हिंदी दिवस पर

  1. हिंदी दिवस पर कविता, Hindi Diwas Par Kavita
  2. रंगहीनता जागरूकता दिवस: समावेशन पर ज़ोर
  3. Neem Karoli Baba: कैंची धाम स्थापना दिवस पर सीएम उत्तराखंड धामी ने दिए दो अनूठे तोहफे, जानिए क्या घोषणा की
  4. हिंदी दिवस पर भाषण (Hindi Diwas Speech)
  5. Hindi Diwas 2022 : why we celebrate hindi day hindi diwas history theme importance
  6. हिंदी दिवस पर नारा
  7. हिन्दी दिवस 2021
  8. हिंदी दिवस पर शायरी :


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हिंदी दिवस पर कविता, Hindi Diwas Par Kavita

Hindi Diwas Par Kavita – दोस्तों इस पोस्ट में आपको कुछ बेहतरीन Hindi Diwas Poem in Hindi में दिए गए हैं. इन सभी हिंदी दिवस पर कविता को हमारे हिंदी के लोकप्रिय कवियों एवं कवित्रियों द्वारा लिखी गई हैं. प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता हैं. हिंदी दिवस पर होने वाले आयोजनों में आप इन सभी Hindi Diwas Par Poem को सुना सकते हैं. हिंदी साहित्य को दुनिया के समृद्ध साहित्य में शामिल किया जाता हैं. हिंदी भाषा को 1949 के केन्द्रीय सभा बैठक में केंद्रीय भाषा के रूप में हिंदी भाषा को चुना गया था. इसके वावजूद जो हिंदी भाषा की अहमियत मिलनी चाहिए थी. वह नहीं मिल पाई. इसी कारण से वर्ष 1953 से 14 सितम्बर को प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. इस दिन अनेक संस्थानों द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. और हिंदी भाषा के प्रति लोगो को जागरूक किया जाता हैं. 10 जनवरी को प्रत्येक वर्ष विश्व हिंदी दिवस के रूप में भी मनाया जाता हैं. जिसका मकसद पूरी दुनिया में हिंदी भाषा का ख्याति फैलाना हैं. इस दिन भी अनेकों संस्थाओ द्वारा अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. जिनमे कविता, भाषण जैसी प्रतियोगिता आयोजित कराई जाती हैं. अब आइए हिंदी दिवस पर कविता को पढ़ते हैं. यह सभी Hindi Diwas Kavita आपको हिंदी भाषा के प्रति सम्मान के लिए प्रेरित करेगी. इन Hindi Poem on Hindi Diwas को अपने फ़्रेंड्स के साथ भी शेयर करें. हिंदी दिवस पर कविता, Hindi Diwas Par Kavita 1. Hindi Diwas Poem – वैसे तो हर वर्ष बजता है नगाड़ा वैसे तो हर वर्ष बजता है नगाड़ा, नाम लूँ तो नाम है हिंदी पखवाड़ा। हिंदी हैं हम, वतन है हिन्दुस्तान हमारा, कितना अच्छा व कितना प्यारा है ये...

रंगहीनता जागरूकता दिवस: समावेशन पर ज़ोर

UnAlbinism ग़ौरतलब है कि रंगहीनता या अवर्णता की स्थिति, त्वचा में रंग सम्बन्धी एक रसायन की कमी के कारण उत्पन्न होती है, जिससे त्वचा, बाल और आँखों का रंग प्रभावित होते हैं. यह त्वचा-स्थिति आमतौर पर अनुवंशिक कारणों से होती है. मानवाधिकार विशेषज्ञ मुलूका ऐन कहती हैं, “मैं आज अपनी ये बुलन्द पुकार - देशों की सरकारों, यूएन साझीदारों, सिविल सोसायटी संगठनों, लोकप्रिय हस्तियों, सामुदायिक सदस्यों और तमाम हितधारकों से, रंगहीनता के साथ जीवन जीने वाले लोगों तक पहुँच बनाने के लिए, और ये सुनिश्चित करने के लिए लगा रही हूँ - उनकी आवाज़ सुनी जाए – नई साझेदारियाँ बनाने और मौजूदा साझेदारियों को और मज़बूत करने के लिए.” विश्व व्यापी प्रतिनिधित्व रंगहीनता एक ऐसी दुर्लभ और अनुवंशिक स्थिति है, जो जन्म के समय से ही होती है. यह संक्रामक नहीं है यानि इससे किसी अन्य व्यक्ति को ये स्थिति नहीं फैलती है. यह स्थिति किसी नस्लीय या जातीय पृष्ठभूमि के बिना, दुनिया भर में, महिलाओं व पुरुषों दोनों में ही पाई जाती है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वैसे रंगहीनता की स्थिति उप-सहारा अफ़्रीका क्षेत्र में कुछ ज़्यादा देखी गई है, जहाँ तंज़ानिया में, 1,400 लोगों में एक व्यक्ति इससे प्रभावित हैं. ज़िम्बाब्वे की कुछ आबादियों में भी 1,000 में एक व्यक्ति के अनुपात में लोग, रंगहीनता से प्रभावित बताए गए हैं. साथ ही दक्षिण अफ़्रीका भी कुछ विशिष्ट जातीय समूहों में इसका प्रभाव देखा गया है. कैंसर और अन्य ख़तरे रंगहीनता से प्रभावित लगभग सभी लोग, दृष्टि बाधित होते हैं और उन्हें त्वचा का कैंसर होने की भी बहुत सम्भावना होती है. उन्हें अपने त्वचा रंग के कारण, भेदभाव का भी सामना करना पड़ता है, जिसका मतलब है कि उन्हें अक्सर विकलांगता और ...

