Emotional kahani

  1. मैं रोती रही... लेकिन बार बार वह करता रहा यह गंदा काम
  2. दर्द भरी प्रेम कहानी
  3. Best 11 Story in Hindi with Moral PDF हिंदी में 2023
  4. मां की आत्मा.. एक भावुक कहानी
  5. Duniya ke Best Husband & Wife
  6. Sad Story
  7. Duniya ke Best Husband & Wife
  8. दर्द भरी प्रेम कहानी
  9. मां की आत्मा.. एक भावुक कहानी
  10. Best 11 Story in Hindi with Moral PDF हिंदी में 2023


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मैं रोती रही... लेकिन बार बार वह करता रहा यह गंदा काम

स्‍कूल में मैं काफी शर्मीली हुआ करती थी। पढ़ने में ठीक-ठाक, आंखों पर चश्‍मे के साथ बालों में तेल हुआ करता था और घुटने से भी नींची तक स्‍कर्ट पहनती थी। पर जैसे ही मैनें 10वीं पास की मेरा चश्‍मा लेंस में बदल गया, स्‍कर्ट शॉर्ट हो गई और बाल ट्रिंम हो गए। 12वीं तक आते आते मैं स्‍कूल में काफी पॉपुलर हो चुकी थी। कहने का मतलब है कि मैं एक भद्दी लड़की से खूबसूरत सिंड्रैला बन चुकी थी। बोर्ड का एक्‍जामखतम होने के बाद, छुट्टियां बिताने के लिये मैं अपनी कज़न के यहां चली गई। जब अज्ञात नंबर से फोन आया छुट्टियां खतम हुई और मेरा रिजल्‍ट निकला। तभी मुझे एक अज्ञात नंबर से फोन आया, मुझे बताया कि ये लड़का मुझसे कितना प्‍यार करता है। जैसे जैसे मैं ये शब्‍द सुन रही थी, मेरे दिमाग में उसी लड़के का चेहरा घूम रहा था, जो मुझे उस दिन अपनी गाड़ी के शीशे से घूर रहा था। यह वही लड़का था, जो अपनी कैसनोवा इमेज के लिये जाना जाता है। मैंने बोला हां मैंने बोला, "ठीक है, कोई जरुरत नहीं है भरोसा करने की, शादी के बाद तुम्‍हें खुद ही पता चल जाएगा," और वो मुस्‍कुरा दिया। कुछ दिनों के बाद मुझे उसका कॉल आया क्‍योंकि दूसरे दिन Valentine's day था, और वह पूरा दिन मेरे साथ ही बिताना चाहता था। वह इतना ज्‍यादा एक्‍साइडेट था, कि इस बात से मुझे पूरी रात नींद नहीं आई। दोस्‍त के घर पर एक स्‍पेशल प्‍लान बनाया रास्‍ते में मैंने उससे पूछा कि हम कहां जा रहे हैं, तब उसने कहा कि उसने मेरे लिये अपने दोस्‍त के घर पर एक स्‍पेशल प्‍लान बनाया है। देखते ही देखते हम एक बड़े से बंगले में पहुंचे। मैंने देखा कि दरवाजे से एक लड़का निकला और दोंनो ने एक दूसरे को आंख मारी और उस लड़के ने बोला, "ऑल द बेस्‍ट भाई, एंज्‍वाय!" वह मुझे फूलों से सजे हु...

