकर मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में। इस वृद्धि को विभिन्न कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसमें आप्रवासन, रूपांतरण और मुस्लिम परिवारों में उच्च जन्म दर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मुस्लिम आबादी के विकास को आर्थिक और राजनीतिक कारकों से भी बढ़ावा मिला है, जिसमें गरीबी और हाशिए पर रहना शामिल है, जिसने कुछ लोगों को बेहतर जीवन की तलाश में इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए प्रेरित किया है। भारत में इस्लाम का परिचय इस्लाम एक एकेश्वरवादी धर्म है जिसकी स्थापना 7वीं शताब्दी में अरब प्रायद्वीप में हुई थी। तब से यह पूरी दुनिया में फैल गया है और अब 1.8 बिलियन से अधिक अनुयायियों के साथ विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। भारत में, धर्म का एक लंबा इतिहास रहा है, देश में पहले मुस्लिम समुदायों का उदय 7वीं शताब्दी में हुआ था। हालाँकि, यह 20 वीं शताब्दी तक नहीं था कि इस्लाम ने भारत में महत्वपूर्ण विकास का अनुभव करना शुरू किया। वृद्धि के कारण भारत में इस्लाम के विकास को कई कारकों के लिए जिम्मेदार ठहर...

गुब्बारे बनाने से शुरू हुआ था कारोबार! अब इस देशी टायर कंपनी ने रच दिया इतिहास

देश की आजादी के पहले एक युवा उद्यमी, के.एम. मामेन मपिल्लई ने तिरुवोट्टियूर, मद्रास (अब चेन्नई) में एक छोटे से शेड में गुब्बारा (Ballon) बनाने का काम शुरू किया था. उस वक्त किसी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि, गुब्बारे बनाने वाली ये कंपनी एक दिन दुनिया की दूसरी सबसे स्ट्रांगेस्ट टायर ब्रांड के तौर पर उभरेगी. इतना ही नहीं, आज इस कंपनी के शेयरों ने दलाल स्ट्रीट में तकरीबन भूचाल ही ला दिया. हम बात कर रहे हैं मद्रास रबर फैक्ट्री (MRF) की, जिसके शेयरों ने आज इतिहास रच दिया है. ये देश का पहला स्टॉक है, जिसने एक लाख रुपये (1 Lakh Per Share) के आंकड़े को छुआ है. MRF जिसकी पहुंच सड़क से लेकर सचिन के बल्ले तक रही है, उसकी शुरुआत बेहद ही दिलचस्प थी. टायर की दुनिया का बादशाह बनने से पहले इस कंपनी के फाउंडर के.एम. मामेन मपिल्लई (K. M. Mammen Mappillai) गुब्बारे बनाने का काम करते थें. मपिल्लई का जन्म केरल में साल 28 नवंबर 1922 को एक सीरियाई ईसाई परिवार में हुआ था. उनके माता-पिता के. सी. मामन मपिल्लई और कुंजनदम्मा थे, जिनके आठ बेटे और एक बेटी थी और वह सबसे छोटे थें. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गृह नगर से प्राप्त की और प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज में एडमिशन लिया जहां उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की. मपिल्लई ने साल 1946 में कारोबारी दुनिया में कदम रखा उस वक्त उन्होनें तिरुवोट्टियूर, मद्रास में एक छोटे से शेड में गुब्बारे बनाने का कारोबार शुरू किया. इस फैक्ट्री में कोई बड़ी मशीनरी नहीं थी और ज्यादातर बच्चों के खिलौने, इंडस्ट्रियल ग्लव्स और लैटेक्स से बनी हुई चीजों का ही निर्माण किया जाता था. समय के साथ कारोबार आगे बढ़ा और साल 1952 में मपिल्लई...

दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन है?

