हैदराबाद कहां पड़ता है

  1. भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय
  2. Cyclone Biparjoy: गुजरात के करीब बिपरजॉय तूफान, कई राज्यों में बारिश
  3. 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान
  4. Breaking News Live Updates 29 November 2020 Latest News Today in Hindi Live Update
  5. World Cup 2023 Venue List Ahmedabad Chennai Lucknow Mumbai Bengaluru IND Vs PAK
  6. Budget 2021: बजट की ABCD


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भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय

सहृदय नेता डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में स्थित महू में हुआ था जिसका नाम आज बदल कर डॉ.अंबेडकर नगर रख दिया गया था। डॉ भीमराव अंबेडकर जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ था। डॉ भीमराव अंबेडकर जाति से दलित थे। उनकी जाति को अछूत जाति माना जाता था। इसलिए उनका बचपन बहुत ही मुश्किलों में व्यतीत हुआ था। बाबासाहेब अंबेडकर सहित सभी निम्न जाति के लोगों को सामाजिक बहिष्कार, अपमान और भेदभाव का सामना करना पड़ता था। आइए और इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं Dr Bhimrao Ambedkar Biography in Hindi के बारे में विस्तार से। जन्म 14 अप्रैल 1891 मध्य प्रदेश, भारत में जन्म का नाम भिवा, भीम, भीमराव, बाबासाहेब अंबेडकर अन्य नाम बाबासाहेब अंबेडकर राष्ट्रीयता भारतीय धर्म बौद्ध धर्म शैक्षिक सम्बद्धता • मुंबई विश्वविद्यालय (बी॰ए॰) • कोलंबिया विश्वविद्यालय (एम॰ए॰, पीएच॰डी॰, एलएल॰डी॰) लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स (एमएस०सी०,डीएस॰सी॰) ग्रेज इन (बैरिस्टर-एट-लॉ) पेशा विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद्दार्शनिक, लेखक पत्रकार, समाजशास्त्री, मानवविज्ञानी, शिक्षाविद्, धर्मशास्त्री, इतिहासविद् प्रोफेसर, सम्पादक व्यवसाय वकील, प्रोफेसर व राजनीतिज्ञ जीवन साथी रमाबाई अंबेडकर (विवाह 1906- निधन 1935) डॉ० सविता अंबेडकर ( विवाह 1948- निधन 2003) बच्चे यशवंत अंबेडकर राजनीतिक दल शेड्युल्ड कास्ट फेडरेशन स्वतंत्र लेबर पार्टी भारतीय रिपब्लिकन पार्टी अन्य राजनीतिकसंबद्धताऐं सामाजिक संगठन: • बहिष्कृत हितकारिणी सभा • समता सैनिक दल शैक्षिक संगठन: • डिप्रेस्ड क्लासेस एज्युकेशन सोसायटी • द बाँबे शेड्युल्ड कास्ट्स इम्प्रुव्हमेंट ट्रस्ट • पिपल्स एज्युकेशन सोसायटी धार्मिक संगठन: भारतीय बौद्ध महासभा पुरस्क...

Cyclone Biparjoy: गुजरात के करीब बिपरजॉय तूफान, कई राज्यों में बारिश

डीएएनए हिंदी: गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय के संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयारियां तेज हैं. इसी बीच बुधवार को सीएम भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में अहम बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री पटेल ने तैयारियों का जायजा लिया. मीटिंग के दौरान रिलीफ कमिश्नर आलोक पांडेय ने मुख्यमंत्री को राज्य सरकार की तैयारियों की जानकारी दी. ये भी बताया कि राज्य सरकार जानमाल की क्षति कम करने के लिए किस तरह के कदमों को उठा रही है. गुजरात के आठ जिलों से 47,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बुधवार की शाम तक प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम पूरा होने की बात भी कही गई. बैठक के दौरान वरिष्ठ प्रमुख सचिवों, सचिवों समेत दूसरे अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबंधित विभागों की तैयारियों से जुड़ी रिपोर्ट दी. आइए जानते हैं चक्रवात से जुड़ी कुछ अहम बातें. इसे भी पढ़ें- 1. जूनागढ़ जिले से 4,462, कच्छ से 17,739, जामनगर से 8,542, पोरबंदर से 3,469, द्वारका से 4,863, गिर सोमनाथ से 1,605, मोरबी से 1,936 और राजकोट से 4,497 समेत कुल 47,113 लोगों को निकाला गया है. 2. रिलीज कमिश्नर ने कहा है कि एनडीआरएफ की 18 और एसडीआरएफ की 12 टीम को चक्रवात के संभावित असर वाले जिलों में तैनात किया गया है. 3. एनडीआरएफ की टीम कच्छ, द्वारका, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर-सोमनाथ, मोरबी और वलसाड में तैनात हैं. जबकि, एसडीआरएफ की टीम को कच्छ, जामनगर, द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी, पाटन और बनासकांठा में रखा गया है. सूरत में एक रिजर्व टीम की तैनाती है. 4. एहतियात के तौर पर अलग-अलग जिलों से 4,000 से ज्यादा होर्डिग्स हटाए गए हैं. पश्चिम गुजरा...

