एक्रेलिक कलर

  1. प्रदेशभर के कलाकार कर रहे कैनवास पर चित्रण, वरिष्ठ कलाकारों ने किया प्रोत्साहित
  2. पातपतिङरबाटै आकर्षक चित्र !
  3. [Solved] ऑयल कलर में बाइण्डर की तरह प्रयोग किया जाता है
  4. These Tricks Can Put A New Life In Your Old Paintings In Hindi


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प्रदेशभर के कलाकार कर रहे कैनवास पर चित्रण, वरिष्ठ कलाकारों ने किया प्रोत्साहित

राजस्थान ललित कला अकादमी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय आर्ट कैंप के दूसरे दिन मंगलवार को राज्यभर के कलाकारों ने अपनी-अपनी कलाओं का बखूबी प्रदर्शन किया। राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास की अध्यक्षता में 'वैश्विक कला के विविध आयाम' विषय पर कला वार्ता आयोजित की गई। इसमें कलाविद् प्रोफेसर शब्बीर हसन काजी और वरिष्ठ कलाकार रविंद्र भारद्वाज मुख्य वक्ता रहे। दोनों वरिष्ठ कलाकारों ने विश्व की विभिन्न कलाओं के बारे में हो रहे कला प्रयोगों पर चर्चा की। कलाकारों ने विभिन्न विषयों पर कैनवास पर चित्र बनाए। मंगलवार को कलाकारों ने विभिन्न तरह की कलाओं को कैनवास पर साकार किया। इस आर्ट कैंप में राजस्थान के अलग अलग जिलों से आए 50 आर्टिस्ट्स ने मॉर्डन, कंटेम्पररी, आदिवासी, एक्रेलिक, वाटर कलर, ऑयल पेंट और मिक्स मीडिया आर्ट को कैनवास पर उतारा। मंदिर के पीछे महिलाएं स्वस्तिक बनती है उसे कोटा के आर्टिस्ट बृज सुंदर शर्मा ने पेंटिंग पर उकेरा। बूंदी से आए आर्टिस्ट राम प्रतिहार ने जीवन मन व उड़ान अपनी रचनाओं से बखूबी दर्शाया। सुरेंद्र सिंह ने विरासत के प्रति जागरूक करने प्रयास किया। मंगलवार को कलाकारों ने विभिन्न तरह की कलाओं को कैनवास पर साकार किया। उदयपुर के सूरज सोनी जो कि एजुकेशन डिपार्टमेंट में प्रोफेसर भी हैं, उन्होंने अपनी रचनाओं से बताया कि नेचुरल रिसोर्सेज लगातार खत्म करते जा रहे है, इन्हें हमें सहेजना होगा। टोंक के कलाकार महेश गुर्जर ने ग्रामीण महिलाओं की खूबसूरती और कृष्ण लीला पर चित्रों में दर्शाया। सीकर के आर्टिस्ट सतवीर सिंह भास्कर ने कालिदास के कुमार संभव पर आधारित कृतियां बनाई, वहीं टोंक के आर्टिस्ट उमेश साहू ने विविध मानसिक अवस्थाओं पर चित्र बनाए।...

पातपतिङरबाटै आकर्षक चित्र !

स्वभावैले कवि, लेखक र कलाकार भावुक प्रकृतिका हुन्छन्। देश दुख्दा आम नागरिकको मन पनि दुख्छ। यस्तो बेलामा स्रष्टाहरू भने सृजनामार्फत छटपटी पोख्छन्। त्यस्तै भावना घोलिएको ‘लिपुलेक’ शीर्षक चित्रबाट कलाकार मिलन शेरचन स्याबासी कमाउँदैछिन्। हाम्रो लिपुलेकमा भारतले बलमिच्याइँ ग-यो। त्यसैले ‘लिपुलेक हाम्रो हो’ भन्ने सन्देश बाँड्न उनले चित्र बनाइन्। त्यसले राष्ट्रिय ललितकला पुरस्कार जितेको छ। पुरस्कारको राशि ६० हजार रुपैयाँ छ। नेपाल ललितकला प्रज्ञा प्रतिष्ठानले वैशाख २ देखि गर्ने भनेको ‘राष्ट्रिय ललितकला प्रदर्शनी–२०७७’ लकडाउनका कारण स्थगित भयो। यद्यपि उसले पुरस्कृत हुनेहरूको नाम घोषणा गरिसक्यो। लिपुलेक’ शीर्षक चित्र सुकेका झारपातलाई क्यानभासमा टाँसेर चित्र बनाउने जापानी शैली ‘हानानो ओशिवाना’ नेपालमा भित्र्याउने कलाकार हुन्–मिलन शेरचन। उनको ‘लिपुलेक’ शीर्षक चित्रकलाले भर्खरै ‘राष्ट्रिय ललितकला पुरस्कार’ जितेको छ। पुरस्कारको खबरले उनमा खुसी बढाएको छ। मनमा ऊर्जा थपेको छ। ‘राष्ट्रिय पुरस्कार पाउँदा खुसी त लागिहाल्छ नि’, उनले भनिन्, ‘मेरो कामको मूल्यांकन भएको अनुभव गरेकी छ।’ अरू कलाकारको भन्दा उनको कलाकर्म फरक शैलीको छ। उनी सुकेका पातपतिंगर, फूल र झ्याउबाट क्यानभासमा चित्र बनाउँछिन्। लिपुलेक पनि पुराना पर्खालमा उम्रिने झ्याउ र रंगबाट बनाएकी। यस्तो जापानी शैलीलाई ‘हानानो ओशिवाना’ भनिन्छ। फूललाई जापानी भाषामा ‘हाना’ भनिन्छ। त्यस्तै ‘ओशिवाना’ भनेको च्यापेर सुकाउने विधि। आलो पातपतिंगर र फूललाई दुई हप्तासम्म गलैंचामा राखेर च्यापिन्छ। झ्याउलाई भने च्याप्नु पर्दैन बरु घाममा सुकाउनुपर्छ। तिनै पात र झ्याउलाई क्यानभासमा टाँसेर विभिन्न रूप दिइन्छ। उनी कुनैकुनै चित्रमा फेब्रिक कलर पनि प्रयोग गर्छिन...

