Ganesh ji ki aarti

  1. Ganesh Ji ki Aarti
  2. Ganpati Aarti Download: Shri Ganesh Aarti Online, श्री गणेश की आरती
  3. श्री गणेशजी की आरती (हिंदी)
  4. Ganesh Ji Ki Aarti lyrics diwali 2022 aarti jai ganesh jai ganesh deva
  5. गणेश जी की आरती
  6. ‎Ganesh Ji Ki Aarti on Apple Podcasts


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Ganesh Ji ki Aarti

Aarti is a Hindu, Jain, and Sikh religious ritual and a part of multiple cultures all across the globe. It is a song that glorifies the power and the grace of a deity. It is a way of showing love, devotion, respect to a deity in the spirit of humanity, and gratitude wherein followers become immersed in the divinity. All aarti’s but specifically Ganesh ji ki aarti when performed with the light of a wick soaked in oil or ghee, or a burning incense stick, shows that each being belongs to God and each one is an indispensable part of that divine energy. Credit : T-Series Bhakti Sagar Ganesh Ji ki Aarti is a common aarti that many of us perform. I have performed it many times to get his divine blessings before beginning any important task. Every time I perform this holy aarti I feel united with the lord, and it imparts immense peace to my body, mind, and soul. The entire surrounding gets filled with positive vibrations that bless everyone with peace, joy, and happiness. You would have also sung this aarti, especially during Ganesh Chaturthi or Diwali. But have you ever wondered what it is, why it exists, and what are its benefits? This blog will cover all of that. Who Is Lord Ganesha? Lord Ganesha is a popular Indian deity (also called “ashta hasta” or Ekadanta), often worshipped at the beginning of religious ceremonies and other rituals. Most commonly depicted as having the head of an elephant and four arms, he is also shown in some statues or drawings with only two arms but no...

Ganpati Aarti Download: Shri Ganesh Aarti Online, श्री गणेश की आरती

Ganpati Utsav in 2023 is on Monday, the 9th of September, Ganesh Chaturthi just round the corner, people are purchasing Ganesh idols and decorating their homes. Ganpati is first deity was created on this earth by Adi Shakti, made out of mother earth with vibration of his Mother. One of the major traditional festivals celebrated by the Hindu community all over India is Ganesh Chaturthi. The Ganpati festival is celebrated with lots of enthusiasm every year. Here have uploaded somes collection ganpati aarti specially for Ganesh Chaturthi. This is a amazing collection of ganesh aarti which you can use on Ganesh Chaturthi. Disclaimer: We try to provide the correct or true information on our site however, we are not responsible for the errors, omissions, or representations on any of our pages. The external sites linked on our site are not responsible for any content provided by them. The information given on our site is for education purposes only.

श्री गणेशजी की आरती (हिंदी)

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा । लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ 'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी । कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ शेंदुर लाल चढ़ायो शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुख को । दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहर को । हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवर को । महिमा कहे न जाय लागत हूं पद को । जय देव जय देव ॥०१॥ जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता । धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता । जय देव जय देव ॥०२॥ भावभगत से कोई शरणागत आवे । संतति संपत्ति सबहि भरपूर पावे । ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे । गोसावीनन्दन निशिदिन गुण गावे । जय देव जय देव ॥०३॥ जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता । धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता । जय देव जय देव ॥०४॥ १, २, ३, ४ गणपती की जय जय कार १, २, ३, ४ गणपती की जय जय कार ॥ ५, ६, ७, ८ गणपतिजी हमारे साथ ॥ ९, १०, ११, १२ गणपती है सबसे प्यारा ॥ १३, १४, १५, १६ गणपती है सबसे भोला ॥ १७, १८, १९, २० गणपतीजी हमारे बीच ॥ गणपति बाप्पा मोरया । मंगल मूर्ति मोरय...

