एकता में बल short story in hindi

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Hindi Stories Archives

Prerak प्रसंग: महापुरुषों के लघु प्रेरक प्रसंग – Mahapurusho Ke Short Motivational (Prerak Prasang) Story With Moral Value in Hindi Mahapurusho Ke Prerak Prasang In Hindi – दोस्तों ! मेरा मानना है कि बच्चों को कुछ सिखाने के लिए कहानियों से बढ़िया कोई उपाय नहीं हो सकता। क्योंकि कहानियाँ सुनकर जहां बच्चों का मन खुश […] Teachers Shayari in Hindi 2 Line गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।। हैप्पी टीचर्स डे *** गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय। *** गुरु की ऊर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार, गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार, गुरु का सद्सान्निध्य ही, जग में हैं उपहार, […] एकता में बल है(Unity is Strength Short Story In Hindi) सामूहिकता के चमत्कारी सत्परिणाम (Unity is Strength Short Story In Hindi) एक बार कार्तिकी अमावस्या के घनघोर अंधकार में प्रकाश की आवश्यकता पड़ी। सूर्य से प्रार्थना की, उनने इस आपत्तिकालीन अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। चंद्रमा ने भी असमर्थता प्रकट की। कोई उपाय न देखकर […] चाचा नेहरू के 5 प्रेरक प्रसंग कहानियाँ (Pandit jawaharlal nehru ki kahani) Prerak Prasang for Childrens in Hindi – पण्डित जवाहर लाल नेहरू भारत के पहले लोकप्रिय प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ बच्चों के प्रिय चाचा के रूप में पूरी दुनिया में विख्यात रहे हैं. चाचा नेहरू जहां भी जाते, कोई अगवानी करने के लिए होता […]

Small Short Stories With Moral Values in Hindi

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70+ Short Stories In Hindi With Moral For Kids

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Unity is Strength "एकता ही बल है" Essay in Hindi, Best Essay, Paragraph for Class 8, 9, 10, 12 Students.

एकता ही बल है Unity is Strength एक होने की स्थिति या भाव एकता है । एकता हमें याद दिलाती है कि मनष्य-मनुष्य एक है । कोई छोटा या बड़ा नहीं है। इसलिए हमारे मन मिले रहें और हम लोग मिल-जुलकर कार्य करते रहें । एक अकेला कुछ नहीं कर सकता. सब मिल जाएँ तो कुछ भी संभव है । कहा भी गया है – ‘अकेला चना भाँड नहीं फोड़ सकता।’ एकता में अद्भुत शक्ति होती है । जलती हुई लकड़ियाँ अलग-अलग होने पर धुआँ छोड़ती हैं, एक साथ होने पर जल उठती हैं । तिनके अकेले रहकर कुछ नहीं कर पाते, साथ मिलकर रस्सी का रूप धारण कर लेते हैं । हिरनों के झंड पर शेर हमला बोलने से पहले सौ बार सोचता है । चींटियों का समह गिरगिट को वश में कर लेता है। इसी तरह जब लोगों में एकता होती है तो बड़े से बड़ा काम भी आसान हो जाता है । संसार एकता के सामने हमेशा सिर झुकाता है। हाथ की उंगलियाँ अलग-अलग रहकर कुछ नहीं कर पातीं । लेकिन मिलकर तरह-तरह के कार्य करती हैं। किसी चीज को उठाना हो तो पाँचों इकट्ठा होकर उठाती हैं । इसलिए हमें एकता की भावना से काम करना चाहिए । ‘अपनी डफली अपना राग’ के सिद्धान्त पर चलने वाले लोगों को पछताना पड़ता है । उनकी कोई नहीं सुनता । परन्तु जब समूह बनाकर काम किया जाता है तो काम बन जाता है । गाँधी जी ने आजादी की लड़ाई में आम लोगों को जोडा । उन्होंने दनिया के सामने एकता का एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया । इस एकता के सामने अँगरेज़ों को झुकना पड़ा । उन्हें भारत को आजाद करना पड़ा। एकता के बल को पहचान कर मजदूर और कर्मचारी संगठन बनाकर काम करते हैं । मजदूर संगठन, बैंक कर्मचारी संगठन, रिक्शा चालक संगठन, किसान यूनियन, व्यापारी संगठन आदि काफी मजबूत होते हैं । ये एकता के बल पर अपनी बात मनवा सकते हैं । यातायात को रोककर जन-जीवन ठप कर...

