ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 में भारत का स्थान

  1. Is India a country of hungry people The government told what are the flaws in the Global Hunger Index 2022
  2. Global Hunger Index : भारत 6 पायदान फिसलकर 107वें पर पहुंचा, पाकिस्तान और श्रीलंका की स्थिति हमसे बेहतर – Lagatar
  3. Global Hunger Index 2022 रिपोर्ट में भारत की हालत बदतर, पाकिस्तान और श्रीलंका से गई गुज़री
  4. Global Hunger Index: क्या भारत है 'भूखों' का देश? सरकार ने बताया क्यों सही नहीं है ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट
  5. Global Hunger Index: ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107वें स्थान पर फिसला भारत, पाकिस्तान
  6. India Global Hunger Index में 107वें नंबर पर पहुंचा, बांग्लादेश आगे निकला
  7. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 116 देशों में रहा 101वें स्थान पर, यहां जानिये विस्तार से
  8. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में और नीचे फिसला भारत, 121 देशों में 107वां नंबर


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Is India a country of hungry people The government told what are the flaws in the Global Hunger Index 2022

Is India a country of hungry people The government told what are the flaws in the Global Hunger Index 2022 | Global Hunger Index: क्या भारत ‘भूखों’ का देश है? सरकार ने बताया ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022’ में क्या हैं खामियां | Hindi News, देश Global Hunger Index: क्या भारत ‘भूखों’ का देश है? सरकार ने बताया ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022’ में क्या हैं खामियां Global Hunger Index 2022 News: ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2022 (Global Hunger Index 2022) में भारत को 121 देशों की लिस्ट में 107वां स्थान मिलने के बाद से सवाल उठने लगे हैं कि क्या वाकई भारत की स्थिति पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार से भी बदतर है. पिछली रिपोर्ट की तुलना में भारत 6 नंबर और नीचे आ गया है. बता दें 121 देशों की सूची में पाकिस्तान 99वें, श्रीलंका 64वें, बांग्लादेश 84वें, नेपाल 81वें व म्यांमार 71वें स्थान पर है. लेकिन अब सरकार की एक रिपोर्ट ने साफ किया है कि कैसे ये इंडेक्स बनाया जाता है और कौन हैं वो लोग जो भारत की स्थिति खराब ही दिखाना चाहते हैं. चौथा मानक है कुपोषण- ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत में कुपोषित जनसंख्या 16.3% आंकी गई है लेकिन इसके लिए केवल तीन हजार की आबादी का सैंपल साइज लिया गया. 140 करोड़ की आबादी वाले देश में यह सैंपल बहुत छोटा है. भारत की छवि खराब करने वाले सवाल पूछे गए इस रिपोर्ट को आयरलैंड और जर्मनी के दो एनजीओ ने मिलकर बनाया है. सरकार के वाइट पेपर के मुताबिक इसमें जानबूझकर ऐसे सवाल पूछे गए जिससे भारत की छवि खराब ही किया जाना तय हो सके. जैसे एक सवाल में लोगों से पूछा गया कि क्या कभी आपको यह चिंता हुई कि आपके पास इतने कम पैसे हैं कि आपको शायद भरपेट खाना ना मिले? इस तरह के सवा...

Global Hunger Index : भारत 6 पायदान फिसलकर 107वें पर पहुंचा, पाकिस्तान और श्रीलंका की स्थिति हमसे बेहतर – Lagatar