Ganesh Ji Ki Aarti lyrics diwali 2022 aarti jai ganesh jai ganesh deva

यहां पढ़ें जय गणेश-जय गणेश और जयदेव, जयदेव मंगलमूर्ति आरती यहां देखें गणेश जी की आरती जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी, माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी। पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा, लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। .. जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया। 'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा .. माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। Download Lakshmi Ji Ki Aarti Pdf : डाउनलोड करें लक्ष्मी जी की आरती- जय लक्ष्मी माता दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी। कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी। Ganesh Ji Ki Aarti पढ़ें भगवान श्रीगणेश की आरती- सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची कंठी झलके माल मुक्ता फलांची। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा चंदनाची उटी कुमकुम केशरा हीरे जड़ित मुकुट शोभतो बरा रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव लम्बोदर पीताम्बर फणिवर बंधना सरल सोंड वक्र तुंड त्रिनयना दास रामाचा वाट पाहे सदना संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुर वर वंदना। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती। जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव ।।

गणेश जी की आरती

Jai Ganesh aarti with lyrics हमारे सभी पाठकों को हमारा सादर प्रणाम आज हम आप सभी के लिए विघ्नहर्ता गणेश जी की आरती लेकर आए हैं। जैसा कि हम सब जानते हैं कि भगवान श्री गणेश प्रथम पूजनीय है और उन्हें विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है, उन्हें विघ्नहर्ता इसलिए कहा जाता है क्योंकि भगवान श्री गणेश के स्मरण मात्र से इंसान के जीवन में आने वाले सभी विघ्न, कष्ट भगवान श्री गणेश स्वयं हर लेते हैं। शायद आप में से कई लोग इस बात को ना जानते हो पर भगवान श्री गणेश को वैदिक देवता की उपाधि भी प्राप्त है क्योंकि भगवान श्री गणेश के समस्त मंत्रों का उल्लेख ऋग्वेद और यजुर्वेद में भी है। भगवान शिव को सबसे प्रिय है ये आरती | Shiv ki aarti गणेश जी की आरती – हमारे हिंदू धर्म में जो प्रमुख पांच देव शामिल हैं जिसमें शिवजी विष्णु जी दुर्गा जी सूर्य देव और गणेश जी का भी उल्लेख आता है और इसी बात से हम गणेश जी की महिमा और उनके महत्व का साफ पता चलता है। इन्हें श्री गणेश इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह देवगण और शिवगण दोनों गणों के स्वामी हैं, इनके नाम का अर्थ भी इस प्रकार है ‘गण’ का अर्थ होता है समुदाय या कोई वर्ग और ‘ईश’ का अर्थ होता है स्वामी। गणेश जी की आरती गणेश जी की आरती जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा । लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥ जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ ‘सूर’...

‎Ganesh Ji Ki Aarti on Apple Podcasts

गणेश जी की पूजा और आरती के बिना कोई भी पूजा, अनुष्ठान पूर्ण नहीं होते। पूजा किसी भी देवी-देवता की क्यों ना हो, गणपति जी की आरती के बिना पूजा सफल नहीं मानी जाती है। गणेश जी की पूजा करने से दाम्पत्य जीवन में सुख और सौभाग्य आता है और घर में समृद्धि बढ़ती है। खास कर के बुधवार को उनकी पूजा करने से गणेश जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। तो आइये सुनते है उनकी पावन आरती। गणेश जी की पूजा और आरती के बिना कोई भी पूजा, अनुष्ठान पूर्ण नहीं होते। पूजा किसी भी देवी-देवता की क्यों ना हो, गणपति जी की आरती के बिना पूजा सफल नहीं मानी जाती है। गणेश जी की पूजा करने से दाम्पत्य जीवन में सुख और सौभाग्य आता है और घर में समृद्धि बढ़ती है। खास कर के बुधवार को उनकी पूजा करने से गणेश जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। तो आइये सुनते है उनकी पावन आरती। • 3 min • © Copyright 2022 Hubhopper

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