गणेश लक्ष्मी कुबेर मंत्र

  1. अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र के जाप से होगी 'धन वर्षा', कभी खाली नहीं रहेगी तिजोरी
  2. मात्र 11 दिन में खुशी से झोली भर देंगे गणेशजी के यह 3 मंत्र
  3. Dhanteras 2022 Puja Vidhi: धनतेरस पर करें लक्ष्मी


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अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र के जाप से होगी 'धन वर्षा', कभी खाली नहीं रहेगी तिजोरी

कुबेर मंत्र का जाप करने से आर्थिक परेशानी दूर हो सकती है. कुबेर मंत्र जाप करने से अपार धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है. Ashtalakshmi Kubera Mantra: भगवान कुबेर धन, वैभव और समृद्धि के प्रतीक हैं. भगवान कुबेर को ‘यक्ष के राजा’ और ‘देवताओं के खजाने’ के रूप में भी जाना जाता है. यही वजह है कि दिवाली से पहले धनतेरस पर धन की देवी मां लक्ष्मी के साथ भगवान कुबेर की पूजा की जाती है. भगवान कुबेर भक्तों की प्रार्थना से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. कुबेर मंत्र का जाप करने से आर्थिक परेशानी दूर हो सकती है और घर को धन और समृद्धि से भर सकता है. आइये जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से कुबेर मंत्र के उपाय के बारे में विस्तार से. कुबेर मंत्र का जाप करने का महत्व भगवान कुबेर को धन का देवता कहा जाता है. मां लक्ष्मी के साथ कुबेर भगवान की पूजा करने से जीवन भर किसी चीज की कमी नहीं रहती है. कुबेर मंत्र जाप करने से अपार धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है. ज्योतिषियों के अनुसार, कुबेर मंत्र का जाप करने से भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इससे घर परिवार में धन, समृद्धि और सुख का वास होगा. यह भी पढ़ेंः यह भी पढ़ेंः अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र जाप विधि सुबह स्नान करने के बाद पूजा स्थल तैयार करें. एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर गंगाजल छिड़कें. चौकी पर महालक्ष्मी और श्री कुबेर की प्रतिमा स्थापित करें. इसके बाद घी का दीपक, धू और अगरबत्ती जलाएं. पुष्प अर्पित करें और प्रतिमा पर लाल कुमकुम का तिलक करें. इसके बाद 108 मनकों की माला दाहिनें हाथ में लेकर जाप शुरू करें. इसके पश्चात मंत्र का उच्चारण करें. ‘ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥’ इन बातों का रखें ध्यान मंत्र जाप करन...

मात्र 11 दिन में खुशी से झोली भर देंगे गणेशजी के यह 3 मंत्र

11 दिन तक इस मंत्र का 108 बार जाप करने व्यक्ति के जीवन के सारे क्लेश समाप्त होते हैं। धन, धान्य, संपत्ति, समृद्धि, खुशियां, वैभव, पराक्रम, विद्या और शांति की प्राप्ति होती है। लेकिन इस मंत्र के प्रयोग के समय व्यक्ति को पूर्ण सात्विकता रखनी होती है और क्रोध, मांस, मदिरा, परस्त्री संबंधों से दूर रहना होता है। Yogini Ekadashi 2023: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस एकादशी का व्रत 14 जून 2023 को रखा जा रहा है। यह एकादशी तीनों लोकों में प्रसिद्ध होने के साथ ही परलोक में मुक्ति देने वाली मानी गई है। इसी के साथ जो इस एकादशी का व्रत रखता है वह 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के पुण्य प्राप्त करता है। Shani vakri predictions 2023 : शनि ग्रह 17 जून 2023 की रात को करीब 10 बजकर 48 मिनट पर वक्री चाल चलेगा। वर्तमान में शनि ग्रह कुंभ राशि में है और कुंभ में ही उल्टी चाल चलता हुआ नजर आएगा। हालांकि यह सिर्फ एक दृष्टि भ्रम रहता है परंतु इसका राशियों के साथ ही धरती पर भी शुभ और अशुभ असर देखने को मिलेगा। शनि देव कुंभ राशि में 4 नवंबर 2023 की सुबह 08 बजकर 26 तक वक्री रहेंगे।

Dhanteras 2022 Puja Vidhi: धनतेरस पर करें लक्ष्मी

धनतेरस पर प्रदोष काल में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के स्थिर देव कुबेर की पूजा करते हैं. आज शनिवार को शाम 04 बजकर 33 मिनट से त्रयोदशी तिथि शुरू हो रही है. ब्रह्म योग में लक्ष्मी, श्रीगणेश और कुबेर की पूजा का शुभ मुहूर्त 06:21 बजे से शुरू हो रहा है. Dhanteras 2022 Puja Vidhi: आज 22 अक्टूबर दिन शनिवार को देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है. कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाने की परंपरा बहुत पुरानी है. धनतेरस के अवसर पर शाम को प्रदोष काल में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के स्थिर देव कुबेर की पूजा विधि विधान से करते हैं. माता लक्ष्मी की पूजा करने से पूरे परिवार में धन, दौलत, सुख, समृद्धि आती है, जबकि गणेश जी सभी प्रकार के अमंगल को दूर करके शुभता प्रदान करते हैं और कुबेर की कृपा से धन दौलत में अपार वृद्धि होती रहती है. माता लक्ष्मी चंचला होती हैं, इसलिए उनके साथ गणेश जी की पूजा करते हैं ताकि वे स्थिर रहें. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं धनतेरस के शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री और लक्ष्मी कुबरे पूजा की विधि. धनतेरस तिथि 2022 काशी विश्वनाथ ऋषिकेश पंचांग के अनुसार आज शनिवार को शाम 04 बजकर 33 मिनट से त्रयोदशी तिथि शुरू हो रही है और कल रविवार शाम 05 बजकर 04 मिनट तक मान्य रहेगी. धनतेरस 2022 पूजा मुहूर्त आज शाम उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र और ब्रह्म योग में लक्ष्मी, श्रीगणेश और कुबेर की पूजा का शुभ मुहूर्त 06:21 बजे से रात 08:59 बजे तक है. धनतेरस 2022 खरीदारी मुहूर्त धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त शाम 07:03 बजे से लेकर रात 10:39 बजे तक है. यह भी पढ़ें: धनतेरस पर राशि अनुसार खरीदें ये चीजें, सालभर रहेंगे मालामाल गणेश पूजा मंत्र वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि ...