Echo test kaise hota hai

  1. शरीर के कौन
  2. डबल मार्कर टेस्ट: प्रक्रिया, परिणाम व लागत
  3. ECHO Test
  4. टेस्ट क्रिकेट के नियम
  5. ECG (Electrocardiogram) Kyu Aur Kese Kiya Jata Hai?
  6. Mock Test क्या होता है? और आप भी Mock Test कैसे दे सकते है जाने पूरी जानकारी हिंदी में
  7. ईसीजी क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है
  8. डीएनए टेस्ट क्या है,कीमत और कैसे? डीएनए टेस्ट का खर्च एवं पूरी जानकारी बारे में पढ़े
  9. ECHO Test
  10. ईसीजी क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है


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शरीर के कौन

Written by |Published : September 22, 2021 6:14 PM IST • • • • • डीएनए, मतलब डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (DNA or Deoxyribonucleic Acid) यह इतना पावरफुल मेडिकल शब्‍द है कि कुछ लोग इसका नाम सुनकर ही डर जाते हैं। यह एक ऐसा टेस्‍ट होता है जो हमारे जींस के बारे में एकदम सटीक जानकारी देता है। हमारे शरीर में कई करोड़ सेल्‍स होते हैं। रेड ब्‍लड सेल्‍स को छोड़कर बाकी सभी सेल्‍स में एक जेनेटिक कोडिंग होती है जो शरीर को बनाती है। डीएनए सीढ़‍ि की तरह आपस में घूमे हुए होते हैं। अगर मानव शरीर में मौजूद डीएनए को सीधा किया जाए तो ये इतने लंबे होते हैं कि सूर्य तक पहुंचकर 300 बात वापस धरती पर आ सकते हैं। बच्‍चे का DNA उसके माता-पिता से बनता है। लेकिन बच्‍चे और उसके माता पिता का DNA एक जैसा नहीं होता है बल्कि कुछ हिस्‍सा मिलता हुआ हो सकता है। हर व्‍यक्ति का DNA एकदम अलग और यूनिक होता है। जींस क्‍या होते हैं (What is a Gene) क्‍या होते हैं जीन? एक बच्‍चे को जीन उसके माता-पिता से मिलते हैं। जींस के द्वारा ही बच्‍चे की शक्‍ल-सूरत अपने माता-पिता और पूर्वजों से मिलती है। सिर्फ यही नहीं जींस के द्वारा ही बच्‍चे में अपने माता-पिता से गुण-अवगुण जाते हैं। जेनेटिक डिसऑर्डर यानि कि बीमारियां भी जींस से ही जाती है। DNA टेस्‍ट से यह पता लगाया जा सकता है कि अगर माता या पिता किसी Also Read • • • DNA क्‍या है (What Is DNA) DNA एक बहुत ही साइंटिफिक टर्म है इसलिए हम आपको इसे आसान भाषा में समझाते हैं। एक पंडित या ज्‍योतिषि किसी व्‍यक्ति कि जन्‍म कुंडली देखकर उसके ग्रह-नक्षत्रों को समझते हैं और उस व्‍यक्ति के भूतकाल, वर्तमान और भविष्य की तस्‍वीर उसके सामने रख देते हैं। हालांकि ज्‍योतिष कितना सही और कितना गलत ब...

