Garib kisan ki kahani

  1. garib kisan ki kahani
  2. 15+ Spacial Kisan ki Kahani
  3. एक गरीब किसान की कहानी
  4. Garib Kisan aur Jaadui Pari/Story in Hindi/Jaadui kahaniyan
  5. किसान और नाग पंचतंत्र की कहानी
  6. kisan ki kahani
  7. गरीब किसान की कहानी Dhinal Ganvit द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ


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छत्तीसगढ़ की दो लोक कथाएं, Chhattisgarh Ki Do Lok Kathayen, Two Folk Tales Of Chhattisgarh In Hindi Chhattisgarh Ki Do Lok Kathayen महुआ का पेड़ छत्तीसगढ़ की लोक कथा एक गाँव का मुखिया अतिथि सत्कार के लिए प्रसिद्ध था. आये दिन उसके घर कोई न कोई अतिथि पधारा रहता और वो उनकी आव-भगत में कोई … छत्तीसगढ़ की दो लोक कथाएं | Chhattisgarh Ki Do Lok Kathayen Read More » मातंग जातक कथा, Maatang Jataka Katha, Maatang Jataka Tale In Hindi Maatang Jataka Katha मातंग जातक कथा (Maatang Jataka Katha) बोधिसत्व मातंग की कथा का वर्णन करती है। यह वह समय था, जब समाज में अस्पृश्यता का बोलबाला था। लोग निचली जाति के लोगों से दूर रहते थे और उन्हें छूना हेय समझते थे। उस … मातंग जातक कथा | Maatang Jataka Katha Read More » एक थी सरुमा असमिया लोक कथा, Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha, Ek Thi Saruma Assam Folk Tale Story In Hindi Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha एक थी सरूमा असम की लोक कथा (Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha Kahani) है। यह सरुमा नाम की लड़की की भोली भाली कहानी है, … एक थी सरुमा असमिया लोक कथा | Ek Thi Saruma Assam Ki Lok Katha Read More » पंचतंत्र की 5 कहानियाँ Panchatantra Ki Panch Kahaniyan, Panchatantra Ki 5 Kahaniyan, Top 5 Stories Of Panchatantra Panchatantra Ki Panch Kahaniyan बगुला भगत की कहानी दूरस्थ वन में स्थित एक जलाशय में मछलियाँ, केकड़े, मेंढक और ना-ना प्रकार के जीव-जंतु रहा करते थे. तालाब के किनारे एक बूढ़ा बगुला भी रहा करता था. बूढ़ा बगुला … पंचतंत्र की 5 कहानियाँ | Panchatantra Ki Panch Kahaniyan Read More » भेड़िया और मेमना की कहानी, The Wolf And The Lamb Story In Hindi, Bhediya A...

garib kisan ki kahani

2.1.1 garib kisan ki kahani दोस्तों आज कल किसान जंगली भुंड से काफी परेशान है जो की खेत में खड़ी फसल को काफी नुकशान कर रहे है तो जानते है एक किसान की कहानी…, garib kisan ki kahani garib kisan ki kahani in hindi एक गरीब किसान की दर्द भरी कहानी |, garib kisan ki kahani जून का महिना था चिलचिलाती धुप में रामलाल अपने मनमे बडबडाता हुआ जा रहा था। धुप इतनी तेज थी की जमीन भी आग सी तप रही थी, रामलाल के पैर में चंपल भी नहीं थी। वो नंगे पैर लम्बे लम्बे पगों से आगे बढ़ता जा रहा था। उसको अपनी नहीं बल्कि अपने खेतो की बहोत ज्यादा फिक्र थी। जंगली भुंडो के झुण्ड खेतो में आते थे और कुछ ही मिनीटो में खेत को नहस तहस कर देते थे। रामलाल के खेत में इस साल बहोत ही अच्छी तरबुचे की फसल लगी थी। जिसे देखकर उसकी जान में जान आती थी। उसके पास पैसा नहीं था। लेकिन उसने गाव के ही एक जमीनदार से पैसा उधार लिया हुआ था। जिस पर जमीनदार का ब्याज बहोत तेजी से बढ़ रहा था। रामलाल मन ही मन में सोच रहा था। इस बार तरबुचे बेचकर जमीनदार का सारा कर्ज चुकाऊंगा। और इसके बाद अपनी बीबी के लिए एक अच्छी सी साड़ी और अपने लिए एक कुर्ता खरीद लूँगा। बच्चो के पास भी कपडे नहीं है। उन्हें भी कुछ न कुछ देना पड़ेगा। आगे शर्दी भी आने वाली है। जिसके लिए रजाई और कम्बल भी लेना पड़ेगा, वह यही सब अपने मन में बडबडाते हुए खेतो की तरफ जा रहा था। उसे अपने पैरो की फिक्र नहीं थी। आम आदमी तो ऐसी गरमी में नंगे पैर नहीं चल पाता। लेकिन रामलाल अपने मनमे सपने देखता हुआ अपने खेतो की और बढ़ता चला जा रहा था। खेत के पास पहोचते ही रामलाल गदगद हो गया। खेत में बहोत अच्छी तरबुचे की फसल थी। वह हर समय खेत में ही आते जाते रहेता था। क्योकि अगर धोके से भी भुंड आ गया तो उसका ...