12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान

4/5 - (4 votes) 12 Jyotirlinga In Hindi, क्या आप जानतें हैं 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां पर है। हिंदू धर्म में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग का बहुत महत्व है। देश के 12 विभिन्न स्थानों पर स्थित भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग अपनी देश की एकता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार जो व्यक्ति पूरे 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर ले, उसे मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है और उसके सभी संकट और बाधाएं दूर हो जाती है। हालांकि जीवन में इन सभी 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन हर कोई नहीं कर पाता, सिर्फ किस्मत वाले लोगों को ही इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। हिन्यू मान्यता में 12 ज्योतिर्लिंग कहानी के अनुसार भगवान शिव शंकर ने जिन 12 स्थानों पर अवतार लेकर अपने भक्तों को दर्शन दिए उन जगहों पर इन ज्योतिर्लिंग की स्थापना की गई। अगर आप भी इन ज्योतिर्लिंग की आध्यात्मिक यात्रा शुरू करने की योजना बना हैं तो हमारे इस आर्टिकल में आप भगवान शिव के पूरे 12 ज्योतिर्लिंग से जुड़ी जानकारी आपको मिल जाएगी। तो चलिए जानते हैं १२ ज्योतिर्लिंग कहां कहां है और क्या है इनका महत्व । • • • • • • • • • • • • ज्योतिर्लिंग क्या है और ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई- What Is Jyotirling In Hindi जब आप ज्योतिर्लिंग शब्द को तोड़ते हैं तो पहले शब्द “ज्योति” बन जाता है जिसका अर्थ है “चमक” और “लिंग” भगवान शंकर के स्वरूप को प्रकट करता है। ज्योतिर्लिंग का सीधा अर्थ भगवान शिव के प्रकाशवान दिव्य रूप से ही है। इन ज्योतिर्लिंग को शिव का अलग रूप माना जाता है। अब आप ये जरूर जानना चाहेंगे कि आखिर ये ज्योतिर्लिंग होते क्या हैं और इन ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई। तो चलिए हम आपको ब...

Breaking News Live Updates 29 November 2020 Latest News Today in Hindi Live Update

हैदराबाद में अमित शाह का काफिला चारमीनार के पास पहुंच चुका है. इसके बाद वो प्रसिद्ध भाग्यलक्ष्मी मंदिर में दर्शन करेंगे. भाग्यलक्ष्मी मंदिर में दर्शन के बाद अमित शाह बीजेपी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. अमित शाह के रोड शो में भारी भीड़ दिख रही है. आज हैदराबाद निकाय चुनाव के लिए प्रचार का आखिरी दिन है. धरोहर के संरक्षण में टेक्नोलॉजी अहम है और आज देश में कई म्यूजियमऔर लाइब्रेरी अपने कलेक्शन को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का काम कर रहे हैं. दिल्ली में हमारे राष्ट्रीय संग्रहालय ने इस संबंध में कुछ सराहनीय प्रयास किए हैं. यहां तक कि अजंता एलोरा की धरोहरों को भी डिजिटल तरीके से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है. -पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति और शास्त्र, हमेशा से ही पूरी दुनिया के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं. कई लोग तो इनकी खोज में भारत आए और हमेशा के लिए यहीं के होकर रह गए, तो कई लोग वापस अपने देश जाकर इस संस्कृति के संवाहक बन गए. भारत में बहुत सी बर्ड वॉचिंग साोसायटी सक्रिय हैं और आप भी जरूर इस विषय के साथ जुड़िए. मेरी भागदौड़ की जिन्दगी में, मुझे भी पिछले दिनों केवड़िया में पक्षियों के साथ समय बिताने का बहुत ही यादगार अवसर मिला. इस महीने 12 नवंबर से डॉक्टर सलीम अली जी का 125वां जयंती समारोह शुरू हुआ है. डॉक्टर सलीम ने पक्षियों की दुनिया में बर्ड वॉचिंग को लेकर उल्लेखनीय कार्य किए है. दुनिया में बर्ड वॉचिंग को भारत के प्रति आकर्षित भी किया है. पीएम मोदी ने कहा कि 5 दिसम्बर को श्री अरबिंदो की पुण्यतिथि है. श्री अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं, उतनी ही गहराई हमें मिलती जाती है. मेरे युवा साथी, श्री अरबिंदो को जितना जानेंगे, उतना ही अपने आप को जानेंगे, खुद...

