गणतंत्र दिवस पर छोटी सी कविता

  1. Poem on Republic day in Hindi. गणतंत्र दिवस पर कविता
  2. गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Poem On Republic Day In Hindi)
  3. छब्बीस जनवरी पर कविता : गणतंत्र दिवस फिर आया है। Poem Republic day
  4. TOP 50+ गणतंत्र दिवस पर कविता
  5. Independence Day Poem in Hindi
  6. [Top 10 Poems] 26 January Republic Day Poem in Hindi
  7. गणतन्त्र दिवस कविता
  8. Republic Day Poem


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Poem on Republic day in Hindi. गणतंत्र दिवस पर कविता

देखिए अमेज़ॉन में आज का ऑफर 50% तक की छूट यहाँ आपको गणतंत्र दिवस में कई तरह की हिंदी कविता मिलेंगी जिनको आप 26 जनवरी की बधाई देने के लिए उपयोग कर सकते हैं। गणतंत्र दिवस पर बाल कविता यह गणतंत्र दिवस के लिए बाल कविता है। इस गणतंत्र दिवस की बाल कविता का उपयोग छोटी कक्षा के बच्चे अपने गणतंत्र दिवस के भाषण में कर सकते हैं। गणतंत्र दिवस की कविता से आप अपने भाषण और गणतंत्र दिवस के निबंध को और आकर्षक बना सकते हैं। गणतंत्र दिवस पर बाल कविता (Child Poem on Republic Day in Hindi) माह जनवरी छब्बीस को हम सब गणतंत्र मनाते और तिरंगे को फहरा कर, गीत ख़ुशी के गाते ॥ संविधान आजादी वाला, बच्चो ! इस दिन आया। इसने दुनिया में भारत को, नव गणतंत्र बनाया॥ क्या करना है और क्या नहीं ? संविधान बतलाता। भारत में रहने वालों का, इससे गहरा नाता॥ 26 जनवरी पर कविता 2019 इस 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस को आप गणतंत्र दिवस की कविता के माध्यम से शुभकामना दे सकते हैं। republic day poem in hindi for school students रिपब्लिक डे पोयम इन हिंदी स्कूल स्टूडेंट्स के लिए यहाँ दी गयी है, जिसे आप अपने 26 जनवरी के भाषण में शामिल कर सकते हैं। गणतंत्र दिवस की यह कविता आओ तिरंगा लहराये। आओ तिरंगा फहराये॥ अपना गणतंत्र दिवस है आया। झूमे, नाचे, खुशी मनाये॥ अपना गणतंत्र दिवस, खुशी से मनाएंगे। देश पर कुर्बान हुये शहीदों पर, श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे॥ 26 जनवरी 1950 को, अपना गणतंत्र लागू हुआ था। भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ . राजेन्द्र प्रसाद ने झंडा फहराया था। मुख्य अतिथि के रुप में सुकारनो को बुलाया था, थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति, भारत के भी थे हितैषी। था वो ऐतिहासिक पल हमारा, जिससे गौरवान्वित था भारत सारा॥ विश्व के सबसे बड़े संविधान...

गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Poem On Republic Day In Hindi)

गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Poem On Republic Day In Hindi)- भारत में गणतंत्र दिवस का त्यौहार हर साल जोर-शोर से मनाया जाता है। देश का राष्ट्रीय त्यौहार (National Festival) गणतंत्र दिवस (Republic Day) वह दिन है जब भारत का संविधान लागू हुआ था। देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी सन् 1950 को 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण रूप से गणतंत्र घोषित किया था। इसीलिए इस दिन को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Poem On Republic Day In Hindi) 26 जनवरी के मौके पर हम आपके लिए गणतंत्र दिवस पर कविताएं हिंदी में (Poem On Republic Day In Hindi) लेकर आए हैं। लोग गूगल पर गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Republic Day Poem In Hindi), स्कूल में बोलने के लिए कविता, गणतंत्र दिवस पर शायरी और गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं काफी सर्च करते हैं। आप भारत को गणतंत्र देश बनाने में वीर जवानों के साथ-साथ कविओं और उनकी कविताओं की भी अहम भूमिका रही है। हरिवंश राय बच्चन, अल्लामा इकबाल. शैलेन्द्र आदि जैसे बड़े कविओं ने अपनी कविताओं में देश प्रेम को उजागर किया और अपनी कविताओं के माध्यम से हर भारतवासी के दिल में देश प्रेम को जिंदा रखने का काम भी किया। ऐसे सच्चे देशभक्त कविओं की कविताओं में देश के प्रति प्रेम और सम्मान देखने को मिलता है। आप हमारे इस पेज से इन्हीं कविओं की गणतंत्र दिवस की कविताएं (Republic Day Hindi Poem) पढ़ सकते हैं। हिंदी में गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Poetry On Republic Day In Hindi) पढ़ने के लिए नीचे देखें। गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Republic Day Poem In Hindi) गणतंत्र दिवस पर कविता कविता 1 किंतु शहीदों की आहों से शापित लोहा, कच्चा धागा...

