Giloy ka juice peene ke fayde

  1. Health Benefits Of Giloy Juice: Besides Strengthening Immunity, Here Are 4 Benefits Of Drinking Giloy Juice
  2. पतंजलि गिलोय जूस के 11 फायदे, उपयोग और नुकसान
  3. Giloy पीने से क्या होता है
  4. लौकी के जूस के फायदे, नुकसान और कैसे बनाये
  5. गिलोय (गुडूची) की पहचान, गिलोय के फायदे और नुकसान
  6. लौकी के जूस के फायदे, नुकसान और कैसे बनाये
  7. गिलोय (गुडूची) की पहचान, गिलोय के फायदे और नुकसान
  8. Health Benefits Of Giloy Juice: Besides Strengthening Immunity, Here Are 4 Benefits Of Drinking Giloy Juice
  9. पतंजलि गिलोय जूस के 11 फायदे, उपयोग और नुकसान
  10. Giloy पीने से क्या होता है


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Health Benefits Of Giloy Juice: Besides Strengthening Immunity, Here Are 4 Benefits Of Drinking Giloy Juice

Health Benefits Of Giloy Juice: गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करती है. गिलोय के जूस को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. गिलोय की पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है. गिलोय का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है. इसके जूस के सेवन से इम्यूनिटी पावर को बढ़ाया जा सकता है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश भर में तबाही मचा दी है. ऐसे में कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ इम्यूनिटी को मजबूत बनाने की ओर जोर दे रहे हैं. दरअसल मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वायरल, संक्रमण से बचाने में मदद करती है. गिलोय का काढ़ा कई दिन तक लगातार पीने से पुराने से पुराना बुखार भी ठीक किया जा सकता है. गिलोय को पाचन तंत्र मजबूत करने में भी मददगार माना जाता है. तो चलिए आज हम आपको गिलोय का जूस पीने के फायदे बताते हैं. गिलोय का जूस नियमित पीने से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है. गिलोय में पाए जाने वाले पोषक तत्व सेहत के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं. मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वारयल संक्रमण से बचाने में मदद कर सकती है. 2. पाचनः गिलोय का इस्तेमाल पाचन में सुधार और आंत संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार माना जाता है. रोजाना गिलोय के साथ आंवला जूस का सेवन करने से पाचन शक्ति को मजबूत बनाया जा सकता है. गिलोय का इस्तेमाल पाचन में सुधार और आंत संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार माना जाता है. Photo Credit: iStock 3. डायबिटीजः डायबिटीज आज के समय की एक गंभीर समस्या में से एक है. गिलोय के जूस को डायबिटीज में काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर आप टाइप 2 डायब...

पतंजलि गिलोय जूस के 11 फायदे, उपयोग और नुकसान

Patanjali giloy juice ke fayde : पतंजलि गिलोय जूस के फायदे स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छे है, इसके उपयोग से मोटापा, मधुमेह, पाचन, लिवर, हृदय और त्वचा से जुड़ी बहुत सी समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। इस आर्टिकल में हम पतंजलि गिलोय जूस के फायदे (patanjali giloy juice benefits in hindi), नुकसान, सेवन का तरीका और इससे जुड़ी कुछ सावधानियों के बारे में जानेंगे। गिलोय एक प्रकार की बेल है जो आमतौर पर जंगली इलाकों में पाई जाती है । गिलोय की पहचान इसके पत्ते से की जा सकती है, गिलोय का पत्ता गाढ़े हरे रंग का होता होता है जो काफी हद तक पान के पत्ते के समान दिखाई देता है। गिलोय की बेल आप अपने घर के आसपास या फिर घर पर भी लगा सकते हैं, यह किसी भी जगह आसानी से विकसित हो जाती है। आयुर्वेद में गिलोय को अमृत के समान माना गया है यही कारण है की इसे “ अमृता” के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार गिलोय हर मर्ज की दवा है, यही कारण है की इसका उपयोग बहुत से आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। आप गिलोय का उपयोग कई तरीकों से कर सकते हैं, गिलोय का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं, यदि आप जूस के रूप में गिलोय का सेवन करना चाहते हैं तो पतंजलि गिलोय जूस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। यह 500ml की बोतल में आता है जिसका आप एक महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं, बोतल का ढक्कन खोलने के बाद 30 दिन तक इसका उपयोग किया जा सकता है। पतंजलि गिलोय जूस के फायदे (patanjali giloy juice ke fayde) और पतंजलि गिलोय जूस पीने का तरीका जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें। पतंजलि गिलोय जूस के फायदे – Giloy Juice Patanjali Benefits in Hindi 1. डायबिटीज के लिए उपयोगी ...