विषयसूची Show • • • • • • • • • भारतीय मूल के अविजित सरकार ऑस्ट्रेलिया के मशहूर कलाकार हैं. वह कहते हैं, "2021 की जनगणना के मुताबिक 38.9 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि उनका कोई धर्म नहीं है. मैं उन्हीं में से एक हूं. सदा से ऐसा ही रहा हूं. 2016 की जनगणना में इन लोगों की संख्या 30 फीसदी थी. तब मैंने भविष्यवाणी की थी कि यह संख्या तेजी से बढ़ेगी मुझे यकीन है कि यह यहां नहीं रुकेगी." पिछले साल जून में ऑस्ट्रेलिया में हुई जनगणना के आंकड़े इसी महीने जारी हुए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक देश में 2.7 करोड़ लोग रहते हैं जिनमें से 38 प्रतिशत से ज्यादा किसी धर्म को नहीं मानते. देश में आज भी सबसे ज्यादा आबादी ईसाई धर्म के लोगों की है लेकिन लगातार घट रही है. ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के हिसाब से 43.9 प्रतिशत लोग ईसाई धर्म को मानते हैं. लेकिन इनकी आबादी 2016 में 52.1 प्रतिशत हुआ करती थी और 2011 में 61.1 प्रतिशत. ब्यूरो कहता है कि अब धर्म के कॉलम में ‘कोई धर्म नहीं' का विकल्प चुनने वालों की संख्या बढ़ रही है. लगभग 40 प्रतिशत लोगों ने यह विकल्प चुना है. 2016 में इस विकल्प को चुनने वालों की संख्या 30.1 प्रतिशत थी जबकि 2011 में 22 फीसदी. बढ़ रहे हैं अन्य धर्म ऑस्ट्रेलिया में जैसे-जैसे ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या घट रही है, कई अन्य धर्मों में आस्था रखने वाले बढ़ भी रहे हैं. हिंदू धर्म सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है. पिछली जनगणना के मुकाबले इसमें 55.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब देश की आबादी के 2.7 फीसदी यानी लगभग 6,84,000 लोग हिंदू धर्म के हैं. इस्लाम के मानने वालों की आबादी 3.2 प्रतिशत हो गई है और ऑस्ट्रेलिया में 8,13,000 से ज्यादा मुसलमान रहते हैं. ऑस्ट्रेलिया के सांख्यिकी व...

दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता धर्म – christianityworks

We're glad you like it! Enjoying the content? You can save this to your favourites by logging in to your account. or × Add to Favourites यशायाह 14:13,14 तू मन में कहता तो था कि मैं स्वर्ग पर चढूंगा; मैं अपने सिंहासन को ईश्वर के तारागण से अधिक ऊंचा करूंगा; और उत्तर दिशा की छोर पर सभा के पर्वत पर बिराजूंगा; 14 मैं मेघों से भी ऊंचे ऊंचे स्थानों के ऊपर चढूंगा, मैं परमप्रधान के तुल्य हो जाऊंगा। It’s been said that the world’s fastest growing religion is … wait for it … self-worship. I don’t have any empirical data to back that up, but just look around. I don’t think it’s at all far off the mark. You may or may not be into social media, but what it provides is multiple platforms for self-publishing and self-promotion. That’s certainly true of Instagram and Tik-Tok for the younger generation and Facebook for us more, shall we say, chronologically endowed folk. “Selfies” abound. People are constantly showing us just a fine sliver of their lives – the best of the best, if you will. If you compared your life to all the “good stuff” that all your “friends” post about themselves, you’d have to come to the conclusion that your life is an absolute disaster. In truth though, it’s an unfair comparison between reality and fantasy. All that is to say that self-worship is indeed the trend du jure. But there’s nothing new in that. Isaiah 14:13,14 You always told yourself, “I will go to the skies above. I will put my throne above God’s stars. I will sit on Zaphon, the holy mountain where the g...