[Solved] ऑयल कलर में बाइण्डर की तरह प्रयोग किया जाता है

अलसी का तेल' ऑयल कलर' में बाइंडर के रूप में प्रयोग किया जाता है। Key Points ऑयल कलर: • लोकप्रिय रूप से ऑइल पेंट के रूप में जाना जाता है, यह एक ऐसा पेंट है जो प्रकृति में धीरे-धीरे सूख रहा है जिसमें वर्णक के कण होते हैं। • वार्निश का उपयोग करके चमक को बढ़ाया जा सकता है और तारपीन या सफेद आत्मा जोड़कर चिपचिपाहट को संशोधित किया जा सकता है। • 7वीं शताब्दी ई. में पहली बार एशिया में तेल पेंट का इस्तेमाल किया गया था और अफगानिस्तान की बामियान घाटी गुफा में बौद्ध चित्रकला इसका एक उदाहरण है। • तेल सुखाने के कारक गुण को आयोडीन संख्या द्वारा मापा जाता है। • सुखाने: 130 से अधिक। • अर्ध सुखाने: 115-130। • गैर सुखाने: 115 से कम। अलसी का तेल: • अलसी के तेल को अलसी का तेल या अलसी का तेल भी कहा जाता है। • यह विलायक निष्कर्षण द्वारा या सन के पौधे के सूखे या पके हुए बीजों को दबाकर उत्पादित किया जाता है। • यह रंगहीन और कभी-कभी पीले रंग का होता है। • यह पॉलिमर बनाता है इसलिए इसे अक्सर अन्य तेलों या सॉल्वैंट्स के साथ मिश्रित किया जाता है। Additional Information एक्रेलिक बाइण्डर • यह एक बहुउद्देश्यीय उत्पाद है जिसका उपयोग धातु को जंग से बचाने के लिए किया जाता है, • वे गोंद, स्प्रे या पेंट हो सकते हैं लेकिन ज्यादातर पेंट में रंगद्रव्य को सुधारने के लिए उपयोग किए जाते हैं। • सूखने पर ये रंगहीन और पारदर्शी होते हैं और गीले होने पर गाढ़े, तरल और दूधिया दिखाई देते हैं। टरपिन्टाइन ऑयल • इसे तारपीन का तेल या तारपीन की आत्मा, टेरेबिन्थिन के रूप में भी जाना जाता है। • चीड़ जैसे जीवित वृक्षों को काटा जाता है और यह द्रव राल के आसवन द्वारा प्राप्त किया जाता है। • इसके कई उपयोग हैं जैसे: • इसका उपयोग तेल आधारि...

These Tricks Can Put A New Life In Your Old Paintings In Hindi

कभी -कभी हम घर की किसी पुरानी चीज़ को देखकर सोचते हैं कि क्यों न इसे चेंज कर दें और इसकी जगह नयी कोई चीज़ लाएं। नई लायी हुई चीज़ वास्तव में ज्यादा आकर्षक लगती है। लेकिन एक बार हमें पुरानी चीज़ों को संवारने की कोशिश करनी चाहिए। हम बात कर रहे हैं घर की पुरानी पेंटिंग्स के बारे में। ये पेंटिंग्स काफी पुरानी हो गयी हैं और इन्हें हटाना ही एक ऑप्शन नज़र आ रहा है, तो हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ट्रिक्स जिनसे आपकी ये पेंटिंग्स फिर से नयी हो जाएंगी। फ्रेम चेंज कर दें किसी भी पेंटिंगकी खूबसूरती उसके फ्रेम से ही होती है। इसलिए अपनी पुरानी पेंटिंग को नया रूप देने का सबसे आसान तरीका पुरानी पेंटिंग का फ्रेम चेंज करवाना है इसे जरूर पढ़ें: एक्रेलिक कलर से पेंट करें एक्रेलिक कलर घर में बहुत आसानी से मिल जाते हैं। अपनी पुरानी पेंटिंग को नया रूप देने के लिए आप इसे नए तरीके एक्रेलिक कलर्स से रंग भर सकती हैं। अगर आपकी पेंटिंग ब्लैक एंड वाइट है तब इसमें अच्छी तरह रंगों का पता चलेगा। अगर पेंटिंग कलरफुल है तब भी इसमें एक्रेलिक पेंट करें। ऐसा करने से पुरानी पेंटिंग भी जीवंत हो जाएगी। स्पार्कल कलर से सजाएं जब आप पेंटिंग को सजा रही हैं तब स्पार्कल कलर से इसे नया रूप मिलेगा। ये कलर बाजार में बहुत आसानी से मिल जाते हैं। आपके घर में अगर बच्चे हैं तो उनकी कलरिंग किट में भी स्पार्कल कलर होते हैं। सिर्फ नॉर्मल कलर से पेंटिंग को रंग भरने से अच्छा है कि स्पार्कल कलर से पेंट करें। जब पुरानी पेंटिंग को स्पार्कल कलर से पेंट करते हैं तो ये ज्यादा चमकदार दिखने लगती है और इसकी खूबसूरती बढ़ जाती है। इसे जरूर पढ़ें: नेल पेंट से भरें रंग घर में अगर ज्यादा कलर्स नहीं हैं तब भी आप सभी के घर में नेल पेंट्स की कई वैरायटी...

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