डबल मार्कर टेस्ट: प्रक्रिया, परिणाम व लागत

गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे के बेहतर भविष्य और स्वास्थ्य को देखते हुए कई प्रकार के मेडिकल टेस्ट कराए जाते हैं। इन मेडिकल टेस्ट को दो वर्गों में बांटा जाता है। पहले वर्ग में वो सभी टेस्ट आते हैं, जो मां और बच्चे की सेहत के लिहाज से बेहद जरूरी माने गए हैं। इस प्रकार के सभी टेस्ट गर्भावस्था के दौरान होने वाली नियमित जांच का हिस्सा मात्र होते हैं। वहीं, दूसरे वर्ग में उन टेस्ट को शामिल किया गया है, जिन्हें डॉक्टर भविष्य में आने वाली किसी परेशानी की आशंका के मद्देनजर कराने की सलाह देते हैं। डबल मार्कर टेस्ट भी ऐसा ही परीक्षण है। किसी गंभीर समस्या का अंदेशा होने पर ही डॉक्टर इस टेस्ट को कराने की सलाह देते हैं। मॉमजंक्शन के इस लेख के माध्यम से हम डबल मार्कर टेस्ट से संबंधित सभी खास जानकारियों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। डबल मार्कर टेस्ट क्या है? डबल मार्कर टेस्ट की बात करें, तो यह गर्भधारण की पहली तिमाही पर किया जाने वाला रक्त परीक्षण है। आमतौर पर इसे गर्भधारण के 10वें और 13वें सप्ताह के बीच किया जाता है। इसमें एनोप्लॉयडी (गुणसूत्र की असामान्य मात्रा) गर्भावस्था का पता लगाया जाता है। खास यह है कि डबल मार्कर टेस्ट नॉन-इनवेसिव स्क्रीनिंग (बिना किसी कट मार्क के किया जाने वाला परीक्षण) है। इस टेस्ट के जरिए डाउनग्रेड सिंड्रोम (ट्राइसोमी 21), एडवर्ड सिंड्रोम (ट्राइसोमी 18) और पटाउ सिंड्रोम (ट्राइसोमी 13) जैसे क्रोमोसोम (गुणसूत्र) का पता लगाया जाता है आगे लेख में हम यह जानेंगे कि किन स्थितियों में डबल मार्कर टेस्ट की आवश्यकता पड़ती है और इसे क्यों किया जाता है। डबल मार्कर टेस्ट क्यों किया जाता है? जिन गर्भवती महिलाओं को विशेष प्रकार के गंभीर जोखिम की श्रेणी में शामिल किया जात...

ECHO Test

ECHO Test An Echo Test, also known as echocardiogram is a form of ultrasound test that utilizes high-pitched waves of sound that get transmits through a device called a transducer. This device catches echoes of sound waves that bounce off to the various parts of the heart. The echoes get converts to digital images of the heart, which is visible on a video screen. Types of Echo Test Transthoracic Echocardiogram – It is the most common form of echo test, which places the probe or transducer on the chest wall of a human being. During the procedure, the sound waves bounce off the heart structures and the same transducer obtains the return signals and alters it into the visualized images on the screen with the aid of a computer. Doppler Echocardiogram – It is the second form of echo test, which evaluates the pressure with which blood flows through the heart valves, heart chambers, and blood vessels within the entire body. The test reflects the blood movement in the form of sound waves of the transducer. The ultrasound computer then measures the speed and the direction of the blood flowing through vessels and heart. The measurements of the Doppler get picturized in white and black color. Stress Echocardiogram – The third type of echo test measures the stress level of the heart. It is supportive in measuring different abnormalities within the muscle function, heart wall, and for this reason, the patient is advised to walk, exercise, or job before the test. It also helps checking ...

टेस्ट क्रिकेट के नियम

नमस्कार दोस्तों, क्रिकेट जगत में अलग अलग तरह के मैच खेले जाते हैं, जिसमें टेस्ट मैच भी बहुत लोकप्रिय हैं, तो चलिए जानते हैं टेस्ट क्रिकेट के नियम क्या – क्या हैं (Test match Rules in Hindi) – टेस्ट क्रिकेट के नियम | Test match Rules in Hindi वैसे तो टेस्ट क्रिकेट में बहुत सारे नियम होते हैं लेकिन यहाँ हम कुछ महत्त्वपूर्ण नियमो के बारे में चर्चा करेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं – कुछ समय पहले पुरुषो के टेस्ट मैच को भी 4 दिन करने की मांग उठी थी, लेकिन पुरुष टेस्ट मैच की लोकप्रियता 5 दिन के खेल में ही हैं वहीँ महिलाओ के टेस्ट मैच की लोकप्रियता 4 दिनों में हैं. टेस्ट क्रिकेट कितने ओवर का होता हैं | Test match kitne over ka hota hai टेस्ट क्रिकेट के नियम | Test match Rules in Hindi टेस्ट क्रिकेट में वैसे तो ओवर की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन 5 दिनों के मैच में दोनों टीम अपने-अपने पहले पारी में दिन के खत्म होने तक 90 से 95 ओवर के बीच मैच खेलती हैं. • एक पारी – 90 से 95 ओवर वहीँ दुसरे पारी में भी 90 से 95 ओवर के बीच बल्लेबाजी कर सकती हैं, वहीँ कई बार कई टीम ज्यादा स्कोर बनने के कारण अपनी पारी घोषित भी कर सकती हैं. ज्यादातर टेस्ट मैचों में हम 1 पारी में 90 से 95 ओवर के बीच मैच देखने को मिलता हैं. टेस्ट मैचों में ज्यादा ओवर के कारण ही हमें टेस्ट मैच में बढ़त कैसे हासिल करते हैं – टेस्ट क्रिकेट अगर कोई टीम टॉस जीत जाते हैं और अगर पहले बल्लेबाजी का निर्णय करते हैं तो वो टीम ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की कोशिस करते हैं और शुरू के 2 दिन खेलकर एक बड़ा स्कोर बनाने की कोशिस करते हैं. उदाहरण – मान लो टीम A और टीम B के बीच एक टेस्ट मैच हो रहा हैं, जिसमें टीम A ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी की और पह...