Neem Karoli Baba: कैंची धाम स्थापना दिवस पर सीएम उत्तराखंड धामी ने दिए दो अनूठे तोहफे, जानिए क्या घोषणा की

डीएनए हिंदी: Shri Kainchi Dham Tehsil- उत्तराखंड के नैनीताल जिले में मौजूद नीम करौली बाबा (Neem Karoli Baba) का कैंची धाम आश्रम देश ही नहीं विदेशों तक मशहूर है. इस धाम से एप्पल (Apple) कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स (Steve Jobs), फेसबुक (Facebook) के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) से लेकर क्रिकेटर विराट कोहली (VIrat Kohli) तक का जुड़ाव रहा है. पूरे साल देश-विदेश से करोड़ों लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं. इस धाम का गुरुवार 15 जून को 59वां स्थापना दिवस मनाया गया, जिस पर दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यहां दर्शन किए हैं. इस मौके पर उत्तराखंड सरकार ने भी धाम के श्रद्धालुओं को दो अनूठे तोहफे दिए हैं. नैनीताल की एक तहसील का नाम अब कैंची धाम के नाम पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने घोषणा की है कि नैनीताल की कोश्या कुटोली तहसील का नाम संशोधित किया जाएगा. इस तहसील को अब श्री कैंची धाम तहसील के नाम से जाना जाएगा. अगले साल तक धाम के बाहर जाम का भी होगा इंतजाम मुख्यमंत्री धामी ने कैंची धाम के श्रद्धालुओं को दूसरा तोहफा यहां लगने वाले जाम को खत्म करने के वादे के तौर पर दिया है. धामी ने कहा है कि श्री कैंची धाम तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम बनाई जाएगी. इसके लिए भवाली में बाईपास का निर्माण किया जाएगा. भवाली सैनिटोरियम से रातीघाट तथा भवाली सैनिटोरियम से नैनी बैंड तक बाईपास सड़क बनेगी, जिसका निर्माण युद्धस्तर पर करते हुए कैंची धाम के अगले स्थापना दिवस से पहले यानी 15 जून, 2024 से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा. श्री कैंची धाम के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री 1964 में स्थापित हुआ आश्रम, प्रभु हनुमान के पूजा स्थलों में से एक...

हिंदी दिवस पर भाषण (Hindi Diwas Speech)

हिंदी दिवस भाषण - भारत दुनिया में सबसे ज्यादा विविध संस्कृतियों वाला देश है। धर्म, परंपराओं और भाषा में इसकी विविधता के बावजूद यहां के लोग एकता में विश्वास रखते हैं। हिंदी भारत की सबसे प्रमुख भाषा है। दुनियाभर में हिंदी भाषा चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भारत में विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन सबसे ज्यादा हिंदी भाषा बोली, लिखी व पढ़ी जाती है। वर्ष 1949 में हिंदी को हमारे देश में सर्वोच्च दर्जा प्राप्त हुआ और तब से हिंदी को हमारी राष्ट्रभाषा माना जाता है। Latest: हिंदी दिवस पर कविता विषय पर जानकारी के लिए लिंक पर जाएँ। हिंदी में प्रभावी निबंध , भाषण लिखने और बेहतर ढà...

