Guru purnima sanskrit shlok

  1. श्री गुरु अष्टकम, श्री शङ्कराचार्य कृतं
  2. गुरु पूर्णिमा पर निबंध
  3. Guru Purnima 2020: Sanskrit Shlokas On Guru With HD Images Are Must
  4. गुरु पूर्णिमा पर निबंध
  5. श्री गुरु अष्टकम, श्री शङ्कराचार्य कृतं
  6. Guru Purnima 2020: Sanskrit Shlokas On Guru With HD Images Are Must


Download: Guru purnima sanskrit shlok
Size: 77.45 MB

श्री गुरु अष्टकम, श्री शङ्कराचार्य कृतं

Read in English शरीरं सुरुपं तथा वा कलत्रं यशश्चारू चित्रं धनं मेरुतुल्यम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 1 ॥ कलत्रं धनं पुत्रपौत्रादि सर्वं गृहं बान्धवाः सर्वमेतद्धि जातम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 2 ॥ षडंगादिवेदो मुखे शास्त्रविद्या कवित्वादि गद्यं सुपद्यं करोति । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 3 ॥ विदेशेषु मान्यः स्वदेशेषु धन्यः सदाचारवृत्तेषु मत्तो न चान्यः । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 4 ॥ क्षमामण्डले भूपभूपालवृन्दैः सदा सेवितं यस्य पादारविन्दम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 5 ॥ यशो मे गतं दिक्षु दानप्रतापात् जगद्वस्तु सर्वं करे सत्प्रसादात् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 6 ॥ न भोगे न योगे न वा वाजिराजौ न कान्तासुखे नैव वित्तेषु चित्तम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 7 ॥ अरण्ये न वा स्वस्य गेहे न कार्ये न देहे मनो वर्तते मे त्वनर्घ्ये । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 8 ॥ [Additional] अनर्घ्याणि रत्नादि मुक्तानि सम्यक् समालिंगिता कामिनी यामिनीषु । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ गुरोरष्टकं यः पठेत्पुण्यदेही यतिर्भूपतिर्ब्रह्मचारी च गेही । लभेत् वांछितार्थ पदं ब्रह्मसंज्ञं गुरोरुक्तवाक्ये मनो यस्य लग्नम् ॥ - श्री शङ्कराचार्य कृतं! हिन्दी अनुवाद 1 ॥ यदि शरीर रुपवान हो, पत्नी भी रूपसी हो और सत्कीर्ति चारों दिशाओं में विस्तरित हो, मेरु पर...

गुरु पूर्णिमा पर निबंध

Guru Purnima Par Nibandh: वर्तमान समय में हम लोग गुरु पूर्णिमा को बड़े धूमधाम से मनाते हैं,लेकिन ज्यादातर लोगों को गुरु पूर्णिमा के बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं हैं। हम यहां पर गुरु पूर्णिमा पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में गुरु पूर्णिमा के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है। विषय सूची • • • • गुरु पूर्णिमा पर निबंध | Guru Purnima Par Nibandh गुरु पूर्णिमा पर निबंध (250 शब्द) गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः । गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥ इस श्लोक का अर्थ “गुरु ब्रह्मा है, गुरु विष्णु है, गुरु हि शंकर है; गुरु हि साक्षात् परब्रह्म का रूप है; अर्थात उन सद्गुरु को प्रणाम”। संसार में गुरु को एक बहुत विशेष प्रकार का दर्जा दिया गया है। माता पिता हमारे प्रथम शिक्षक है। इसलिए गुरु को सबसे ऊँचा स्थान प्राप्त है और यह त्यौहार संसार के अलग अलग जगहों पर मनाया जाता है। हम लोगों के जीवन गुरु बहुत बड़ी भूमिका रहती है बिना गुरु के किसी दिशा क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करना नामुमकिन है। मान लो हम रेगिस्तान में खड़े है और पानी ढूंढ रहे है पर विवश है। हमें पानी नहीं मिल रहा है, उसी तरह जीवन भी बिना गुरु के रेगिस्तान में पानी ढूंढने के समान है। गुरु में गु का अर्थ “अन्धकार” एवं रू का अर्थ “रौशनी” है। अतः जो अंधकार में रौशनी के दीपक जला दे। खासकर विद्यार्थी के जीवन में गुरु की अहम् भूमिका होती है। गुरु विद्यार्थी को हर एक परिस्थिति में जीना एवं हर एक मुश्किलों से लड़ना सिखाता है। गुरु के बिना जीवन में किसी चीज की कल्पना करना व्यर्थ है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है की गुरु...

