हाथ-पैर में जलन व थकान का कारण

  1. पैरों में जलन (Burning Feet): लक्षण, कारण और घरेलू उपचार
  2. हाथ पैर सुन्न होने के कारण, लक्षण व निदान । paresthesia meaning in hindi
  3. Swasthya Vibhag: पैर के तलवे पर जलन होने का उपचार
  4. आपके भी पैरों में रहती है जलन और दिखते हैं ये लक्षण तो तुरंत मिले डॉक्टर, इस बीमारी के हैं संकेत
  5. हाथों और पैरों में झनझनाहट के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
  6. हाथ पैरों के तलवे या शरीर मे जलन के कारण लक्षण और इलाज – MyBapuji
  7. हाथ व पैरों के तलवे मे होने वाली जलन को दूर करेंगे यह 11 घरेलु उपचार
  8. हाथ पैर में दर्द, सूजन और जलन का उपचार
  9. हाथों और पैरों में झनझनाहट के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
  10. हाथ पैर सुन्न होने के कारण, लक्षण व निदान । paresthesia meaning in hindi


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पैरों में जलन (Burning Feet): लक्षण, कारण और घरेलू उपचार

Contents • 1 पैरों में जलन (बर्निंग फीट) क्या है? Pairon Mein Jalan (Burning Feet) Kya Hai? • 2 लक्षण – Lakshan • 3 कारण – Karan • 4 निदान – Nidan • 5 उपचार – Upchar • 5.1 दवाएं • 5.2 शारीरिक चिकित्सा • 5.3 सर्जरी • 6 घरेलू उपचार – Ghrelu Upchar • 6.1 ठंडे पानी या बर्फ के स्नान में पैर भिगोना • 6.2 आराम, बर्फ, संपीड़न और ऊंचाई (राइस) • 6.3 सेंधा नमक • 6.4 सेब का सिरका • 6.5 हल्दी की खुराक • 7 सावधानी – Savdhani • 8 बचाव – Bachav • 9 निष्कर्ष – Nishkarsh • 10 मंत्रा केयर – Mantra Care पैरों में जलन (बर्निंग फीट) क्या है? Pairon Mein Jalan (Burning Feet) Kya Hai? पैरों में जलन (बर्निंग फीट) एक गंभीर समस्या है। कई बार आप इसे सामान्य सोचकर नजरअंदाज करने की कोशिश भी कर सकते हैं। पैरों में जलन कई अलग-अलग चीजों के कारण हो सकती है, जैसे पैरों में जलन एक चिकित्सा शब्द है। आमतौर पर इसे आपके पैर में दर्द के अहसास को बताने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस स्थिति में आपके पैरों में छालों के साथ ही पसीना आ सकता है। इसके अलावा आपको पैरों में आग लगने जैसा भी महसूस हो सकता है, लेकिन ऐसा आपके लंबे समय से चलने के कारण होता है। अगर आप जूते उतारकर थोड़ा टहलते हैं, तो इस जलन को रोका जा सकता है। कुछ लोगों के पैर जल जाते हैं और अध्ययन के मुताबिक, एक तिहाई आबादी के साथ ऐसा होता है। कभी-कभी चलते समय लोगों को चोट लग सकती है। यह परेशानी किसी भी उम्र वाले लोगों को हो सकती है, लेकिन पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इसे ज़्यादा बताती हैं। लक्षण – Lakshan पैरों में जलन के लक्षणों में शामिल हैं: • तलवों या पैर की उंगलियों में तेज और असहनीय गर्मी: कुछ लोग गर्मी के प्रति ज़्यादा संवेदनशील होते हैं। ऐसे लोगों के ल...

