गुलाबी शहर किसे कहते हैं

  1. जयपुर को क्यों कहा जाता है गुलाबी नगरी(पिंक सिटी)
  2. गुलाबी नगरी किसे कहते है?
  3. भारत में गुलाबी क्रांति
  4. जयपुर है पिंक सिटी, लखनऊ है नवाबों का शहर तो मुंबई क्या...


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जयपुर को क्यों कहा जाता है गुलाबी नगरी(पिंक सिटी)

गुलाबी नगरी(पिंक सिटी) जयपुर पिंक सीटी के नाम से लोकप्रिय है क्योंकि यहाँ की संरचनाओं के निर्माण के लिए गुलाबी रंग के पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। जो कोई भी इस शहर को देख चुका है, वह इस बात को साबित कर सकता है कि जयपुर के सभी भवन गुलाबी रंग के हैं। गुलाबी रंग का अपना एक इतिहास है। 1876 ​​में वेल्स के राजकुमार और रानी विक्टोरिया ने भारत का दौरा किया था। चूँकि गुलाबी रंग मेहमानों के स्वागत को दर्शाता है इसलिये जयपुर के महाराजा राम सिंह ने मेहमानों का स्वागत करने के लिए पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था। लोगों द्वारा इस परंम्परा का ईमानदारी से पालन किया गया जो अब कानून द्वारा गुलाबी रंग बनाए रखने के लिए मजबूर हैं। रंग, समृद्धि और जीवंतता में गुलाबी, जयपुर शहर भारत के सबसे खूबसूरत और आकर्षक शहरों में से एक है। शहर के विशाल आकर्षण और आगंतुक के साथ मुलाकात का वर्णन करने के लिये किसी के पास हमेशा शब्दों की कमी पड़ जाती है। जयपुर की संस्कृति, वास्तुकला, परंपरा, कला, आभूषण और वस्त्र आदि यात्रियों को हमेशा पसंद आते हैं। यह एक ऐसा शहर है, जिसे आधुनिकीकरण के बाद भी अपनी जड़ों और मूल्यों के लिए जाना जाता है। राजस्थान की राजधानी होने के अलावा, जयपुर राज्य का सबसे बड़ा शहर है। शहर की प्रतिष्ठता अठारहवीं शताब्दी की याद दिलाती है और इसका श्रेय महान योद्धा और खगोल विज्ञानी महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय को जाता है। जयपुर का गौरवशाली अतीत शहर के महलों और किलों में जीवित है जिसमें एक शाही परिवार रहा करता था। राजसी किले और हवेलियाँ, सुंदर मंदिर, शांत परिदृश्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत ने जयपुर को पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान बना दिया है। जयपुर का माहौल कुछ ऐसा है कि जैसे ही आप इस शहर...

गुलाबी नगरी किसे कहते है?

सवाई राजा मिर्जा जयसिंह द्वारा स्थापित जयपुर नगर के वास्तुकार विद्याधर चक्रवती थे। यहां की संपूर्ण इमारतों के गुलाबी रंग में रंगने के कारण इसे गुलाबी शहर कहा जाता है तथा यह राजस्थान की राजधानी भी है। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सं​बंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते है। जिसके उत्तरों भी कभी नहीं बदलते है। इसलिए अगर आप संघ एवं राज्य सिविल सेवा या राज्यस्तरीय किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है, तो इन्हें अच्छी तरह से याद कर लें। ताकि गलती की कोई संभावना न रहें। Tags : Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेना का कमांडर कौन था?