इस्लाम दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है

अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) समाचार «एनपीआर» के हवाले से, ईसाई धर्म वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है और उसके अनुयायि दुनिया की आबादी का एक तिहाई हिस्सा हैं। प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, दुनिया में इस्लाम सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है और 2050 तक दुनिया की आबादी का 30 प्रतिशत हो जाएगा। हालांकि, 2010 में, मुसलमानों की आबादी दुनिया की जनसंख्या का 23 प्रतिशत हैं। इसका मतलब 2050 में मुस्लिम आबादी ईसाई आबादी के बराबर हो जाएगी। रिपोर्ट में आया है कि मुस्लिम जनसंख्या में अगर से इसी तरह वृद्धि होती रही तो 2070 के बाद मुसलमानों की संख्या ईसाइयों से अधिक हो जाएगी। ईसाइयों की संख्या 2050 में 2.1 से 2.9 अरब हो जाऐगी जब कि मुस्लिम आबादी 1.6 अरब से वृद्धि होकर, 2.8 अरब तक पंहुच जाऐगी। रिपोर्ट के मुताबिक, गैर-अद्वैतवादी धर्मों जो वर्तमान में यूरोप और अमेरिका में बढ़ रहे हैं 2050 में उनकी आबादी कम हो जाएगी।

दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता धर्म – christianityworks

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गुब्बारे बनाने से शुरू हुआ था कारोबार! अब इस देशी टायर कंपनी ने रच दिया इतिहास

देश की आजादी के पहले एक युवा उद्यमी, के.एम. मामेन मपिल्लई ने तिरुवोट्टियूर, मद्रास (अब चेन्नई) में एक छोटे से शेड में गुब्बारा (Ballon) बनाने का काम शुरू किया था. उस वक्त किसी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि, गुब्बारे बनाने वाली ये कंपनी एक दिन दुनिया की दूसरी सबसे स्ट्रांगेस्ट टायर ब्रांड के तौर पर उभरेगी. इतना ही नहीं, आज इस कंपनी के शेयरों ने दलाल स्ट्रीट में तकरीबन भूचाल ही ला दिया. हम बात कर रहे हैं मद्रास रबर फैक्ट्री (MRF) की, जिसके शेयरों ने आज इतिहास रच दिया है. ये देश का पहला स्टॉक है, जिसने एक लाख रुपये (1 Lakh Per Share) के आंकड़े को छुआ है. MRF जिसकी पहुंच सड़क से लेकर सचिन के बल्ले तक रही है, उसकी शुरुआत बेहद ही दिलचस्प थी. टायर की दुनिया का बादशाह बनने से पहले इस कंपनी के फाउंडर के.एम. मामेन मपिल्लई (K. M. Mammen Mappillai) गुब्बारे बनाने का काम करते थें. मपिल्लई का जन्म केरल में साल 28 नवंबर 1922 को एक सीरियाई ईसाई परिवार में हुआ था. उनके माता-पिता के. सी. मामन मपिल्लई और कुंजनदम्मा थे, जिनके आठ बेटे और एक बेटी थी और वह सबसे छोटे थें. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गृह नगर से प्राप्त की और प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज में एडमिशन लिया जहां उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की. मपिल्लई ने साल 1946 में कारोबारी दुनिया में कदम रखा उस वक्त उन्होनें तिरुवोट्टियूर, मद्रास में एक छोटे से शेड में गुब्बारे बनाने का कारोबार शुरू किया. इस फैक्ट्री में कोई बड़ी मशीनरी नहीं थी और ज्यादातर बच्चों के खिलौने, इंडस्ट्रियल ग्लव्स और लैटेक्स से बनी हुई चीजों का ही निर्माण किया जाता था. समय के साथ कारोबार आगे बढ़ा और साल 1952 में मपिल्लई...

दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन है?