दर्द भरी प्रेम कहानी

Emotional Pyar ki Kahani: नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके सामने एक सच्चे प्यार की कहानी (sache pyar ki kahani) लेकर प्रस्तुत हुए है। यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। इस दर्द भरी प्रेम कहानी (pyar ki dard bhari kahani) से आप प्रेम का मतलब बहुत ही करीब से महसूस कर पाएंगे। चलिए पढ़ते है दर्द भरी लव स्टोरी। अधूरे प्यार की कहानी (Emotional Pyar ki Kahani) दर्द भरी प्रेम कहानी | Emotional Pyar ki Kahani इस कहानी की शुरुआत होती है दशहरे के दिन से। पूर्णिमा! अपनी दोस्त के घर रावण दहन देखने के लिए जाती है जहां उसकी मुलाकात उसकी दोस्त के चचेरे भाई हेमंत से होती है। दोनों एक दूसरे को जानते हैं और फिर दोनों की दोस्ती हो जाती है। हेमंत से ये मुलाक़ात पूर्णिमा के लिए कुछ नया लाई थी। अब तो हेमंत से पूर्णिमा का मिलना जुलना बढ़ गया और कुछ दिन बाद और देखते देखते वो दोनों अच्छे दोस्त बन गये। हेमंत और पूर्णिमा की यह दोस्ती बहुत आगे बढ़ती गई और अब तो हेमंत को पूर्णिमा से प्यार हो गया था और उसने पूर्णिमा से अपने प्यार का इज़हार तक कर दिया हालांकि पूर्णिमा थोड़ा असहज हुई क्योंकि उसके जीवन के इस ख़ालीपन में ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी के वह इतने करीब आई थी और उसका प्यार का इज़हार उसके सामने करना यह सब नया था पूर्णिमा के लिए। पूर्णिमा ने तब तो कुछ नहीं कहा बाद में हमेशा हेमंत के बारे में सोचती और अपने मन में ख्वाबों को बुनती रहती। कई बार तो उसने यह बात हेमंत से भी साझा की और जो बात आगे बढ़ी तो पूर्णिमा के इस ख़ालीपन की जगह पर हेमंत का ऐसा असर हो गया था की अब तो पूर्णिमा को भी हेमंत से प्यार हो गया। अब दोनों की प्यार परवान चढ़ने लगी थी और दोनों के प्यार की ऊंचाई आसमान छूने लगी थी। बात लोगों तक पहुंच गई...

Best 11 Story in Hindi with Moral PDF हिंदी में 2023

Contents • • • • • • • • • • • The story in Hindi with Moral PDF:- Here I’m sharing with you the top 11 Story in Hindi with Moral PDF which is really amazing and awesome these Story in Hindi with Moral PDF will teach you lots of things and gives you an awesome experience. You can share with your friends and family and these moral stories will be very useful for your children or younger siblings. • • • • • • • • • • • कल की कल सोचेंगे – Story in Hindi with Moral PDF सेठ जमनालाल बजाज ने संकल्प लिया था कि वे आजीवन स्वदेशी वस्तुओं का ही उपयोग करेंगे। उनकी प्रतिज्ञा यह भी थी कि वे प्रतिदिन किसी-न-किसी संत महात्मा या विद्वान् का सत्संग करेंगे । एक दिन वे एक संत का सत्संग करने पहुँचे। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘महाराज, आप जैसे संतों के आशीर्वाद से मैंने अपने जीवन में आय के इतने साधन अर्जित कर लिए हैं कि मेरी सात पीढ़ियों को कमाने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी । आठवीं पीढ़ी की कभी-कभी मुझे चिंता होती है कि उसके भाग्य में पता नहीं क्या होगा ?” संतजी ने कहा, ‘सेठजी, आठवीं पीढ़ी की चिंता आप न करें। कल सवेरे आप यहाँ आ जाएँ। आपकी सभी चिंताओं का समाधान हो जाएगा।’ सेठ जमनालाल बजाज सुबह-सुबह उनकी कुटिया पर जा पहुँचे। संत ने कहा, ‘सेठजी, गाँव के मंदिर के पास झाडू बनाने वाला एक गरीब परिवार झोंपड़पट्टी में रहता है। पहले आप उसे एक दिन के भोजन के लिए दाल- आटा दे आओ। उसके बाद मैं आपको वह युक्ति बताऊँगा।’ सेठ जमनालाल आटा-दाल लेकर उस झोंपड़ी पर पहुँचे। दरवाजे पर आवाज देते ही एक वृद्धा निकलकर बाहर आई । सेठजी ने उसे लाया हुआ खाद्यान्न थमाया, तो वह बोली, ‘बेटा, इसे वापस ले जा । आज का दाना पानी तो आ ...