हाथ पैर सुन्न होने के कारण, लक्षण व निदान । paresthesia meaning in hindi

Paresthesia meaning in hindi. शरीर में महसूस होने वाली असामान्य संवेदनाएं जैसे अंगों का सुन हो जाना, झुनझुनी अथवा जलन महसूस होने की स्थिति को paresthesia विकार के नाIम से जाना जाता है । हाथ पैरों की उंगलियों या हाथ पैर के अन्य हिस्से में इस तरह की संवेदना महसूस हो सकती है । समस्या के आधार पर यह संवेदनाएं अस्थाई हो सकती हैं और अपने आप भी ठीक हो सकती हैं। जैसे यदि paresthesia की स्थिति हाइपरटेंशन एंजायटी अटैक या फिर सोते समय सिर के नीचे हाथों को रखने के कारण हो रही है तो आमतौर पर यह संवेदनाएं अपने आप कुछ समय बाद ठीक हो जाती हैं । आमतौर पर लोगों में स्थाई रूप से संवेदनाएं हो सकती हैं । हालांकि कुछ लोगों में यह क्रॉनिक यानि कि लंबे समय तक बनी रहने वाली स्थिति हो सकती है । सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाले विकारों जैसे कि स्ट्रोक और transic iscamic attack, multiple sclerosis, transverse mylitis, और Insefelites जैसी स्थितियों के कारण कुछ लोगों में paresthesia विकार होने का खतरा रहता है । Also read ◆ Table of Contents • • • • • • • परेस्थेसिया क्या है ? paresthesia meaning in hindi. परेस्थेसिया का हिन्दी असवेदन से लिया जाता है । जिनका मतलब है कि तंत्रिका तंत्र पर दबाव की वजह से हाथ, पैर या तलवी सुन्न हो जाता है । जिसे सरल भाषा में हाथ पैर सोना या नींद आना भी कहते है । दूसरे शब्दों में जब किसी प्रकार के दबाव के कारण हाथों पैरो को नींद आना । सामान्य रूप से हर किसी को कभी ना कभी paresthesia अनुभव होता है । अनजाने में तंत्रिका पर दबाव पड़ने के कारण यह दिक्कत आती है । हालांकि यदि अंगों में संवेदनाएं लंबे समय तक बनी रहे तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए । यदि pares...

Swasthya Vibhag: पैर के तलवे पर जलन होने का उपचार

पैरों में जलन की समस्या को आमतौर पर छोटी समस्या माना जाता है और कुछ लोग यह भी मान लेते हैं कि यह अपने आप ठीक हो जाएगी। लेकिन विशेषज्ञ बताते हैं कि यह समस्या शरीर के अन्य हिस्सों में भी तकलीफ पैदा कर सकती है। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई बार ऐसा होता है कि हमें आने वाली बीमारी का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं लग पाता। देखा जाए तो पैरों से संबंधित बहुत सी ऐसी बीमारियां होती हैं, जो लोगों को परेशान करती हैं। ऐसी ही एक परेशानी है पैरों में जलन की समस्या। अक्सर बहुत से लोग इस परेशानी से जूझ रहे होते हैं और इसकी अनदेखी भी कर रहे होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि पैरों में जलन की वजह कुछ और भी हो सकती है। विटामिन बी, फोलिक एसिड या कैल्शियम की कमी भी इसके कारण हो सकते हैं। यह समस्या सिर्फ एक ही आयु के लोगों में नहीं होती, बल्कि किसी भी आयु में हो सकती है। संतुलित और पौष्टिक आहार लेने की कोशिश तो सभी लोग करते हैं। फिर भी आज की व्यस्त जीवनशैली की वजह से खानपान में कुछ कमी जरूर रह जाती है। शरीर के पोषण में विटमिन बी-12 और विटामिन बी एक ऐसा तत्व है, जिसकी कमी सेहत के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदेह साबित होती है। विटमिन बी-12 हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और न‌र्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। हमारी लाल रक्त कोशिशओं का निर्माण भी इसी से होता है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। यह ऐसा विटमिन है, जिसका अवशोषण हमारी आंतों में होता है। वहां लैक्टो बैसिलस (फायदेमंद बैक्टीरिया) मौजूद होते हैं, जो बी-12 के अवशोषण में सहायक होते हैं। हमारे शरीर में विटमिन बी-1...