विषयसूची Show • • • • • • • • • भारतीय मूल के अविजित सरकार ऑस्ट्रेलिया के मशहूर कलाकार हैं. वह कहते हैं, "2021 की जनगणना के मुताबिक 38.9 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि उनका कोई धर्म नहीं है. मैं उन्हीं में से एक हूं. सदा से ऐसा ही रहा हूं. 2016 की जनगणना में इन लोगों की संख्या 30 फीसदी थी. तब मैंने भविष्यवाणी की थी कि यह संख्या तेजी से बढ़ेगी मुझे यकीन है कि यह यहां नहीं रुकेगी." पिछले साल जून में ऑस्ट्रेलिया में हुई जनगणना के आंकड़े इसी महीने जारी हुए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक देश में 2.7 करोड़ लोग रहते हैं जिनमें से 38 प्रतिशत से ज्यादा किसी धर्म को नहीं मानते. देश में आज भी सबसे ज्यादा आबादी ईसाई धर्म के लोगों की है लेकिन लगातार घट रही है. ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के हिसाब से 43.9 प्रतिशत लोग ईसाई धर्म को मानते हैं. लेकिन इनकी आबादी 2016 में 52.1 प्रतिशत हुआ करती थी और 2011 में 61.1 प्रतिशत. ब्यूरो कहता है कि अब धर्म के कॉलम में ‘कोई धर्म नहीं' का विकल्प चुनने वालों की संख्या बढ़ रही है. लगभग 40 प्रतिशत लोगों ने यह विकल्प चुना है. 2016 में इस विकल्प को चुनने वालों की संख्या 30.1 प्रतिशत थी जबकि 2011 में 22 फीसदी. बढ़ रहे हैं अन्य धर्म ऑस्ट्रेलिया में जैसे-जैसे ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या घट रही है, कई अन्य धर्मों में आस्था रखने वाले बढ़ भी रहे हैं. हिंदू धर्म सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है. पिछली जनगणना के मुकाबले इसमें 55.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब देश की आबादी के 2.7 फीसदी यानी लगभग 6,84,000 लोग हिंदू धर्म के हैं. इस्लाम के मानने वालों की आबादी 3.2 प्रतिशत हो गई है और ऑस्ट्रेलिया में 8,13,000 से ज्यादा मुसलमान रहते हैं. ऑस्ट्रेलिया के सांख्यिकी व...

इस्लाम में धर्मांतरण

• दे • वा • सं इस्लामिक मिशनरी कार्य या दावत का उद्देश्य लोगों, मुसलमानों और गैर-मुस्लिमों को इस्लाम में आमंत्रित करना है। दावत के रूप में "ईश्वर को बुलावा" वह साधन था जिसके द्वारा रूपांतरण दर [ ] किसी धर्म में परिवर्तित होने वालों की सही संख्या की गणना करना मुश्किल है। क्योंकि कुछ राष्ट्रीय जनगणना लोगों से उनके धर्म के बारे में पूछती है, लेकिन यह नहीं कि क्या वे अपने वर्तमान विश्वास में परिवर्तित हो गए हैं, और कुछ देशों में, कानूनी और सामाजिक परिणाम धर्मांतरण को कठिन बनाते हैं, जैसे कि कुछ मुस्लिम देशों में इस्लाम छोड़ने के लिए मृत्युदंड। इस्लाम में और इस्लाम से रूपांतरण पर सांख्यिकीय आंकड़े दुर्लभ हैं। बी बी सी के अनुसार इस्लाम: दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है अमेरिका स्थित प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा प्रकाशित शोध के अनुसार, यदि वर्तमान जनसांख्यिकीय रुझान जारी रहता है, तो यह बदल सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, लगभग 25% अमेरिकी मुसलमान धर्मान्तरित हैं। ब्रिटेन में, लगभग 6,000 लोग प्रत्येक वर्ष इस्लाम में परिवर्तित होते हैं, और जून 2000 के ब्रिटिश मुस्लिम मासिक सर्वेक्षण लेख के अनुसार, ब्रिटेन में धर्मान्तरित होने वाले अधिकांश नए मुस्लिम महिलाएं थीं। द हफ़िंगटन पोस्ट के अनुसार, "पर्यवेक्षकों का अनुमान है कि हर साल लगभग 20,000 अमेरिकी इस्लाम में परिवर्तित हो जाते हैं। इन्हें भी देखें [ ] • • संदर्भ [ ] • • ↑ Kueny, Kathryn (2004). "Abraham's Test: Islamic Male Circumcision as Anti/Ante-Covenantal Practice". Bible and Qurʼān: Essays in Scriptural Intertextuality. 90-04-12726-7. • "To Mutilate in the Name of Jehovah or Allah: Legitimization of Male and Female Circ...