Giloy पीने से क्या होता है

01-3-23 | 1 Minute Read Giloy पीने से क्या होता है – गिलोय का उपयोग कैसे करें, गिलोय से गठिया का इलाज आज इस पोस्ट में जानेंगे की Giloy Peene Se Kya Hota Hai और Giloy Ka Upyog Kaise Karenसाथ ही जानेंगे की गिलोय जूस कब पीना चाहिए और गिलोय पीने के फायदे क्या है. साथ ही पोस्ट में जानेंगे की गिलोय किसे नहीं खाना चाहिए और गिलोय से गठिया का इलाज कैसे किया जाता है. इन सब के बारे में इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे. कोरोना के आने के बाद से ही लोग अपनी इम्युनिटी पॉवर बढाने पर ध्यान देने लग गए, क्योकि कोरोना से लड़ने में स्ट्रोंग इम्युनिटी ही सबसे कारगर इलाज थी. गिलोय इम्युनिटी पॉवर को बढाने में फायदेमंद होती है, जिस वजह से कोरोना काल में इसका इस्तेमाल भी काफी बड गया. यह आपके आँखों और कानो के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है. इसके अलावा यह अन्य बीमारियों और परेशानियों जैसे: कब्ज, गठिया, पीलिया, बवासीर, बुखार, कैंसर, टीबी, लीवर आदि के इलाज में और इनके नियंत्रण में भी फायदेमंद होती है. Giloy Ka Upyog Kaise Karen आयुर्वेद में किसी भी प्रकार की औषधि का सेवन का एक समय, तरीका और उसकी मात्रा निर्धारित होती है. अगर उसे उसी तरह से लिया जाए या उसका सेवन किया जाए तभी उसका फायदा मिलता है वरना उसका दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकता है. अगर आपको बुखार या अन्य मौसमी बीमारी है तब गिलोय का काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद होगा. हमेशा खाली पेट ही इसका सेवन करन चाहिए, तभी इसका बेहतर फायदा देखने को मिलेगा. आप काढ़ा बनाने के लिए इसकी पत्तियों या तने का भी उपयोग कर सकते है. आप अगर चाहे तो इसके तने को उबाल कर उसमे कुछ जरुरी चीजे जैसे तुलसी, लौंग आदि डालकर भी इसका काढ़ा बनाकर पी सकते है. • • Giloy Peene Ke Fayde गिलोय न...

लौकी के जूस के फायदे, नुकसान और कैसे बनाये

लौकी को सबसे पौष्टिक ब्‍लड शुगर घटाने में लौकी बहुत असरकारी होती है और इसमें लौकी के बारे में तथ्‍य: • वानस्‍पतिक नाम: लेजीनेरिया सिसेरेरिया • कुल: लौकी • संस्‍कृत नाम: क्षीरतुम्बी, अलाबू • सामान्‍य नाम: लौकी, कद्दू, लउका, घीया • भौगोलिक विवरण: लौकी का मूल स्‍थान दक्षिण अफ्रीका में माना जाता है। विश्‍व के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में लौकी उगाई जाती है। • • • • • • • • • • • • • • अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आप व्यायाम के साथ खानपान पर विशेष ध्यान दें। इसके लिए नियमित व्यायाम के बाद आपको प्रतिदिन 100 ग्राम लौकी का जूस पीना चाहिए। लौकी के जूस को पीने से पेट घंटो तक भरा रहता है जिससे आपका लौकी का रसविटामिन, पोटेशियम, लौह, पानी और फाइबर से परिपूर्ण होता है। लौकी के रस में मौजूद पोषक तत्वशरीर की चयापचय दर में वृद्धि करते हैं और (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Medarodh Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को वजन कम करने के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। अगर आप नियमित रूप से सिर्फ़ एक गिलास लौकी का रस पीते हैं तो आप काफ़ी हद तक लौकी के जूस का यह लाभ लौकी में मौजूदपोटेशियम की अधिक मात्राके कारण है। पोटेशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो प्राकृतिक वासोडिलेटर (vasodilator) के रूप में कार्य करता है। वासोडिलेटर छोटी रक्‍तवाहिकाओं को बड़ा करने का काम करता है। यहहमारे रक्त वाहिकाओं को शिथिल (relaxes) कररक्त परिसंचरण में सुधार करता है और इस प्रकार उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता करता है। इसक...