ECG (Electrocardiogram) Kyu Aur Kese Kiya Jata Hai?

ECG (Electrocardiogram) yeh ek heart ka parikshan hai jisme machine dwara heart ki vidyugat kriyakalap (Electrical Activity) ko darj kiya jata hai. Heart ki har dhadkan ke saath vidugat ka aaveg (Electrical Impulse) heart se gujarta hai. Iss aaveg se heart ki mashpeshiya sankuchit hoti hai heart se rakt pravahit karti hai. You may also like:- ECG Kyu Karai Jati Hai? Ucch ratchap, chhati mai dard, ghabrahat aur vyasak vyakti mai heart ki stithi ke aklan hetu ECG test karaya jata hai. ECG se doctor ko pata chalega ki:- • Vidhut aaveg samanya, dhima, tez, ya aniyamit hai. • Heart bahut bada hai ya ise adhik kaam karna padta hai. • Heart ki mashpeshi ko dil ke kisi doure se nuksaan pahucha hai. • Heart ki kisi Valve mai koi kharabi hai. ECG Karne se Pehle Kya Tayari Karni Chahiye? ECG karne jate samay nimanlikhit baato ka khayal rakhe:- • Apne janch par samay par pahuche. • Janch ke din lotion ka upyog na kare. Ho sakta hai ki lotion ki wajah se ECG Electrodes chhati par acche se na chipke. • Aisi kamij pehne jiske samne ke bhaag mai button ho jisse ECG Electrodes aapke sine par aasani se rakhe ja sake. • Janch karate samay apne paas mobile, chabi, gehne, sikke ityadi koi metal ki chiz na rakhe. • Doctor ko aapki sampurna jankari de. Jese:- Aapka naam, umra, pata, aapko kya taklif hai, aapko koi anya bimari hai, aapke purane dawai ya bimari ki jankari, aapke purane sabhi reports ya ECG, aapke parivar mai kisi ko koi bimari ki jankari. • Janch karane se pehle 5 minutes aaram se...

Mock Test क्या होता है? और आप भी Mock Test कैसे दे सकते है जाने पूरी जानकारी हिंदी में

Mock test kya hota hai inhindi :आज के इस लेख में हम Mock Test क्या होता है के बारे में जानेंगे। Mock Test देने का क्या फायदा है, Mock test ऑनलाइन परीक्षा की भांति एक टेस्ट होता है जोकि परीक्षा लेने वाले संगठन के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है और विद्यार्थियों के लिए ये काफी लाभदायक भी है। इसकी सहायता से विद्यार्थी अपनी प्रमुख परीक्षा की तैयारी और आने वाले प्रश्नों का आंकलन आसानी से कर लेते हैं। ये उनके लिए काफी उपयोगी साबित होता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानकारी लेते है। Mock test kya hota hai inhindi Mock test एक प्रकार का test है जिससे विद्यार्थी अपनी पढ़ी हुई चीज़ों का revision भली भांति कर लेता है। जहां पर निर्धारित समय के भीतर आपको प्रश्नों के उत्तर देने होते है। जहां पर एक समूह मे परीक्षा से संबंधित आवश्यक प्रश्न पूछे जाते हैं और यह प्रश्न परीक्षा में आने वाले प्रश्नों के आधार पर ही बनाया जाता है। जिससे परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र व छात्राएं को काफी मदद मिलती है। Mock test की मदद से आप अपने परीक्षा की तैयारी अच्छे ढंग से कर सकते हैं। इसे भी पढ़े :- Mock Test के फायदे ( Mock test kya hota hai inhindi) अब थोड़ा ये जान लेते है की Online Mock Test देने से हमे क्या लाभ मिलता है और इस से हमारी पढ़ाई मे कैसे हेल्प होती है तो चलिए एक नजर इस पर भी डालते है, Online Mock Test देने के अनेक फायदे है जैसे – • परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र व छात्राओं को उनको syllabus को समझने मे मदद मिलती है। • Mock test देकर विद्यार्थी अपनी गलतियों मे सुधार कर सकते हैं और अपने आपको उत्तम बना सकते हैं। • Mock test का एक फायदा ये भी है कि आपको main exam मे पूछे जा रहे प्रश्नों का pattern ...

