Gaban kiski rachna hai

  1. रघुवंश महाकाव्य किसकी रचना है?
  2. कृष्ण गीतावली किसकी रचना है?
  3. गोदान किस की रचना है
  4. तुम चन्दन हम पानी के रचयिता या रचनाकार
  5. हित तरंगिणी किसकी रचना है?
  6. ცხიმიანი კანი
  7. कवितावली किसकी रचना है


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रघुवंश महाकाव्य किसकी रचना है?

Explanation : महा​कवि कालिदास प्रणीत 'रघुवंश' एक महाकाव्य है। यह 19 सर्गों में विभक्त है। इसमें मनु से लेकर सूर्यवंशी 31 राजाओं के जीवन का वर्णन है। इनमें दिलीप, रघु, अज, दशरथ और राम के जीवन का विशद एवं विस्तृत वर्णन है। रघुवंशकार कालिदास के इस वैशिष्ट्य के कारण ही कवियों और आलोचकों को कहना पड़ा है कि– 'क इह रघुकारे न रमते'। Tags :

कृष्ण गीतावली किसकी रचना है?

Explanation : 'कृष्ण गीतावली' तुलसीदास की रचना है। यह ब्रजभाषा में रचित अत्यंत मधुर व रसमय गीति काव्य-ग्रंथ है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण की महिमा का और कृष्ण लीला का सुंदर गान किया गया है। विद्वानों के मतानुसारका इसकी रचना तुलसीदास ने अपनी वृन्दावन यात्रा के क्रम में यात्रा की समाप्ति के ठीक बाद किसी समय की होगी। आचार्य शुक्ल ने अपने इतिहास में इनके छोटे-बड़े बारह ग्रंथों का उल्लेख किया है। दोहावली, कवित्त रामायण, गीतावली, रामचरितमानस, रामाज्ञा प्रश्नावली, विनय पत्रिका ये सभी बड़े ग्रंथ हैं तथा रामललानहछ्, पार्वती मंगल, जानकी मंगल, बरवैरामायण, वैराग्य संदीपनी और कृष्ण गीतावली छाटे ग्रंथ हैं। Tags :

गोदान किस की रचना है

गोदान किस की रचना है? क्या आप यह जानना चाहते है कि गोदान की रचना किसने की है या गोदान किसकी रचना है, तो हमारे साथ इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िएगा। (godan kiski rachna hai) यह मुंशी प्रेमचंद का लोकप्रिय उपन्यास हैं। इस उपन्यास में देश के ग्रामीण जीवन में होने वाले कष्ट, संघर्ष को बहुत ही अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया गया हैं। इसलिए आज भी गोदान उपन्यास को पसंद किया जाता है। • godan kiski rachna hai गोदान किस की रचना है गोदान उपन्यास के मुख्य पात्र होरी (कहानी का मुख्य पात्र) धनिया (होरी की पत्नी) गोबर होरी और धनिया का पुत्र सोना और रूपा (पुत्रिया होरी धनिया की) झुनिया (गोबर की पत्नी ) हिरा (होरी का भाई ) पुनिया (हिरा की पत्नी ) रायसाहब दातादीन मातादीन (दातादीन का पुत्र ) साहूकार महाजन मालती मेहता झिंगुरसिंह रामसेवक सिलिया (चमारिन ) यह कुछ मुख्य पात्र हैं यथार्थवादी उपन्यास, इसमें किसान जीवन की कठिन समस्यों का सचित्र वर्णन किया गया है। वर्तमान समाज का सजीव चित्रण प्रेमचंद जी ने बखूबी किया हैं। गोदान किस की रचना है और गरीबी की विवशता, जातियों के आधार पर होने वाले भेद, किसान की अभिलाषा, प्रेम और त्याग का बखूबी चित्रण, देश के गांव के जीवन में होने वाले संघर्ष का प्रेमचंद जी ने वर्णन किया हैं। गंगा विमल प्रसाद के अनुसार, ग्रामीण जीवन का संघर्ष दखने को मिलता है मुंशी प्रेमचंद जी ने अपने इस उपन्यास में देश के ग्रामीण जीवन में आने वाली सभी समस्याओं को लोगों के सामने प्रस्तुत किया हैं। गोदान कैसा उपन्यास हैं? मुंशी प्रेमचंद का गोदान उपन्यास दोहरा कथानक वाला उपन्यास हैं।हिंदी उपन्यास के के मिल के पत्थर कहे जाने वाले मुंशी प्रेमचंद जी अपनी रचनाएँ सबसे पहले English में लिखते थे, फिर उसका...

