हाइड्रोजन से कान की सफाई

  1. ऐसे साफ करें कान का मैल, जानें 5 टिप्स
  2. हाइड्रोजन पेरोक्साइड पीने से क्या होगा? – ElegantAnswer.com
  3. कान में फंगल इंफेक्शन क्यों होता है ? जानें कारण और निवारण
  4. कान की सफाई कैसे करें ; कभी न करें ये 4 काम ! हेल्थ,लाइफस्टाइल
  5. हाइड्रोजन पेरोक्साइड से कानों को कैसे साफ करें
  6. क्या है कान का मैल? जानिए इसे साफ करने का सबसे बेस्ट तरीका


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ऐसे साफ करें कान का मैल, जानें 5 टिप्स

पिता के महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए हर साल विश्वभर में फादर्स डे (father's day) मनाया जाता है। इस साल फादर्स डे 14 जून को मनाया जाएगा। अगर आपने अभी तक अपने पिता के लिए कोई भी गिफ्ट नहीं लिया है तो आप इन लास्ट मिनट गिफ्ट आईडिया की मदद से गिफ्ट चुन सकते हैं। चलिए जानते हैं क्या हैं ये गिफ्ट आईडिया... 21 June yoga day 2023 : शरीर में सर्वप्रथम गंदगी तीन जगह पर जमती है। पहला आहार नाल में और दूसरा पेट में और तीसरा आंतों में। इन तीनों जगह यदि गंदगी ज्यादा समय तक बनी रही तो यह फैलेगी। तब यह किडनी में, फेंफड़ों में और हृदय के आसपास भी जमने लगेगी। अंत में यह खून को गंदा कर देगी। अत: इस गंदगी को साफ करना जरूरी है। 'बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है' दंगल फिल्म का आपने यह गाना तो ज़रूर सुना होगा। साथ ही आपने कई बार 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' गाना भी गाया होगा। आपके पापा कहे न कहे पर फिल्म देखना सबको बहुत पसंद होता है। फिल्म हमारे जीवन और दुनिया की सच्चाई को दर्शाती है।आप अपने पिता के साथ ये फादर स्पेशल फिल्म देख सकते हैं। Dato par jama kalapan kaise hataye : दांतों पर धीरे धीरे एक पीली परत जम जाती है। इस परत को प्लाक कहते हैं। यह प्लाक बैक्टीरिया की एक चिपचिपी परत होती है। बैक्टीरिया एसिड पैदा करते हैं। ये एसिड दांतों के इनेमल को नष्ट कर सकते हैं और कैविटी और मसूड़े की सूजन को पैदा करते हैं। यह यह गंदा पदार्थ दांतों की जड़ों पर मसूड़ों के नीचे जाकर दांतों को सहारा देने वाली हड्डियों को तोड़ देता है जिससे वक्त के पहले ही दांत निकल जाते हैं। इसीलिए इस प्लाक को हटाना या साफ करना बहुत जरूरी है। मानसून आने का अंदाज़ा केरल के तट में हल-चल होने से पहले बाज़ार में जामुन आने से पता चलता ह...