15+ Spacial Kisan ki Kahani

बहुत समय पहले की बात है। एक बार एक गांव में एक किसान रहता था। उसके पास बहुत सी बकरियां थी। वह बकरियों को पालता था और वहीं उसकी रोजी रोटी का साधन थीं। एक बार उसको एक शेर का बच्चा मिला, उसने शेर के बच्चे को पाल लिया। धीरे धीरे सागर बड़ा हुआ। शेर किसान को तो कुछ नहीं करता था, लेकिन वह बकरियों का दुश्मन था। किसान ने एक दिन सोचा कि वह अपने शेर को एक चिड़ियाघर में छोड़ आएगा जिससे कि उसकी देखभाल भी हो जाएगी और किसी शिकारी के हाथों मरने का डर भी नहीं रहेगा। साथ ही उसको कुछ पैसों की आवश्यकता थी तो उसे एक बकरी भी बेचनी थी। अब वह किसान, अपने शेर, और बकरी को लेकर बाजार की ओर जाने लगा। ताकि साथ मे दोनो कार्य हो जाएं। किसान के सामने शेर, बकरी को कोई हानि नहीं पहुंचा सकता था। किसान ने साथ मे कुछ घास भी रख ली बकरी के लिए। अब बाजार जाने के लिए तो बीच मे नदी पड़ती थी। और वहां एक ही नाव थी, जिसमे केवल दो ही वस्तुओं अथवा व्यक्तियों को इस पार से उस पार ले जाया जा सकता था। किसान की समझ मे नहीं आ रहा था कि वह करे तो क्या करे। क्योंकि अगर वह शेर को ले जाता तो बकरी घास खा जाती और अगर वह घास ले जाता तो शेर बकरी को खा जाता। बहुत देर सोचने के बाद उसे एक युक्ति सूझी। वह पहले बकरी को अपने साथ ले गया और उसे उस पार छोड़ आया। फिर वह नदी के इस पार आ गया। इस बार वह शेर को नाव में बैठकर नदी के उस पार ले गया। लेकिन आते वक्त बकरी को वापस ले आया। फिर वह बकरी को छोड़कर घाँस को शेर के पास ले गया। और अंत मे वापस आकर बकरी को भी उस पार ले गया। इस प्रकार उसने अपनी सूझ बुझ से तीनों को नदी पार कराया और फिर उन्हें बाजार ले गया। सीख | Also Read : किसान और उसके बेटे एक गांव में एक किसान रहता था। उसके तीन बेटे थे। वे तीनों बहुत ...

एक गरीब किसान की कहानी

अपने लिए तो हर कोई जीता है लेकिन जो लोग दुसरे के लिए जीते है वही लोग हमेसा याद किये जाते है और ऐसे लोगो की मदद भी ईश्वर खुद करते है इसी सोच पर आज हम एक ऐसी Garib Kisan Ki Kahani in Hindi Moral Hindi Story बताने जा रहे है जिनसे हम सभी को जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है तो चलिए इस गरीब किसान की कहानी को जानते है. गरीब किसान की प्रेरणादायक कहानी गरीब किसान की प्रेरणादायक कहानी Poor Farmer Inspiring Moral Hindi Story एक बार की बात है एक गाँव में गरीब किसान अपनी पत्नी की साथ रहता था उसके पास एक गाय और थोड़ी सी खेती के लिए जमीन थी जहा वह दिन भर अपने खेतो में काम करता था तब कही जाकर उसे खाने के लिए अनाज हो पाते थे इस तरफ से किसान अपना किसी तरह जीवन गुजारा करते थे जिस कारण से किसान की पत्नी हमेसा अपने भाग्य और भगवान को कोसती रहती थी की ना जाने किस जनम का पाप इस जनम में भरना पड़ रहा है जो की गरीबी में जीवन जीना पड़ रहा है, एक दिन की बात है दोपहर का समय था किसान खेतो से आकर अपने घर पर अपनी पत्नी के साथ खाना खाने जा रहा था की इतने में एक साधू महाराज भिक्षा मागते हुए उसके दरवाजे पर पहुचे और भिक्षा मागने लगे तो इतने में किसान घर के बाहर आया और बोला “साधू महाराज हम सभी पहले से इतने गरीब है और किसी तरह अपना जीवन गुजार रहे है और ऐसे में हम आपको कहा से दान दे, हमारा साथ तो ऊपर वाला भी छोड़ चुका है” तो साधू की बातो को सुनकर हामी भर दी और किसान बोला “हां महाराज हमारे साथ कुछ ऐसा ही है अब आप ही चाहो तो आपके आशीर्वाद से शायद हमारी किस्मत बदल जाए” तो किसान की यह बात सुनकर साधू महाराज ने कहा “ठीक है जैसा हम कहते है ठीक वैसे ही करते जाओगे” तो गरीब किसान बोला क्या करना होगा हमे जिससे हमारे अच्छे दिन आ ज...

Garib Kisan aur Jaadui Pari/Story in Hindi/Jaadui kahaniyan

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किसान और नाग पंचतंत्र की कहानी

kisan aur nag Panchtantra ki kahani यहाँ पढ़ें : किसान और नाग पंचतंत्र की कहानी | kisan aur nag Panchtantra ki kahani in Hindi एक गरीब ब्राह्मण अपने खेत में बहुत मेहनत करता था। एक दिन वह थककर एक पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। तभी उसे एक बिल के अंदर से एक नाग निकलता दिखाई दिया। ब्राह्मण ने सोचा, “मुझे इस नाग की रोज पूजा करनी चाहिए। इस की कृपा से शायद मेरे खेतों में अच्छी फसल होने लगे।” kisan aur nag Panchtantra ki kahani उस शाम उसने उस नाग को दूध अर्पित किया और कहां, “खेतों के रक्षक, मैं आपको यह दूध अर्पित कर रहा हूं। कृपया आप मुझ पर अपनी कृपा रखें।” अगली सुबह जब ब्राह्मण आया तो उसने दूध के कटोरे में एक सोने का सिक्का पाया। ब्राह्मण रोज नाग को दूध चढ़ाता था और नाग कटोरे में एक सोने का सिक्का छोड़ जाता। जल्द ही वह ब्राह्मण अमीर हो गया। एक दिन ब्राह्मण को किसी काम से शहर से बाहर जाना पड़ा। उसने अपने बेटे से नाग को दूध अर्पित करने को कहा। लड़के ने अपने पिता की आज्ञा का पालन किया। अगले दिन जब बेटा बिल के पास गया तो उसे सोने का सिक्का मिला। लड़के ने सोचा, “इस बिल के अंदर जरूर बहुत सारे सोने के सिक्के होंगे। क्यों ना मैं नाग को मारकर सारे सोने के सिक्के निकाल लो।” उस शाम को उसने सांप को लाठी से मारने की कोशिश की। नाग को गुस्सा आ गया और उसने लड़के को डस लिया। नाग के जहर से लड़का मर गया। ब्राह्मण जब शहर से वापस आया तो उससे सारी घटना का पता चला। उसने नाग को कोई दोष नहीं दिया। अगली शाम वह बिल के पास गया और उसने नाग को दूध अर्पित किया। घायल नाग ने ब्राह्मण से क्रोधित होकर बोला, “तुम अपने बेटे की मौत के बारे में इतनी जल्दी भूल गए। और सोने के सिक्के की लालच में फिर यहां आ गए। मैं अब तुम्ह...