आपके भी पैरों में रहती है जलन और दिखते हैं ये लक्षण तो तुरंत मिले डॉक्टर, इस बीमारी के हैं संकेत

पैरों में जलन कई बीमारियों का लक्षण हो सकती है। यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करती है। कई बार यह जल्दी समाप्त हो जाती है और कई बार काफी लंबे समय तक भी आपको जलन का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या में अकसर पैरों में लालिमा, सूजन और तापमान बढ़ जाता है। सामान्य थकान और अधिक परिश्रम पैर जलन का सबसे आम कारण हैं। पैरों में जलन की वजह कुछ और भी हो सकती है। जैसे कि विटामिन बी, फोलिक एसिड या कैल्शियम की कमी भी इसके कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं पैरों के जलन के अन्य कारण क्या हो सकते हैं। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestylesection) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़(Health and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी , (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़(relationship news in Hindi) और यात्रा(travel news in Hindi) आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ ( रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Disclaimer हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी

हाथों और पैरों में झनझनाहट के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

Tingling In Hands And Feet In Hindi हाथ और पैरों में झुनझुनी आना, एक आम बात है। कोई भी व्यक्ति शरीर में झनझनाहट का अनुभव कर सकता है। अक्सर देर तक आराम करने या एक जगह बैठने के दौरान हाथों और पैरों से जुड़ी एक समस्या का जिक्र बार-बार होता है, जिसे लोग आम बोलचाल की भाषा में ‘झुनझुनी चढ़ना’ कहते है। हाथों और पैरों में होने वाली झनझनाहट काफी आम है, जो लंबे समय तक एक जगह बिना हिले-डुले बैठे रहने से हो सकती है। हालांकि, यह कोई गंभीर समस्या नहीं मानी जाती, लेकिन यह आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। झुनझुनी के अलावा सम्बंधित व्यक्ति को हाथों और पैरों में सुन्नता, दर्द या कमजोरी महसूस हो सकती है। हाथों या पैरों में झुनझुनी विभिन्न कारकों या स्थितियों के कारण भी उत्पन्न हो सकती है। इन स्थितियों में दबाव, गुमचोट (trauma) या तंत्रिकाओं को नुकसान आदि स्थितियों को शामिल किया जा सकता है। अचानक पैर के तलवे में झनझनाहट या हाथों में झुनझुनी, एक स्वास्थ्य समस्या का भी संकेत हो सकता है। अगर आप भी इस तरह की समस्या से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाने के लिए प्राकृतिक उपाय चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। आज के इस लेख में आप जानेगें कि हाथों और पैरों में झनझनाहट क्या है, इसके कारण, लक्षण, उपचार और हाथो और पैरों में होने वाली झनझनाहट पर काबू पाने के सबसे सरल और सटीक घरेलू नुस्खों और घरेलू उपायों के बारे में। 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. हाथों और पैरों में झनझनाहट क्या है – What is tingling in hands and feet in Hindi हाथों और पैरों में झुनझुनी अक्सर दर्द, जलन, सुई या पिन की चुभन (pins and needles) की तरह होती है जो हाथों और पैरों में सुन्नता जैसे लक्षणों के उत्पन्न होने का क...