हाइड्रोजन पेरोक्साइड पीने से क्या होगा? – ElegantAnswer.com

हाइड्रोजन पेरोक्साइड पीने से क्या होगा? इसे सुनेंरोकेंऐसे में बच्चे इसे कोल्ड ड्रिंक व पानी समझकर पी लेते हैं। हाइड्रोजन पेरॉक्साइड से शरीर के अंदर छाले पड़ जाते हैं। आंतों तक पहुंचकर अल्सर की वजह भी बन जाता है। साथ ही आंखों पर भी इसका असर पड़ता है। हाइड्रोजन कान में डालने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकें2 हाइड्रोजन पराक्साइड – बेहद कम मात्रा में हाइड्रोजन पराक्साइड को पानी में घोलकर, थोड़ी मात्रा में कान में डालें। अब इस तेल को गुनगुना रहने पर रूई की सहायता से कान में डालें और ढंक लें। ऐसा करने से कान का मैल असानी से बाहर आ जाएगा। हाइड्रोजन से दांत कैसे साफ करें? इसे सुनेंरोकेंआप पहले 2 चम्मच हाइड्रोजन पेरॉक्साइड लें अब इसमें 1 चम्मच नमक डालें और इसका पेस्ट बना लें। अब आप इसे ब्रश से या फिर अपनी उंगली से भी अपने दांतो पर लगा सकती हैं। इस पेस्ट को दांतो पर अच्छे से रगड़ें आपके दांत साफ हो जाएंगे। इसे दांतो पर हफ्ते में 2 बार लगाकर 1-2 मिनट के लिए इसे रगड़ने से आपको फायदा मिलेगा। किसकी उपस्थिति में हाइड्रोजन पेरोक्साइड के अपघटन की दर बंद हो जाती है? इसे सुनेंरोकेंहाइड्रोजन परॉक्साइड पानी और ऑक्सीजन से मिलकर बना सबसे पॉपुलर किटाणुनाशक औषधि है। संक्रमण से बचने तथा सफाई के उद्देश्यों में यह सबसे बेहतर और सुलभ औषधि होती है। हाइड्रोजन से क्या क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंहाइड्रोजन एक विचित्र गुणवाला तत्व है। यह है तो अधातु पर अनेक यौगिकों से धातुओं सा व्यवहार करता है। इसके परमाणु में केवल एक प्रोटॉन और एक इलेक्ट्रॉन होते हैं। सामान्य हाइड्रोजन में 0.002 प्रतिशत एक दूसरा हाइड्रोजन होता है जिसको भारी हाइड्रोजन की संज्ञा दी गई है। कान का पर्दा फट जाए तो क्या करें? इसे सुनेंरोकेंकान क...

कान में फंगल इंफेक्शन क्यों होता है ? जानें कारण और निवारण

कान में फंगल इंफेक्शन (ऑटोमाइकोसिस) के क्या हैं रिस्क फैक्टर कान में फंगल इंफेक्शन के कारण व्यक्ति को सुनने में समस्या हो सकती है। साथ ही जिन व्यक्तियों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उन्हें कान में फंगल इंफेक्शन अन्य व्यक्तियों के मुकाबले जल्दी होता है। ट्रॉपिकल प्लेस में रहने वाले लोगों को कान में फंगल इंफेक्शन इसलिए जल्दी होता है क्योंकि फंगस पनपने के लिए गरम और नमी वाला वातावरण चाहिए होता है। कुछ रिस्क फैक्टर के कारण भी कान में फंगल इंफेक्शन की समस्या • कान में किसी प्रकार की चोट लगने से • क्रोनिक • • वॉटर स्पोर्ट्स या फिर स्वीमिंग के कारण • • कान में इयरवैक्स की कमी होने के कारण, इयरवैक्स कम हो जाने के कारण बैक्टीरियल और फंगल ग्रोथ तेजी से होती है। और पढ़ें: • सुनने में समस्या, जिसके कारण बहरेपन की स्थिति उपन्न हो सकती है। • काम में हमेशा भारीपन महसूस होना • कान के बाहरी भाग में लालपन महसूस होना • फंगल इंफेक्शन के अधिकतर मामलों में इचिंग की समस्या उत्पन्न होना • कान में हल्का दर्द हर पल महसूस होना • कान भरा हुआ महसूस होना • कान में आवाज सुनाई देना • कान से सफेद, पीला, ग्रे, ब्लैक या फिर ग्रीन कलर का डिस्चार्ज निकलना हो सकता है कि जिस भी व्यक्ति को कान में फंगल इंफेक्शन हुआ है, उसे एक ही कान में समस्या हो। ये भी हो सकता है कि व्यक्ति को दोनों कानों में समस्या महसूस हो रही हो। अगर आपको कान में किसी भी प्रकार की समस्या महसूस हो रही हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। कान में भारीपन लगने पर अपने आप ही उसे साफ करने की कोशिश बिल्कुल न करें। ऐसा करने से कान की समस्या अधिक बढ़ सकती है। कान में फंगल इंफेक्शन क्यों होता है? कान में फंगल इंफेक्शन फंगस के कारण होता है। फंगस ...

कान की सफाई कैसे करें ; कभी न करें ये 4 काम ! हेल्थ,लाइफस्टाइल

कान की सफाई कैसे करें ; कभी न करें ये 4 काम ! जी हाँ ! कान शरीर का महत्वपूर्ण अंग है किंतु हम उसके प्रति अक्सर बहुत लापरवाही बरतते हैं। हाथ में थैला टांगे कान की सफाई करने वाले यहां वहां देखे जाते हैं । और लोग बड़े शौक से उन्हीं से सफाई करवाते रहते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि कान की सफाई करना कितना नुकसान दायक है ? और कान की सफाई कैसे करनी चाहिए ? इस लेख में आज हम आपको बताएंगे कि कान की सफाई करना , कान की सफाई करने का गलत तरीका, हाइड्रोजन से कान की सफाई करना, बच्चों के कान की सफाई और कान में तेल डालना हानिकारक होता है। जानते हैं इस बारे में डॉक्टर क्या कहते हैं! कान की सफाई करना ! • डॉक्टरों के मुताबिक कान की सफाई करनी ही नहीं चाहिए। • कान को सफाई की कोई जरूरत ही नहीं होती है कान स्वयं अपनी सफाई खुद कर लेता है । • एक बार एक डॉक्टर से किसी ने पूछा की कान की सफाई कैसे की जाए किस चीज से की जाए ? • उन्होंने जवाब दिया कि कान की सफाई कोहनी से करना चाहिए। • जानकर आश्चर्य हुआ ! आपने भी कोहनी को कान तक पहुंचाने का प्रयास किया न! • और कोहनी कान तक नहीं पहुंची । जी हाँ ! • तब डॉक्टर साहब ने बताया की “ कान की सफाई करना ही नहीं चाहिए ।” • अक्सर लोगों में यह गलतफहमी रहती है कि कान से मैल निकल रहा है या कान में मैल भरा हुआ है। • असल में कान के अंदर एक चिपचिपा पदार्थ होता है जो बाहर से आने वाले धूल के कणों और कचरे को चिपकाकर कान के पर्दे तक नहीं पहुंचने देता । • जिसे सभी कान का मैल समझते है। यह चिपचिपा पदार्थ निरंतर कान में बनता रहता है। • और पुराना होने पर नया पदार्थ उसे स्वयं कान से बाहर धकेल देता है जो खुद ब खुद बाहर हो जाता है। • अतः कभी ना करें यह चार काम ; 1- कान की सफाई करने...