भारत में गुलाबी क्रांति

Source: Facebook भारत में कई क्रांतियां हुई है जिन्होंने विभिन्न सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में एक बिल्कुल नए युग की शुरुआत की। भारत में कृषि क्रांति इस विशेष क्षेत्र में बहुतायत से नए अवसरों और उद्घाटन के निर्माण में मदद करती है। कृषि क्रांति का अर्थ कृषि क्रांति का अर्थ है कृषि में महत्वपूर्ण परिवर्तन। जब आविष्कारों, खोजों या नई प्रौद्योगिकियों को लागू किया जाता है। ये क्रांतियाँ उत्पादन के तरीकों को बदलती हैं और उत्पादन दर को बढ़ाती हैं। भारत में विभिन्न कृषि क्रांतियां हुई है और कृषि क्षेत्र में एक बिल्कुल नए युग की शुरुआत हुई है। कोरोना के खिलाफ बचाओ के उपाय गुलाबी क्रांति क्या है? कभी भारत (भारत में गुलाबी क्रांति) अपनी जरूरत का अनाज दूसरे देशों से आयात (Import) करता था, लेकिन आज यह इस मामले में आत्मनिर्भर हो गया है। देश(भारत में गुलाबी क्रांति) के लोगों के जेहन में दो प्रमुख कृषि क्रांतियां हैं- पहली हरित क्रांति (Green revolution) और दूसरी श्वेत क्रांति । दोनों ही क्रांतियाँ देश (भारत में गुलाबी क्रांति) को तरक्की के रास्ते पर ले गईं, लगभग हर प्रधानमंत्री ने अपने-अपने कार्यकाल में कृषि की तरक्की के लिए किसी न किसी क्रांति(भारत में गुलाबी क्रांति) की शुरुआत की। इसी क्रम में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मधुमक्खी पालन और इससे जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 2016 में मीठी क्रांति शुरू की।आइये अब जानते हैं कि गुलाबी क्रांति के बारे में कि गुलाबी क्रांति किसे कहते हैं- गुलाबी क्रांति या पिंक रिवोल्यूशन (Pink Revolution) एक शब्द है जिसका उपयोग मांस और पोल्ट्री प्रसंस्करण (Meat and Poultry Processing) क्षेत्र में प्रयुक्त हुई तकनीकी क्रांतियों (Technological R...

जयपुर है पिंक सिटी, लखनऊ है नवाबों का शहर तो मुंबई क्या...

आगरा: यमुना नदी के तट पर स्थित आगरा शहर ऐतिहासिक स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है, जिसे सिटी ऑफ ताज के नाम से जाना जाता है. इलाहाबाद: यह प्राचीन नगर गंगा और यमुना के संगम के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है, जिसे संगम सिटी के नाम से मशहूर है. अमृतसर: इसे अम्बरसर कहा जाता है. सिख धर्म के चौथे गुरु श्री रामदास जी द्वारा बसाया गया यह शहर रामदासपुर के नाम से भी जाना जाता था. इतिहास और अध्यात्म में इस शहर का बड़ा योगदान है, जिसे पवित्र शहर (Holy City) के नाम से भी जाना जाता है. आसनसोल: कोलकाता के बाद आसनसोल पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा शहर है, जिसे लैंड ऑफ ब्‍लैक डायमंड के नाम से जानते हैं. बर्धमान: बर्धमान पश्चिम बंगाल का एक शहर है. यह भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य में स्थित एक जिला एवं उपमंडल हैं. इसे सिटी ऑफ पीस भी कहते हैं. भुवनेश्‍वर: भुवनेश्‍वर को पूर्व का काशी भी कहा जाता है. लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि यह एक प्रसिद्ध बौद्ध स्‍थल भी रहा है. प्राचीन काल में 1000 वर्षों तक बौद्ध धर्म यहां फलता-फूलता रहा है. इसे मंदिरों का शहर (City of Temples) कहते हैं. बंगलुरू: अपने सुहावने मौसम के लिए मशहूर इस शहर को साइंस सिटी, आईटी कैपिटल, गार्डन सिटी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है. देहरादून: देहरादून दो शब्दों देहरा और दून से मिलकर बना है. 100 साल पुराना इतिहास रखने वाले इस शहर स्‍कूल कैपिटल ऑफ इंडिया (School Capital of India) भी कहते हैं. दार्जिलिंग: दार्जिलिंग अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर यहां की दार्जिलिंग चाय के लिए प्रसिद्ध है. इसे क्‍वीन ऑफ हिल्‍स (Queen of the Hills) कहते हैं. गुवाहाटी: गुवाहाटी ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर बसा इसे Gateway of North East India के नाम से जानते हैं. हैदराबाद: इसे 'निज़...