LagatarDesk : भूख और कुपोषण पर नजर रखने वाली वैश्विक भुखमरी सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) ने 2022 का आंकड़ा जारी कर दिया है. भुखमरी में भारत की रैंकिंग और नीचे गिर गयी है. जो यह दर्शाता है कि यहां भुखमरी की समस्या काफी गंभीर है. हैरानी की बात यह है कि भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे है. साउथ एशिया के देशों में अफगानिस्तान के बाद भारत की हालात सबसे ज्यादा खराब है. (पढ़ें, 2021 की तुलना में 6 पायदान नीचे फिसला भारत ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 121 देशों में भारत का स्थान 107वां है. पिछले साल यानी ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 में 116 देशों की रैंकिंग में भारत 101वें पायदान पर था. इस तरह पिछले साल की तुलना में भारत 6 पायदान नीचे फिसल गया है. 2020 की ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रैंकिंग में 107 देशों की सूची जारी की गयी थी. इसमें भारत की रैंकिंग 94 थी. इस तरह बीते 2 साल में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 13 पायदान फिसल गया है. इसे भी पढ़ें : भारत का जीएचआई स्कोर घटकर 29.1 पर पहुंचा बता दें कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रैंकिंग जीएचआई स्कोर के आधार पर जारी की जाती है. भारत का यह स्कोर लगातार घट रहा है. 2022 में भारत का जीएचआई स्कोर 29.1 है. साल 2000 में यह 38.8 था. इस तरह पिछले 20 साल में भारत का जीएचआई स्कोर 9.7 कम हुआ है. 2012 और 2021 के बीच यह स्कोर 28.8-27.5 के बीच था. जीएचआई स्कोर की गणना चार संकेतकों पर की जाती है, जिनमें अल्पपोषण, कुपोषण, बच्चों की वृद्धि दर और बाल मृत्यु दर शामिल हैं. इसे भी पढ़ें : पड़ोसी देशों की स्थिति भारत से बेहतर ग्लोबल हंगर इंडेक्स में पांच से कम स्कोर के साथ 17 देशों को सामूहिक तौर पर से 1 और 17 के बीच रैंक दिया गया है. इंडेक्स में भारत...

Global Hunger Index 2022 रिपोर्ट में भारत की हालत बदतर, पाकिस्तान और श्रीलंका से गई गुज़री

प्रतीकात्मक दृश्य The leader Hindi: ग्लोबल हंगर इंडेक्स की लेटेस्ट रिपोर्ट भारत के लिए एक चिंता का विषय है. 121 देशों की लिस्ट में भारत को 107वां स्थान मिला है. भारत, युद्धग्रस्त अफगानिस्तान को छोड़कर दक्षिण एशिया के लगभग सभी देशों से पीछे है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भूख को व्यापक रूप से मापने और ट्रैक करने का एक उपकरण है. जीएचआई स्कोर की गणना 100 अंकों के पैमाने पर की जाती है जो भूख की गंभीरता को दर्शाता है, जहां शून्य सबसे अच्छा स्कोर है और 100 सबसे खराब. भारत का 29.1 का स्कोर इसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखता है. पड़ोसी देशों की बात करें तो लगभग सभी देश भारत से बेहतर हैं. श्रीलंका को 64वां रैंक मिला है, नेपाल को 81वां और पाकिस्तान को 99वां स्थान मिला है. अफगानिस्तान (109 रैंक) दक्षिण एशिया का एकमात्र देश है, जिसकी स्थिति भारत से भी बदतर है. वहीं चीन सामूहिक रूप से 1 और 17 के बीच रैंक वाले देशों में से है, जिसका स्कोर पांच से कम है.अल्पपोषण (Undernourishment) की व्यापकता, जो कि आहार ऊर्जा सेवन की पुरानी कमी का सामना करने वाली आबादी के अनुपात का एक उपाय है, देश में 2018-2020 में 14.6% से बढ़कर 2019-2021 में 16.3% हो गई है. जिससे भारत में 224.3 मिलियन लोगों को कुपोषित माना गया है. वहीं विश्व स्तर पर कुपोषित लोगों की कुल संख्या 828 मिलियन है. हालांकि, भारत ने अन्य दो संकेतकों में सुधार दिखाया है. 2014 और 2022 के बीच बाल स्टंटिंग 38.7% से घटकर 35.5% हो गया है और इसी तुलनात्मक अवधि में बाल मृत्यु दर भी 4.6% से गिरकर 3.3% हो गई है. 2014 में भारत का जीएचआई स्कोर 28.2 था, जो अब 2022 में 29.1 हो गया है. यह स्थिति भारत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं...