तुम चन्दन हम पानी के रचयिता या रचनाकार

तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता तुम चन्दन हम पानी (Tum Chandan Ham Paanee) के लेखक/रचयिता (Lekhak/Rachayitha) " विद्यानिवास मिश्र" ( Vidya Niwas Mishra) हैं। Tum Chandan Ham Paanee (Lekhak/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता को लेखक तथा रचना के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/रचना लेखक/रचयिता तुम चन्दन हम पानी विद्यानिवास मिश्र Tum Chandan Ham Paanee Vidya Niwas Mishra तुम चन्दन हम पानी किस विधा की रचना है? तुम चन्दन हम पानी (Tum Chandan Ham Paanee) की विधा का प्रकार " रचना" ( Rachna) है। आशा है कि आप " तुम चन्दन हम पानी नामक रचना के लेखक/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको तुम चन्दन हम पानी के लेखक/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

हित तरंगिणी किसकी रचना है?

एक ब्लॉग जो की हिंदी साहित्य से जुड़ी जानकारियाँ आपके साथ शेयर करता है जो की आपके प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जाते हैं, इस ब्लॉग पर एम्. ए. हिंदी साहित्य का पूरा कोर्स लॉन्च करने का प्लान है. अगर आपका सहयोग अच्छा रहा हमारे ब्लॉग में पूरा कोर्स उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसमें जो प्रश्न लिखे जा रहे हैं वह न केवल एम्. ए. के लिए उपयोगी है बल्कि यह विभिन्न प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी हिंदी साहित्य के प्रश्न विभिन्न फोर्मेट में हमारा ब्लॉग आपके लिए कंटेंट बनाते रहेगा अपना सहयोग बनाये रखें.

ცხიმიანი კანი

ცხიმიანი კანი – მოვლის რუტინა ძნელად მოიძებნება ადამიანი, რომელიც კანის პრობლემებს არასოდეს შეჯახებია. სიმშრალე, სიწითლე, გამონაყარი – დაგვეთანხმებით, მეტად უსიამოვნოა. მათ ადვილად გაუმკლავდებით, თუ კანს ინდივიდუალური რეჟიმით მოუვლით და შესაბამის კოსმეტიკასაც გამოიყენებთ. ცხიმიანი კანის მოვლის თავისებურებებზე საუბარს გია გვარამიას კლინიკის ექიმ დერმატოლოგთან, ევროპის დერმატოვენეროლოგთა აკადემიის წევრთან, მედიცინის აკადემიურ დოქტორ თამარ ბასილაძესთან ვაგრძელებთ. – როგორ ვერბრძოლოთ აკნეს? – აკნესგან თავის დასაცავად საუკეთესო სტრატეგია ცხიმიანი კანისთვის შექმნილი კოსმეტიკური ნაწარმის გამოყენებაა. ასეთი ნაწარმი ფორებს დახშობისგან იცავს და კანს მჟავატუტოვან ბალანსს უნარჩუნებს, ეს უკანასკნელი კი ხელს უშლის აკნეს გამომწვევი ბაქტერიების გამრავლებას. ცხიმიანი კანისთვის განკუთვნილი დასაბანი საშუალებები მხოლოდ ზედმეტ ცხიმს აშორებს კანს, თანაც ახდენს ანტიბაქტერიულ და დამამშვიდებელ ეფექტს. სასურველია, მათ შემადგენლობაში შედიოდეს სალიცილის მჟავა, რომელიც არეგულირებს ცხიმოვანი ჯირკვლების მუშაობას, გლიკოლის მჟავა, რომელიც დახშობისგან იცავს ფორებს, პანთენოლი, რომელსაც აქვს ანთების საწინააღმდეგო და ანტისეპტიკური თვისებები და ცხიმის გამოყოფასაც არეგულირებს. ამავე ტიპის კანისთვის განკუთვნილი დამატენიანებელი კრემები არ შეიცავს ცხიმებსა და ეთეროვან ზეთებს. უპირატესობა მიანიჭეთ ისეთ ნაწარმს, რომლის შემადგენლობაშიც არ შედის გამაღიზიანებელი კომპონენტები (პარფიუმი, პარაბენები, არომატიზატორები) – შესაძლოა, მათ უფრო მეტად გაამწვაონ აკნე. აკნეს დროს ძალიან მნიშვნელოვანია ჰიგიენის წესების დაცვა. საკმარ...

कवितावली किसकी रचना है

kavitavali kiski rachna hai in hindi lekhak kaun hai कवितावली किसकी रचना है | कवितावली के रचनाकार हैं लेखक कौन है ? भाषा-1ः हिन्दी 1. अष्टछाप के कवि नहीं है- (अ) नाभादास (ब) कृष्णदास (स) परमानन्ददास (द) नन्ददास 2. जो वाणी द्वारा व्यक्त न किया जा सके- (अ) आत्मसाक्षात्कार (ब) स्वानुभूति (स) अनिर्वचनीय (द) रहस्य 3. ‘आचरण की सभ्यता‘ किसका निबन्ध है? (अ) महावीर प्रसाद द्विवेदी (ब) सरदार पूर्णसिंह (स) रामचन्द्र शुक्ल (द) पद्मसिंह 4. ‘भूषण‘ किस काल के कवि हैं? (अ) वीरगाथाकाल (ब) भक्तिकाल (स) रीतिकाल (द) आदिकाल 5. ‘उत्साह‘ किस रस का स्थायी भाव है? (अ) करुण (ब) वीर (स) हास्य (द) श्रृंगार 6. ‘कवितावली‘ के रचनाकार हैं- (अ) सूरदास (ब) जायसी (स) तुलसीदास (द) घनानन्द उत्तर : 6. (स) व्याख्या : 6. ‘कवितावली‘ के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास है। उनकी अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ, ‘विनय-पत्रिका‘, ‘कृष्ण-गीतावली‘, ‘गीतावली‘, ‘दोहावली‘, ‘रामचरितमानस‘ आदि हैं। 7. विनय पत्रिका की भाषा कौन-सी है? (अ) अवधी (ब) खड़ी बोली (स) ब्रज भाषा (द) अपभ्रंश 8. ‘ट‘ वर्ग में किस प्रकार के व्यंजन हैं? (अ) कंठ्य (ब) तालव्य (स) मूर्धन्य (द) दन्त्य 9. ‘अन्धेर-नगरी‘ के लेखक हैं (अ) प्रतापनारायण मिश्र (ब) हरिकृष्ण प्रेमी (स) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (द) रामकुमार वर्मा 10. आदिकाल में पहेलियाँ लिखने वाले कवि थे- (अ) जगनिक (ब) खुसरो (स) सरहपा (द) गोरखनाथ 11. ‘पेड़ से बन्दर कूदा‘, वाक्य में कौन-सा कारक है? (अ) अपादान कारक (ब) कर्म कारक (स) सम्प्रदान कारक (द) करण कारक 12. श्रृंगार रस का स्थायी भाव है- (अ) हास (स) क्रोध (द) उत्साह (ब) रति 13. निम्नलिखित में तद्भव शब्द है- (अ) भ्रमर (ब) अग्नि (स) मस्तक (द) मछली 14. ‘चैपाई‘ छन्द के प्रत्य...