गिलोय (गुडूची) की पहचान, गिलोय के फायदे और नुकसान

गुडूची क्‍या है? भारत के कई हिस्‍सों में पाया जाने वाला गिलोय या टीनोस्पोराएक पर्णपाती वृक्ष है। आयुर्वेदिक और पारंपरिक औषधि प्रणाली में अनेक उपचारों एवं स्‍वास्‍थ्‍यवर्द्धक लाभों के लिए इस जड़ी बूटी को महत्‍वपूर्ण स्‍थान दिया गया है। यहां तक कि पौराणिक समय में देवताओं को युवा और स्‍वस्‍थ रखने में गिलोय मदद करता था और इसके स्‍वास्‍थ्‍वर्द्धक गुणों को देखकर इस बात की पुष्टि होती है कि गिलोय सेहत के लिए अमृत समान है। (और पढ़ें - गुडूची के वृक्ष की एक बहुवर्षीय लता होती है एवं इसके पत्तों का आकार (और पढ़ें - गिलोय के फल हरे रंग के होते हैं और पकने पर इनका रंग लाल हो जाता है। गिलोय के अधिकतर औषधीय गुण इसके तने में मौजूद होते हैं लेकिल इसकी पत्तियों, फल और जड़ का भी बुहत उपयोग किया जाता है। गिलोय के बारे में रोचक तथ्‍य: • वानस्‍पतिक नाम: टीनोस्पोरा कार्डीफोलिया • कुल: मेनिस्‍पर्मियेसी • सामान्‍य नाम: गिलोय, गुडूची, गुलबेल, टीनोस्पोरा • संस्‍कृत नाम: अमृता, चक्रांगी, कुंडलिनी, छिन्‍नरुहा • उपयोगी भाग: जड़, पत्तियां • भौगोलिक विवरण: गिलोय मूल रूप से भारतीय उपमहाद्वीप से है लेकिन यह चीन में भी पाया जाता है। • गुण: गर्म • • • • • • • • • • • • • • • गिलोय आयुर्वेद में मौजूद सबसे महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों में से एक है। यह भारतीय टीनोस्पोरा (Indian Tinospora) या गुदुची (Guduchi) के रूप में जाना जाता है। गिलोय को अक्सर अमृता बुलाया जाता है, जोअमृत काभारतीय नाम है। यह विभिन्न प्रकार के प्रयोजनों और रोगों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। हो सकता है आपने गिलोय की बेल देखी हो लेकिन जानकारी के अभाव में गिलोय की पहचान नहीं कर पाए हों। गिलोय का पौधा एक बेल के रूप में होता है और इसकी पत्त‍ियां...

लौकी के जूस के फायदे, नुकसान और कैसे बनाये

लौकी को सबसे पौष्टिक ब्‍लड शुगर घटाने में लौकी बहुत असरकारी होती है और इसमें लौकी के बारे में तथ्‍य: • वानस्‍पतिक नाम: लेजीनेरिया सिसेरेरिया • कुल: लौकी • संस्‍कृत नाम: क्षीरतुम्बी, अलाबू • सामान्‍य नाम: लौकी, कद्दू, लउका, घीया • भौगोलिक विवरण: लौकी का मूल स्‍थान दक्षिण अफ्रीका में माना जाता है। विश्‍व के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में लौकी उगाई जाती है। • • • • • • • • • • • • • • अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आप व्यायाम के साथ खानपान पर विशेष ध्यान दें। इसके लिए नियमित व्यायाम के बाद आपको प्रतिदिन 100 ग्राम लौकी का जूस पीना चाहिए। लौकी के जूस को पीने से पेट घंटो तक भरा रहता है जिससे आपका लौकी का रसविटामिन, पोटेशियम, लौह, पानी और फाइबर से परिपूर्ण होता है। लौकी के रस में मौजूद पोषक तत्वशरीर की चयापचय दर में वृद्धि करते हैं और (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Medarodh Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को वजन कम करने के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। अगर आप नियमित रूप से सिर्फ़ एक गिलास लौकी का रस पीते हैं तो आप काफ़ी हद तक लौकी के जूस का यह लाभ लौकी में मौजूदपोटेशियम की अधिक मात्राके कारण है। पोटेशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो प्राकृतिक वासोडिलेटर (vasodilator) के रूप में कार्य करता है। वासोडिलेटर छोटी रक्‍तवाहिकाओं को बड़ा करने का काम करता है। यहहमारे रक्त वाहिकाओं को शिथिल (relaxes) कररक्त परिसंचरण में सुधार करता है और इस प्रकार उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता करता है। इसक...