Global Hunger Index: क्या भारत है 'भूखों' का देश? सरकार ने बताया क्यों सही नहीं है ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट

Global Hunger Index 2022: ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2022 (Global Hunger Index 2022) में भारत को 121 देशों की लिस्ट में 107वां स्थान मिलने के बाद से सवाल उठने लगे हैं कि क्या वाकई भारत की स्थिति पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार से भी बदतर है. पिछली रिपोर्ट की तुलना में भारत 6 नंबर और नीचे आ गया है. बता दें 121 देशों की सूची में पाकिस्तान 99वें, श्रीलंका 64वें, बांग्लादेश 84वें, नेपाल 81वें व म्यांमार 71वें स्थान पर है. लेकिन अब सरकार की एक रिपोर्ट ने साफ किया है कि कैसे ये इंडेक्स बनाया जाता है और कौन हैं वो लोग जो भारत की स्थिति खराब ही दिखाना चाहते हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक भूख के आंकड़ों को तय करने के लिए जो 4 मानक बनाए गए हैं उनमें से तीन 5 साल से कम उम्र के बच्चों के हिसाब से तय किए जा रहे हैं जो सही नहीं है. यह मानक है छोटा कद, 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर और wasting हैं. भारत में इन तीन मानकों के लिए केवल भूखा रहना ही जिम्मेदार नहीं है. चौथा मानक है कुपोषण- ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत में कुपोषित जनसंख्या 16.3% आंकी गई है लेकिन इसके लिए केवल तीन हजार की आबादी का सैंपल साइज लिया गया. 140 करोड़ की आबादी वाले देश में यह सैंपल बहुत छोटा है. भारत की छवि खराब करने की कोशिश इस रिपोर्ट को आयरलैंड और जर्मनी के दो एनजीओ ने मिलकर बनाया है. सरकार के वाइट पेपर के मुताबिक इसमें जानबूझकर ऐसे सवाल पूछे गए जिससे भारत की छवि खराब ही किया जाना तय हो सके. जैसे एक सवाल में लोगों से पूछा गया कि क्या कभी आपको यह चिंता हुई कि आपके पास इतने कम पैसे हैं कि आपको शायद भरपेट खाना ना मिले? इस तरह के सवालों को पूछने से ही भारत के खिलाफ साजिश की बू आती है. ICMR के ...

Global Hunger Index: ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107वें स्थान पर फिसला भारत, पाकिस्तान

ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) में भारत 2022 में 107वें स्थान पर खिसक गया है। जबकि भारत 2021 में 101वें स्थान पर था। ग्लोबल हंगर इंडेक्स वैश्विक, क्षेत्रीय और देश में भूख को व्यापक रूप से मापता है और इसे ट्रैक करता है। GHI में कुल 121 देश शामिल है, जिसमे भारत अपने पड़ोसी देशों नेपाल (81), पाकिस्तान (99), श्रीलंका (64) और बांग्लादेश (84) से पीछे है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत को 29.1 का स्कोर दिया गया है, जो भूख के स्तर की ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इस सूची यमन 121वें स्थान पर है। वहीं चीन और कुवैत एशियाई देश हैं जिन्हें सूची में सबसे ऊपर रखा गया है। इस सूची में क्रोएशिया, एस्टोनिया और मोंटेनेग्रो सहित यूरोपीय देशों का वर्चस्व है। GHI स्कोर की गणना चार मानकों पर की जाती है, जिसमे अल्पपोषण, बच्चे की बर्बादी, बाल बौनापन (पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे जिनकी लंबाई उनकी आयु के अनुसार कम है)और बाल मृत्यु दर (पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर) शामिल है। इसके मानकों के अनुसार 9.9 से कम अंक वाले देशों को ‘कम’, 10-19.9 वालों को ‘मध्यम’, 20-34.9 को ‘गंभीर’, 35-49.9 को ‘खतरनाक’ और 50 से ऊपर को ‘बेहद खतरनाक’ माना जाता है। भारत पिछले कई वर्षों से घटते रिपोर्ट के मुताबिक भारत में चाइल्ड वेस्टिंग रेट दुनिया में सबसे ज्यादा है। इसमें कहा गया है कि भारत में बच्चों की बर्बादी की दर 19.3 प्रतिशत है, जो दुनिया के किसी भी देश में सबसे अधिक है। वहीं भारत ने अन्य दो मानकों में सुधार भी देखा है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग 2014 में 38.7 से घटकर 2022 में 35.5 हो गई है। इसके साथ ही पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर 2014 में 4.6 से घटकर 2022 में 3.3 हो गई है। केंद्र सरकार ...