हाथ पैरों के तलवे या शरीर मे जलन के कारण लक्षण और इलाज – MyBapuji

दाह रोग क्या है ? इसके सामान्य लक्षण : विविध कारणों से पित्त के कुपित होने से, हाथ-पैरों के तलवे और आँखों में अथवा सारे शरीर में दाह या जलन होती है। उस दाह या जलन को ही ‘दाह-रोग’ कहते हैं। दाह-रोग (हाथ पैरों के तलवे या शरीर मे जलन ) के प्रकार : दाह-रोग सात तरह का होता है- (१) पित्त का दाह। (२) रुधिर का दाह। (३) प्यास रोकने का दाह। (४) रक्तपूर्ण कोष्ठज दाह। (५) मद्य का दाह। (६) धातु-क्षयज दाह। (७) मर्माभिघातज दाह। पित्त के दाह के लक्षण– दाह गरमी की व्याधि है। पित्त के दाह में, पित्तज्वर के-से लक्षण होते हैं; इसलिये इसकी चिकित्सा भी ‘पित्त ज्वर’ की तरह ही करनी चाहिये। पित्त ज्वर और दाह में फ़र्क-पित्त ज्वर में, आमाशय के दूषित होने से, ज्वर और दाह दोनों होते हैं; किन्तु दाह-रोग में केवल दाह ही होता है। अथवा पित्त-ज्वर में अग्नि और आमाशय दोनों दूषित होते हैं; किन्तु पित्त के दाह में अग्नि और आमाशय दूषित नहीं होते–केवल जलन होती है; यही भेद है। रुधिर के दाह के लक्षण- शरीर में खून के बहुत ही ज्यादा बढ़ जाने से भी दाह होता है; यानी शरीर का खून भी कुपित हो कर दाह-रोग पैदा करता है। ऐसा होने से रोगी को सारा संसार आग से जलता हुआ-सा मालूम होता है। अथवा ऐसा जान पड़ता है, मानो आग मेरे पास रखी है और मैं उससे जला जा रहा हूँ। रोगी को प्यास बहुत लगती है। दोनों आँखें और सारा शरीर ताम्बे के रंग का हो जाता है; यानी शरीर और नेत्र लाल हो जाते हैं। शरीर और मुँह से ऐसी गन्ध निकलती है जैसी गरम लोहे पर पानी डालने से निकलती है। शरीर में मानो किसी ने आग लगा दी है, ऐसी वेदना होती है। प्यास रोकने के दाह के लक्षण- जो आदमी मूर्खता से प्यास को रोकता है, उसकी जल-रूप-धातु क्षीण हो जाती है और तेज या पित्त की ग...

हाथ व पैरों के तलवे मे होने वाली जलन को दूर करेंगे यह 11 घरेलु उपचार

2 हाथ व पैर के तलुओं में जलन के घरेलू नुस्खे| hath Pairon ke Talve ki Jalan Dur Karne ke Ghrelu Upay हाथ पैर में जलन क्यों होती है ? इसके कारण : hath pair mein jalan hone ka kya karan hai वातावरण में उष्णता बढ़ने से शरीर में अनेक प्रकार के रोग निर्माण होते हैं। जैसे- आँखों में जलन होना, हाथ-पैर के तलुओं में जलन होना, पेशाब में जलन होकर पेशाब लाल रंग की होती है। अधिक प्यास लगना, वमन (उल्टी) होना, बार-बार शौच होना, लू लगने की तकलीफ होना। हाथ व पैर के तलुओं में जलन के घरेलू नुस्खे| hath Pairon ke Talve ki Jalan Dur Karne ke Ghrelu Upay पहला प्रयोग :तुकमरिया को भीगोकर पैर के तलुओं में बाँधें। दूसरा प्रयोग : हाथ-पैर के तलुओं (Talve) में यदि जलन होती हो तो लौकी को कद्दूकस करके उसकी पट्टी बाँधने से अथवा रस चुपड़ने से खूब ठंडक मिलती है। तीसरा प्रयोग : दो गिलास गर्म पानी में, एक चम्मच सरसों का तेल मिलाकर दोनों पैर इस पानी में रखें और पांच मिनट बाद धोएं। इससे पैर साफ हो जाएंगे, जलन दूर हो जाएगी। चौथा प्रयोग : लौकी या घीया को काटकर इसका गूदा पैर के तलवों पर मलने से जलन दूर होती है। पाँचवा प्रयोग :पैरों में जलन होने पर करेले के पत्तों के रस की मालिश करने से लाभ होता है। छठा प्रयोग :करेले के पत्ते पीस कर लेप करने से भी लाभ होता है। सातवा प्रयोग : गर्मी के दिनों में जिन लोगों के पैरों में निरंतर जलन होती है उन्हे पैरों में मेहंदी लगाने से लाभ होता है। आठवां प्रयोग :हाथ-पैरों (Talve)में जलन आम की बौर रगडऩे से मिट जाती है। नौवां प्रयोग :तलवों, हाथ पैरों में जलन हो तो घी मलने से मिट जाती है। दसवां प्रयोग :मक्खन और मिश्री समान मात्रा में मिलाकर दो चम्मच मिश्रण रोज चाटें। ग्यारहवा प्रयोग :सुख...

