गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं

  1. गुप्त ऊष्मा किसे कहते है, गुप्त ऊष्मा की परिभाषा (Gupt Ushma Kya Hai)
  2. ऊष्मा धारिता किसे कहते है , उष्मा धारिता की परिभाषा क्या है ? मात्रक , सूत्र , ग्राफ Heat capacity in hindi – 11th , 12th notes In hindi
  3. गुप्त ऊष्मा की परिभाषा


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गुप्त ऊष्मा किसे कहते है, गुप्त ऊष्मा की परिभाषा (Gupt Ushma Kya Hai)

Table of Contents • • • • गुप्त ऊष्मा (Change of State: Latent Heat): “जब किसी ठोस पदार्थ को गर्म किया जाता है तो एक विशेष ताप पर यह पिघलने लगता है। जब तक सारा (कुल) ठोस पिघलकर द्रव नहीं बन जाता, तब तक यह ताप स्थिर रहता है। यह विशेष ताप उस ठोस का गलनांक (melting point) कहलाता है। जब तक ठोस पदार्थ पिघलता रहता है तब तक उसे दी गई ऊष्मा उसके ताप में वृद्धि नहीं करती, बल्कि उसकी अवस्था में परिवर्तन लाती है। चूँकि इस ऊष्मा से पदार्थ का ताप नहीं बढ़ता है, यह ऊष्मा पदार्थ में गुप्त रहती है, इसे गुप्त ऊष्मा (latent heat) कहा जाता है। “ इसी प्रकार, जब द्रव को गर्म किया जाता है तो यह एक विशेष ताप [जिसे क्वथनांक (boiling point) कहते हैं] पर खौलने लगता है और द्रव का यह ताप तब तक स्थिर बना रहता है जब तक कि वह पूरी तरह वाष्प में नहीं बदल जाता। इस स्थिर ताप पर द्रव द्वारा अवशोषित ऊष्मा उसकी अवस्था में परिवर्तन लाती है, उसका ताप नहीं बढ़ाती है, अतः यह ऊष्मा गुप्त होती है। फिर, जब किसी वस्तु का वाष्प से द्रव अवस्था अथवा द्रव से ठोस अवस्था में परिवर्तन होता है तब वस्तु का बिना ताप बदले उससे ऊष्मा निकालनी होती है। चूँकि अवस्था परिवर्तन में ऊष्मा का आदान-प्रदान बिना ताप बदले होता है, इसलिए इस ऊष्मा को गुप्त ऊष्मा कहा जाता है। अतः, किसी वस्तु की गुप्त ऊष्मा, ऊष्मा का वह परिमाण है जो बिना ताप बदले उसे एक अवस्था से दूसरी अवस्था में बदलने के लिए आवश्यक है। See also कोणीय संवेग, त्वरण, वेग, सूत्र किसे कहते है(What is angular momentum, acceleration, velocity, formula) Read More- गलन की विशिष्ट गुप्त ऊष्मा ( Specific Latent Heat of Fusion): गलनांक (melting.point) पर किसी ठोस के एक किलोग्राम (1 kg) द्...

ऊष्मा धारिता किसे कहते है , उष्मा धारिता की परिभाषा क्या है ? मात्रक , सूत्र , ग्राफ Heat capacity in hindi – 11th , 12th notes In hindi

Heat capacity in hindi or heat capacitance meaning in hindi ऊष्मा धारिता किसे कहते है , उष्मा धारिता की परिभाषा क्या है ? मात्रक , सूत्र , ग्राफ ? ऊष्मा धारिता : किसी पिण्ड की 0C) बढाने में अभिष्ट ऊष्मा की मात्रा के तुल्य होती है। यदि पिण्ड का द्रव्यमान m और ऊष्मा धारिता का मात्रक : SI पद्धति में = JK -1 CGS पद्धति में = Cal 0C -1 ऊष्मा धारिता से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बिंदु हम जानते है S = Q/mΔT , यदि पदार्थ में अवस्था परिवर्तन नियत ताप पर होता है तो S = Q/0 = अनंत। अत: किसी पदार्थ की विशिष्ट उष्मा जब यह स्थिर ताप पर उबल या पिघल रहा हो तो अनंत होती है। यदि किसी पदार्थ का तापमान बिना ऊष्मा स्थानान्तरण के परिवर्तन हो तो (Q = 0) s = Q/mΔT = 0 यदि किसी द्रव को थर्मस में हिलाया जाता है तो इसका तापमान बिना किसी ऊष्मा स्थानान्तरण के परिवर्तित होता है तथा थर्मस में द्रव की विशिष्ट ऊष्मा शून्य होती है। संतृप्त पानी की वाष्प का तापमान बढाने के लिए ऊष्मा को निकाला जाता है इसलिए संतृप्त वाष्प की विशिष्ट ऊष्मा ऋणात्मक होती है। ग्राफ में एक वायुमंडलीय दाब पर पानी की विशिष्ट का जल के साथ अल्प परिवर्तन दर्शाया गया है। यह परिवर्तन 0 से 100 डिग्री सेल्सियस तक अंतराल 1% से भी कम होता है। विशिष्ट ऊष्मा और जल तुल्यांक में सम्बन्ध : यह पानी की उस मात्रा के समान होती है जिसमे वस्तु के समान ताप वृद्धि के लिए समान ऊष्मा की आवश्यकता होती है। mSΔT = m wS wΔT अत: m w = mSΔT/S w कैलोरी में S w = 1 अत: m w = mS अवस्था परिवर्तन : अवस्था परिवर्तन के लिए आवश्यक ऊष्मा – Q = mL , L = गुप्त ऊष्मा गलन की गुप्त ऊष्मा (L f) : किसी ठोस को एक वायुमण्डलीय दाब पर द्रव में परिवर्तन के लिए दी गयी ऊष्मा गलन की गुप्त ऊष...

गुप्त ऊष्मा की परिभाषा

गुप्त ऊष्मा जब कोई पदार्थ एक भौतिक अवस्था (जैसे ठोस) से दूसरी भौतिक अवस्था (जैसे द्रव) में परिवर्तित होता है तो एक नियत ताप पर उसे कुछ उष्मा प्रदान करनी पड़ती है या वह एक नियत ताप पर उष्मा प्रदान करता है। किसी पदार्थ की गुप्त उष्मा (latent heat), उष्मा की वह मात्रा है जो उसके इकाई मात्रा द्वारा अवस्था परिवर्तन (change of state) के समय अवषोषित की जाती है या मुक्त की जाती है। इसके अलावा पदार्थ जब अपनी कला (फेज) बदलते हैं तब भी गुप्त उष्मा के बराबर उष्मा का अदान/प्रदान करना पड़ता है। इस शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग सन् 1750 के आसपास जोसेफ ब्लैक ने किया था। आजकल इसके स्थान पर "इन्थाल्पी ऑफ ट्रान्सफार्मेशन" का प्रयोग किया जाता है। प्रकार चूंकि पदार्थ की मुख्य रूप से तीन भौतिक अवस्थाएँ हैं - ठोस, द्रव एवं गैस। अत: मुख्यत: दो गुप्त उष्माएँ होतीं हैं -