India Global Hunger Index में 107वें नंबर पर पहुंचा, बांग्लादेश आगे निकला

India Global Hunger Index में 121 देशों में से 107वें स्थान पर है। ये नंबर युद्धग्रस्त अफगानिस्तान को छोड़कर अधिकांश दक्षिण एशियाई देशों से पीछे है। भारत ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 में बांग्लादेश से भी पीछे हो गया है। 107वें स्थान पर खिसकने के बाद भारत वैश्विक भूख सूचकांक (जीएचआई), 2022 में छह पायदान नीचे गया है। यूरोपीय एजेंसी ने कहा- भारत में भूख का स्तर गंभीर इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल हंगर इंडेक्स, यूरोपियन एनजीओ कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्थुंगरहिल्फ़ (European NGOs Concern Worldwide and Welthungerhilfe) के प्रकाशकों ने ये सूची तैयार की है। भारत को वैश्विक भूख सूचकांक में 29.1 के स्कोर के साथ रखा गया है। यूरोपियन एनजीओ ने भारत में भूख के स्तर को गंभीर करार दिया है। 121 देशों में पाकिस्तान, बांग्लादेश किस नंबर पर बांग्लादेश, 121 देशों के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में आठ पायदान नीचे खिसका है। 84वें स्थान पर बांग्लादेश ने पिछले साल की 76वीं रैंक के बाद से काफी सुधार किया है। लगभग सभी पड़ोसी देशों में अच्छा प्रदर्शन होने का दावा किया गया है। पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार क्रमशः 99, 64, 84, 81 और 71वें स्थान पर हैं। कुल 17 देशों को सामूहिक रूप से 1 और 17 के बीच रखा गया है। इन देशों का स्कोर पांच से कम है। कई देशों में भूख का स्तर खतरनाक बता दें कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स एक ऐसा टूल है जो वैश्विक स्तर पर भूख की स्थिति का आकलन करने के साथ-साथ क्षेत्रीय और देशों में भी भूख के स्तर की ट्रैकिंग कर वार्षिक माप जारी करता है। 2022 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में बहुत सारे देशों में भूख के खतरनाक स्तर को देखा जा सकता है। इसके अलावा Global Hunger Index अलग-अलग देशों क...

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 116 देशों में रहा 101वें स्थान पर, यहां जानिये विस्तार से