हाथ पैर में दर्द, सूजन और जलन का उपचार

अक्सर हाथ पैर में दर्द होने पर लोग पेन किलर दवा खा लेते हैं। इस दवा से दर्द से तो आराम मिलता है लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि पेन किलर के ज़्यादा प्रयोग से किडनी पर ख़राब असर पड़ता है। इस आलेख में आप ऐसे घरेलू और देशी नुस्खे पढ़ेंगे जिनसे हाथ पैर में दर्द, सूजन, जलन और सुन्न होने का इलाज संभव है। Hand pain हाथ पैर में दर्द का कारण पैरों में दर्द उंगलियों, तलवों और टखने या पिंडियों पर किसी भी जगह हो सकता है और इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं। – उम्र का बढ़ना – ज़्यादा देर तक चलना और घूमना-फिरना – लम्बे समय तक खड़े रहकर काम करना – शरीर में पोषक तत्वों की कमी – शुगर यानि डायबिटीज रोग होना या अन्य स्वास्थ्य समस्या होना – खिलाड़ियों और जिम में कसरत करने वालों को भी दर्द होता है सर्वाइकल प्रॉब्लम होने से भी गर्दन, हाथों और कंधों में दर्द और सुन्न होना जैसी शिकायत होती है। ( स्लिप ) डिस्क प्रॉब्लम से कुल्हों और पैरों में दर्द होने लगता है जिससे उठते बैठने और चलने में काफी परेशानी होती है। सर्वाइकल और डिस्क रीढ़ की हड्डी के वो जुड़े हुए भाग होते हैं, जिनमें नस दबने से दर्द होने लगता है। अगर इस तरह का दर्द और परेशानी महसूस हो तो डॉक्टर से कंस्लट करें। हाथ पैर में दर्द का इलाज 1. लौंग का तेल शरीर में कभी 2. गरम और ठंडा पानी 1 बड़े बर्तन में ठंडा पानी भरे और एक बर्तन में गुनगुना पानी। अब अपने पैरों को 2 से 3 मिनट के लिए गुनगुने पानी में डालकर रखें और उसके बाद 10 से 15 सेकेंड के लिए ठंडे पानी में डालें। इस क्रिया को 2 से 3 बात करें और इसकी शुरुआत हमेशा गुनगुने पानी से करें और खत्म ठंडे पानी से करें। इस क्रिया को कोल्ड और हॉट वाटर थेरेपी के नाम से जाना जाता है, जो हाथ पैर में दर्द होने पर कारगर घरेलू ...

हाथों और पैरों में झनझनाहट के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