मां की आत्मा.. एक भावुक कहानी

ये सब बाते रमेश के दिमाग में चल रही थी। कुछ दिनों पहले ही तो उसने ये डेयरी शुरू की थी। उसकी ये शॉप ज्यादा बड़ी नही थी जिसमे वो दूध और बाकी मिल्क प्रोडक्ट्स रखता था। उदघाटन के दिन ही पहली ग्राहक बन एक महिला उसके शॉप पर आई थी। उसकी गोदमे एक छोटा सा लेकिन बहुत ही प्यारा बच्चा था.. उसने एक दूध की बोतल ली और रमेश से बोली," भैया अभी मेरे पास सिर्फ 10 रुपए है, बाकी के आपको कल दु तो चलेगा?" रमेश ने एक बार उसकी तरफ देखा। गरीब थी बिचारी! गले में मंगलसूत्र नहीं, माथे पर सिंदूर नहीं शायद पति मर गया होगा बिचारी का। रमेश ने अंदाजा लगाया। पुरानी मैली साड़ी को कई जगह रफ्फू किया हुआ था, माथे से पसीने की बूंदे बह रही थी। फिर उसकी नजर उस मासूम बच्चे पर गई जिस के मेले चेहरे पर एक निष्पाप हंसी थी और अभी अभी आए 2 दांत उस हंसी को चार चांद लगा रहे थे। रमेश ने उस महिला की तरफ देखा और बोला," कोई बात नहीं बहन आप मुझे बाद में पैसे दे देना।" बड़े समाधान के साथ महिला ने रमेश की तरफ देखा और बोली," भैया मैं जरूर आपको कल पैसे दे दूंगी। यही पास में ही उस दूसरी गली में छोटा सा घर है, वही रहती हूं मैं.." रमेश मुस्कुराते हुए बोला," कोई बात नहीं बहन! कल पैसे ना हो तो भी चलेगा जब आपके पास होंगे तब दे देना।" फिर वह महिला वहां से चली गई। अगले दिन वह महिला पैसे लेकर डेयरी पर आई और पैसे रमेश को देने लगी। रमेश ने पैसे लेने से मना किया और बोला," नहीं बहन, मैं यह पैसे नहीं ले सकता क्योंकि कल आपने मेरी बोहनी की थी और कल मुझे 2000 का फायदा हुआ! आप मेरे लिए बहुत लकी साबित हुई इसलिए यह पैसे मैं नहीं ले सकता।" रमेश कि कहीं इस बात से उस महिला को बहुत ज्यादा खुशी हुई क्योंकि इतने सालों बाद किसी ने पहली बार उसको लकी कहा था,वर...

Duniya ke Best Husband & Wife

Husband and Wife Love Story in Hindi Ye kahani hai Amit aur Ranjana ki. Amit aur Ranjana ki love marriage thi. Ranjana ek ameer ghar se thi aur Amit ka parivaar kaafi gareeb tha. Lekin fir bhi dono ke beech gehra love tha, dono ek dusre ke bina nahi reh sakte the. Amit apna parivar chalane ke liye bahut struggle karta tha. Wo ek salesman ki job karta tha jisse ki uska parivar chalta tha. Ranjana ke hairs bahut lambe aur ghane the. Ranjana ko apne hairs par bahut naaz tha kyunki wo the hi itne sundar. Wo apne hairs ka bahut dhyan rakhti thi. Ek din Ranjana ka hair clip toot gaya aur usne Amit ko ek naya hair clip lane ke liye kaha. Ye month ke end days the, isliye Amit ne Ranjana ko kaha ki abhi to mere paas apni watch theek karvane ke paise bhi nahi hai, mai abhi tumhe hair clip nahi la sakta. Amit kai dino se tooti hui watch se kaam chala raha tha. Paiso ki tangi ki vajah se wo apni watch bhi repair nahi karva pa raha tha. Ranjana ne fir Amit ko kaha ki mere hair kharab ho jayenge, please mujhe ek acha hair clip la do lekin Amit ne inkar kar diya aur kaha ki salary milne par sochenge. Amit ne bhari dil ke saath Ranjana ko samjhaya aur wo samajh gayi. Itna kehkar Amit ghar se apne kaam ke liye nikal gaya. Jab Amit apne kaam ke liye ja raha tha to usne ek watch shop dekhi aur use ekn idea aaya. Usne socha ki kyu na main apni kharab watch bech du aur un paiso se apni wife ke liye ek acha sa hair clip le jau. Usne apni watch bech di aur apni wife ke liye badhiya sa hair clip ...