छब्बीस जनवरी पर कविता : गणतंत्र दिवस फिर आया है। Poem Republic day

Cyclone Biparjoy: पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) के समुद्र तट से 12 नवंबर 1970 को एक तूफान टकराया था, जिसे बाद में विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा विश्व का सबसे विनाशकारी उष्ण कटिबंधीय चक्रवात घोषित करना पड़ा। इससे मची तबाही ने पूर्वी पाकिस्तान में एक गृह युद्ध छेड़ दिया और आखिरकार विदेशी सैन्य हस्तक्षेप का मार्ग प्रशस्त किया, जिसने उसे बांग्लादेश के रूप में एक नए राष्ट्र में तब्दील कर दिया। Deadliest Ocean Cyclone : चक्रवात 'बिपारजॉय' 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात के तट की ओर बढ़ रहा है और इसके कच्छ जिले में स्थित जखौ बंदरगाह के पास टकराने के आसार हैं। 9 तटीय राज्यों और कुछ केंद्रशासित प्रदेशों के करीब 32 करोड़ लोग चक्रवातों के प्रभाव के प्रति संवेदनशील हैं। पिछले 10 सालों में कई घातक चक्रवातों ने भारत के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित किया। इन पर एक नजर। delhi crime news: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 वर्षीय एक व्यक्ति को अपनी पूर्व गर्लफ्रेंड के अश्लील वीडियो एवं तस्वीरें कथित रूप से सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है। वह उसे बदनाम करने तथा उसके परिवार पर दबाव बनाने के लिए ऐसा कर रहा था ताकि परिवार के लोग महिला की उससे शादी कर दें। Chief Minister Yogi Adityanath in Ayodhya: यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या जाकर राम मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने इस वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान 21 लाख दिए जलाए जाने का लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि अगले वर्ष प्रभु श्रीराम अपने मंदिर में विराजमान होंगे, लिहाजा इसे एक बड़ा आयोजन बनाने के लिए अभी से काम शुरू किया जाए। Darul Uloom Deoband ...

TOP 50+ गणतंत्र दिवस पर कविता

गणतंत्र दिवस 2023 पर कविता, 26 जनवरी पर कविता, गणतंत्र दिवस पर कवितायेँ, ( Poem on Republic day in Hindi, gantantra diwas kavita, 26 January Poem, Republic Day Poem) नमस्कार दोस्तों गणतंत्र दिवस का दिन हमारे भारत देश के लिए एक महान दिन में से एक माना गया है इस दिन भारत का संविधान लागु किया गया था और जैसा की आपको पता ही है इस दिन पुरे भारत में देश भक्ति का माहौल बना होता है हर जगह देश भक्ति और शान से लहराते तिरंगे को देख सभी के दिल में एक खुसी की लेहेर उठती है। सभी सरकारी कार्यालय, निजी, और स्कूल, कॉलेज सभी जगह पर आज के दिन कार्यक्रम किये जाते हैं इसमें बच्चे से लेके जवान तक हिस्सा लेते हैं और गणतंत्र दिवस के मोके पर गणतंत्र दिवस पर कवितायेँ, और गणतंत्र दिवस पर निबंध, की प्रस्तुति करते हैं। जिससे वहां पर आये सभी लोग उसको बड़े ही आनंद के साथ सुनते हैं और अपने देश पर गर्व महसूस करते हैं इस देश को सभी दुश्मनो से बचाये रखने वाले वीर जवानो का बलिदान और उनकी वीरता के किस्से सुनाये जाते हैं और शहीद हुए हमारे भारत देश के शहीद वीर जवानो को नमन करते हैं और याद करते हैं उनके दिए गए बलिदानो को जो आज भी हर देश भक्त के अंदर जिन्दा हैं। तो आयी शुरू करते हैं आज के इस लेख को जिसमे आपको पढ़ने और अपने स्कूल, कॉलेज में देने के लिए कुछ कवितायेँ शेयर की हैं जिसको आप प्रस्तुत कर सकते हैं आये हुए सभी अतिथिगण के सामने तो चलिए शेयर करते हैं हम आपके सामने यह सभी 26 जनवरी पर कविता। Republic Day Poem गणतंत्र दिवस पर कविता देखो 26 जनवरी आयी देखो 26 जनवरी है आयी, गणतंत्र की सौगात है लायी। अधिकार दिये हैं इसने अनमोल, जीवन में बढ़ सके बिन अवरोध। हर साल 26 जनवरी को लाल किले पर, होता है, वार्षिक आयोजन। जब प्रध...