Tingling In Hands And Feet In Hindi हाथ और पैरों में झुनझुनी आना, एक आम बात है। कोई भी व्यक्ति शरीर में झनझनाहट का अनुभव कर सकता है। अक्सर देर तक आराम करने या एक जगह बैठने के दौरान हाथों और पैरों से जुड़ी एक समस्या का जिक्र बार-बार होता है, जिसे लोग आम बोलचाल की भाषा में ‘झुनझुनी चढ़ना’ कहते है। हाथों और पैरों में होने वाली झनझनाहट काफी आम है, जो लंबे समय तक एक जगह बिना हिले-डुले बैठे रहने से हो सकती है। हालांकि, यह कोई गंभीर समस्या नहीं मानी जाती, लेकिन यह आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। झुनझुनी के अलावा सम्बंधित व्यक्ति को हाथों और पैरों में सुन्नता, दर्द या कमजोरी महसूस हो सकती है। हाथों या पैरों में झुनझुनी विभिन्न कारकों या स्थितियों के कारण भी उत्पन्न हो सकती है। इन स्थितियों में दबाव, गुमचोट (trauma) या तंत्रिकाओं को नुकसान आदि स्थितियों को शामिल किया जा सकता है। अचानक पैर के तलवे में झनझनाहट या हाथों में झुनझुनी, एक स्वास्थ्य समस्या का भी संकेत हो सकता है। अगर आप भी इस तरह की समस्या से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाने के लिए प्राकृतिक उपाय चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। आज के इस लेख में आप जानेगें कि हाथों और पैरों में झनझनाहट क्या है, इसके कारण, लक्षण, उपचार और हाथो और पैरों में होने वाली झनझनाहट पर काबू पाने के सबसे सरल और सटीक घरेलू नुस्खों और घरेलू उपायों के बारे में। 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. हाथों और पैरों में झनझनाहट क्या है – What is tingling in hands and feet in Hindi हाथों और पैरों में झुनझुनी अक्सर दर्द, जलन, सुई या पिन की चुभन (pins and needles) की तरह होती है जो हाथों और पैरों में सुन्नता जैसे लक्षणों के उत्पन्न होने का क...

हाथ पैर सुन्न होने के कारण, लक्षण व निदान । paresthesia meaning in hindi

Paresthesia meaning in hindi. शरीर में महसूस होने वाली असामान्य संवेदनाएं जैसे अंगों का सुन हो जाना, झुनझुनी अथवा जलन महसूस होने की स्थिति को paresthesia विकार के नाIम से जाना जाता है । हाथ पैरों की उंगलियों या हाथ पैर के अन्य हिस्से में इस तरह की संवेदना महसूस हो सकती है । समस्या के आधार पर यह संवेदनाएं अस्थाई हो सकती हैं और अपने आप भी ठीक हो सकती हैं। जैसे यदि paresthesia की स्थिति हाइपरटेंशन एंजायटी अटैक या फिर सोते समय सिर के नीचे हाथों को रखने के कारण हो रही है तो आमतौर पर यह संवेदनाएं अपने आप कुछ समय बाद ठीक हो जाती हैं । आमतौर पर लोगों में स्थाई रूप से संवेदनाएं हो सकती हैं । हालांकि कुछ लोगों में यह क्रॉनिक यानि कि लंबे समय तक बनी रहने वाली स्थिति हो सकती है । सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाले विकारों जैसे कि स्ट्रोक और transic iscamic attack, multiple sclerosis, transverse mylitis, और Insefelites जैसी स्थितियों के कारण कुछ लोगों में paresthesia विकार होने का खतरा रहता है । Also read ◆ Table of Contents • • • • • • • परेस्थेसिया क्या है ? paresthesia meaning in hindi. परेस्थेसिया का हिन्दी असवेदन से लिया जाता है । जिनका मतलब है कि तंत्रिका तंत्र पर दबाव की वजह से हाथ, पैर या तलवी सुन्न हो जाता है । जिसे सरल भाषा में हाथ पैर सोना या नींद आना भी कहते है । दूसरे शब्दों में जब किसी प्रकार के दबाव के कारण हाथों पैरो को नींद आना । सामान्य रूप से हर किसी को कभी ना कभी paresthesia अनुभव होता है । अनजाने में तंत्रिका पर दबाव पड़ने के कारण यह दिक्कत आती है । हालांकि यदि अंगों में संवेदनाएं लंबे समय तक बनी रहे तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए । यदि pares...