हाइड्रोजन पेरोक्साइड से कानों को कैसे साफ करें

मार्शा डर्किन, आरएन एक्स के सहयोग से लिखा गया। यह लेख मार्शा डर्किन, आरएन के सहयोग से लिखा गया था। मार्शा डर्किन विस्कॉन्सिन में एक पंजीकृत नर्स है। उन्होंने 1987 में ओल्नी सेंट्रल कॉलेज से नर्सिंग विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इस लेख में 8 संदर्भों का हवाला दिया गया है, जिन्हें आप पृष्ठ के नीचे पा सकते हैं। ईयरवैक्स कान की नहरों में पैदा होने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है जो कानों को सूखा रखने और उन्हें बैक्टीरिया और संक्रमण से बचाने के लिए होता है। वास्तव में, चबाने और बोलने जैसी सामान्य गतिविधियां समय के साथ अतिरिक्त कान मोम के फड़कने और उन्मूलन की सुविधा प्रदान करती हैं, जो कानों को एक मौलिक सौंदर्य ऑपरेशन बनाती है। हाइड्रोजन पेरोक्साइड (हाइड्रोजन पेरोक्साइड) के साथ अपने कानों की सफाई करके और अपने स्वास्थ्य की देखभाल करके, आप उन्हें साफ रखेंगे, किसी भी अतिरिक्त ईयरवैक्स को हटाकर जो आपकी सुनवाई को समझौता कर सकता है। कदम 2 का भाग 1: हाइड्रोजन पेरोक्साइड से सफाई करें • कानों की सफाई के लिए एक व्यवस्था करें। ऑपरेशन के दौरान आपको लेटना होगा, इसलिए जरूरी है कि आप अपनी जरूरत की सभी चीजों को इकट्ठा करें और इसे हाथ में बंद रखें। शेल्फ पर एक तौलिया फैलाएं जिस पर आप अपना सिर आराम करेंगे। फिर, लगभग 30 सेमी की दूरी पर, 3% हाइड्रोजन पेरोक्साइड, एक ड्रॉपर और एक तौलिया का एक छोटा कटोरा रखें। • अपने कंधे पर तौलिया रखें। साफ करने के लिए शुरू करने से पहले, आप जिस कान का इलाज करना चाहते हैं, उस पर तौलिया को कंधे पर रखें। यह तौलिया आपके कपड़ों को दाग होने से रोकेगा और कान धोने के लिए इस्तेमाल होने वाले घोल को सोख लेगा। • आप शुरू करने से पहले तौलिया के नीचे प्लास्टिक का एक टुकड़ा...

क्या है कान का मैल? जानिए इसे साफ करने का सबसे बेस्ट तरीका

क्या है कान का मैल? ईयरवैक्स, कान में मौजूद ग्रंथियों के बीच उत्पन्न होता है जो कान को स्वस्थ व साफ रखने में मदद करता है। ये कर्ण नलिकाओं के ऊपर जमी परत को सूखने या उनमें दरार पड़ने से भी रोकता है। इसके अलावा ईयरवैक्स कान को धूल-कणों और पानी से बचाता है, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। कब समस्या बन जाता है कान का मैल? ज्यादातर समय कर्ण नलिकाएं अपनी सफाई खुद ही कर लेती हैं। बोलते या कुछ भी चबाते समय ईयरवैक्स और त्वचा की कोशिकाएं कान के पर्दे ये छेद की ओर बढ़ती हैं। यहां वैक्स सूखकर बाहर निकल जाती है। ईयरवैक्स सामान्य तौर पर कोई समस्या नहीं है लेकिन अगर यह ज्यादा मात्रा में बनने लगे तो आपको ध्यान देना चाहिए। ज्यादा मात्रा में वैक्स बनने से कान में दर्द, सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है। बाजार में ऐसी कई चीजें मिलती है, जिससे कान का मैल निकालने की गंरटी दी जाती है। मगर, क्या वाकई ये चीजें मददगार हो सकती है। ईयरबड्स (cotton earbuds) -ईयरबड्स की बात करें तो उसके लेवल पर ही लिखा होता है कि कान की सफाई के लिए उसे यूज ना करें। दरअसल, ईयरबड्स मैल को और भी अंदर की तरफ धकेल देती है, जिससे वो उस हिस्सों में चली जाती है, जो अपनी सफाई खुद करने में सक्षम नहीं होते। वहीं, इससे कान की अंदरूनी त्वचा में जल हो सकती है, जिससे उसे बार-बार छूने का मन नहीं करता। -यही नहीं, अगर ईयरबड्स के फाहे कान की गहराई तक पहुंच जाए तो कान का पर्दा फट भी सकता है। अचानक दर्द, खून आना और अस्थाई तौर पर बहरापन हो सकता है। ईयरकैंड्ल्स कुछ लोग कान साफ करने के लिए ईयरकैंड्ल्स का इस्तेमाल भी करते हैं लेकिन शोध के मुताबिक, ये मैल साफ करने में असरदार नहीं है। इससे ना सिर्फ कान और चेहरा जल सकता है बल्कि ये कान के पर्दे...