Independence Day Poem in Hindi

हालाँकि भारत देश को आजाद कराना बहुत ही कठिन और असम्भव था परन्तु भारत के कुछ महान देशभक्त और स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से ब्रिटिश साम्राज्य को भारत देश को छोरकर जाना पढ़ा और 15 अगस्त के दिन भारत पूर्णत: स्वतंत्रता हो गया. अगर आपको स्वतंत्रता दिवस के इतिहास के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करनी है तो आप • राष्ट्रीय गान : यह तो थी थोड़ी बहुत जानकारी स्वतंत्रता दिवस की अब हम अपने इस आर्टिकल को आगे बढ़ाते है और स्वतंत्रता दिवस पर बाल कविता को पढ़ना शुरू करते हैं. आज विदा की वेला आई, सरहद मुझे पुकारती| आज विदा की वेला आई, सरहद मुझे पुकारती| भरत भारती का मैं बैटा शेरों के संग पला बढ़ा हूँ, माँ का मान बचाने को मैं इन शिखरों पर सदा चढ़ा हूँ| अरिदल चढ़ आया सीमा पर विकल हुई माँ भारती, अरिदल चढ़ आया सीमा पर विकल हुई माँ भारती, आज विदा की वेला आई सरहद मुझे पुकारती| (2) नन्दन-वन के शेरों को एक गीदड़ ने धमकाया है, घर में बैठे-बैठे उसने अपना काल बुलाया है| घर में बैठे-बैठे उसने अपना काल बुलाया है| उस कायर की करतूतों को सारी दुनिया धिक्कारती (2) आज विदा की वेला आई सरहद मुझे पुकारती| आज विदा की वेला आई सरहद मुझे पुकारती| उसके सीने की चोड़ाई मेरी गोली नापेगी, ऐसी दूंगा मोत, नरक में उसकी रूह भी कांपेगी| ऐसी दूंगा मोत, नरक में उसकी रूह भी कांपेगी| 'बन जाऊँगी काल' 'बन जाऊँगी काल' मेरी बंदूक की नाल दहाड़ती, आज विदा की वेला आई सरहद मुझे पुकारती| आज विदा की वेला आई सरहद मुझे पुकारती| बनकर लावा अब फूटेगा ठंडा बर्फ हिमालय का, बनकर लावा अब फूटेगा ठंडा बर्फ हिमालय का, मेरा शोणित घोण करेगा भारत माँ की जय-जय का| (2) अरिमुंडो की माला के संग भाव भरी हो आरती, आज विदा की वेला आई सरहद मुझे पुकारती| (2) कश्मीर की क...

[Top 10 Poems] 26 January Republic Day Poem in Hindi

आप ऐसी कविताओं का उपयोग गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कर सकते हैं। ये कवितायेँ न सिर्फ शहीदों और अपने देश की गणतंत्रता की मान बढ़ाती है। बल्कि सुनने वाले और कविता को पढ़ने वाले दोनों व्यक्ति के मन में नई ऊर्जा और हर्षोउल्लास पैदा करदेती है, जिसे श्रोता और वक्ता दोनों का हृदय प्रफुल्लित हो उठता है।