kisan ki kahani

• • • • • संबंधित : बच्चों के लिए रोचक कहानियाँ किसान हमारे अन्न दाता होते हैं, किसान खेत मे दिनभर मेहनत करके अन्न पेदा करता है जिससे हम सभी को अनाज मिलता है, बच्चों को किसान की मेहनत से अवगत कराने के लिए उन्हे किसान की कहानियाँ सुनानी चाहिए। किसान की कहानियाँ बच्चों को प्रेरित करती हैं तथा उन्हे शिक्षा प्रदान करती हैं हिंदीस्वराज आपके लिए kisan ki kahani की कुछ शिक्षाप्रद कहानियाँ लेकर आया है। तो चलिए आज हम यहा पर नई नई kisan ki kahani पढ़ते है जिन्हें पढ़कर आप अपने बच्चों को मेहनत करना सिखा सकते है। kisan ki kahani | किसान की कहानी किसान और नाग की कहानी बच्चों के लिए नैतिक कहानियाँ | motivational kahani hindi | Inspirational Stories 1 2 3 4 5 6 7 8 9 बच्चों के लिए शेर की 8 + रोचक कहानियाँ 10 billi ki kahani 11 12 13 14 15 मेहनती किसान। Kisan Ki Kahani। Hindi Kahaniya | Hindi Moral Stories | PM MODI |Aadi And Friends

गरीब किसान की कहानी Dhinal Ganvit द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

किसी ने क्या कमाल की बात कही हैं..! ऊपरवाला जब भी हमारे बारे में सोचता है तब सिर्फ हमें उस इशारे को समझने की बात होती हैं। वो ढेरों खुशियां लाकर हमें थमा ही देता है। एक किसान गरीबी के दिनों में अपने परिवार के साथ जी रहा था। किसान के परिवार में वह, उसकी पत्नी और उसकी एक छोटी बेटी रहती थी। किसान के छोटी बेटी को बढ़ाई में काफी दिलचस्पी थी। लेकिन वो किसान उसकी आर्थिक परिस्थिति सही ना होने की वजह से काफी दुखी रहता था। और इसी वजह से अपनी बेटी पर भी वह चिल्ला देता था। इसीलिए किसान की बेटी पढ़ाई करने की बात कहने से उसकी किसान से डरती थी। और किसान की पत्नी भी वह अपने पति से जुदा ना हो जाए इस वजह से अपने बच्ची के लिए खामोश रहती थी। थोड़ा वक्त यूं ही चला गया। 1 दिन उस किसान के घर एक स्वामी जी अपने सन्यास के दौरान उस किसान के घर पर जा पहुंचते हैं। किसान की पत्नी उस स्वामी जी को बढ़िया भोजन बना कर खिलाती है। विश्राम के दौरान स्वामी जी किसान की बेटी से पूछते हैं कि क्या तुम्हें पढ़ाई लिखाई आती है। तब उस किसान की पत्नी स्वामी जी को बड़े दुख के साथ बताती है कि स्वामी जी क्या करें कोई रास्ता नहीं है..! मुश्किल से दो वक्त का खाना निकाल पाते हैं। और मेरे पति भी आर्थिक परिस्थिति की वजह से इस बच्ची की पढ़ाई के खिलाफ है। तब वह स्वामीजी सभी बातें समझ जाते हैं। अंत में जाते समय वह स्वामी जी किसान की पत्नी को अपने सामान में से अनाज की एक छोटी सी पोटली थमा कर बोलते हैं कि भेजो अपना सन्यास पूरा करके यहां से लौटेंगे तब तक यह अनाज की पोटली तुम अपने पास संभाल कर रखना। किसान की पत्नी स्वामी जी का यह उद्देश्य समझ नहीं पाती है। स्वामी जी वहां से किशन की पत्नी को आशीर्वाद देकर चले जाते हैं। लेकिन किसान की ...