Guru Purnima 2020: Sanskrit Shlokas On Guru With HD Images Are Must

Gururbrahma gururvishnuh, gururdevo maheshwarah | Guruhsakshat parabrahma, tasmai shrigurave namah || This is a famous Sanskrit shloka on Guru most of us have grown up hearing in our households and schools. There are many more such gems that depict the loving and strong bond of a mentor with their mentees, which we bring to you this Guru Purnima 2020. It is a festival widely celebrated to honour the teachers, mentors and gurus who pave a way for their students. • Greece: Not an Unexpected Tragedy • PSG Gifts Their Jersey to Indian Batter Shubman Gill, (See Picture) • How to Watch Gibraltar vs France, UEFA Euro 2024 Qualifiers Live Streaming Online: Get Free Live Telecast of GIB vs FRA Football Match With Time in IST • How to Watch Malta vs England, UEFA Euro 2024 Qualifiers Live Streaming Online: Get Free Live Telecast of MLT vs ENG Football Match With Time in IST • How to Watch Poland vs Germany, International Friendly 2023 Live Streaming Online in India? Get Free Live Telecast of POL vs GER Football Match Score Updates on TV • G Ajitesh Scores First Century of TNPL 2023, Achieves Feat During Lyca Kovai Kings vs Nellai Royal Kings • Yoga With Modi: Ahead of International Yoga Day 2023, PM Narendra Modi Shares Video Depicting Various Yoga Asanas, Says Yoga Holds Profound Benefits For Body and Mind • Cyclone Bipoarjoy: PM Narendra Modi Speaks to Gujarat CM Bhupendra Patel, Takes Stock of Situation After Cyclonic Storm Makes Landfall in Coastal Areas • Leopard Cub Found in P...

गुरु पूर्णिमा पर निबंध

Guru Purnima Par Nibandh: वर्तमान समय में हम लोग गुरु पूर्णिमा को बड़े धूमधाम से मनाते हैं,लेकिन ज्यादातर लोगों को गुरु पूर्णिमा के बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं हैं। हम यहां पर गुरु पूर्णिमा पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में गुरु पूर्णिमा के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है। विषय सूची • • • • गुरु पूर्णिमा पर निबंध | Guru Purnima Par Nibandh गुरु पूर्णिमा पर निबंध (250 शब्द) गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः । गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥ इस श्लोक का अर्थ “गुरु ब्रह्मा है, गुरु विष्णु है, गुरु हि शंकर है; गुरु हि साक्षात् परब्रह्म का रूप है; अर्थात उन सद्गुरु को प्रणाम”। संसार में गुरु को एक बहुत विशेष प्रकार का दर्जा दिया गया है। माता पिता हमारे प्रथम शिक्षक है। इसलिए गुरु को सबसे ऊँचा स्थान प्राप्त है और यह त्यौहार संसार के अलग अलग जगहों पर मनाया जाता है। हम लोगों के जीवन गुरु बहुत बड़ी भूमिका रहती है बिना गुरु के किसी दिशा क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करना नामुमकिन है। मान लो हम रेगिस्तान में खड़े है और पानी ढूंढ रहे है पर विवश है। हमें पानी नहीं मिल रहा है, उसी तरह जीवन भी बिना गुरु के रेगिस्तान में पानी ढूंढने के समान है। गुरु में गु का अर्थ “अन्धकार” एवं रू का अर्थ “रौशनी” है। अतः जो अंधकार में रौशनी के दीपक जला दे। खासकर विद्यार्थी के जीवन में गुरु की अहम् भूमिका होती है। गुरु विद्यार्थी को हर एक परिस्थिति में जीना एवं हर एक मुश्किलों से लड़ना सिखाता है। गुरु के बिना जीवन में किसी चीज की कल्पना करना व्यर्थ है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है की गुरु...