एकता में बल

इस पोस्ट में हम एकता में बल की कहनी के बारे में जानेगे। एकता एक ऐसी शक्ति है जहा हम किसी भी काम को एक साथ मिलकर करते है तो वहाँ से बहुत सी चीजे हम हासिल कर लेते है। सामूहिक एकता का बल कभी भी कमजोर नहीं पड़ता है। एकता मनुष्य के जीवन मे आगे बढ़ने का बहुत ही सुन्दर और आसान मार्ग है। हम सबको हाथ की पांच उंगलियों की तरह रहना चाहिए। ये है तो पांच लेकिन बड़े से बड़े काम को आसानी से कर लेती है क्योकि इनमे एकता है। कहानी – एकता मे बल किसी घने जंगल मे एक विशाल पेड़ था। उस पेड़ पर दो सुन्दर पक्षी चिड़ा और चिड़िया अपना घोंसला बनाकर रहते थे। वे दोनों बड़े ही हसीं खुशी से रहते थे। उन्हें कभी भी किसी बात का डर ना ही किसी बात का दुख था। कुछ दिन के बाद चिड़िया ने चार अंडे दिए। और दोनों ने बड़े प्यार से उस अंडे की देख भाल करने लगे। एक दिन एक बहुत ही शक्तिशाली हाथी वहाँ पर आया। उसने बिना ही किसी कारण पेड़ मे धक्के मारने लगा और अपने सुढ से पेड़ के डालियो को भी हिलाने और तोड़ने लगा। पेड़ पर बैठे चिड़ा और चिड़िया एकदम से डर गए और ची- ची करके चिलाने लगे। लेकिन हाथी ने उस चिड़िया की आवाज बिलकुल नहीं सुनी और जिस पेड़ की डाली पर घोंसला बना हुआ था, उस डाली को भी उसने तोड़ दिया और सारे अंडे निचे गिर कर टूट गए। चिड़ा और चिड़िया ने तो उड़कर अपने जान को बचा लिया लेकिन अपने अंडे को नहीं बचा पाए। अंडे के टूट जाने से चिड़ा और चिड़िया बहुत रोने लगे। फिर चिड़ा ने कहा- हमारे रोने से क्या होगा अब तो सारे अंडे टूट गए अब हम कितना भी रोयेंगे तो हमारे बच्चे जीवित तो नहीं होंगे न। चिड़िया बोली – यह तो मै भी जानती हूँ की वे जिन्दा नहीं हो सकते लेकिन मै अपने दिल तो शांत कैसे करू। उस दुष्ट हाथी ने बिना कोई कारण ही हमारे बच्चे को मार दिया। हमलोग...

ekta me bal short story in hindi

आज की इस पोस्ट मे आप सभी पढ़ने वाले हो एकता में बल short story in hindi क्यूंकी अक्सर लोगो को ekta me bal short story in hindi पढ्न अच्छा लगता है और हम सभी ने अपने स्कूल के जमाने मे एकता में बल short story in hindi पढ़ी ही है उनही याडोको ताज़ा करने के लिए आज हम आप सभी के लिए लाये है एकता में बल short story in hindi थोड़ी देर के बाद कबूतर नीचे उतरे और मुखिया कबूतर ने उनके दोस्त चूहे को बुलाकर लाया चूहे ने सारा जग को छोड़ दिया और कबूतरों को आजाद कर दिया। एकता में बल short story in hindiकहानी से मिलने वाली सीख एकता में बल होता है इसलिए हमें कोई भी काम मिलजुल कर करना चाहिए। टूटा हुआ पुल ( एकता में बाल की कहानी ) एकता में बल short story in hindi एक घने जंगल में हाथी खरगोश गोरिल्ला और गिलहरी रहा करती थी वह चारों बहुत अच्छे दोस्त हैं कोई काम एक साथ किया करते थे और आपस में ही बहुत ही अच्छे से रहा करते थे और एक दूसरे की मदद किया करते थे। जंगल के पास ही एक नदी से होकर पुल गुजरता था और उस नदी के पार बहुत ही अच्छा अच्छा खाना मिलता था इसलिए यह चारों दोस्त नदी को पार करने के लिए उस पुल का इस्तेमाल करते थे एक बार की बात है। यह देखकर खरगोश जोर-जोर से खुद अपने लगा और कहने लगा यह क्या अब तो पुल टूट गया है अब हम हमारे घर कैसे जाएंगे यह सुनकर गैलरी ने जोर जोर से रोने लगी लेकिन हाथी समझदार था हाथी ने अपनी तीनों दोस्तों से कहा कि हमें सब मिलकर यह काम करना चाहिए कि इस पुल को बनाना चाहिए ताकि हम हमारे घर जा सके। सभी को यह सुझाव बहुत पसंद आया और सभी पुल बनाने के काम में लग गए गोरिला एक कुल्हाड़ी पेश करने में लग गया खरगोश एक टोकरी बनाने में लग गया और गिलहरी पेड़ों की रस्सी बनाने में लग गई और हाथी बड़े...