Sad Story

आपको पता चल ही गया होगा की यह कहानी है एक बूढ़े मजबूर पिता कि हैं. एक गांव में एक आदमी रहता था जो बहुत बूढ़ा हो चुका था. जिस वजह से उसे कम दिखाई देता था और बहुत कमजोर हो गया था. इसलिए अपनी बची कुची जिंदगी अपने बेटे के साथ बिता सके इसलिए शहर में रह रहे उसके बेटे के घर रहने चला गया. बेटा एक शहर के छोटे मकान में रहता था. मकान तो उसका छोटा था लेकिन उसके अंदर जो चीजे थी वह मेहगी थी. उस मकान में बेटा उसकी पत्नी और उनका एक 5 साल का बच्चा यह छोटा सा परिवार साथ मिलकर रहता था. बूढ़े पिता के आने से उनके परिवार का एक सदस्य और बढ़ गया. यह पूरा परिवार रोज सुबह, शाम डाइनिंग टेबल पर साथ में खाना खाया करता. बूढ़ा पिता अपनी कमजोरी के चलते हमेशा खाने की चीजें नीचे गिराता रहता और कई बार कांच के बर्तन भी टूट जाया करते थे. कुछ दिनों तक तो बहू और बेटे ने यह सब सहन किया लेकिन बाद में वे दोनों बूढ़े की ऐसी हरकतों से चिढ़ने लगे. 1 दिन बेटे ने कहा कि," ऐसा कब तक चलेगा हमें कुछ करना पड़ेगा." उसकी पत्नी भी इस बात से सहमत हुई.अगले दिन बेटा कहीं से एक पुराना मेज लेकर आया और घर के एक कोने में उसे लगा दिया और अपने पिताजी से कहा कि," आप यहीं पर बैठ कर खाना खा लिया कीजिएगा!" उन्होंने एक लकड़ी का बर्तन भी बनवाया जिसमें वे अपने बूढ़े बाप को खाना देने लगे. अपने कांच के कीमती बर्तन बचाने के लिए अपने पूरे बाप को लकड़ी का बर्तन देने में उन्हें जरा भी शर्म नहीं आई! अब खाने का समय जब जब होता तो बूढ़ा बाप एक कोने में बैठ कर खाता और बाकी का परिवार डाइनिंग टेबल पर खाना खाया करता.डाइनिंग टेबल पर बैठे-बैठे दोनों पति-पत्नी कभी-कभी अपने बूढ़े बात की तरफ देख लिया करते, बूढ़े बाप की आंखों में उन्हें आंसू भी नजर आते मगर अनपर...

Duniya ke Best Husband & Wife

Husband and Wife Love Story in Hindi Ye kahani hai Amit aur Ranjana ki. Amit aur Ranjana ki love marriage thi. Ranjana ek ameer ghar se thi aur Amit ka parivaar kaafi gareeb tha. Lekin fir bhi dono ke beech gehra love tha, dono ek dusre ke bina nahi reh sakte the. Amit apna parivar chalane ke liye bahut struggle karta tha. Wo ek salesman ki job karta tha jisse ki uska parivar chalta tha. Ranjana ke hairs bahut lambe aur ghane the. Ranjana ko apne hairs par bahut naaz tha kyunki wo the hi itne sundar. Wo apne hairs ka bahut dhyan rakhti thi. Ek din Ranjana ka hair clip toot gaya aur usne Amit ko ek naya hair clip lane ke liye kaha. Ye month ke end days the, isliye Amit ne Ranjana ko kaha ki abhi to mere paas apni watch theek karvane ke paise bhi nahi hai, mai abhi tumhe hair clip nahi la sakta. Amit kai dino se tooti hui watch se kaam chala raha tha. Paiso ki tangi ki vajah se wo apni watch bhi repair nahi karva pa raha tha. Ranjana ne fir Amit ko kaha ki mere hair kharab ho jayenge, please mujhe ek acha hair clip la do lekin Amit ne inkar kar diya aur kaha ki salary milne par sochenge. Amit ne bhari dil ke saath Ranjana ko samjhaya aur wo samajh gayi. Itna kehkar Amit ghar se apne kaam ke liye nikal gaya. Jab Amit apne kaam ke liye ja raha tha to usne ek watch shop dekhi aur use ekn idea aaya. Usne socha ki kyu na main apni kharab watch bech du aur un paiso se apni wife ke liye ek acha sa hair clip le jau. Usne apni watch bech di aur apni wife ke liye badhiya sa hair clip ...