गिलोय (गुडूची) की पहचान, गिलोय के फायदे और नुकसान

गुडूची क्‍या है? भारत के कई हिस्‍सों में पाया जाने वाला गिलोय या टीनोस्पोराएक पर्णपाती वृक्ष है। आयुर्वेदिक और पारंपरिक औषधि प्रणाली में अनेक उपचारों एवं स्‍वास्‍थ्‍यवर्द्धक लाभों के लिए इस जड़ी बूटी को महत्‍वपूर्ण स्‍थान दिया गया है। यहां तक कि पौराणिक समय में देवताओं को युवा और स्‍वस्‍थ रखने में गिलोय मदद करता था और इसके स्‍वास्‍थ्‍वर्द्धक गुणों को देखकर इस बात की पुष्टि होती है कि गिलोय सेहत के लिए अमृत समान है। (और पढ़ें - गुडूची के वृक्ष की एक बहुवर्षीय लता होती है एवं इसके पत्तों का आकार (और पढ़ें - गिलोय के फल हरे रंग के होते हैं और पकने पर इनका रंग लाल हो जाता है। गिलोय के अधिकतर औषधीय गुण इसके तने में मौजूद होते हैं लेकिल इसकी पत्तियों, फल और जड़ का भी बुहत उपयोग किया जाता है। गिलोय के बारे में रोचक तथ्‍य: • वानस्‍पतिक नाम: टीनोस्पोरा कार्डीफोलिया • कुल: मेनिस्‍पर्मियेसी • सामान्‍य नाम: गिलोय, गुडूची, गुलबेल, टीनोस्पोरा • संस्‍कृत नाम: अमृता, चक्रांगी, कुंडलिनी, छिन्‍नरुहा • उपयोगी भाग: जड़, पत्तियां • भौगोलिक विवरण: गिलोय मूल रूप से भारतीय उपमहाद्वीप से है लेकिन यह चीन में भी पाया जाता है। • गुण: गर्म • • • • • • • • • • • • • • • गिलोय आयुर्वेद में मौजूद सबसे महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों में से एक है। यह भारतीय टीनोस्पोरा (Indian Tinospora) या गुदुची (Guduchi) के रूप में जाना जाता है। गिलोय को अक्सर अमृता बुलाया जाता है, जोअमृत काभारतीय नाम है। यह विभिन्न प्रकार के प्रयोजनों और रोगों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। हो सकता है आपने गिलोय की बेल देखी हो लेकिन जानकारी के अभाव में गिलोय की पहचान नहीं कर पाए हों। गिलोय का पौधा एक बेल के रूप में होता है और इसकी पत्त‍ियां...

Health Benefits Of Giloy Juice: Besides Strengthening Immunity, Here Are 4 Benefits Of Drinking Giloy Juice

Health Benefits Of Giloy Juice: गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करती है. गिलोय के जूस को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. गिलोय की पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है. गिलोय का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है. इसके जूस के सेवन से इम्यूनिटी पावर को बढ़ाया जा सकता है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश भर में तबाही मचा दी है. ऐसे में कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ इम्यूनिटी को मजबूत बनाने की ओर जोर दे रहे हैं. दरअसल मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वायरल, संक्रमण से बचाने में मदद करती है. गिलोय का काढ़ा कई दिन तक लगातार पीने से पुराने से पुराना बुखार भी ठीक किया जा सकता है. गिलोय को पाचन तंत्र मजबूत करने में भी मददगार माना जाता है. तो चलिए आज हम आपको गिलोय का जूस पीने के फायदे बताते हैं. गिलोय का जूस नियमित पीने से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है. गिलोय में पाए जाने वाले पोषक तत्व सेहत के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं. मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई वारयल संक्रमण से बचाने में मदद कर सकती है. 2. पाचनः गिलोय का इस्तेमाल पाचन में सुधार और आंत संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार माना जाता है. रोजाना गिलोय के साथ आंवला जूस का सेवन करने से पाचन शक्ति को मजबूत बनाया जा सकता है. गिलोय का इस्तेमाल पाचन में सुधार और आंत संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार माना जाता है. Photo Credit: iStock 3. डायबिटीजः डायबिटीज आज के समय की एक गंभीर समस्या में से एक है. गिलोय के जूस को डायबिटीज में काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर आप टाइप 2 डायब...