Hindi Short Story “Ekta Me Bal”, “एकता में बल” Hindi Laghu Katha for Class 9, Class 10 and Class 12.

एकता में बल Ekta Me Bal एक बार एक बुढा किसान था। उसके चार पुत्र थे। वे सदा एक दूसरे से झगड़ते रहते थे। किसान बड़ा दुःखी था। उसने उन्हें झगड़ा न करने की शिक्षा दी, परन्तु वे नहीं माने। एक दिन किसान बीमार हो गया। उसकअंतनिकट था। उसे एक युक्ति सूझी। उसने अपने पुत्रों को बुलाया। उसने उन्हें लकड़ियों का एक गट्ठा दिया। उसने उन्हें उस गट्टे को तोड़ने के लिए कहा। परंतु वे इसे न तोड़ सके। अब गट्टे को खोल दिया गया। किसान ने अपने पुत्रों को कहा कि वे लकड़ियों को एक एक करके तोड़े। प्रत्येक पुत्र ने लकड़ियों को आसानी से तोड़ दिया। इस पर पिता ने कहा, लकड़ी के गट्टे की भांति इकटे रहो। यदि तुम इकट्टे रहोगे तो तुम्हें कोई हानि नहीं पहुँचा सकता। पुत्रों ने इससे शिक्षा प्राप्त की। वे फिर कभी नहीं झगड़े।

Unity is Strength Story in Hindi for Students एकता में बल है कहानी हिंदी में

Read Unity is Strength Story in Hindi. एकता में बल है कहानी हिंदी में। कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए एकता में बल है कहानी हिंदी में। Unity is Strength Story in Hindi – एकता में बल है कहानी हिंदी में Unity is Strength Story in Hindi Story 1 एक बार एक बूढा किसान था। उसके चार लडके थे। वह हर रोज आपस में लड़ते रहते थे। एक दिन किसान बीमार हो गया। उसने अपने लडको को बुलाया और कहा कि जंगल से एक लकड़ी का गटा लेकर आओ। किसान ने अपने सारे लडकों को एक एक करके लकडी का गटठा तोड़ने के लिए कहा, किसान के हर लडके ने एक एक करके कोशिश की मगर वह लकडी के गटा को तोड़ नही पाये। तब किसान ने लकडी के गटठा को खोल दिया और अलग अलग कर दिया। फिर उसने सभी लडको को एक एक करके लकडी को तोड़ने को कहा, किसान के सारे लडको ने उसे आसानी से तोड़ दिया। तब वह बूढा किसान बोला कि तब तक कोई तुम्हे नुक्सान नही पहुँचा सकता जब तुम मिलजुल कर एक साथ रहोगे। सारे लड़को ने किसान को वचन दिया कि वह सब एक साथ रहेंगें। शिक्षा : एकता में बल है। Unity is Strength Story in Hindi Story 2 घास के छोटे-छोटे तृण हवा में उड़ जाते हैं। लेकिन जब उन्हीं तृणों को जोड़ कर और वट कर रस्सी बनाई जाती है तो उस रस्सी से शक्तिशाली हाथी भी बाँधा जा सकता है। स्पष्ट है कि एकता में बल होता है जो निम्न कहानी से भी सिद्ध हो जाता है। एक जंगल में एक शिकारी प्रतिदिन जाया करता था। पक्षियों का शिकार करने की इच्छा से वह रोज उन्हें दाना डालता। पक्षी जब दाना चुगने आते तो शिकारी अपना जाल पंछियो पर फैला देता और एक-दो पक्षी प्रायः उसका शिकार बन जाते। इस पर पक्षी बहुत परेशान हो उठे। उन्होंने यह निश्चय किया कि किस ...