Durlabh kashyap photo editing

  1. दुर्लभ कश्यप कौन था? Ddurlabh Kashyap Wikipedia In Hindi
  2. Story of Durlabh Kashyap and why he is popular on social media


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दुर्लभ कश्यप कौन था? Ddurlabh Kashyap Wikipedia In Hindi

उज्जैन। दुर्लभ कश्यप मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले का निवासी था. जिसकी मृत्यु 6 सितंबर 2020 की रात करीब 2 बजे हेलावाड़ी क्षेत्र में गैंगवार के दौरान हुई थी. पुरानी रंजिश को लेकर हिस्ट्रीशीटर बदमाश दुर्लभ कश्यप की हत्या हेलावाड़ी में मौजूद जुम्मन चाचा की दुकान पर चाय पीने के दौरान शाहनवाज और शादाब से हुआ था. इसी दौरान चाकू से गोदकर की गई थी. घटना के दौरान दुर्लभ का एक साथी बुरी तरह जख्मी हो गया था. जिसे उपचार के लिए इंदौर रैफर कर दिया गया था. हिस्ट्रीशीटर दुर्लभ कश्यप कौन था दुर्लभ कश्यप दुर्लभ कश्यप जीवाजीगंज के अब्दालपुरा निवासी मनोज कश्यप का पुत्र था. दुर्लभ की माता उज्जैन के क्षीरसागर क्षेत्र में पूर्व स्कूल टीचर रह चुकी है. पिता मुंबई में नौकरी के बाद इंदौर शिफ्ट हुए है. दुर्लभ एक संभ्रात परिवार का बालक था. बिल्लियों को पालने का शौकिन था. फेसबूक पर रंगदारी और सुपारी लेता था, उसकी पोस्ट देखकर कई युवा उसके मुरीद हो जाते थे और उसे जॉइन कर लेते थे जिनसे वह अपराध करवाता था, दुर्लभ की गैंग में 100 से ज्यादा युवा जुड़ गए थे जो रंगदारी, हफ्ता वसूली, लूटपाट करने लगे थे जब इसकी जानकारी तत्कालीन एसपी सचिन अतुलकर को लगी तो उन्होंने दुर्लभ गैंग का खुलासा करते हुए दो दर्जन से अधिक युवाओं को हिरासत में लिया था. कश्यप की पूरी गैंग का ड्रेस कोड भी स्पेशल था दुर्लभ कश्यप की पूरी गैंग का ड्रेस कोड था. गैंग के सदस्य माथे पर टीका, आंखों में काजल और गले में काला कपड़ा रखते थे. बता दें कि दुर्लभ कश्यप ने फेसबुक पर स्टेट्स लगाया था कि, वह कुख्यात बदमाश, हत्यारा और अपराधी है कोई सा भी विवाद हो. कैसा भी विवाद हो तो उससे संपर्क करें. इसी के साथ इन लोगों की प्रोफाइल पर हथियारों के साथ पोस्ट, धमकाने और ...

Story of Durlabh Kashyap and why he is popular on social media

काली शर्ट पहने हुए लड़का. आंखों में काजल. माथे पर ‘अलग तरह का’ टीका. कंधे पर पंछा, या कहें गमछा. और एक नाम, दुर्लभ कश्यप. फेसबुक पर तलाशेंगे, तो इस नाम के कई अकाउंट्स, पेज और ग्रुप सामने आ जाएंगे. लेकिन सबसे जरूरी बात. दुर्लभ कश्यप नाम का ये लड़का, जो अब दुनिया में नहीं है. गैंगवॉर में मारा जा चुका है. मरने के बाद उसकी इतनी फैन फॉलोइंग क्यों? उज्जैन के रहने वाले दुर्लभ का नाम चल जाने के पीछे का किस्सा क्या है? एक-एक कर सारे पन्नों को पलटते हैं. हाथ उठाया और सोशल मीडिया पर ‘हिट’ हो गया साल 2018 की बात है. दो महीने बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव थे. उज्जैन के तत्कालीन SP सचिन अतुलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. सचिन अतुलकर, जो अपनी तस्वीरों और फिटनेस के चलते सोशल मीडिया पर खुद भी आए दिन वायरल होते रहते हैं. लेकिन वो किसी और के वायरल होने का दिन था. दुर्लभ और उसके कुछ साथियों की मीडिया के सामने परेड कराई गई. सचिन अतुलकर की कोशिश थी कि चुनाव से पहले पेशेवर अपराधियों को नियंत्रण में कर लिया जाए. उस वक्त दुर्लभ 18 साल का भी नहीं था. मीडियावाले उसके चेहरे से अनजान थे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में से एक पत्रकार ने सवाल किया, ‘इन लड़कों में से दुर्लभ कौन है?’ अतुलकर का जवाब आया, ‘वो खुद हाथ उठाकर बताएगा’. फिर फटी शर्ट वाले दुर्लभ ने बहुत अलग अंदाज में अपना हाथ ऊपर उठाया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. यह वही वक्त था जिसके साथ दुर्लभ सोशल मीडिया पर लोगों के बीच पहचान हासिल करने में सफल हो गया. दुर्लभ और उसकी गैंग के साथियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA के तहत सूबे की अलग-अलग जेलों में भेज दिया गया. दुर्लभ को शुरुआत में जबलपुर जेल भेजा गया. उस वक़्त वह नाबालिग था. बालिग ह...