गणतन्त्र दिवस कविता

• गणतंत्र दिवस पर पोएम • गणतंत्र दिवस है हमारा त्यौहार आओ मिलकर मनाएँ इसे हम सब यार आज के दिन सौगात मिली, खुशियों की बहार मिली आओ तिरंगा लहरायें, झूमें नाचें खुशियाँ मनाएँ हम देश के लिए सबको जीना सिखलाएँ हम खुद कुछ बड़ा कर जाएँ हम, आओ मिलकर खुशिया मनाएँ हम 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ विश्व के सबसे बड़े संविधान का खिताब पाया हमने वीरों ने संघर्ष किए, तब आजाद भारत पाया हमने लोकतंत्र है जिसकी पहचान ऐसा भारत हमें मिला भारतीयों के हित का रक्षक गणराज्य हमारा स्थापित हुआ इस दिन राजपथ पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं इस दिन सभी संविधान के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं इस दिन सब मिलकर अमर वीरों को नमन करते हैं हम भी इस दिन शपथ लें कि कुछ ऐसा कर जायँगे अपनी भारत माता का हम भी सम्मान बढ़ाएंगे उठो जागो देश के युवाओं और एक जुट हो जाओ भारत माँ के प्रति अब तुम अपने कर्तव्य निभाओ वीरों के बलिदानों से तुम सब सीख लेते जाओ अपने-अपने दिलों में देशभक्ति की ज्योति जलाओ हम सब मिलकर अपने तिरंगे की शान बढ़ाएंगे बड़े ही धूम-धाम से हम गणतंत्र दिवस मनाएंगे गणतंत्र दिवस है हमारा त्यौहार आओ मिलकर मनाएँ इसे हम सब यार – आँचल वर्मा • ganatantr divas – poem on republic day in hindi ganatantr divas hai hamaara tyauhaar aao milakar manaen ise ham sab yaar aaj ke din saugaat milee, khushiyon kee bahaar milee aao tiranga laharaayen, jhoomen naachen khushiyaan manaen ham desh ke lie sabako jeena sikhalaen ham khud kuchh bada kar jaen ham, aao milakar khushiya manaen ham 26 janavaree 1950 ko hamaara sanvidhaan laagoo hua vishv ke sabase bade sanvidhaan ka khitaab paaya hamane veeron ne sangharsh kie, tab a...

Republic Day Poem

Comments 26 january 2022: गणतंत्र दिवस पर कविता गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है: भारत में गणतंत्र और संविधान की स्थापना के उपलक्ष में यह दिन मनाया जाता है |Bharat के पहले राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने Government House में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी। R-Day ‘जेयर बोल्सोनारो’ है। माह जनवरी छब्बीस को हम सब गणतंत्र मनाते | और तिरंगे को फहरा कर, गीत ख़ुशी के गाते || संविधान आजादी वाला, बच्चो ! इस दिन आया | इसने दुनिया में भारत को, नव गणतंत्र बनाया || क्या करना है और नही क्या ? संविधान बतलाता | भारत में रहने वालों का, इससे गहरा नाता || जब सूरज संग हो जाए अंधियार के, तब दीये का टिमटिमाना जरूरी है| जब प्यार की बोली लगने लगे बाजार में, तब प्रेमी का प्रेम को बचाना जरूरी है| जब देश को खतरा हो गद्दारों से, तो गद्दारों को धरती से मिटाना जरूरी है| जब गुमराह हो रहा हो युवा देश का, तो उसे सही राह दिखाना जरूरी है| जब हर ओर फैल गई हो निराशा देश में, तो क्रांति का बिगुल बजाना जरूरी है| जब नारी खुद को असहाय पाए, तो उसे लक्ष्मीबाई बनाना जरूरी है| जब नेताओं के हाथ में सुरक्षित न रहे देश, तो फिर सुभाष का आना जरूरी है| जब सीधे तरीकों से देश न बदले, तब विद्रोह जरूरी है|| “अमर वो उनकी बलीदानी याद रहे” अमर वो उनकी बलिदानी याद रहे!! सालो से सालो तक न हो बात पुरानी, आजाद हिन्द का तिरंगा रहे हमेशा ऊँचा। खुशनसीब है हम जो ये तेरे जन्म हम लीये , यहा की मीट्टी की खुशबु, यहा की हवाये का अपनापन । हर दील मे राष्टगान का सम्मान रहे!! अगर झुकने लगे जो तिरंगा, तो हम बलिदान कर दे खुद को, सर कटा दे पर सर झुका सकते नही, हिन्दुस्तान है सोने की चिड़िया, ईसाई ,सिख, हिन्दु हो या मुस्लिम हम जो भी हो। हम जहा भी रहे,सिर्फ...