दर्द भरी प्रेम कहानी

Emotional Pyar ki Kahani: नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके सामने एक सच्चे प्यार की कहानी (sache pyar ki kahani) लेकर प्रस्तुत हुए है। यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। इस दर्द भरी प्रेम कहानी (pyar ki dard bhari kahani) से आप प्रेम का मतलब बहुत ही करीब से महसूस कर पाएंगे। चलिए पढ़ते है दर्द भरी लव स्टोरी। अधूरे प्यार की कहानी (Emotional Pyar ki Kahani) दर्द भरी प्रेम कहानी | Emotional Pyar ki Kahani इस कहानी की शुरुआत होती है दशहरे के दिन से। पूर्णिमा! अपनी दोस्त के घर रावण दहन देखने के लिए जाती है जहां उसकी मुलाकात उसकी दोस्त के चचेरे भाई हेमंत से होती है। दोनों एक दूसरे को जानते हैं और फिर दोनों की दोस्ती हो जाती है। हेमंत से ये मुलाक़ात पूर्णिमा के लिए कुछ नया लाई थी। अब तो हेमंत से पूर्णिमा का मिलना जुलना बढ़ गया और कुछ दिन बाद और देखते देखते वो दोनों अच्छे दोस्त बन गये। हेमंत और पूर्णिमा की यह दोस्ती बहुत आगे बढ़ती गई और अब तो हेमंत को पूर्णिमा से प्यार हो गया था और उसने पूर्णिमा से अपने प्यार का इज़हार तक कर दिया हालांकि पूर्णिमा थोड़ा असहज हुई क्योंकि उसके जीवन के इस ख़ालीपन में ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी के वह इतने करीब आई थी और उसका प्यार का इज़हार उसके सामने करना यह सब नया था पूर्णिमा के लिए। पूर्णिमा ने तब तो कुछ नहीं कहा बाद में हमेशा हेमंत के बारे में सोचती और अपने मन में ख्वाबों को बुनती रहती। कई बार तो उसने यह बात हेमंत से भी साझा की और जो बात आगे बढ़ी तो पूर्णिमा के इस ख़ालीपन की जगह पर हेमंत का ऐसा असर हो गया था की अब तो पूर्णिमा को भी हेमंत से प्यार हो गया। अब दोनों की प्यार परवान चढ़ने लगी थी और दोनों के प्यार की ऊंचाई आसमान छूने लगी थी। बात लोगों तक पहुंच गई...