ईसीजी क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है

ईसीजी क्या होता है? ईसीजी (ECG) एक ऐसा टेस्ट है, जो हृदय की इलेक्ट्रिक (विद्युत) गतिविधियो को दर्ज करता है। हृदय की प्रत्येक धड़कन एकविद्युत आवेग (electrical signal) की वजह से होती है। इस आवेग से हृदय की मांसपेशियां संकुचित हो जाती है और हृदय से रक्त प्रवाहित करती है। ECG से आपके डॉक्टर को यह पता चलेगा कि क्या - • विद्युत आवेग सामान्य, तेज, धीमा या अनियमित है। • हृदय सामान्य सेबड़ा है या इसे सामान्य सेअधिक कार्य करना पड़ रहाहै। • हृदय की मांसपेशी को • • • • • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम आपके दिल की विद्युत गतिविधि की एक तस्वीरको रिकॉर्ड करता है। लेकिन ये केवल उस वक़्त ही हो सकता हैजब आपको मॉनिटर किया जा रहा हो। हालांकि, कुछ हृदय की समस्याएं आती-जाती रहती है। इन मामलों में, आपको अधिक देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। स्ट्रेस टेस्ट (Stress Test) कुछ हृदय समस्याएं केवल व्यायाम के दौरान प्रकट होती हैं। तनाव परीक्षण (स्ट्रेस टेस्ट) के दौरान, व्यायाम करते समय आपका एक ईसीजी होगा। आमतौर इसपरीक्षण को करने के लिए आपकोट्रेडमिल पर दौड़ने को कहा जाता है। हॉल्टेर मॉनिटर(Holter Monitor) होल्टर मॉनिटर आपके दिल की गतिविधि 24 से 48 घंटों तक रिकॉर्ड करता है। इस दौरान आपकोडॉक्टर को अपने लक्षणों के कारण की पहचान करने में मदद करनेके लिए अपनी हालत का रिकॉर्ड रखने को कहा जाता है। इलेक्ट्रॉड्स एक पोर्टेबल, बैटरी संचालित मॉनिटर है जिनको आपकी छाती पर लगाया जाता है। इवेंट रिकॉर्डर(Event Recorder) ऐसे लक्षण जो अक्सर नजर नहीं आते हैं, उनकी पहचान करने के लिएएक इवेंट रिकॉर्डर की आवश्यकता हो सकती है। यह होल्टर मॉनिटर के जैसा होताहै, लेकिन यह आपके दिल की विद्युत गतिविधि उस समयरिकॉर्ड कर लेता है जब लक्षण सामने आते हैं। ...

डीएनए टेस्ट क्या है,कीमत और कैसे? डीएनए टेस्ट का खर्च एवं पूरी जानकारी बारे में पढ़े

सभी लैब्स में डीएनए टेस्ट के खर्च का पता लगाएं, 30+ शहरों में विशेष रूप से LabsAdvisor के माध्यम से 250+ से अधिक लैब्स पर 60% तक की छूट के साथ कीमतों की तुलना करें| डीएनए टेस्ट क्या है ?/ WHAT IS DNA TEST IN HINDI? डीएनए टेस्ट विभिन्न व्यक्तियों के बीच परिवार के रिश्तों का सबूत प्रदान करता है। डीएनए टेस्ट से रक्त संबंध (blood relation) और एक ही परिवार से होने का पता चलता है। यदि कोई व्यक्ति रक्त संबंध के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति से जुड़ा है,और उनकी खून की जाँच में एक ही डीएनए युक्त नमूना मिलता है, तो यह दोनों के बीच संबंध होने का सबूत देता है। डीएनए टेस्ट का खर्च यूं तो बहुत ही ज्यादा होता है, पर लैब्स एडवाइजर पर हम आपको यही टेस्ट बहुत ही कम दाम में दिलाते हैं। डीएनए टेस्ट का खर्च जानने और अभी बुक करने के लिए कॉल करें : यदि आपका इस टेस्ट से संबंधित कोई भी प्रश्न हैं, तो आप कॉल बैक के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके नाम एवं मोबाइल नम्बर लिखें : उदाहरण के लिए, एक पिता का डीएनए हमेशा अपने बच्चों के डीएनए से मैच होता है। दो भाई बहनों में समानता दिखाने के लिए उनके डीएनए टेस्ट के माध्यम से उनके भाई बहन होने को निर्धारित करता है। एक दादा के डीएनए अपने पोते के डीएनए से मैच होता है। भारत में यह ज्यादातर एक पिता और उसके बच्चों के बीच रिश्ता साबित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। कई मामलों में, अलग-अलग परिवार के सदस्यों के बीच विरासत, इमीग्रेशन या अन्य कानूनी प्रयोजनों को स्थापित करने के लिए आवश्यक होता है। डीएनए टेस्ट के इस पूरे गाइड में, हम उन महत्वपूर्ण सवालों का जवाब देंगे जिसका सामना लोगों को इस टेस्ट के समय पर करना पड़ता है। नीचे दिए गए सवालों का ज़वाब डीएनए टेस्ट के लिए है।...