World Cup 2023 Venue List Ahmedabad Chennai Lucknow Mumbai Bengaluru IND Vs PAK

Team India World Cup 2023 Venue: विश्व कप 2023 का आयोजन इस बार भारत में होना है. इसको लेकर आईसीसी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में खेले जाने वाले वनडे विश्व कप के लिए मैदानों की लिस्ट फाइनल कर ली गई है. इसकी जल्द ही आधिकारिक घोषणा हो सकती है. लिस्ट में अहमदाबाद, लखनऊ, मुंबई और दिल्ली के साथ कोलकाता को भी रखा गया है. इसके लिए 9 मैदानों को लिस्ट में जगह दी गई है. विश्व कप के लिए शहरों या मैदानों की लिस्ट को लेकर अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई. क्रिकइंफो की एक खबर के मुताबिक विश्व कप के लिए 9 शहरों की लिस्ट तैयारी हुई है. इनमें अहमदाबाद, चेन्नई, लखनऊ, मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, कोलकाता, पुणे, धर्मशाला को शामिल किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद को जगह नहीं मिली है. हैदराबाद के लोग क्रिकेट को लेकर काफी दिलचस्पी रखते हैं और इस शहर में कई यादगार मुकाबले खेले गए हैं. लेकिन संभवत: विश्व कप की लिस्ट में इस शहर का नाम शामिल नहीं है. गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप 2023 में 15 अक्टूबर को मैच खेला जा सकता है. यह मुकाबला अहमदाबाद के बता दें कि 2014 के बाद भारत को आईसीसी के खिताबी मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है. टीम इंडिया को 4 बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है. वहीं वह 2014 से अब तक 4 बार सेमीफाइनल में भी हार का सामना कर चुकी है.

Budget 2021: बजट की ABCD

सरकार की आमदनी का जरिया होते हैं अलग-अलग तरीके के टैक्स, सरकारी कंपनियों से मिलने वाला डिविडेंड और विनिवेश से जुटाई गई रकम. इसी आमदनी में से सरकार अपने सारे खर्चे पूरे करती है. लेकिन एक कल्याणकारी राज में सरकार को विकास योजनाओं के अलावा कई सामाजिक- आर्थिक योजनाओं पर भी खर्च करने पड़ते हैं. और अगर सरकारी आमदनी इन खर्चों के लिए कम पड़ती है तब सरकार को उधार लेना पड़ता है. इस लेख में हम जानने की कोशिश करेंगे कि सरकार को किन जगहों पर पैसे खर्च करने पड़ते हैं. बजट डॉक्युमेंट में एक बड़ा दिलचस्प आंकड़ा दिया जाता है. इसमें बताया जाता है कि केंद्र सरकार के पास रुपया आता कहां से है और जाता कहां है. इसे देखकर आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि सरकार कहां और कितना खर्च करती है. केंद्र सरकार के खर्चों का करीब तीन-चौथाई हिस्सा पहले से तय जगहों पर चला जाता है, जैसे- ब्याज का भुगतान, केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन, राज्यों की हिस्सेदारी और सब्सिडी. सबसे बड़ा खर्च है राज्यों का हिस्सा केंद्र सरकार के खर्चों में सबसे बड़ा हिस्सा होता है राज्यों को टैक्स में हिस्सेदारी का. वैसे, जो केंद्र सरकार का सबसे बड़ा खर्च है, वही राज्य सरकारों की कमाई का एक बड़ा स्रोत है. वित्त आयोग की सिफारिशों के मुताबिक केंद्र सरकार टैक्स डिविजिबल पूल का करीब 42 पर्सेंट हिस्सा राज्यों के साथ साझा करती है. जीएसटी लागू होने के बाद से राज्य सरकारों के लिए इस पूल की अहमियत और बढ़ गई है. ब्याज भुगतान है दूसरा बड़ा खर्च केंद्र सरकार पर जो उधार होता है, उसका ब्याज चुकाने में सरकार को अपनी आमदनी का एक मोटा हिस्सा खर्च करना पड़ता है. इस उधार में अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से लिया कर्ज होता है, बॉन्ड के जरिए जुटाए ग...