मां की आत्मा.. एक भावुक कहानी

ये सब बाते रमेश के दिमाग में चल रही थी। कुछ दिनों पहले ही तो उसने ये डेयरी शुरू की थी। उसकी ये शॉप ज्यादा बड़ी नही थी जिसमे वो दूध और बाकी मिल्क प्रोडक्ट्स रखता था। उदघाटन के दिन ही पहली ग्राहक बन एक महिला उसके शॉप पर आई थी। उसकी गोदमे एक छोटा सा लेकिन बहुत ही प्यारा बच्चा था.. उसने एक दूध की बोतल ली और रमेश से बोली," भैया अभी मेरे पास सिर्फ 10 रुपए है, बाकी के आपको कल दु तो चलेगा?" रमेश ने एक बार उसकी तरफ देखा। गरीब थी बिचारी! गले में मंगलसूत्र नहीं, माथे पर सिंदूर नहीं शायद पति मर गया होगा बिचारी का। रमेश ने अंदाजा लगाया। पुरानी मैली साड़ी को कई जगह रफ्फू किया हुआ था, माथे से पसीने की बूंदे बह रही थी। फिर उसकी नजर उस मासूम बच्चे पर गई जिस के मेले चेहरे पर एक निष्पाप हंसी थी और अभी अभी आए 2 दांत उस हंसी को चार चांद लगा रहे थे। रमेश ने उस महिला की तरफ देखा और बोला," कोई बात नहीं बहन आप मुझे बाद में पैसे दे देना।" बड़े समाधान के साथ महिला ने रमेश की तरफ देखा और बोली," भैया मैं जरूर आपको कल पैसे दे दूंगी। यही पास में ही उस दूसरी गली में छोटा सा घर है, वही रहती हूं मैं.." रमेश मुस्कुराते हुए बोला," कोई बात नहीं बहन! कल पैसे ना हो तो भी चलेगा जब आपके पास होंगे तब दे देना।" फिर वह महिला वहां से चली गई। अगले दिन वह महिला पैसे लेकर डेयरी पर आई और पैसे रमेश को देने लगी। रमेश ने पैसे लेने से मना किया और बोला," नहीं बहन, मैं यह पैसे नहीं ले सकता क्योंकि कल आपने मेरी बोहनी की थी और कल मुझे 2000 का फायदा हुआ! आप मेरे लिए बहुत लकी साबित हुई इसलिए यह पैसे मैं नहीं ले सकता।" रमेश कि कहीं इस बात से उस महिला को बहुत ज्यादा खुशी हुई क्योंकि इतने सालों बाद किसी ने पहली बार उसको लकी कहा था,वर...

Best 11 Story in Hindi with Moral PDF हिंदी में 2023

Contents • • • • • • • • • • • The story in Hindi with Moral PDF:- Here I’m sharing with you the top 11 Story in Hindi with Moral PDF which is really amazing and awesome these Story in Hindi with Moral PDF will teach you lots of things and gives you an awesome experience. You can share with your friends and family and these moral stories will be very useful for your children or younger siblings. • • • • • • • • • • • कल की कल सोचेंगे – Story in Hindi with Moral PDF सेठ जमनालाल बजाज ने संकल्प लिया था कि वे आजीवन स्वदेशी वस्तुओं का ही उपयोग करेंगे। उनकी प्रतिज्ञा यह भी थी कि वे प्रतिदिन किसी-न-किसी संत महात्मा या विद्वान् का सत्संग करेंगे । एक दिन वे एक संत का सत्संग करने पहुँचे। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘महाराज, आप जैसे संतों के आशीर्वाद से मैंने अपने जीवन में आय के इतने साधन अर्जित कर लिए हैं कि मेरी सात पीढ़ियों को कमाने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी । आठवीं पीढ़ी की कभी-कभी मुझे चिंता होती है कि उसके भाग्य में पता नहीं क्या होगा ?” संतजी ने कहा, ‘सेठजी, आठवीं पीढ़ी की चिंता आप न करें। कल सवेरे आप यहाँ आ जाएँ। आपकी सभी चिंताओं का समाधान हो जाएगा।’ सेठ जमनालाल बजाज सुबह-सुबह उनकी कुटिया पर जा पहुँचे। संत ने कहा, ‘सेठजी, गाँव के मंदिर के पास झाडू बनाने वाला एक गरीब परिवार झोंपड़पट्टी में रहता है। पहले आप उसे एक दिन के भोजन के लिए दाल- आटा दे आओ। उसके बाद मैं आपको वह युक्ति बताऊँगा।’ सेठ जमनालाल आटा-दाल लेकर उस झोंपड़ी पर पहुँचे। दरवाजे पर आवाज देते ही एक वृद्धा निकलकर बाहर आई । सेठजी ने उसे लाया हुआ खाद्यान्न थमाया, तो वह बोली, ‘बेटा, इसे वापस ले जा । आज का दाना पानी तो आ ...