पतंजलि गिलोय जूस के 11 फायदे, उपयोग और नुकसान

Patanjali giloy juice ke fayde : पतंजलि गिलोय जूस के फायदे स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छे है, इसके उपयोग से मोटापा, मधुमेह, पाचन, लिवर, हृदय और त्वचा से जुड़ी बहुत सी समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। इस आर्टिकल में हम पतंजलि गिलोय जूस के फायदे (patanjali giloy juice benefits in hindi), नुकसान, सेवन का तरीका और इससे जुड़ी कुछ सावधानियों के बारे में जानेंगे। गिलोय एक प्रकार की बेल है जो आमतौर पर जंगली इलाकों में पाई जाती है । गिलोय की पहचान इसके पत्ते से की जा सकती है, गिलोय का पत्ता गाढ़े हरे रंग का होता होता है जो काफी हद तक पान के पत्ते के समान दिखाई देता है। गिलोय की बेल आप अपने घर के आसपास या फिर घर पर भी लगा सकते हैं, यह किसी भी जगह आसानी से विकसित हो जाती है। आयुर्वेद में गिलोय को अमृत के समान माना गया है यही कारण है की इसे “ अमृता” के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार गिलोय हर मर्ज की दवा है, यही कारण है की इसका उपयोग बहुत से आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। आप गिलोय का उपयोग कई तरीकों से कर सकते हैं, गिलोय का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं, यदि आप जूस के रूप में गिलोय का सेवन करना चाहते हैं तो पतंजलि गिलोय जूस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। यह 500ml की बोतल में आता है जिसका आप एक महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं, बोतल का ढक्कन खोलने के बाद 30 दिन तक इसका उपयोग किया जा सकता है। पतंजलि गिलोय जूस के फायदे (patanjali giloy juice ke fayde) और पतंजलि गिलोय जूस पीने का तरीका जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें। पतंजलि गिलोय जूस के फायदे – Giloy Juice Patanjali Benefits in Hindi 1. डायबिटीज के लिए उपयोगी ...

Giloy पीने से क्या होता है

01-3-23 | 1 Minute Read Giloy पीने से क्या होता है – गिलोय का उपयोग कैसे करें, गिलोय से गठिया का इलाज आज इस पोस्ट में जानेंगे की Giloy Peene Se Kya Hota Hai और Giloy Ka Upyog Kaise Karenसाथ ही जानेंगे की गिलोय जूस कब पीना चाहिए और गिलोय पीने के फायदे क्या है. साथ ही पोस्ट में जानेंगे की गिलोय किसे नहीं खाना चाहिए और गिलोय से गठिया का इलाज कैसे किया जाता है. इन सब के बारे में इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे. कोरोना के आने के बाद से ही लोग अपनी इम्युनिटी पॉवर बढाने पर ध्यान देने लग गए, क्योकि कोरोना से लड़ने में स्ट्रोंग इम्युनिटी ही सबसे कारगर इलाज थी. गिलोय इम्युनिटी पॉवर को बढाने में फायदेमंद होती है, जिस वजह से कोरोना काल में इसका इस्तेमाल भी काफी बड गया. यह आपके आँखों और कानो के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है. इसके अलावा यह अन्य बीमारियों और परेशानियों जैसे: कब्ज, गठिया, पीलिया, बवासीर, बुखार, कैंसर, टीबी, लीवर आदि के इलाज में और इनके नियंत्रण में भी फायदेमंद होती है. Giloy Ka Upyog Kaise Karen आयुर्वेद में किसी भी प्रकार की औषधि का सेवन का एक समय, तरीका और उसकी मात्रा निर्धारित होती है. अगर उसे उसी तरह से लिया जाए या उसका सेवन किया जाए तभी उसका फायदा मिलता है वरना उसका दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकता है. अगर आपको बुखार या अन्य मौसमी बीमारी है तब गिलोय का काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद होगा. हमेशा खाली पेट ही इसका सेवन करन चाहिए, तभी इसका बेहतर फायदा देखने को मिलेगा. आप काढ़ा बनाने के लिए इसकी पत्तियों या तने का भी उपयोग कर सकते है. आप अगर चाहे तो इसके तने को उबाल कर उसमे कुछ जरुरी चीजे जैसे तुलसी, लौंग आदि डालकर भी इसका काढ़ा बनाकर पी सकते है. • • Giloy Peene Ke Fayde गिलोय न...