इस बृहस्पतिवार को जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने भारत को कुल 116 देशों में से 101वें स्थान पर रखा है. भारत भी उन 31 देशों में शामिल है जहां भूख की समस्या को काफी गंभीर रूप में पहचाना गया है. पिछले साल जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) में कुल 107 देशों में से भारत 94वें स्थान पर था. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत के बाद के अन्य देश इस ग्लोबल हंगर इंडेक्स के मुताबिक, केवल 15 देशों की स्थिति ही भारत से बदतर है. इनमें पापुआ न्यू गिनी (102), अफगानिस्तान (103), नाइजीरिया (103), कांगो (105), मोजाम्बिक (106), सिएरा लियोन (106), तिमोर-लेस्ते (108), हैती (109), लाइबेरिया (110)), मेडागास्कर (111), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (112), चाड (113), मध्य अफ्रीकी गणराज्य (114), यमन (115) और सोमालिया (116) के नाम शामिल हैं. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत के पड़ोसी देशों की स्थिति इस ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत अपने अधिकांश पड़ोसी देशों से भी पीछे रहा जिसमें, पाकिस्तान को 92वें, नेपाल को 76वें और बांग्लादेश को 76वें स्थान पर रखा गया है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) पर आधारित वर्तमान अनुमानों से यह पता चलता है कि, वर्ष, 2030 तक पूरी दुनिया - और विशेष रूप से 47 देश - कम भूख के लक्ष्य को भी हासिल करने में विफल रहेंगे. ग्लोबल हंगर इंडेक्स के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी यह ग्लोबल हंगर इंडेक्स राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तरों पर वर्ष, 2030 तक शून्य भूख की दिशा में प्रगति को मापने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रमुख संकेतकों को ट्रैक करता है. चार संकेतकों के मूल्यों के आधार पर - अल्पपोषण, बच्चे की आयु के मुताबिक कम भार, बच्चे की आयु के मुताबिक कम लंबाई और बाल मृत्यु दर - GHI 100 बिंदु पैमानों पर भूख का निर्ध...

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में और नीचे फिसला भारत, 121 देशों में 107वां नंबर

Global Hunger Index 2022 : ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index 2022) में भारत की स्थिति साल-दर-साल नीचे फिसलती जा रही है. कंसर्न वर्ल्डवाइड (Concern Worldwide) और वेल्टहंगरहिल्प (Welthungerhilfe) की तरफ से जारी आकड़ों के मुताबिक भारत जीएचआई लिस्ट में 6 पायदान नीचे खिसककर 121 देशों में अब 107वें स्थान पर पहुंच गया है. जबकि पिछले साल इस लिस्ट में भारत 101वें स्थान पर था. ग्लोबल हंगर इंडेक्स के प्रकाशकों ने इस सूचकांक में 29.1 स्कोर के साथ भारत में ‘भूख’ की स्थिति को गंभीर बताया है. इन पड़ोसी देशों की स्थिति भारत से बेहतर भुखमरी की हालत में बताए जाने वाले बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल जैसे भारत के पड़ोसी देश ग्लोबल हंगर इंडेक्स की लिस्ट में ऊपर हैं. पाकिस्तान इस सूची में 99 वें और बांग्लादेश 84वें स्थान पर है. नेपाल, म्यांमार और श्रीलंका क्रमशः 81वें, 71वें और 64वें पर हैं. युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान से भारत की स्थिति थोड़ी सी बेहतर बताई गई है. दरअसल इस साल जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स में अफगानिस्तान 109वें स्थान पर है. दो संस्थाओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गई ग्लोबल हंगर इंडेक्स का स्कोर ग्लोबल, रीजनल और देश के स्तर पर भूख को व्यापक रूप से मापता है और ट्रैक करता है. इस लिस्ट में शामिल अफगानिस्तान, जाम्बिया, तिमोर-लेस्ते, गिनी-बिसाऊ, सिएरा लियोन, लेसोथो, लाइबेरिया, नाइजर, हैती, चाड, डेम कांगो, मेडागास्कर, मध्य अफ्रीकी गणराज्य और यमन की स्थिति भारत से भी खराब है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 15 देशों के लिए रैंक का निर्धारण नहीं किए जाने की बात भी सामने आई है. जिनमें गिनी, मोजाम्बिक, युगांडा, जिम्बाब्वे, बुरुंडी, सोमालिया, दक्षिण सूडान और सीरिया समेत अन्य देश ...