श्री गुरु अष्टकम, श्री शङ्कराचार्य कृतं

Read in English शरीरं सुरुपं तथा वा कलत्रं यशश्चारू चित्रं धनं मेरुतुल्यम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 1 ॥ कलत्रं धनं पुत्रपौत्रादि सर्वं गृहं बान्धवाः सर्वमेतद्धि जातम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 2 ॥ षडंगादिवेदो मुखे शास्त्रविद्या कवित्वादि गद्यं सुपद्यं करोति । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 3 ॥ विदेशेषु मान्यः स्वदेशेषु धन्यः सदाचारवृत्तेषु मत्तो न चान्यः । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 4 ॥ क्षमामण्डले भूपभूपालवृन्दैः सदा सेवितं यस्य पादारविन्दम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 5 ॥ यशो मे गतं दिक्षु दानप्रतापात् जगद्वस्तु सर्वं करे सत्प्रसादात् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 6 ॥ न भोगे न योगे न वा वाजिराजौ न कान्तासुखे नैव वित्तेषु चित्तम् । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 7 ॥ अरण्ये न वा स्वस्य गेहे न कार्ये न देहे मनो वर्तते मे त्वनर्घ्ये । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ 8 ॥ [Additional] अनर्घ्याणि रत्नादि मुक्तानि सम्यक् समालिंगिता कामिनी यामिनीषु । मनश्चेन्न लग्नं गुरोरंघ्रिपद्मे ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ॥ गुरोरष्टकं यः पठेत्पुण्यदेही यतिर्भूपतिर्ब्रह्मचारी च गेही । लभेत् वांछितार्थ पदं ब्रह्मसंज्ञं गुरोरुक्तवाक्ये मनो यस्य लग्नम् ॥ - श्री शङ्कराचार्य कृतं! हिन्दी अनुवाद 1 ॥ यदि शरीर रुपवान हो, पत्नी भी रूपसी हो और सत्कीर्ति चारों दिशाओं में विस्तरित हो, मेरु पर...

Guru Purnima 2020: Sanskrit Shlokas On Guru With HD Images Are Must

Gururbrahma gururvishnuh, gururdevo maheshwarah | Guruhsakshat parabrahma, tasmai shrigurave namah || This is a famous Sanskrit shloka on Guru most of us have grown up hearing in our households and schools. There are many more such gems that depict the loving and strong bond of a mentor with their mentees, which we bring to you this Guru Purnima 2020. It is a festival widely celebrated to honour the teachers, mentors and gurus who pave a way for their students. • Junagadh Violence Video: Mob Pelt Stones, Injure Cops After Notice Served Over 'Illegal' Dargah in Gujarat • KJ Apa Birthday: Shirtless Pictures of the 'Riverdale' Star That Are Too Hot To Handle • Ramchandra Poudel Health Update: Nepal President Admitted to MCVTC Hospital After Complaining of Chest Pain; His Health Condition Is Normal, Says Personal Secretary • Alia Bhatt Looks Awww-Dorable in Pink Long Skirt and Oversized Coat, Calls Herself ‘Jet Lagged Barbie’ (View Pics) • Dog Raped in US: Indiana Man Has Sex With Family Dog, Threatens Mother After She Catches Him; Charged With Bestiality and Intimidation • ‘Virat Kohli Started the Fight’ Naveen-ul-Haq Opens Up on Ugly Spat With RCB Star During IPL 2023 • Yoga With Modi: Ahead of International Yoga Day 2023, PM Narendra Modi Shares Video Depicting Various Yoga Asanas, Says Yoga Holds Profound Benefits For Body and Mind • Cyclone Bipoarjoy: PM Narendra Modi Speaks to Gujarat CM Bhupendra Patel, Takes Stock of Situation After Cyclonic Storm Makes Landfall in Coa...