Hindi Diwas 2022 : why we celebrate hindi day hindi diwas history theme importance

Hindi Diwas 2022: देश भर के हर स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय में हिंदी दिवस ( Hindi Diwas ) बेहद उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। 14 सितबंर का दिन वाकई हर भारतवासी के लिए गर्व का दिन है। ये पूरे देश को एक रखने वाली भाषा हिंदी का दिन है। सांस्कृतिक विविधताओं से भरे देश भारत में हिंदी दिवस के दिन की अहमियत बहुत ज्यादा है। भारत के विभिन्न क्षेत्रो में लोगों का खान-पान, रहन-सहन, वेश-भूषा, शारीरिक गठन, यहां तक की विचारधारा भी अलग-अलग प्रकार की है। भारत के विभिन्न भागों में अलग-अलग धर्म हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, बौद्ध, पारसी तथा जैन धर्म के अनुयायी रहते हैं। और ये धर्म विभिन्न जातियों में बंटे हैं। विभिन्न क्षेत्रों के लोग अलग अलग भाषाएं बोलते हैं। धर्म, जाति, भाषा, संस्कृति की इन विविधताओं के फासलों को हिंदी खत्म कर देती है। हिंदी ही है तो अलग अलग क्षेत्रों की लोगों के दिलों की दूरियों को मिटाती है और सभी को एकता के सूत्र में बांधे रखती है। कोई भी हिन्दुस्तानी जहां भी हो, दूसरे हिंदुस्तानी से हिन्दी भाषा के जरिए ही अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करता है। अपनी दिल और मन की बात अगर किसी भाषा में सहजता से की जा सकती है तो वो हिंदी ही है। आज देश का शायद ही ऐसा कोई हिस्सा हो जहां हिंदी सहजता से बोली या समझी ना जाती हो। हिंदी केवल हमारी मातृभाषा या राष्ट्रभाषा ही नहीं अपितु यह राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। क्यों मनाया जाता है हिन्दी दिवस आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितबंर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था। इस निर्णय के बाद हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 1953 से पूरे भारत में 14 सितं...

हिंदी दिवस पर नारा

हिंदी हमारे देश की सबसे ज्यादे बोले जाने वाली भाषा है, साधारण शब्दों में कहे तो यह जन-जन की भाषा है। जब भारत स्वतंत्र हुआ तब काफी सोच विचार के बाद 14 सितंबर 1949 को यह निर्णय लिया गया कि हिंदी भारत की राजभाषा होगी और लिपी देवनागरी होगी। इसी के उपलक्ष्य में 14 सितंबर के दिन को हिंदी दिवस के रुम में मनाया जाता है। हिंदी दिवस पर स्पीच के लिए यहा क्लिक करें हिंदी दिवस पर नारा (Slogans on Hindi Diwas in Hindi) ऐसे कई अवसर आते हैं जब आपको हिंदी दिवस से जुड़े भाषणों, निबंधो या नारों की आवश्यकता होती है। यदि आपको भी हिंदी दिवस से जुड़े ऐसे ही सामग्रियों की आवश्यकता है तो परेशान मत होइये हम आपकी मदद करेंगे। हमारे वेबसाइट पर हिंदी दिवस से जुड़ी तमाम तरह की सामग्रियां उपलब्ध हैं, जिनका आप अपनी आवश्यकता अनुसार उपयोग कर सकते हैं। हमारे वेबसाइट पर हिंदी दिवस के लिए विशेष रुप से तैयार किए गये कई सारे स्लोगन उपलब्ध हैं। जिनका उपयोग आप अपने भाषणों या अन्य कार्यों के लिए अपनी आवश्यकता के अनुसार कर सकते हैं। ऐसे ही अन्य सामग्रियों के लिए भी आप हमारे वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं। Unique and Catchy Slogans on Hindi Diwas in Hindi Language 14 सितंबर की करो तैयारी, देश में हिंदी दिवस का त्योहार मनेगा अबकी बारी। देखो 14 सितंबर का दिन आया है, हिंदी दिवस का दिन लाया है। आ गया हिंदी दिवस का यह अवसर, जिस पर झूमेंगे-गायेंगे हम सब मिलकर। हिंदी दिवस पर हमने ठाना है, लोगों में हिंदी का स्वाभिमान जगाना है। हिंदी है जन-जन की भाषा, देश भर में इसे सम्मान मिले यही है मेरी अभिलाषा। भारतेंदु और दिनकर के कलम से निकले हिंदी के साहित्य, भारतवासियों के जीवन में उमंग भरते है नित्य। हिंदी को राजनीती का मुद्दा ना बनाओ...