ECHO Test

ECHO Test An Echo Test, also known as echocardiogram is a form of ultrasound test that utilizes high-pitched waves of sound that get transmits through a device called a transducer. This device catches echoes of sound waves that bounce off to the various parts of the heart. The echoes get converts to digital images of the heart, which is visible on a video screen. Types of Echo Test Transthoracic Echocardiogram – It is the most common form of echo test, which places the probe or transducer on the chest wall of a human being. During the procedure, the sound waves bounce off the heart structures and the same transducer obtains the return signals and alters it into the visualized images on the screen with the aid of a computer. Doppler Echocardiogram – It is the second form of echo test, which evaluates the pressure with which blood flows through the heart valves, heart chambers, and blood vessels within the entire body. The test reflects the blood movement in the form of sound waves of the transducer. The ultrasound computer then measures the speed and the direction of the blood flowing through vessels and heart. The measurements of the Doppler get picturized in white and black color. Stress Echocardiogram – The third type of echo test measures the stress level of the heart. It is supportive in measuring different abnormalities within the muscle function, heart wall, and for this reason, the patient is advised to walk, exercise, or job before the test. It also helps checking ...

ईसीजी क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है

ईसीजी क्या होता है? ईसीजी (ECG) एक ऐसा टेस्ट है, जो हृदय की इलेक्ट्रिक (विद्युत) गतिविधियो को दर्ज करता है। हृदय की प्रत्येक धड़कन एकविद्युत आवेग (electrical signal) की वजह से होती है। इस आवेग से हृदय की मांसपेशियां संकुचित हो जाती है और हृदय से रक्त प्रवाहित करती है। ECG से आपके डॉक्टर को यह पता चलेगा कि क्या - • विद्युत आवेग सामान्य, तेज, धीमा या अनियमित है। • हृदय सामान्य सेबड़ा है या इसे सामान्य सेअधिक कार्य करना पड़ रहाहै। • हृदय की मांसपेशी को • • • • • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम आपके दिल की विद्युत गतिविधि की एक तस्वीरको रिकॉर्ड करता है। लेकिन ये केवल उस वक़्त ही हो सकता हैजब आपको मॉनिटर किया जा रहा हो। हालांकि, कुछ हृदय की समस्याएं आती-जाती रहती है। इन मामलों में, आपको अधिक देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। स्ट्रेस टेस्ट (Stress Test) कुछ हृदय समस्याएं केवल व्यायाम के दौरान प्रकट होती हैं। तनाव परीक्षण (स्ट्रेस टेस्ट) के दौरान, व्यायाम करते समय आपका एक ईसीजी होगा। आमतौर इसपरीक्षण को करने के लिए आपकोट्रेडमिल पर दौड़ने को कहा जाता है। हॉल्टेर मॉनिटर(Holter Monitor) होल्टर मॉनिटर आपके दिल की गतिविधि 24 से 48 घंटों तक रिकॉर्ड करता है। इस दौरान आपकोडॉक्टर को अपने लक्षणों के कारण की पहचान करने में मदद करनेके लिए अपनी हालत का रिकॉर्ड रखने को कहा जाता है। इलेक्ट्रॉड्स एक पोर्टेबल, बैटरी संचालित मॉनिटर है जिनको आपकी छाती पर लगाया जाता है। इवेंट रिकॉर्डर(Event Recorder) ऐसे लक्षण जो अक्सर नजर नहीं आते हैं, उनकी पहचान करने के लिएएक इवेंट रिकॉर्डर की आवश्यकता हो सकती है। यह होल्टर मॉनिटर के जैसा होताहै, लेकिन यह आपके दिल की विद्युत गतिविधि उस समयरिकॉर्ड कर लेता है जब लक्षण सामने आते हैं। ...