हिन्दी दिवस 2021

हिन्दी दिवस 2021 हिन्दी दिवस 2021, 14 सितंबर, मंगलवार को मनाया जायेगा। हर वर्ष के तहत इस वर्ष भी सभी स्कूलों में हिंदी दिवस को लेकर काफी उत्साह देखा गया, जो कि पूरे एक सप्ताह तक मनाया गया। जिसमे निबंध, भाषण, वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं कराइ गयी। हिंदी के विकास के लिये लोगों के अथक प्रयासों को सराहते हुए, हमारे माननीय राष्ट्रपति हर वर्ष कि तरह इस वर्ष भी राजभाषा पुरस्कार वितरित किये, ये कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित हुई। ऑक्सफोर्ड के 2019 के संस्करण में हिंदी के शब्द ‘चड्डी’ को जोड़ा है। ठीक इसी प्रकार वर्ष 2017 में करीब 50 हिंदी के शब्दों को अंग्रेजी कि क्षेणी में जोड़ा था। यह दर्शाता है कि हिंदी बोलने वालों कि तादात में वृद्धि हुई है। प्रशांत महासागर क्षेत्र में स्थित एक फिजी नाम के देश कि आधिकारिक भाषा हिंदी को घोषित किया गया है। राजभाषा सप्ताह क्या है? (Hindi Diwas Week) राजभाषा सप्ताह 14 सिंतबर (हिंदी दिवस) से 20 सितम्बर तक मानाया जाता है। इसका उद्देश्य हिंदी का प्रचार-प्रसार करना और आम लोगो के मध्य हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देना है। राजभाषा सप्ताह के दौरान विद्यालयों और सरकारी कार्यलयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। एक प्रकार से देखा जाये तो यह हिंदी की महत्ता को समझने-समझाने का समय होता है। हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है ? देश में हिन्दी भाषा की महत्ता को प्रदर्शित करने के लिये पूरे भारत में हिन्दी दिवस मनाया जाता है। भारत में हिन्दी भाषा का बड़ा इतिहास है जो इंडों-यूरोपियन भाषा परिवार के इंडों-आर्यन शाखा से संबद्ध रखता है। भारत की सरकार ने देश की आजादी के बाद मातृभाषा को आर्दश के अनुरुप बनाने के लिये एक लक्ष्य बनाया अर्थात हिन्दी भाषा को व्याकरण और वर्तनीयु...

हिंदी दिवस पर शायरी :

सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है हिंदी भारत की राजभाषा है। आज बहुत अफ़सोस की बात है कि सारे भारत में को एक साथ जोड़ने वाली भाषा हमारे देश की राष्ट्रभाषा न बन कर बस एक राजभाषा के रूप में ही हमारे साथ है। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए बहुत प्रयास किये गए लेकिन अपने ही कुछ लोगों के कारण यह राष्ट्रभाषा न बन सकी। 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को हमारी राजभाषा घोषित किया गया। तब से हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में हम आपके लिए लेकर आये हैं हिंदी भाषा के सम्मान और हिंदी दिवस को समर्पित हिंदी दिवस पर शायरी संग्रह :- हिंदी दिवस पर शायरी 1. सारा जहाँ ये जानता है ये ही हमारी पहचान है, संस्कृत से संस्कृति हमारी हिंदी से हिंदुस्तान है। 2. जिसमें हैं मैंने ख्वाब बुने जिससे जुड़ी मेरी हर आशा है, जिससे है मुझे पहचान मिली वो मेरी हिंदी भाषा है। 3. पिता की डांट से माँ की लोरियों तक स्कूल की किताबों से यारों की टोलियों तक, जिनसे जो कुछ भी मैंने पाया है हिंदी भाषा ने इन सब में अपना किरदार निभाया है। 4. जब भी होता ये दिल भावुक और ये जुबान लड़खड़ाती है, ऐसे समय में बस अपनी मातृभाषा ही काम आती है। 5. हमारी एकता और अखंडता ही हमारे देश की पहचान है, हिन्दुस्तानी हैं हम और हिंदी हमारी जुबान है। 6. भारत के हर एक कोने को आपस में जो साथ मिलाये, संपर्क सूत्र का काम करे जो वो भाषा हिंदी कहलाये। 7. जिससे जुड़े हैं सपने मेरे जिससे जुड़े हुए अरमान, हिंदी बस भाषा नहीं हिंदी है मेरी जान। 8. हिंदी आशीर्वाद सी है अंग्रेजी एक आफत है, हिंदी मात्र भाषा नहीं हिंदी हमारी विरासत है। 9. बदलेंगे हा...